Sunday, 2 March 2014

दोस्त की बीबी को नाशिक में चोदा

नीलम पौचोरी ऐसी ही लगती है
मैं और मेरा दोस्त  दोनों बहुत अच्छे दोस्त है एक दूसरे के घर आना जाना भी  खूब होता है | दोस्त कि बीबी [नीलम
 पौचोरी] के साथ खूब हंसी मजाक होता है , होली पर एकात बार दोस्त कि बीबी को तबियत से रंग लगाया है छीना -झपटी में नीलमा के बूब्स को भी दबाया है तब नीलिमा ने ज़रा सा भी बुरा नहीं माना  था तब से मैंने सोच लिया था कि मोका मिलने पर इसकी गदराई जवानी का रस पी सकता हु , नीलिमा मेरे दोस्त कि दूसरी बीबी है नीलिमा कि उम्र लगभग 35 साल के आसपास होगी दोस्त कि उम्र 45 साल है , मैं दोस्त से उम्र में तीन साल का  छोटा हु लंबा कद गोरा रंग हट्टा -कट्टा ज्यादा जवान और स्मार्ट लगता हु , नीलिमा आधुनिक बिचारो की खूबसूरत पढ़ी लिखी कवि  महिला है नीलिमा का फीगर बहुत अच्छा है एक लड़की होने के बाद भी नीलिमा फिट है नीलिमा 30 - 32  की  ब्रा पहनती है | जबकि मेरी बीबी कुछ मोटी है 34-36 साइज़ कि ब्रा पहनती है पर है बहुत सुन्दर आज भी किसी
मेरी बीबी ऐसी ही सेक्सी लगती है सलवार सूट में

नौजवान को आक्रशित कर लेती है कैसे हुए स्तन है पेट ज्यादा बाहर नहीं निकला हुआ है , जब मेरी बीबी स्पंज वाली ब्रा ,सलवार - सूट और लेगी के साथ पहन लेती है तो  बड़े बड़े बूब्स बहुत ही सेक्सी लगते है मैं जब भी दोस्त के  पति पत्नी के साथ तो मेरा दोस्त मेरी बीबी के ऊपर लार टपकाता है , नीलिमा और मेरी बीबी में भी खूब दोस्ती है | मेरा दोस्त स्टेट बैक में जाब करता है , जबकि मैं एक फैक्ट्री में वर्क मैनेजर हु मेरी ड्यूटी सिफ्ट में चलती है | 
              बात उस समय कि है जब मैं अप्रैल 2012 में नाशिक स्थित  त्रयंबकेश्वर शिव मंदिर के दर्शन के लिए दोस्त के साथ फेमली सहित गया था, हम रास्ते में खूब हंसी मजाक करते हुए साम को 5 बजे त्रयंबकेश्वर पहुच गए अपनी स्वेम कि कार से । वहा के कुंड में नहाने की प्रथा है , मेरी पत्नी को सफ़र में वोमटिङ होती है  उसने नहाने से  मना कर दिया ,दोस्त अपनी चढ्ढी -बनयान भूल गया था ,ओ बोला  नहीं है की नई लेकर आउ तो उसने भी मना कर दिया नहाने से इनके ये बाते जब तक चलती रही मैं तो सिर्फ चढ्ढी पहन कर कुंड में कूद गया और नहाने लगा नीलिमा अपने लड़की को मेरी बीबी  कि गोद में दे दिया और बोली दीदी आप इसे सम्हाल लो तो मैं भी नहा लू तो मेरी बीबी ने कुंड में हाथ पाँव धोकर कुंड का  पानी अपने ऊपर छिड़क लिया और एक अंजुली पानी दोस्त के ऊपर भी छिड़क लिया और पवित्र हो गए ,फिर नीलिमा कि लड़की को लेकर कुंड के किनारे बैठ गई और नीलिमा सलवार -सूट पहनकर कुंड के अंदर आ गई और डुबकी लगा लगा कर नहाने लगी ,गर्मी के कारण पानी बहुत अच्छा लग रहा था हम दोनों [नीलिमा और मैं] मुस्किल से दो मिनट ही नहाये होगे कि दोस्त ने मेरी बीबी से बोला कि चलो भाभी प्रशाद ले लेते है जब तक ये दोनों नहा कर निकल आयेगे तो मेरी बीबी ने पूंछा कि जाउ मैं तो मैं बोला जाओ , मैं तो मन ही मन खुस हो गया और दोनों कुंड के किनारे घाट पर नीलिमा और मेरे कपडे एक टावेल को छोड़कर बाकी सामान लेकर दोनों चले गए प्रसाद लेने के लिए अब मैं मैं और नीलिमा ही कुंड में बचे बांकी खूब भीड़ थी कुंड में पर सभी अनजान चेहरे थे , मैंने नीलिमा को इशारा करके अपने पास बुलाया तो ओ आ गई तो मैंने नीलिमा का हाथ पानी के अंदर पकड़ लिया तो नीलिमा भी बड़े प्यार से मेरे हाथ को पकड़ लिया और दोनों आपस में हाथ पकड़ कर नहाने लगे एक साथ डुबकी लगाने लगे मैं पानी के अंदर नीलिमाँ के बूब्स को दबा देता नीलिमा को बुरा नहीं लगता एक बार मैंने नीलिमा को पानी के अंदर किस कर लिया तो बदले में उसने भी किस कर लिया ,हम दोनों पानी के अंदर 10 मिनट तक अठखेलिया  करते रहे पर मेरी बीबी और दोस्त अभी तक प्रसाद लेकर नहीं आये तो मैंने नीलिमा को बोला जाओ कपडे बदल कर आओ तब नीलिमा पानी से बाहर निकली तो उसका गीला पतला -गदराया हुआ माँसल जिस्म दिखाई देने लगा नीलिमा कि ब्रा और पेंटी दिखाई देने लगी जो वदन से चिपकी हुई थी , नीलिमा बाहर जाकर देखी कि कही भी कपड़ बदलने कि जगह खाली नहीं थी तो लौट आई तब मैंने पूछा कि कपडे क्यों नहीं बदला तो बोली कि सभी जगह पर भीड़ है लाइन लगाकर  खड़ी है बहुत सी लेडीज तो पानी से बाहर निकला और घाट के किनारे एक जगह पर कोने के दीवार के पास लेजाकर  लो कपड़ा तो बोली छि यहाँ  सभी देखेगे तो मैंने बोला कि मैं टावेल को फैला कर खड़ा हो जाता हु बदल लो तो ओ तैयार हो गई तब मैं टावेल फैलाकर खड़ा हो गया और ओ अपने कपडे बदलने लगी पहले उसने अपनी कुर्ती को उतार दिया मेरी तरफ पीठ करके , फिर ब्रा को उतार दिया ,नीलिमा कि मस्त गदराई हुई पीठ दिखाई देने लगी मैं देखने लगा तो नीलिमा बोली आप उधर घूम जाइये तब मैं दूसरे तरफ मुह कर  लिया तो उसने ब्रा पहन लिया फिर एक कुर्ती भी डाल लिया इसके बाद सलवार और पेंटी को भी उतार दिया पीछे घूम कर मैं उसकी चिकनी चिकनी चूतड़ो और जांघो को देखने लगा तो सरमाते हुए बोली आँखे बंद कर लो तो मैं आँखे बंद कर लिया और उसने पेंटी और लेगी पहन लिया और बोली अब आँखे खोल लीजिये तो मैंने आँखे खोल लिया  [जबकि मैंने आँखे प्यूरी बन्द ही नहीं किया था और उसके जिस्म को देख रहा था] नीलिमा वही पर एक किनारे बैठ कर बाल सवारने लगी तो मैं नीलिमा के कपडे लिया और उसे कुंड के बगल में बने एक और कुंड में कपडे को धो कर नीलिमा के पास रख दिया तो नीलिमा बोली आप कितने अच्छे पति है भाभी को बहुत  आराम देते है तो मैं कुछ नहीं बोला फिर नीलिमा अपने कपड़ो को एक पॉलीथिन के बेग में रख कर झोले में डाल लिया और बाहर आ गए प्रसाद कि दूकान में तो दोस्त और मेरी बीबी नहीं दिखाई दिए तो फोन किया तो बोले कि हम लाइन में लगे है आ जाओ तो नीलिमा और मैं उनके पास पहुँच कर लाइन में लग गए , खूब भीड़ थी धक्का मुक्की चल रही थी उस धक्का मुक्की में दोस्त और मेरी बीबी दोनों आपस में सट कर खड़े थे तब मैंने नीलिमा को इशारा किया तो नीलिमा मुस्कुरा दिया | हम सभी दर्शन करके मंदिर के बाहर आ गए 7 बजे तक उसके बाद कार से नाशिक आ गए रात में 8 बजे तक और नाशिक के द्वारिकापुरी में दो अलग अलग , अगल बगल कमरे में रुक गए दोनों कमरो के बीच में एक दरवाजा भी था आने -जाने के लिए 
नीलिमा का वदन आगे से 99 % ऐसी ही लगता  है 
[मैं जब भी कही जाता हु तो अपने साथ कंडोम और वियाग्रा के टेबलेट ले जाना नहीं भूलता हु] हम चारो ने एक साथ होटल में खाना खाये रात के 9 बजे तो कुछ ही देर में मेरी बीबी को हल्की हलकी वोमटिङ होने लगी तो बीबी ने कहा कि किसी डाक्टर के पास ले चलिए मुझे तो मैं होटल के काउंटर पर डाक्टर का पता पूंछा जो होटल से करीब 5 किलोमीटर शिर्डी रोड में था मैंने और मेरा दोस्त कार में बीबी को बिठाकर ले गए जब तक मैं कार पार्किंग कर रहा था तब तक मेरा दोस्त मेरी बीबी को डाक्टर के पास दिखाया तो डाक्टर ने कहा कि भर्ती करना पडेगा तो मैंने बीबी को प्राइवेट रूम में भर्ती कर दिया और दोस्त से बोला कि तू चला जा कार लेकर तो ओ बोला कि मुझे कार चलाना नहीं आता है , तो मैंने बोला चल मैं छोड़ देता हु तुझे तो ओ तैयार हो गया तो मेरी बीबी बोली दोनों चले जाओगे तो मैं अकेली डरूँगी तो मैंने बोला कि दोनों यहाँ रहेगे तो उधर नीलिमा अकेले डरेगी तो मेरी बीबी ने बोला कि आप चले जाओ आपको कार चलना आता है इनको [दोस्त का नाम लिया] यही छोड़ दो तो मैंने दोस्त से बोला तो ओ खुसी खुसी राज़ी हो गया , मैं तो मन ही मन खुस हो गया पर खुसी जाहिर किये बिना बीबी का एक किस लिया सर पर हाथ घुमाया और चला आया तब तक रात के 10 बज गए थे मैंने रास्ते में एक वियाग्रा कि टेबलेट खा लिया और होटल पहुच गया और नीलिमा के रूम का दरवाजा खटखटाया तो नीलिमा नाइट सूट पहने अंगड़ाई लेते हुए

नीलिमा इस तरह से कपडे पहने हुए अंगड़ाई लेते हुए दरवाजा खोला और मेरी तरफ मादक नजरो से देखा


दरवाजा खोला और मुझे देखकर चौक गई और बोली कि भाभी और ये [पति का नाम लिया] कहा है तो मैंने सब बता दिया तो ओ कुछ नहीं बोली , तब मैंने रूम कि चाबी माँगा तो चाबी दे दिया मैं रूम में आकर कपडे बदला और सोने कि तैयारी करने लगा पर मन में तो नीलिमा का सेक्सी जिस्म नाच रहा था मैं करवटे बदल ही रहा था  पर नींद नहीं लग रही थी तो मैंने नीलिमा के मोबाइल पर मिस काल दिया तो बदले में नीलिमा ने भी मिस काल दे दिया तो मैंने फिर से फोन लगाया और बोला कि नींद नहीं आ रही है  तो नीलिमा कुछ नहीं बोली और फोन काट दिया मैं कुछ देर में बीच के दरबाजे में दस्तक दिया तो नीलिमा ने दरवाजा खोल दिया मैं अंदर आ गया देखा कि नीलिमा कि लड़की सो रही है तब मैंने नीलिमा  को पकड़ कर किस कर लिया और बूब्स को दबा दिया तो नीलिमा बोली ये जाग जायेगी रहने दो ना तो मैंने बोला कि किस तुम्हे कर रहा हु ओ कैसे जाग जायेगी  इतना कह कर नीलिमा को  गोद में उठा लिया  और किस करने लगा तो ओ बोली नीचे करिये गिर जाउगी तो मैंने उसे नीचे कर दिया तो मेरी तरफ देख कर बोलती है कि आप तो  मुझे ऐसे उठा लिए जैसे कोई छोटी बच्ची हु तब मैं उसको किस करते हुए बिस्तर पर बैठ गया और उसे चूमने लगा और बिस्तर पर लिटा दिया और  लेट गया और हम दोनों कि चूमा चाटी चलने लगी इतने  नीलिमा कि लड़की जाग गई तो नीलिमा उसकी तरफ घूम कर उसे सुलाने लगी तो मैंने नीलिमा को
 बोला कि इसे सोफे पर सुला दो नहीं तो फिर से जाग
नीलिमा कि चुचिया  १००%  से ऐसी ही छोटी छोटी है बिना लटकी हुई 
जायेगी तो नीलिमा उठी और अपनी लड़की को सोफे पर सुलाने के लिए लड़की  के साथ लेट गई करीब 5 मिनट लड़की गहरी नींद में सो गई तो  मैं नीलिमा के पास गया और सोफे के पास बैठ कर नीलिमा की पीठ पर चूतड़ो पर कमर पर किस करने लगा नीलिमा के छोटे छोटे टाइट बूब्स को दबाने लगा बूब्स को दबाने तो नीलिमा सोफे से उठी और मेरे को किस करने लगी तो मैंने नीलिमा को गोद में उठा लिया और बेड पर लाया और  नीलिमा की गाउन,ब्रा पेंटी को उतार दिया और मैं भी
नीलिमा कि दोनों टाँगो को अपने कमर में डाल कर लण्ड पेल दिया
नंगा हो गया और नीलिमा को लिटा दिया बेड पर और उसकी जांघो को ,पीठ को ,पेट को किस करने लगा किस करते करते नीलिमा कि चूत को चाटने लगा तो नीलिमा बोली इसे मत चाटिये नहीं तो मैं 5 मिनट में ही ठंडी हो जाउगी तब मैंने नीलिमा से पूछा कि तुम्हे कैसा सेक्स अच्छा लगता है तो नीलिमा बोली कि खूब देर तक मेरी चूत में लण्ड कि घिसाई बहुत अच्छी लगती है आप जितना देर तक स्ट्रोक मारेगे  मैं उतना ज्यादा इंजॉय करुँगी ये [पति का नाम लिया] तो जल्दी से गरम करके 25-30 झटके मारकर मुझे झाड़ देते है और खुद भी रिलेक्स हो जाते है , तब मैंने बोला टीक है और नीलिमा को बिठा दिया और उसकी टाँगो  को अपने कमर कि तरफ दोनों तरफ डाल लिया और पकड़ कर खीच लिया और अपने खड़े लण्ड को नीलिमा कि चूत में पेल दिया , तो नीलिमा बोली कंडोम लगा लो अभी कल ही बाल धोया है [बाल धोया मतलब माहवारी बंद हुई] और नीलिमा तकिये के नीचे से कोहिनूर कंडोम निकाला और उसकी पेकिंग को फाड़ कर मेरे लण्ड  पर चढ़ाने लगी सुपाड़े कि चमड़ी खिसकाए बिना तो मैं नीलिमा से बोला कि इसको [लण्ड कि तरफ इसारा किया] नंगा करके कपड़े [कंडोम] पहनाओ तो बोली नहीं रहने दो ऐसे में ज्यादा देर तक रुकोगे और  चढ़ा दिया और  वापस से अपनी चिकनी मुलायम टांगो को मेरे कमर के बगल  में डाल दिया और लण्ड के पास आपनी चूत को ले आई तो मैं लण्ड को उसकी चूत में डाल दिया चूत नारमल थी ना तो ढीली और ही ज्यादा टाइट , मैं धीरे धीरे लण्ड को पेल दिया और  आगे पीछे करने लगा नीलिमा को किस भी करता ,नीलिमा के बूब्स को चूसता, नीलिमा बड़े मादक अंदाज में अपने चूतड़ो को आगे -पीछे करती अपने दोनों हाथो को बेड  रख कर चूतड़ो के झटके मारती ,मेरे लण्ड पर करीब 5 मिनट तक इसी  तरह से चुदाती रही नीलिमा पचौरी तब  मैंने नीलिमा को बेड के किनारे खीच लिया और मैं बेड के नीचे खड़ा हो गया
नीलिमा इस तरह से आँखे बंद करके मजे लिया 
और नीलिमा के दोनों टाँगो को अपने हाथो से  पकड़ कर ऊपर कर लिया और बड़े प्यार से हलके हलके चोदने लगा नीलिमा चुदाई  अपनी आँखे  लेती जब मैं झटका मरना बंद कर देता तो बेड पर तड़पने लगती  और अपने चूतड़ो को बेड पर इधर उधर घुमाने लगती अपनी चूत को कसकर अंदर कि ओर खींचती उठकर बैठ जाती और मुझसे चिपकने लगती,अपने होठो को चबाती बार बार आँखे बंद करती और  आए  आ आ आ आ आ अह अह अह अह आह आआआआआ आए सस्स सस आऐईए आई आई आई आ  या या या आ आ आ आह आह करती मैं झटके कि स्पीड बढ़ा दिया फट फट कि आवाजे  आने लगे रूम में तो नीलिमा बोली धीरे धीरे करिये ओ [लड़की कि तरफ इसारा किया ] जाग जायेगी तब मैंने नीलिमा को बोला कि चलो मेरे कमरे में  चलते है , तब नीलिमा को लेकर अपने रूम में आ गया बीच का दरवाजा  लगा  दिया पर 4 मिनट कि चुदाइ का मजा नहीं मिल पाया |

  रूम में आते ही नीलिमा की चूत को चाटने लगा नीलिमा 2  मिनट में ही फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गई तो नीलिमा को बेड पर लिटा दिया और दोनों टांगो को पकड़ कर उठा लिया और फिर से लण्ड पेल दिया और लण्ड के झटके देना सुरु कर दिया 3  झटको के बाद नीलिमा उठकर  लगी तो मैं उसकी चुचियो को ,ओठो को  चूसने लगा तो नीलिमा अपने दोनों हाथो को मेरे गले में डालकर मेरे सीने से चिपक गई फिर भी मैं धीरे धीरे चुदाई चालु रखा र्नीलिमा को बेड पर लिटाने लगा तो नीलिमा लेटने के जगह और  चिपक गई सीने से तो मैं नीलिमा के कमर में  डालकर उठा लिया और नीलिमा को हवा में झूला झुल्ला झूलाकर खूब तबियत से चूदाई  किया नीलिमा मेरे गालो को ,गले को , कंधो को जोर जोर से काटती यहाँ तक कि कंधे पर नीलिमा के दॉत के निसान आ जाते नीलिमा जोर जोर से अपने मुह से   आए   ओह ओह आह आह आह आह आ आ आ आ आ अह अह अह अह आह आआआआ आ आए सस्स सस आऐईए आई आई ओह आह ओह आह ओह आह   आई आ  या या या आ आ आ आह आह कि  आवाज निकलने लगी और जल्दी जल्दी अपने चूतड़ो को पटकने लगी इस पटका -पटकी में लण्ड बाहर  हो गया तो मैं जल्दी से नीलिमा पचौरी को बेड पर पेट  कि तरफ से लिटा दिया और लण्ड को पेलते हुए तबियत से झटके मारने लगा 2 मिनट तक कुछ झटके खाने के बाद नीलिमा ने अपने चूतड़ो को ऊपर उठा लिया और घोड़ी बन गई तब मैं घोड़े कि तरह पूरी ताकत से झटके मारने लगा बीच बीच में जब झटके  मारना बंद कर देता तो नीलिमा अपने चूतड़ो को आगे -पीछे करने लगती लगातार 5 मिनट तक  झटके खाने  के बाद मैंने  नीलिमा को पीठ कि तरफ  लिटा दिया और नीलिमा के  ऊपर चढ़ गया और फिर नीलिमा को जोर जोर के झटके मार मार कर चोदने लगा नीलीमा बड़े प्यार से झटके खाती रही और ओह ओह आह आह आह आह आ आ आ आ आ अह अह अह अह आह आआआआ आ आए सस्स सस आऐईए आई आई ओह आह ओह आह ओह आह   आई आ  या या या आ आ आ आ ऊ आह्ह आह सी सी स्क् कि आवाज निकलती रही और  कुछ ही देर में ढेर हो गई दोनों एक साथ स्खलित हो गए घड़ी में देखा तो 11 बज गए थे हम दोनों एक साथ बाथरूम गए और फ्रेस होने के बाद एक साथ  नीलिमा के रूम में सो गए नीलिमा  अपनी लड़की को उठा कर अपने पास सुला लिया सुबह 5 बजे मेरी नींद खुली तो चुपके से एक वियाग्रा के टेबलेट फिर से खा लिया और नीलिमा के पास लेट गया और नीलिमा को किस करने लगा आधा घने के बाद तो नीलिमा भी जाग गई तो अपने  रूम के बाथरूम में ले गया दोनों नहाने लगे नहाते नहाते नीलिमा को बाथरूम में फिर से चोद दिया फिर दोनों नहा कर बाहर आ गये तब तक नीलिमा कि लड़की जाग गई मैंने मेरी बीबी को फोन किया तबियत का हाल चाल लेने के लिए तो ओ बोली कि टीक है अभी 8 बजे तक रूम पर आ जाउगी और 8 बजे मेरा दोस्त और मेरी पत्नी दोनों होटल आ गए एक ऑटो से दोनों बहुत खुस नजर आ रहे थे मेरी बीबी के चेहरे में कही से कही बीमारी के लक्षण नहीं दिख रहे थे | मुझे मेरी बीबी पर सक हुआ पर सक को मन में दबाये रखा और हम दोनों परिवार 9 बजे नाशिक से चल दिए रास्ते भर हँसी मजाक करते हुए , साम को 7 बजे घर  पहुच गए | 


सत्य कहानी का शेष भाग --दोस्त की  बीबी को नाशिक में चोदा पार्ट 2 में पढ़े

[दोस्त ने मेरी बीबी को कैसे चोदा  पार्ट 2 में पढ़े]



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