Monday, 31 March 2014

फोरप्ले हो तो ऐसा

सेक्स के पहले फोरप्ले एक जरूरत है। इससे न सिर्फ आपको अपने पार्टनर को बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद मिलती है, बल्कि उन खास पलों के दौरान आप एक-दूसरे के ज्यादा करीब महसूस करते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप फोरप्ले के असर को और बढ़ा सकते हैं:

किस से करें शुरुआत फोरप्ले में किस सबसे जरूरी अंग है। किस एक ऐसा मीठा और प्यार भरा अहसास है, जो आपके पार्टनर को आपके प्यार की गहराई आसानी से समझा देता है। आप फोरप्ले के दौरान कहीं भी किस कर सकते हैं जैसे कि होठों, गालों, गर्दन और शरीर के बाकी हिस्सों पर भी।

उन्हें बाहों में भर लें सेक्स से पहले आप अपने पार्टनर को अपनी बांहों में भरकर अपना प्यार जता सकते हैं। याद रखें आपको अपने पार्टनर को ऐसे नहीं हग करना है जिससे कि उसे असुविधा हो। उसे आराम से अपनी बांहों में लेकर प्यार करें। 


उसे टच भी करें अपने पार्टनर की बॉडी को प्यार से टच करें। उसके सेंसिटिव बॉडी पार्ट्स को प्यार से सहलाएं, उसे टच करें। इससे उन्हें एक्साइट होने में काफी मदद मिलेगी। इसके साथ-साथ यह आपको भावनात्मक रूप से भी करीब लाएगा।

डर्टी टॉक और स्वीट टॉक फोरप्ले के वक्त अपने पार्टनर से मीठी-मीठी बातें करें। उन्हें बताएं कि आप उन्हें कितना प्यार करते हैं। इससे उनका भरोसा आपके प्रति और बढ़ेगा। उसके बाद उनके साथ डर्टी टॉक की शुरुआत कर उनकी एक्साइटमेंट को नेक्स्ट लेवल तक ले जा सकते हैं।

कहीं भी, कभी भी फोरप्ले सिर्फ बिस्तर पर ही नहीं बल्कि कहीं भी शुरू कर सकते हैं जैसे कि घर के किसी भी कोने में, पार्क में, कार में, लिफ्ट में या जहां भी आपको सही लगे। जगह बदल-बदल कर फोरप्ले करने से आपको हर बार एक नए किस्म का एक्साइटमेंट फील होगा।


Thursday, 27 March 2014

ट्रेन में दोस्ती चूत की चुदाई तक गई

दीपा सिंह 2008 में ऐसी ही लगती थी 
यह बात जनवरी 2000 कि है जब मैं इंदौर - हाबड़ा [क्षिप्रा एक्सप्रेस] से उज्जैन से इलाहाबाद जा रहा था , मेरी सीट क्लियर नहीं हुई थी  RAC का टिकट  मिला था मेरी ही सीट में आधी सीट इंदौर से इलहाबाद जाने वाली एक मेडम दीपिका  सिंह को भी मिली थी [मैंने उनका नाम रिजर्वेसन चार्ट में देखा था] जब रात में ट्रेन उज्जैन पहुची तो ओ आराम से सो रही थी मैं उज्जैन में उनकी सीट पर पाँव के पास बैठ गया तो ओ लेटे -लेटे ही आपत्ति उठाई और बोली ये मेरी सीट है तो मैने उन्हें बताया कि ये सीट RAC है आधी आपकी और आधी मेरी सीट है तो मानने को तैयार नहीं हुई तो मैं बोला टीक है आप सो जाए मैं यही नीचे बैठ कर सफ़र कर लुगा तो ओ बोली कि नहीं आप यहाँ भी  नहीं बैठेगे और कही जाकर बैठिये तो मुझे भी गुस्सा आया और मैंने बोला मेडम जी ये सीट आधी मेरी है पर मैं आपके लेडीज होने का कारन सम्मान करते हुए जिद नहीं किया और आप है कि मेरी भावनाओ को नहीं समझ रही है ये तो गलत है , तब आसापास के कुछ लोग उन्ही मेडम का सपोट करने लगे इतने में ट्रेन चल दिया और ट्रेन के टी सी आया तो मैंने उन्हें बताया तो टी सी ने समझाया कि आधी आधी सीट में आप दोनों बैठ कर जाए लेट नहीं सकती तब ओ मेडम अपनी पतली सी साल को समेटा और बैठ गई मेरी तरफ घूरते हुए | [मेडम कि उचाई करीब 5 फिट 6 इंच के आसपास और उम्र उस समय 25 वर्ष के आसपास रही होगी मांग में सिंदूर था  समझ गया कि इनकी सादी हो चुकी है गोरा रंग,मांसल शरीर , गोलमटोल सुन्दर सा चेहरा , सुन्दर से होठ , सुन्दर सी नाक , माथे पर छोटी से बिंदी गजब कि सुन्दर लग रही थी ओ,बाए हाथ में पुखराज कि एक अगूठी पहन रखी थी , पर मैं भी कोई कम नहीं था 35 वर्ष में भी मैं 30 का लग रहा था , मेरी हाइट करीब 6 फिट के आसपास है मजबूत कद गोरा रंग पर फिर भी मेडम से कम गोरा था मैं] ट्रेन को चले हुए 20 मिनट हुए होगे मेडम जी बैठे बैठे  सोने लगी कुछ देर में नींद में ही अपने टांगो को फैलाया और करवट लेते हुए सीट पर लेट गई अपने दोनों टांगो को मेरे पास रखते हुए , उनकी टाँगे खुल गई थोड़ी से गजब कि चिकनी चिकनी टाँगे थी उनके मैं उनकी टैंगो को देखने लगा तब तक ओ साल से अपनी टाँगो को ढक  लिया और सो गई कुछ देर में मुझे भी नींद आने लगी पर लेटने कि कोई गुंजाइस नहीं थी इस कारण मैंने सीट के नीचे एक चादर डाला और अपना मोटा सा कम्बल निकाल लिया और लेट गया और कब नींद लग गई पता ही नहीं चला जब सुबह 3 बजे पेसाब लगी तो नींद खुली तो देखा कि मेडम जी ठण्ड के मारे कॉप रही थी अपने घुटनो को मोड़ कर कापते हुए लेटी थी मुझे बहुत दया आई उनके ऊपर तो मैंने धीरे से अपना कम्बल डाल  दिया उनके ऊपर और मैं गेट के पास आकर खाली जगह पर चादर ओढ़कर बैठ गया और बैठे बैठे सोने लगा कुछ देर में नींद आ गई मुझे क्योकि मैंने स्वेटर और उसके ऊपर लेदर कि जर्किन डाल रखी थी इस लिए ज्यादा ठण्ड नहीं लगी मुझे , सुबह 5 बजे मेडम जी वाथरूम के लिए आई और मुझे इस तरह से बैठे हुए देखा तो बोली ''आप अपनी सीट  छोड़कर यहाँ क्यों बैठ गए '' तो मैंने बोला ''ओ तो आपकी सीट है '' तो ओ कुछ सकुचाई और बोली ''चलिए आप अपनी सीट पर बैठिये '' तब मैंने बोला ''कोई बात नहीं मैं यहाँ आराम से बैठा हु आप जाए अभी तो बहुत समय है सो जाइये '' तो ओ बोली नहीं ''आप उठिए यहाँ से '' तो मैं  फिर से मना कर दिया तो ओ जिद करने लगी और मेरा हाथ पकड़ कर उठाने लगी तो मैं उठ गया और सीट में आकर बैठ गया तो ओ  मेरे कम्बल को देखी और बोली ''ये तो आपका है मेरे पास कैसे आ गया '' तो मैंने उन्हें बताया कि ''आपको जब ठंडी लग रही थी तो उस समय मैंने ही आपके ऊपर ये कम्बल डाल दिया था '' तो मेरी तरफ बड़े ही प्यार से देखी और बोली ''थैंक्स '' मैं बोला ''इट्स ओके'' इतना कह कर मैंने उन्हें कम्बल फिर से दिया और बोला ''आप इसे ओढ़ लीजिये नहीं तो आपको ठंडी लग आयेगी '' तो ओ मेरी तरफ देखी और ले लिया और आधा कम्बल ओढ़ते हुए आधा मेरी तरफ मुझे ओढ़ाते हुए बोली ''आप भी इंसान हो  लोहा नहीं आपको भी ठंढी लग जायेगी '' मैंने कम्बल ओढ़ लिया ओ मेरी तरफ देखने लगी तो मैं संकोची स्वभाव अपने नजरे नीची कर लिया और झपकी लेने कि कोशिस करने लगा पर सुबह सुबह कुछ ज्यादा ही ठण्ड थी नींद कहा लगे पर ओ मेडम जी कुछ ही देर में फिर से बैठे बैठे सोने लगी 10 मिनट बाद ही ओ अपनी दोनों टांगो को फैलाया और लेट गई कुछ देर बाद सोते सोते अपनी एक टाँग को मेरी पाल्थी [घुटनो को आपसे में मोड़ कर बैठने से बनी जगह को पल्थी कहते है] पर जांघो के ऊपर रख लिया और सोती रही कुछ देर में उनके दोनों पाँव मेरे गोद में थे मैं उनको डिस्टर्ब  किये बिना मैं भी बैठे बैठे सोता रहा सुबह के 8 कब बज गए पता ही नहीं चला  स्टेशन  रुकी तो पता चला मेडम जी कि भी नींद खुली तो उन्होंने  देखा कि उनके दोनों पाँव मेरी गोद में रखे हुए है , ओ सरमा गई और सॉरी बोला तो मैंने कुछ नहीं बोला बस उनकी तरफ देखा और मुस्कुरा दिया तो ओ सरमाते हुए उठी और अपनी बेग में से ब्रश मंजन  निकालने लगी , जब ओ झुकी तो उनकी साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया और उनके स्तनो के  बीच कि जगह दिखाई देने लगी ना उनकी सुंदरता को निहारने लगा मस्त मस्त माध्यम साइज़ के उन्नत कैसे हुए स्तन थे सायद 32 नंबर की ब्रा पहनती होगी मैंने अपलक उन्हें  देखने लगा जब ओ साड़ी का पल्लू सम्हालने लगी तो मैं   स्टेशन के बाहर झाकने लगा ओ चली गयी ब्रुश करने जाते जाते बोली कि मेरी बैग को ध्यान रखना मैं ने हां में गर्दन हिला दिया जब ओ ब्रश तो मैं भी ब्रश करने चला गया और  में बैठ गया और एक चाय वाले को बुलाया और उनके लिए भी चाय लिया और दोनों चाय पीने लगे चाय पीने के बाद एक  पेपर वाला आया तो मैंने एक पेपर लिया और पढने लगा तो मैदान भी पेपर का कुछ हिस्सा ले लिया और पढने लगी फिर ओ राजनीती कि बाते करने लगी , राजनीती से समाज पर फिर ना जाने कौन कौन से मुद्दे लाकर बाते करने लगी उनके बातो में शालीनता और सौम्यता के साथ साथ गहन ज्ञान भी दिखाई दे रहा था मुझे भी राजनीती में रूचि है , मैं भी बहुत बाते किया उनके बातो से लगा कि ओ काफी पढ़ी लिखी महिला है पर मैंने  उनका परिचय नहीं पूछा उन्होंने भी मेरे बारे में  कोई जानकारी नही लिया  ये भी नहीं पूछा कि कहा तक जायेगे , 10 बजते बजते कुछ सीटे खाली हो गई तो मैं बगल कि ऊपर वाली सीट में अपना सामान रख लिया और एक नावेल निकाल लिया और पढने लगा , नावेल पढते पढते मुझे नींद लग गई ,जब नींद खुली तो  उस समय 1 बज रहे थे मुझे भूख लग गई पर कोई स्टेशन नहीं था कि कुछ खा लू पेट दबाये लेटा रहा 3 बजे एक स्टेशन आया वहा कुछ नास्ता किया और फिर आकर सीट पर बैठ गया , मैंने देखा कि मेडम जी खिड़की से बाहर कि तरफ झांक रही थी कभी कभी मेरी तरफ भी देखती पर मैं उनकी तरफ नहीं देखने कि ऐक्टिंग करता पर तिरक्षी नजर से देखता भी इसी ताकाझांकी में इलाहबाद आ गया और ओ उतर गई मैं भी ट्रेन से उतर गया और भीड़ में खो गए | 

                        मैं अपनी भाभी  के घर पहुच गया यहाँ रुकने के बाद फिर गाव जाता हु , मैं  दोपहर में छत पर घूम रहा था तो बगल के छत में ओ मेडम जी मुझे दिखाई दी सर पर पल्लू लिए अपनी छत पर कपडे डाल रही थी , उन्होंने भी मुझे देखा और बड़े आस्चर्य  से मेरी तरफ देखने लगी और पास आकर धीरे से बोली बोली ''आप यहाँ कैसे '' तो मैंने उन्हें बताया कि ये मेरे भाभी का घर है तो ओ बहुत खुस हुई और बोली '' आप सुनीता भाभी के देवर है क्या ''तो मैंने हां कहा तो फिर से बोली '' आपने तो बताया नहीं था ट्रेन में '' तो मैंने तपाक से बोला ''आपने पूछा नहीं था ''तो ओ हसने लगी तो मैंने पूछ लिया आप यहाँ कैसे तो बोली ''ये मेरी ससुराल है '' तो मैं पूछ लिया कि आप फिर कहा से आई थी उस समय तो बोली '' इंदौर में मेरे मम्मी पापा रहते है '' तो मैंने पूछ लिया क्या करते है आपके पापा, तो बताया कि इंजीनियर है इंदौर में पापा हम दोनों कि बात हो ही रही थी कि इतने में भाभी आ गई और बोली किससे बात कर रहे है आप , इतने में मेडम जी बोली ''दीदी नमस्ते '' तो भाभी बोली दीपा तु कब आई तो बोली कि ''कल ही आई हु'' तो भाभी बोली तुम दोने कैसे जानते हो एक दूसरे को तो मैंने बोला ''रात भर सीट के लड़ते आये हम दोनों'' तो भाभी हसने लगी ओ ओ सरमा गई और कुछ नहीं बोली और नीचे चली गई मैं भी भाभी के साथ नीचे आ गया रूम में , भाभी से उनके बारे में पूछा तो भाभी ने बताया कि ये तो अपनी ही जाति के है और अनिता एक कालेज में प्रोफेसर है इसके पति बैंक में है अभी तीन साल पहले ही सादी हुई है बहुत अच्छे स्वभाव कि है बहुत इज्जत करती है मेरी फिर मैंने भाभी से पूछा कि ये यही के है या किसी गाव के है तो भाभी बोली कि इनका गाव अपने गाव के पास ही है ३-4 किलोमीटर दूर तो मैंने भाभी से पूछ लिया कि क्या नाम है इनके पति का तो भाभी ने बताया कि ''हर्षबर्धन सिंह  '' तो मैं  पहचान नहीं पाया
''हर्षबर्धन सिंह'' को जबकि  ओ गाव के पास के है पर बहुत पहले देखा था जब ओ आठवी में पढता था काला सा था भाभी से बोला कि वही कालू हर्ष तो भाभी हसने लगी और बोली हां तो मैंने भाभी से  बोला ''भाभी ओ तो बहुत काला था पहले '' तो भाभी बोली ''अब कौन सा गोरा हो गया अभी भी तो ओ भवरा जैसे ही है तो मैं भाभी कि बात को नहीं समझा और बोला ''भवरा '' जैसे तो भाभी हस्ते हुए बोली हां भवरे जैसे काला है  तो मैंने भाभी से पूछा कि ये दीपा तो बहुत खूबसूरत है कैसे सादी कर लिया इससे तो भाभी बोली कि ओ SBI बैंक में मैनेजर है गाव में जमीन बहुत है अकेला लड़का है इसके बाप भी प्रिंसपल थे इस लिए हो गई होगी खेती भी अच्छी है गाव में मैंने भाभी से  बहुत सी बाते किया भाभी से और फिर दोपहर बाद 3 बजे के बाद मैं गाव को जाने के लिए निकल लिया और गाव वाली बस में बैठ गया बस चलने ही वाली थी कि ओ मेडम जी भी उसी  बस में चढ़ी ,बस में खूब भीड़ थी खड़े होने भी कि जगह नहीं थी ओ भीड़ में इधर -उधर बेग लिए हुए धक्के खाते हुए खड़ी थी मेरे से उनके ये हालत नहीं देखी गई तो मैंने उन्हें आवाज दिया '' ओ दीपा मेडम जी '' तो ओ मेरी तरफ घूमी और देख कर मुस्कुराई तो मैंने बोला आप यहाँ बैठ जाए मैं खड़ा हो जाता हु तो थोड़ा ना नुकुर करी पर मैंने जब समझाया तो मेरी सीट पर आकर बैठ गई मैं उठ गया सीट से , मेरी सीट के बगल पर पहले से ही एक बुजुर्ग सज्जन बैठे हुए थे मैं खड़ेखड़े सफ़र करने लगा गाव कि लोकल उत्तरप्रदेश पथ परिवहन कि खटारा बस बार बार रुकती तो जितनी सवारी उतरती उससे  ज्यादा चढ़ती इस तरह भीड़ कम नहीं हुई और मैं खड़े खड़े तीन घंटे का सफ़र काट लिया इधर -उधर धक्के खाते हुए और हमारा स्टाप आ गया उनका भी यही स्टाफ है ओ भी नीचे उतरी मैंने उनका बेग पकड़ के नीचे रखा और बोला कैसा रहा गाव कि बस का सफ़र तो हॅसते हुए बोली ''भगवान् बचाए गाव कि इन बसो से '' मैं बात ही कर रहा था कि उनका छोटा देवर आया और उनका पाँव छुआ और हाल चाल पूछा और बेग उठाकर अपने कंधे में रखा और बोला चलिए भाभी जी अपने रोड से कोई वाहन या तांगा मिल जायेगा गाव के लिए और फिर ओ मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई और धीरे से बोली ''आज आप नहीं होते तो क्या पता कितना कष्ट होता '' तो मैंने कुछ नहीं बोला तो ओ मुस्कुराते हुए ''थैंक्स ''बोली और अपने देवर के साथ चली गई मैं अपने गाव चला गया | पर मन में बहुत सी बाते थी जो घूम रही था , दीपा के पति ,ससुर ,जमीन जायजाद और ये मेडम जी अकेले गाव  जा रही है बात कुछ हजम नहीं हो रही थी पर अपने को  क्या मतलब ये सोचते हुए मन से ये बात को निकाल दिया और अपने गाव पहुच गया गाव में बड़े भाई से उन लोगो के बारे में पूछा  तो बहुत अच्छा रिस्पांस दिया  भैया ने उन लोगो को |             

        जब मैं वापस  आने लगा तो भाभी के घर रुका और दीपा के  घर वालो के बारे में पूछ लिया कि इतने लोगो के  होने के बाद भी ओ गाँव अकेले गई तो भाभी ने बताया कि ''दीपा के ससुर कि तबियत टीक नहीं है ओ अस्प्ताल में भर्ती है हर्ष अपनी ड्यूटी को माँ बाप बीबी से भी अधिक मानता है और कोई है नहीं घर में इस लिए अकेली गई होगी'' फिर मैंने दीपा और उसके पति के बारे में पूछा कि दोनों में पटती नहीं है क्या तो भाभी बोली ''क्या मालुम बाहर से तो ऐसा कुछ नहीं लगता फिर'' मैंने भाभी से बोला कि भाभी हर्ष से मिलवाइए ना मुझे बैंक कि जानकारी के बहाने तो भाभी हॅसते हुए बोली आप क्यों इतना इंटरेस्ट ले रहे है कोई चक्कर है क्या तो मैंने बोला नहीं भाभी ऐसा कुछ नहीं है बस गाव के पास के है इस कारण मिलना चाहता हु , तब भाभी बोली टीक है आज साम को मिलवाती हु दोनों को बुलालूगी  तब मैं साम  इन्तजार करने लगा साम को 7 बजे भाभी ने हर्ष को छत से आवाज दिया तो दीपा आई और बोली  ''हां दीदी'' तो भाभी बोली ''दीपा हर्ष कहा है'' तो दीपा बोली है ''घर में हे बाबू जी के पास बैठे हुए है'' तो भाभी बोली '' हर्ष को भेज कुछ काम है मुझे''तो दीपा बोली ''टीक है'' भाभी से बाते करते समय दीपा मेरी तरफ तिरक्षी नजर से देख रही थी मैं भी दीपा को देख लेता था बीच बीच में |  करीब  15 मिनट बाद हर्ष और दीपा आये दीपा गुलाबी रंग कि साड़ी में बला कि खूबसूरत लग रही थी दोनों  लिविंग रूम में बैठ गए तो भाभी ने हर्ष से कहा ''हर्ष पहचानता है इन्हे '' तो हर्ष ने मना कर दिया तो भाभी बोली ये मेरे देवर है तो हर्ष उठा और मेरा पाँव छुवा तो खड़ा हो गया और हर्ष के सर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया हर्ष लम्बाई मुस्किल से मेरे कंधे के नीचे तक भी नहीं थी मुझे ऐसा लगा जैसे हर्ष 5 फिट से ज्यादा नहीं हो ,पर खूब  मोटा है गोल मटोल इस लिए कुछ बड़ा लगता है हर्ष के पाँव छूने के बाद दीपा भी उठी और मेरा पाँव छू लिया , दीपा मेरे कंधे से थोड़ा अधिक ऊची थी | हर्ष मेरे से 5 साल का छोटा है और दीपा करीब 10 साल कि छोटी है. दीपा और हर्ष कि जोड़ी कही से कही अच्छी नहीं लग रही थी पर सम्पत्ति के लालच में दीपा के बाप ने इस ठिगने के साथ सादी कर दिया होगा कुछ देर तक हर्ष बैठा रहा और फिर 10 मिनट बाद  चला गया जबकि दीपा भाभी के पास ही बैठी रही बाते करते , मैंने दीपा से पूछा कि अब कब इंदौर आओगी तो दीपा सकुचाते हुए बोली अभी कुछ कहना मुस्किल है कालेज से छुट्टी नहीं मिलती तो मैंने दीपा से कालेज के बारे में पूछा कि कौन सी सब्जेकट पढ़ाती हो तो दीपा ने बताया कि ओ कालेज में ''इकोनॉमिक्स '' पढ़ाती है कुछ देर तक बाते किया तब तक भाभी ने चाय बनाया तो दीपा ही चाय लेकर आई और मुझे चाय देने के लिए झुकी तो दीपा का पल्लू उसके बूब्स के पास से खिसक गया तो उसके बूब्स के बीच कि घाटिया दिखाई देने लगी मैं उन्हें देखने लगा तो दीपा धीरे से बोली ''चाय लीजिये '' तो झेप गया और चाय उठा लिया और धीरे से बोला ''आप बहुत खूबसूरत है '' तो दीपा कुछ नहीं बोली और हल्की से मुस्कान बिखेर कर चली गई फिर कुछ ही मिनट में दीपा और भाभी आई और चाय पीने लगी साथ में दीपा कि चाय ख़तम ही नहीं हुई थी कि हर्ष ने भाभी को आवाज दिया तो भाभी दीपा से बोली ''तू जा '' हर्ष तुझे बुलाने के लिए ही आवाज दे रहा होगा तो दीपा जल्दी से चली गई | मैं भाभी से बहुत सी बाते किया और ट्रेन के समय में ट्रेन पकड़ा और उज्जैन आ गया |  
          
    दीपा को बहुत दिन तक याद किया फिर धीरे धीरे इस बात को मैं  भूल चुका था समय का चक्र चलते चलते 7 साल निकल गए  पर जब भी ट्रेन का सफ़र करता तो दीपा कि याद एक बार जरुर आती | दिसंबर 2006 कि बात है एक दिन ''दीपा सिंह '' नाम से गूगल  आर्कुट  में मुझे फ्रेंड रिक्योस्ट आई जब मैं उस आई डी को चेक किया तो पता चला कि ये तो इलाहाबाद वाली ओ  मेडम ही है  जो अब मोटी हो गई थी मैंने उन्हें अपने दोस्तों में सामिल कर लिया और बात चीत का सिलसिला सुरु हुआ दीपा मुझे पहचान गई थी तभी मेरे साथ जुडी दीपा ने अपने बारे में बहुत कुछ बताया दीपा को एक लड़का ''हर्षित '' 5 साल का है और एक लड़की ''हर्षिता '' 2 साल कि है , दीपा ने अपनी कई फोटो मुझे भेजा तो पता चला कि दीपा पहले से कुछ मोटी हो गई है इस कारण उनकी सुंदरता में चार - चाँद लग गया , दीपा ने ये भी बताया कि ओ कई बार इंदौर आई पर मेरा पता नहीं होने कारण मेरे से नहीं मिल सकी और भाभी से फोन नंबर नहीं मागा सर्म के कारण मैंने दीपा को अपना मोबाइल नंबर दिया और अब हम  दोनों अपने घर वालो से चोरी -चोरी खूब बाते करने लगे दीपा ने मेरे कई फोटोग्राफ मागे जो मैंने उसे दे दिया तो दीपा मेरी खूब तारीफ किया और बोली अब आप पहले से ज्यादा इस्मार्ट लगाने लगे अब खूब बाते करती दीपा मेरे साथ और  धीरे से यह दोस्ती फेसबुक में आ गई दीपा लाइव वीडिओ चैट करती सभी से छिपकर |  दीपा कि बातो बातो से लगने लगा कि दीपा अपने पति से संतुष्ट नहीं है , दीपा धीरे धीरे चैट बॉक्स में सेक्सी बाते करना सुरु कर दिया यहाँ तक कि मेरे कहने पर एक बार बेब कैम के सामने अपनी चुचिया भी दिखाया,  दीपा कि चुचिया आज भी नहीं लटकी हुई है आज भी दीपा कि चुचिया एक दम से टाइट लगी मुझे , मैंने कंप्यूटर के
दीपा ने इस तरह से वेब केम से अपनी चुचियो को दिखाया मुझे
स्क्रीन पर ही दीपा कि चुचियो को छुआ और किस किया तो दीपा बेसर्मी के साथ बोली अपना भी दिखाओ ना तो मैंने अपना 10  इंच लंबा और मोटा लण्ड दीपा को दिखाया तो दीपा बोली ''ओ माई गाड ''आपका इतना लंबा और मोटा है और दीपा ने अपने लैपटाप के स्क्रीन पर ही मेरे लण्ड को किस किया अब हम दोनों बिलुकल बेसर्मी के साथ खूब बाते करने लगे दीपा ने बताया कि ये [पति का नाम लिया] बहुत नीरस है इन्हे पैसे कमाने के सिवा और कुछ नहीं अच्छा लगता है ये कही भी घूमने फिरने इंजॉय करने नहीं जाते बस बैंक और बैंक से घर यहाँ तक कि साथ में शापिंग करने भी नहीं जाते और इनका ओ [लण्ड] भी छोटा सा है मजा ही नहीं आता ये महीने में एकात दिन ही सम्भोग करते है मेरे साथ | इस तरह से मैं और दीपा करीब एक साल से ज्यादा हो गए बात करते रहे ,  एक दिन दीपा ने बताया कि  इंदौर आ रही है तीन माह कि छुट्टी पर और बहुत खुस थी ये बताते हुए और फिर एक दिन बोली कि मैं इंदौर आ रही हु क्षिप्रा एक्प्रेस से आप मिलोगे क्या , तो मैंने बोला टीक है मिलता हु और फिर मैं 11 अप्रैल 2008 को अनीता से रात को 1 बजे ट्रेन में AC कोच में मिला ,यह ट्रेन उज्जैन में करीब 30 मिनट तक रुकती है , दीपा के बच्चे उस समय पर सो रहे थे , दीपा सिर्फ अपने दोनों बच्चो के साथ आई थी , दीपा ट्रेन से उतरी और मेरे से हाथ मिलाया , दीपा पहले से भी ज्यादा खूबसूरत लगने लगी है अब 33 साल के होते हुए भी ओ आज भी 30 कि लग रही थी, दीपा ने कट बाल रखे हुए थी , कट बाह का एक ब्लाउज और पिंक कलर कि साड़ी पहन रखी थी , दीपा कि गोरी गोरी चिकनी चिकनी बाहे बहुत ही सेक्सी लग रही थी , दीपा ट्रेन से उतरते ही मेरा हाथ पकड़ा और रेलवे स्टेशन के एक किनारे कि तरफ चलने के लिए बोली तो मैं चल दिया जिधर कोई नहीं था वहा हम दोनों जैसे ही पहुचे मैंने दीपा को अपने सीने से लगा लिया और खूब किस किया दीपा के स्तनो को मसल दिया कुछ देर खड़े खड़े बाते करते रहे फिर एक कुर्सी पर बैठ गए तो दीपा मेरे कंधे पर हाथ रख कर चिपक गई और गाल में एक किस कर  लिया और बोली बहुत तड़पी आपके लिए आप बहुत ही नेक इंसान है पहली बार मिली थी ट्रेन में तभी समझ गई कि आप बहुत ही नेक इंसान है, मैं अनीता सिंह  के हाथ को मेरे हाथ में पकड़ कर बड़े प्यार से बाते  करता रहा समय  कब निकल गया पता ही नहीं चला जब ट्रेन का हार्न बजा तो मैंने दीपा को बोला चलिए ट्रेन जाने वाली है तो दीपा बोली आपकी एक एक बात एक एक सब्द में मेरे लिए प्यार और सम्मान दोनों रहता है तब मैंने उठिए  मेडम जी नहीं तो ट्रेन चली जायेगी तो दीपा भारी मन से उठी और चल दी तब तक ट्रेन रेंगने लगी पटरियों पर तो मैंने दीपा का हाथ पकड़ा और दौड़ लगा दिया और दीपा के कोच में दीपा को चढ़ा दिया दीपा गेट पर खड़े होकर हाथ हिलाती रही और नजरो से ओलझ हो गई और  मैं भारी मन से घर आ गया |
दीपा पहले से कुछ मोटी हो गई, 2008 मे पीछे से ऐसी ही लगती थी 

20  अप्रैल को दीपा का फोन आया पर बोली उज्जैन आ रही हु भोले बाबा का दर्शन करने मिलेगे आप तो मैंने बोला टीक है आ जाओ आप मिल जाउगा तो दीपा दोपहर में करीब 1 बजे उज्जैन आई  अपने पापा कि कार खुद ही चलाकर, मैं मंदिर के बाहर ही मिल गया और दीपा के दोनों बच्चे और मैं,दीपा साथ साथ दर्शन किये और बहुत देर तक मंदिर के पास  बैठे रहे , दीपा के दोनों बच्चे मंदिर के प्रांगण में आसपास खेलते रहे,  मैं और दीपा खूब सारी बाते किया  फिर साम को दीपा चली गई इंदौर और मैं घर वापस आ गया पर मोबाइल से रोज बाते होती रहती मैंने दीपा को बोला कि एकात दिन प्लान बनाओ सिर्फ अपन दोनों कही चलते है एकात दिन के लिए बाहर घूमने , तो दीपा बोली मैं भी यही सोच रही हु , फिर एक दिन दीपा ने फोन किया मुझे और बोली बना लिया प्लान कब और कहा चले तो मैंने सब पूछा तो दीपा ने बताया कि मेरी एक फ्रेंड है इंदौर में उसे आगे करके उसके साथ पिकनिक में जाने के लिए मम्मी से पूछ लिया कम से कम 5 दिन का प्लान बना लिया मम्मी ने हां कर दिया है |अब आप बताओ कब चलू तो मैंने दीपा से कहा कि रुको एक दो दिन में बताता हु , फिर मैंने 28 अप्रैल 2008 को सोमवार के दिन चलने का प्लान बनाया और दीपा को बता दिया कहा मिलुगा तो दीपा बोली कैसे चलेगे बस से या ट्रेन से तो मैंने दीपा को बोला कि मेरी कार से चलूगा तो दीपा बोली टीक है | 
दीपा सिंह की चूची ऐसी ही है बिना लटके हु


              फिर 28 अप्रैल 2008 को
सोमवार के दिन मैं, मेरी कार लेकर इंदौर पहुच गया जहा पर दीपा एक शापिंग माल के पास एक बड़ा सा बेग लेकर मिली [दीपा इस समय एक ब्लू कलर कि साड़ी और सन कोट  पहन रखा था] तो दीपा को इसारा किया तो दीपा  ने मुझे इसारा  करके अपने पास बुलाया  जब मैं दीपा के पास पहुचा तो दीपा बोली कि आप कार को इसी माल की पार्किंग में नीचे लगा दो मैं वही अपना सामान लेकर आपकी कार में बैठती हु यहाँ कोई देख लेगा तो मैंने कार को पार्किंग में लगा दिया ,कुछ ही मिनट में दीपा अपना बेग एक गार्ड के हाथ में लिवाकर आई मेरे पास और गार्ड को बोला कि कार कि डिक्की में रख दो , गार्ड ने बेग रख दिया तो दीपा ने उसे 100 का नोट पकड़ाया ,गार्ड ने सलूट  मारा और चला गया तब दीपा बोली कहा चलने का प्लान है अब बताये आप तो मैंने दीपा को बोला कि मैंने एक सप्ताह का बहना बनाया है घर में तो दीपा बोली टीक है मैं  रुक जाउगी आपके साथ इतने दिन तक मम्मी को बोल दुगी कि दो दिन और लग जायेगे तो दीपा बोली कहा चले तो मैं बोला कुछ दूर चलते है जहा पर हमें कोई   नहीं जनता हो और मौसम भी बढ़िया हो तो दीपा बोली कश्मीर चलते है तो  मैंने बोला रिस्की तो दीपा बोली  कहा चले तो मैंने दीपा को बोला चलो पंचमढ़ी चलते है पास भी है और वहा का मौसम भी ठंडा रहता है तो दीपा तैयार हो गई और  कार में बैठ गए और चल दिए तो दीपा बोली कि कार का सीसा बंद कर लो कोई देख नहीं पाये यहाँ बहुत लोग  मुझे जानते है तब मैंने कार का सीसा चढ़ा दिया और AC ऑन कर दिया और बाहर आ गए और सिटी से बहार निकल कर भोपाल रोड पकड़ लिया और रास्ते भर बाते करते हुए कुछ ही दूर पहुचा तो दीपा मेरे बारे में पूछने लगी कि आप क्या करते है तो मैंने दीपा को बोला रुको अभी बताता हु तो दीपा बोली  क्या करते हो  बताइये ना तो मैं बोला बस 20 मिनट और रुको आप सब बता दुगा तब दीपा  दुसरी बाते करने लगी तब तक मेरा शिक्षण प्रतिस्ठान आ गया मैंने दीपा को अपनी बिल्डिंग दिखाया तो दीपा को विश्वास ही नहीं हुआ दीपा बोली आप झूठ बोल रहे है तो मैंने दीपा को वहा का लैंड लाइन नंबर दिया और बोला कि यहाँ फोन करके पता लगाओ किसका है और बड़े सर का नंबर भी मागो तो दीपा वही किया तब जाकर उसे विश्वास हुआ और मेरी तरफ प्यार भरी नजरो से देखी और बोली आप इतने बड़े आदमी होते हुए भी उस रात ट्रेन में अपनी सीट छोड़कर ट्रेन कि फर्श में लेट गए आप बहुत अच्छे इंसान है मुझे आज अपने पर घमंड हो रहा है कि मैंने एक बहुत ही अच्छे इंसान से प्यार किया और इतना कहकर मुझे जोर से किस कर लिया , मैं उस समय कार चला रहा था कार बहकने लगे तो मैंने बोला अरे छोड़ो ना, नहीं तो भीड़ जायेगे किसी से , तो मर जाउगा तो दीपा मेरे मुह पर हाथ रखी और बोली ऐसा नहीं बोलिये  और फिर बहुत सी बाते करते हुए हम एक ढाबे में रुक  गए और वहा खाना खाये दोनों और फिर साम को 5  बजे भोपाल पहुच गए तो मैंने दीपा को बोला कि यहाँ 5 बज गए पचमढ़ी पहुचते समय तक रात हो जायेगी तो दीपा बोली भोपाल में ही रुक जाते है तो मैं बोला टीक है और फिर ''होटल अमर विलास'' में रुक गए |
दीपिका  सिंह पंचमढ़ी में इस तरह से जींस और टी सर्ट पहन कर घूमती थी , गजब कि सेक्स अपील थी दीपा में


               जैसे ही होटल के अंदर घुसे तो वेटर ने दीपा का बेग कमरे के अंदर रखकर चला गया तो मैंने दरवाजा लगाया और दीपा को गले लगा लिया और खूब किस किया और दीपा को पकड़ कर बेड पर बैठा दिया दीपा भी किस करने लगी मैंने दीपा कि बूब्स को दबाने लगा और बूब्स दबाते दबाते बिस्तर लेट गए दोनों और आपस में ऐसे चिपक गए ऐसे चिपक गए एक दूसरे से जैसे दो जिस्म एक जिस्म हो गए हो मैं दीपा के रशीले होठो का रसपान करने लगा दीपा भी मेरे होठो को चूसने लगी हम दोनों चुदाई के लिए तैयार हो गए इतने में वेटर ने वेल बजाया रूम का तो मैं उठा तो वेटर बोला आपको होटल के मेंन काउंटर पर बुला रहे है , मैं उठकर चला गया तो काउंटर पर बोला गया कि हमारे यहाँ
नंगी होने पर दीपा पीछे से ऐसी ही लगती है
स्वीमिंग पुल है ,डिस्को डांस के लिए हाल है और बहुत से सुबिधाओ के बारे में बताया मैंने बोला टीक है जरुरत के अनुसार उपयोग कर लुगा ये सब बाते करते करते करीब 10 मिनट हो गए जब मैंने वापस रूम में गया बेल बजाया तो दीपा एक टावेल लगाए हुए दरवाजा खोला,दीपा 
बाथरूम से निकल कर आई तो एक दम से नंगी थी टावेल को अपनी चुचियो तक लपेट रखा था मैंने दीपा के संगमरमर जैसे सफ़ेद -सुडौल जिस्म चमक  रहा जिसेको देखा तो आपा खो बैठा और पकड़ कर टावेल अलग कर दिया और दीपा को पकड़ लिया तो दीपा मेरे हाथ से फिसल कर निकल गई [क्योकि दीपा का जिस्म तेल से गीला था] और बाथरूम में घुस कर दरवाजा लगा लिया तो मैं भी कपडे उतार कर बाथरूम में घुस जाने का प्लान बनाया और सिर्फ चढ्ढी पहन कर बाथरूम का दरवाजा खुलाने लगा तो दीपा पहले तो दरवाजा नहीं खोली पर जब मैं बहुत गिड़गिडया तो दरवाजा खोली उस समय दीपा बिलकुल नंगी थी दीपा का सेक्सी जिस्म देखकर मैं पगला गया और दीपा को पकड़ लिया और दीपा कि चुचियो को चूसने लगा ,मसलने लगा , दीपा के वदन से तेल  कि चिकनाई धूल चुकी थी दीपा के वदन से पियर्स साबुन कि मादक खुसबू आ रही थी ,मैं दीपा को सावर के नीचे ले गया और सावर को चालु कर दिया और और दोनों नहाने लगे मैंने दीपा के वदन में साबुन  लगा लगा कर नहलाने लगा दीपा कि चुचियो में साबुन लगाया और चुचियो को  सहलाने लगा इधर दीपा भी मेरे लण्ड को चढ्ढी के ऊपर से पकड़ने लगी और कुछ देर में मेरी चढ्ढी को उतार दिया और मेरे लम्बे -मोटे लण्ड को देखकर रोमांचित हो गई और झुककर किस कर लिया और बोली आप ऊपर से लेकर तो नीचे तक अंदर से लेकर बाहर तक एक सच्चे मर्द है आपका दिल भी अच्छा और ये तो उससे [लण्ड कि तरफ इसारा किया] उससे भी अच्छा है इतना कहते हुए लण्ड को  पकड़ लिया मेरा लंड़  दीपा सिंह कि बुर में घुसने  बेताब था पर बाथरूम में चोदने में मजा नहीं आयेगा  ये सोचकर बढ़िया से नहला धुलाकर गीले वदन दोनों होटल के बेडरूम में आ गए दीपा का गोरा धढ़िया रंग के सेक्सी जिस्म पर पानी के बुँदे ऐसी लग रही रही जैसे सफ़ेद गुलाब की पंखुड़ियों में ओस कि बुँदे पडी हो मैंने दीपा  से एक एक पानी कि बुँदे चाट गया दीपा बड़े प्यार से मेरे कंधे -बाहो पर हाथ घुमाती रही दीपा कि मस्त मस्त टाइट चुचियो कि निप्पल पर पडी पानी कि बुँदे चाटने लग्गा दीपा उत्तजित होने लगी और मेरे लण्ड को पकड़ कर खिलाने लगी और मैं दीपा कि निप्पल को चूसने लगा दीपा  उ ऊ उ अ अ अ अ अ से सीईईए कि हलकी हलकी आवाज  निकलने लगी और मुझे बेड के तरफ लेकर चल दी मैं बेड पर दीपा को लिटा दिया दीपा पीठ की तरफ से उलटा होकर लेट गई मस्त चुचिया तनी हुई ऊपर की ओर मुझे मसलने के लिए बुला रही थी मैं दीपा के एक एक अंग को  किस करने लगा तो देखा  दीपा के पेट में कुछ टाँके लगे हुए है तो दीपा से पूछ लिया तो दीपा बोली मेरे दोनों बच्चे  आप्रेसन से हुए थे उसके टाँके है ,[ये जानकार मैं  खुस गया कि दीपा कि चूत सकरी होगी चोदने में खूब मजा देगी]मैं दीपा को  किस करते रहा दीपा भी मुझे प्यार करती रही अपने हाथ  मेरे सर पर मैंने दीपा कि चूत को चाटने के लिए मुह लगाया तो बोली मत चाटो यार मुझे अच्छा नहीं लगता तो मैंने वोला कि हर्ष [दीपा के पति का नाम है] नहीं चाटते थे तो दीपा बोली न ओ तो अभी तक कबके फुर्सत हो जाते तब मैंने बोला चाटने दो फिर मजा देखना तब भी दीपा मना करती रही पर मैं फिर भी दीपा कि क्लीन सेव चिकनी चूत को चाटने लगा तो कुछ  ही पल में दीपा सिंह चुदाई के लिए तैयार हो गई और मेरे हाथो को पकड़ कर अपनी तरफ खीचने लगी तो मैंने दीपा को बैठा बेड पर और मैं भी उनके सामने बैठ गया ,
दीपा कि चुचिया इस तरह से उठी हुई थी एक दम से टाइट
लौड़े को खड़ा करके और दीपा को बोला ये लो  ये तो तैयार है जैसे लेना हो ले लो तो दीपा अपने चूतड़ो को खासकया और अपनी चूत को मेरे लण्ड के पास लाइ और अपने बुर को मेरे लण्ड के सुपाड़े से टिका दिया तो मैं थोड़ा सा अपने चूतड़ो को खिसकाया और लण्ड को दीपा कि बुर के पास टिकाया और लण्ड को घुसाने लगा  पर दीपा कि चूत में लण्ड का सुपाड़ा नहीं घुसा तो मैंने दीपा को फिर से लिटा दिया और बुर में हल्का से आवले का तेल लगाया और बुर को खूब  चिकनी कर दिया और दीपा कि दोनों टांगो को फैला दिया और कई बार दीपा कि बुर के ऊपर लण्ड को पटका दीपा कि तरह भभकने लगी और बोली ''डाल दो यार क्यों तड़पा रहे हो '' तो मैंने धीरे धीरे लण्ड के सुपाड़े को घुसेड़ने लगा दीपा कि बुर खूब टाइट थी थोड़ा सा लण्ड सुपाड़ा घुसा तो दीपा हलके से कराही तो मैं रुक गया और एक ढक्कन तेल निकाला और आधे घुसे सुपाड़े और बुर के बीच में डाल दिया तेल बुर के आसपास फ़ैल गया तो उगली से कुछ तेल बुर के अंदर डाल दिया और लण्ड को धीरे धीरे पूस  करते हुए डालने लगा जब आधा लण्ड घुस गया तो दीपा
दीपा इस मेरे  ऊपर चढ़ कर लेट गई
बोली  बस करो यारा इतने में काम चल जाएगा और इतना कह कर मुझे अपनी तरफ खीच लिया तो मैं दीपा के ऊपर पूरा बजन रखे बिना लेट गया अपने दोनों हाथो को दीपा के अगल-बगल बिस्तर में और दोनों घुटनो के बिस्तर में टिका कर हलके हलके झटके  मारने लगा दीपा कि चूत में दीपा को मजा आने लगा तो एक बार पूरा का पूरा लन्ड घुसेड़ दिया दीपा जोर से चीखी तो मैंने दीपा के मुह में हाथ रख कर चीख को रोक लिया और प्यार से किस करने लगा तो कान में धीरे से बोली बहुत निर्दई हो आप  इस तरह से नहीं करते तो मैंने कहातुम हो ही इतनी सुन्दर कि मैं रोक नहीं पाया और घुसेड़ दिया तो फिर बोली अब तो घुस गया पूरा और फिर मैं दीपा को किस करते हुए झटके मारने लगा लण्ड के दीपा बड़े प्यार से चुदाने लगी , चुदाते चुदाते अचानक दीपा मेरे ऊपर चढ़ कर लेट  गई 




दीपा सिंह कि मस्त चुदाई की मुख्य भाग अभी बचा है जरुर पढ़ो 
 ----क्रमशः 

मेल से प्राप्त सत्य  कहानी 

Saturday, 15 March 2014

दोस्त की बीबी को नाशिक में चोदा - पार्ट 2


       
मेरी बीबी रीता ऐसी ही लगती है
  नाशिक से आने के एक दिन बाद  मेरी बीबी ने कहा कि मोबाइल कि रिंगटोन बदल दजिए तो मैं रिंगटोन बदलने लगा आगे के रूम में और बीबी नहाने चली गई तो रिंग टोन  सर्च करते करते मेरी बीबी और मेरे दोस्त कि गन्दी गन्दी बाते सुन लिया जो फोन में रिकार्ड थी मेरी संका पक्की निकली मैंने ऐसे कई रिकार्ड सूना दोस्त और मेरी बीबी कि मैं उन  सभी रिकार्ड को ब्लूटूथ से अपने मोबाइल में ले लिया पर ये बात बीबी को पता नहीं चलने दिया।       


अगले दिन ही मैं दोस्त के घर गया जब ओ बैंक चला गया जाते ही नीलिमा से लिपट गया और नीलिमा को किस किया उसके बूब्स को दबाया फिर आगे के रूम में बैठकर बाते करने ,तो देखा कि टेबल पर दोस्त का मोबाइल रखा जो उसने उस दिन जल्दी जल्दी में घर ही छोड़ कर चला गया था  मैं उसके  मोबाइल के फोटो देखने लगा जिसमे कुछ फोटो  मेरी बीबी के भी थे नाशिक के हास्पिटल के रूम के पर ओ फोटो आपत्तिजनक नहीं थे फिर भी मुझे संका हुई तो मैं उसकी हाइड कि गई फाइलो को चेक करने लगा तो पासबर्ड माग रहा था तो मैंने नीलिमा से पासवर्ड पूछा तो नीलिमा ने बताया कि मेरी जन्म तारीख होगी मैंने ट्राई किया पर पासवर्ड गलत निकला तो मैंने मेरी बीबी का नाम डाला तब भी गलत निकला इस तरह से कई पासवर्ड डाला सभी गलत निकले तब मैंने मेरी  बीबी का नाम और डेट ऑफ़ बर्थ ''reeta181272'' डाल  कर देखा तो पासवर्ड सही निकला और उसके सैमसंग एंड्राइड मोबाइल में मेरी बीबी कि बहुत सी फोटो मिली कुछ फोटो तो बिलकुल नंगी थी मैं फोटो  को देखा तो बहुत गुस्सा आया पर फिर अपने आप को  समझाया कि जब मैं दोस्त की बीबी  के साथ शारीरिक संबध बना सकता हु तो उसने भी मोके का फायदा उठाया जब मैं मोबाइल को और गहराई  से चेक किया तो कई वीडिओ मिले जो दोस्त ने रीता कि चुदाई करते समय बना लिया था मैंने पहले वीडिओ को देखा फिर नीलिमा को दिखाया तो नीलिमा बोली ये तो होना ही था नीलिमा  ने कहा कि मुझे तो बहुत पहले से ही संका थी कि इन दोनों का चक्कर है, उस दिन रीता दी जान बूझकर बीमार पडी थी फिर मैंने नीलिमा को बोला कि  इसे मैं मेरे मोबाइल में  लेता हु तो नीलिमा बोली ले लो पर रीता दी से झगड़ा नहीं करना तो मैंने वोला टीक है नहीं करुगा  मैंने नीलिमा से उसका लैपटाप मागा और उसमे चिप रीडर लगाकर चिप से सभी फोटो और वीडिओ को अपने मोबाइल में ले लिया और दोस्त कि चिप से सभी वीडिओ और फोटो को हटा दिया और वापस उसके मोबाइल में चिप लगाकर नीलिमा को दे दिया नीलिम को किस किया और घर आ  गया उसी दिन मैंने मेरी पत्नी से बोला कि उस दिन नाशिक में डाक्टर ने रात में भी इंजेक्सन लगाया था क्या तो बीबी ने मना कर दिया और बोली नहीं तो रात में कोई इंजेक्सन नहीं लगाया था डाक्टर ने तो मैं हॅसते हुए बोला अच्छा डाक्टर ने नहीं लगाया तो फिर बिना इंजेक्सन के टीक हो गई तो बोली हां डाक्टर ने टेबलेट दिया था और बाटल में इंजेक्सन लगा दिया था बस उससे टीक हो गई तो मैंने हॅसते हुए बोला सच में और नहीं लगवाया इंजैकसन तो फिर ओ मेरी तरफ संका भरी निगाहो से देखी और बोली , आप ये बार बार क्यों पूछ रहे है तो मैं हॅसते हुए टाल दिया | और रात में चुदाई का प्रोग्राम बनाया तो बीबी आनाकानी करने लगी बोली तबियत टीक नहीं है पर मैं एक नहीं सुना और तैयार कर लिया चुदाई के लिए और रीता के एक एक करके सभी कपडे उतार कर कर लिया और रीता के एक एक अंग को किस करने लगा रीता के सरीर में खासकर चूत के पास जांघो में , चुचियो के नीचे , चूतड़ो पर , कमर के नीचे कई जगह पर लाल लाल निसान  पड़े हुए थे मैंने उस निसान के बारे में रीता से पूछा  रीता आनाकानी करने लगी मैंने सोचा अभी इसे ये  दिखा दू जिससे ये बदले नहीं , ये नहीं कहे कि आपने ये निसान बनाये किस करके फिर मैंने रीता को चुदाई के लिए खूब गरम कर लिया और रीता के ऊपर चढ़ गया और चोदने लगा जब रीता खूब गरम पड़ गई अपने मुह से उउउउउउऊ ऊऊ ऊऊ आआआ आ आआ स्स्स् स्स्स्स्स आआअ आआ आआआ आआ आ
मेरी बीबी कि चुचिया ऐसी ही बड़ी बड़ी है
ह्हह्ह ह्हह् हह्ह कि आवाज निकालने लगी अपनी आँखे बंद कर लिया चुदाई करते करते तो लण्ड के झटके मारना बंद कर दिया और निसान के बारे में पूछने लगा तो रीता  कुछ नहीं बोली और बेड पर तड़पने लगी मछली कि तरह पर मैं रीता को तड़पाने के मूड में था थोड़ा झटके
मारता और फिर बंद कर देता रीता मेरे कमर के नीचे हाथ लगाकर अपने हाथो से मेरे नितम्बो को आगे पीछे करने लगी पर मैं रोक लेता बीच बीच में तो ओ तड़पने लगती फिर मैं उससे नाम पूछता पर रीता नाम बताने को तैयार नहीं थी बार बार कुछ नहीं कहती और मेरे चूतड़ो को हिलाती पर मैं नहीं हिलाने देता चूतड़ो को पर मैं भी तड़पाते रहा आखिर में रीता हार मान गई और बोली ''निशा के पापा के ''[नीलिमा कि लड़की का नाम है निशा] तब मैंने जल्दी जल्दी झटके मार कर रीता को ठंढी कर दिया रीता हफ्ते हुए बेड पर बेसुध होकर लेटी रही फिर जब ओ पूरी तरह से रिलेक्स हो गई और कपड़ा पहनने लगी तो फिर से मैंने बोला ये निसान देख लो तो बोली हां देखा है बाद में बताउगी फिर जब रीता कपडे पहन कर लेट  गई तो मैंने उससे पूछने
लगा तो टालने तब मैंने उससे बोला बताओ ना यार कैसे किया निशा के पापा ने तुम्हारे साथ तो फिर से बहाने बनाने लगी तो मुझे गुस्सा आ गया और जोर से चिल्लाकर पूछा बताती हो या दू एक थप्पड़ तो रीता डर गई और बोली चिल्लाइए नहीं बच्चे जाग जायेगे तो मैंने बोला बताओ फिर तो रीता बोली बता दुगी अभी तो सो जाओ तो मैंने बोला नहीं बताओगी पर मैं  सब जान गया हु और  इतना कहकर रीता को ओ आवाज ,फोटो व वीडिओ दिखा दिया ओ ये सब देखसुन कर सर्म से गड़ गई उसके मुह से कुछ आवाज ही नहीं निलकी फिर मैंने उसे समझाया कि चल तूने कर लिए तेरे मन कि अब तो बता दे क्यों किया ऐसा तब रीता रोने लगी और सारी बात बताई |  

~~ होटल  में मेरे दोस्त ने भी मेरी बीबी को चोदा ~ कैसे~~ 



रीता ने बताया कि जब आप नीलू के [रीता नीलिमा को नीलू कहती है ]कपडे बदलवा रहे थे टावेल के ओलट  में तब निशा के पापा और मैं आ गए थे प्रशाद लेकर पर आपको और नीलू को  देखे तो गुस्सा होकर आपके पास आ रहे थे तब पकड़ कर वापस ले गई और मंदिर में लाइन  लग गए दर्शन के लिए जब आपका फोन आया तो हम दोनों लाइन में लगे थे और बाते कर रहे थे मैं निशा के पापा को समझाया प्यार से, तो मान गए और मेरे बूब्स को दबा दिया भीड़ में और कान में धीरे से बोले 'भाभी मोका दो ना आज रात में ' और बहुत सी बाते किया जिसमे निशा के पापा ने बताया कि आपके और निशा के बीच गलत संबध है ये सुनकर मुझे बहुत दुख लगा तब मैंने मन ही मन प्लान बना लिया निशा के पापा के साथ चुदवाने का क्योकि मुझे मोटे पुरुष ज्यादा अच्छे लगते है और तभी हम दोनों ने बीमारी का प्लान बनाया और जब आप दोनों आये तो उस समय निशा के पापा का गुस्सा शांत हो गया दर्शन करने के बाद जब आप नाशिक के द्वारिका प्यूरी में होटल में रूम देखने गए थे तभी निशा के पापा ने हास्पिटल के बारे में पूँछ लिया था और मैं खाना खा कर बीमार होने कि नाटक किया और मैं हास्पिटल में भर्ती हो गई,आप जब तक आये तब तक निशा के पापा से डाक्टर को समझा लिया प्राइवेट रूम में भर्ती करने के लिए और आपको घर भेजने का प्लान भी निशा के पापा का ही था तब मैंने रीता से पूंछा कि तुम्हे या उसे [दोस्त का  नाम लिया] हम दोनों पर संका नहीं हुई कि हम दोनों भी तो अकेले अकेले रहेगे होटल मे कुछ भी कर सकते है तो रीता ने बताया कि निशा के पापा को आप दोनों के ऊपर तो बहुत दिनों से संका है ओ तो ये भी जान  गए है कि आपमें और नीलू के बीच गलत संबध बन चुके है ये बात जान कर मुझे आप पर बहुत गुस्सा आया इस लिए मैंने भी सोच लिया  कि जब आप पराई स्त्री के साथ  मजे ले सकते है तो मैं भी पराये पुरुष के साथ मजा क्यों नहीं लू ये सोच कर मैं निशा के पापा के साथ चुदाई को लेकर रोमांचित हो गई | इतना सब कुछ रीता ने बता दिया तो मैंने रीता से पूछा कि हास्पिटल में क्या क्या हुआ , तो रीता बोली आप सुन नहीं पायेगे रहने दीजिये तब मैंने रीता को बोला कि मैंने तो तुम्हारी सभी वीडिओ देख लिया है अब क्या बचा फिर भी तुम्हारे मुह से सुनना चाहता हु तो रीता ने फिर से बताना सुरु किया ~~~ ''आप जब होटल चले गए तो डाक्टर को बुलाकर निशा के पापा ने स्लाइन को निकलवा दिया और जब डाक्टर चला गया तो निशा के पापा दरवाजा बंद कर लिया और मुझे किस करने लगे तब मैंने उन्हें बोला यहाँ मजा नहीं आयेगा कही होटल में चलते है तो निशा के पापा मान गए और हास्पिटल से छुट्टी करवाकर पास के ही होटल में हम दोनों रात में 12 बजे चले गए , हमारे पास कोई सामान नहीं होने से होटल वाले ने निशा के पापा का ड्राइविंग लाइसेंस और बैंक का आई कार्ड देखकर बड़ी मुस्किल से सुबह 8 बजे तक के लिए एक AC रूम दिया 1500 रुपये में हम दोनों वहा रात में रुक गए और फिर रात भर निशा के पापा ने परेसान किया'' इतना बताने के बाद रीता रुक गई तो मैंने फिर से रीता से बोला ''आगे बताओ ना'' तो रीता बोली ''मुझे सरम आ रही है कैसे बताऊ''  तो मैंने गुस्से से बोला ''रात भर 'गाण' मरवाया गैर मर्द से तब सरम नहीं आई और अब सरम आ रही है'' तो रीता सकपका गई मेरे गुस्से को देखकर तब मैंने बोला ''बताओ ना'' तो बोली ''बताउगी पर आप कसम खाओ गुस्सा नहीं होगे'' तब मैंने रीता से बोला तुम्हारी कसम नहीं करुगा गुस्सा बताओ जैसे जैसे चुदवाया है वैसे वैसे बताओ बिना संकोच किये तो फिर से रीता बोली पक्का आप गुस्सा नहीं होगे तो मैंने रीता के सर पर हाथ रखा और कसम खाया तो रीता बताने लगी | 
                                  
होटल का रू १००% ऐसा ही था
हम  जैसे ही कमरे के अंदर हुए निशा के पापा ने दरवाजा लगा दिया और मुझसे लिपट गए और मुझे किस करने लगे और मेरे बूब्स को दबाने लगे मैं भी उन्हें किस करने लगी तो ओ मुझे बेड पर बैठा लिया और बगल में बैठकर मेरे ब्लाउज और ब्रा का हुक खोल दिया और मेरे बड़े बड़े बूब्स को चूसने लगे तो 2 मिनट बाद ही मैं चुदाने  के लिए तड़प उठी और उनके पैंट के ऊपर से ही उनके लण्ड पर हाथ घुमाने लगी ओ मेरे बूब्स को बेतहासा चूसे जा रहे थे मेरे जिस्म में आग सी जलने लगी ओ मेरे जीभ को चूसने लगे तो मैं भभक भभक कर जलने लगी मुझे उनके लण्ड के बौछार कि जरुरत पड़ने लगी मैं उनकी पैंट के जीप खोल दिया और चढ्ढी के अंदर से लण्ड को पकड़ कर खिलाने लगी तो ओ उठे और अपने सारे कपडे निकाल कर नंगे हो कर खड़े हो गए मेरे सामने  तब मै
उनके मोटे और लम्बे लण्ड को देखकर कर रोमांचित हो गई उनका लण्ड ऊपर कि और हल्का सा उठा  हुआ फनफना रहा था मैंने उगली से लण्ड को हिलाया तो ओ टस से मस नहीं हुआ इतना कड़क पड़ गया था,तब ओ मेरी दोनों टांगो को पकड़ कर फैला दिया और अपने मोठे -लम्बे लण्ड को मेरी चूत में घुसाने लगेतो निशा के पापा लण्ड बड़े  मुस्किल से घुसा,लण्ड एक दम से  था मेरी चूत में फिर ओ खड़े खड़े अपने लण्ड को मेरी बुर में आगे -पीछे करने लगे मुझे बहुत मजा आ रहा था मैं बड़े प्यार से लण्ड के ठोकर खा रही थी  मिनट तक लण्ड कि ठोकर खाने के बाद मैं होने लगी और बिस्तर से उठकर बैठ गई तो ओ मेरी टांगो को छोड़ दिया और मुझे बिस्तर में ठेलकर खुद भी बिस्तर में आ गए और मेरे ऊपर चढ़ गए अपना लण्ड घुसेड़कर और जोर जोर से  झटके मारने लगे मैं उनके एक एक झटके में स्वर्ग कि सैर करने लगी मेरे मुह से उस समय उ आह आ आ आ आह आह आह आ आआआअ आअ ह्ह्ह सस्सी  स्स्स्स सीई ईईईईए ईईईईईए आआआआ आअ उउउउउ आआआ आआ ईईए आआआआआ आआआ आआ ईईए
उउउ उउउ ऊऊओ आआआ आआ ईईए आआआआआअ ईईए आआ आ आ
ह्ह्ह्ह ह्ह ह्ह्ह आआआ आअह्हह्हह्हह उइमा उइमा उइमा आ आ आ आआआ आह्ह्ह ह्ह्ह्ह ह्हह् हह्हह्ह स सस्स सस्स कि आवाज निकलने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था मैं मुह फाड़ फाड़ कर मजे से चुदाने लगी ओ झटके मार मार कर मुझे चोदने लगे मैं बिस्तर से बार बार  उठ जाती तो ओ मुझे फिर से लिटा देते और मुझे चोदते रहते लगातार 5 मिनट तक झटके खाने के बाद ओ और मैं एक साथ रिलेक्स हो गए और ओ हांफते हुए मेरे ऊपर निढाल होकर लेट गए मैं उन्हें प्यार से किस करने लगी पहली बार किसी गैर मर्द से चुदवाया बहुत मजा आया उनके लण्ड से निकला वीर्य मेरी बुर से बहने लगा तो मैंने उन्हें धक्का देकर अलग किया और जल्दी से बाथरूम में घुस गई ओ भी पीछे पीछे आये और पेसाब करने लगे उनका लण्ड अभी भी तना हुआ खड़ा थामैं उनके लण्ड को प्यार से चूम लिया और फिर हम दोनों बाथरूम से बाहर आ गए और नंगे ही बेड पर लेट गए बाते करते करते कब नींद लग गई पता ही नहीं चला सुबह तीन बजे जब मेरी नींद खुली तो निशा के पापामेरी चूत को चाट रहे थे मुझे बहुत अच्छा लगने लगा तब निशा के पापा मुझे बाथरूम में लेकर गए और वहा पर मेरे पुरे जिस्म पर साबुन लगाया और दोनों साथ नहाने लगे नहाते नहाते उनका लण्ड फिर से खड़ा हो गया मैं उनके लण्ड पर साबुन लगा कर लण्ड को फिर से तैयार कर लिया चुदाई के लिए और फिर निशा के पापा ने
मेरे दोस्त ने घोड़ी बनाकर खूब चुदाई किया मेरी बेबी की
बाथरूम में ही अपना साबुन लगा लण्ड पेल दिया और चोदने लगे तो साबुन के कारन जलन होने लगी चूत में तो मैंने उन्हें बताया तो ओ लन्ड को निकाल लिया और फिर दोनों एक दूसरे का साबुन धोकर बेड में आ गए आते ही निशा के पापा ने मुझे घोड़ी बना दिया मैंने तकिये के ऊपर मेरे सर को रख लिया और निशा के पापा घुटनो के बल खड़े हो गए और चोदने लगे इस पोजीसन में निशा के पापा लगातार 9 मिनट तक चोदते रहे मेरे चूतड़ो में हाथ घुमा घुमा कर मेरे मुह से बार बार 
उ आह आ आ आ आह आह आह आ आआआअ आअ ह्ह्ह सस्सी  स्स्स्स सीई ईईईईए ईईईईईए आआआआ आअ उउउउउ आआआ आआ ईईए आआआआआ आआआ आआ ईईए उउउ उउउ ऊऊओ आआआ आआ ईईए आआ आ आ आ अ ईईएकि आवाज निकलती रही पर जब तक मेरे बूब्स को नहीं दबाये मुझे किस नहीं करे मेरी जीभ को नहीं चूसे मेरे सीने पर अपना बजन नहीं रखे तब तक मुझे मजा नहीं आता इस लिए मैं पीठ के बल लेट गई और निशा के पापा मेरे ऊपर फिर से चढ़ गए और मेरे बूब्स को चूसने लगे मैंने उन्हें चूमने लगी और जोर जोर से झटके मारते रहे मैं बड़े प्यार से झटके खाती रही स्वर्ग के आनंद लेती रही बार बार मुह से ह आ आआआअ आअ ह्ह्ह सस्सी  स्स्स्स सीई ईईईईए ईईईईईए आआआआ आअ उउउउउ आआआ आआ ईईए आआआआआ आआआ आआ ईईए उउउ उउउ ऊऊओ आकि आवाज करने लगी निशा के पापा पूरी ताकत के साथ चोदने लगे कमरे में जोर जोर से फट फट कि आवाज रात में आने लगी और लगातार 5 मिनट तक झटके खाती रही मैंने मेरी चूत को अंदर कि तरफ खीच लिया लण्ड मेरी बुर से चिपक कर अंदर बाहर होने लगा मेरी आँखे बंद हो गई मैं उनसे जोर से चिपक गई ओ झटके मारते रहे मैं स्वर्ग कि सैर करती रही कि अचानक जमीन पर आ गई पर ओ अभी तक जोर जोर से चोदे जा रहे थे मुझे कुछ देर में ओ भी रिलेक्स होकर लेट गए मेरे ऊपर लण्ड डाले हुए फिर 5 मिनट बाद ओ मेरे ऊपर से उठे और मुझे किस करके बाथरूम में घुस गए मैंने भी उनके पीछे पीछे चली गई पेसाब किया और फिर आकर दोनों लेट गए और बाते करने लगे तब तक सुबह के 7 बज गए निशा के पापा बोले एक बार और चोदुगा भाभी आपको पर मैंने मना कर दिया क्योकि मेरी बुर दर्द करने लगी थी पर ओ नही माने और फिर से एक बार चोदने लगे मैं फिर से गरम पड़ गई और इस बार मैं उनके ऊपर चढ़ गई और मैंने उन्हें खूब चोदा ओ लण्ड खड़ा करके  लेट गए और मैंने उन्हें खूब देर तक चोदा उनके लण्ड पर अपने चूतड़ो को पटक पटक कर चोदा और दोनों एक साथ रिलेक्स होकर बाथरूम में नहाई  और फिर होटल से बहार आ गई ''

इतना सब कुछ रीता ने सुनाया तब तक रात के 2 बज गए मेरा लण्ड ये सभी बातो को सुनकर खड़ा हो गया तो मैंने फिर से रीता को चोदना सुरु कर दिया और बोला दोस्त से ज्यादा मजा दुगा रीता ने बड़े प्यार सेचुदाया और फिर दोनों सो गए | 

अब तो जब भी इच्छा पड़ती है नीलिमा को उसके घर में ही चोदने चला जाता हु पर जब मेरी रात में ड्यूटी रहती है तो मेरा दोस्त रात में घर आ जाता है मेरी बीबी कि चुदाई करने ,अब एक दूसरे को ये सब पता चल गया अब हम दोनों जब भी साथ बाहर घूमने जाते है आपस में बीबियो को बदल लेते है और जिंदगी के मजे लेते रहते है | मैंने भी नीलिमा कि कई वीडिओ बना लिया है चुदाई कि अपने मोबाइल में |



Thursday, 13 March 2014

शीघ्रपतन की समस्या से ऐसे पाएं छुटकारा

शीघ्रपतन ऐसी समस्या है, जिससे अधिकांश पुरुष कभी न कभी अपने जीवन में प्रभावित रहे ही हैं। हालांकि इससे ज्यादा बड़ी समस्या ऐसे पुरुषों का चुप रहना और अंदर ही अंदर घुटना है। एक सर्वे के अनुसार तीन में एक आदमी शीघ्रपतन की समस्या से ग्रसित हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो पढ़ें अपने 'काम' की खबर और जानें कैसे पा सकते हैं इस पर फतह...

हस्थमैथुन: सेक्स से एक घंटे पहले हस्थमैथुन करना शीघ्रपतन से निजात पाने का सबसे अच्छा तरीका है। ऐसा करके बेड में आप अपने परफ़ॉर्मेंस को और लंबा खींच सकते हैं।

संभोग से ज्यादा फोरप्ले पर ध्यान: जल्दबाजी न करें। कोई भाग तो नहीं रहा है, न आप, न आपकी पार्टनर। फिर काहे की जल्दबाजी! संभोग से पहले कम से कम 15 मिनट तक फोरप्ले करें। इस तरह न सिर्फ आप शीघ्रपतन पर काबू कर पाएंगे, बल्कि अपनी पार्टनर को भी संतुष्ट कर सकें


केगल एक्सर्साइज़: इस एक्सर्साइज़ के करने का फायदा सिर्फ महिलाओं को ही नहीं है, बल्कि प्युबोकॉकसिजिअस मसल को मजबूत करने के कारण यह आपके लिए भी फायदेमंद है। दरअसल प्युबोकॉकसिजिअस मसल ऑर्गेजम के समय कॉन्ट्रैक्ट करता है और दिन में 2-3 बार केगल एक्सर्साइज़ करने से आप शीघ्रपतन का पतन कर सकते हैं।

स्क्वीज़िंग टेक्नीक को अपनाएं: संभोग के समय जब आपको लगे कि स्खलित होने वाले हैं, तभी अपने लिंग को बाहर निकाल लें और उसके अगले हिस्से को लगभग 30 सेकंड के लिए दबा कर रखें। इसके बाद फिर से सेक्स करें। इससे शीघ्रपतन से छुटकारा और आपके पार्टनर को संतुष्टि दोनों ही मिल जाएगी। 

Monday, 3 March 2014

महिलाओं के लिए सेक्स के छिपे फायदे

महिलाओं के लिए सेक्स करने के कई फायदें है। क्या आप जानते हैं कि सेक्स करने से उनका वजन घटता है, स्किन की चमक बढ़ती है और दिल की बीमारियां भी नहीं होती। आगे पढ़िए कि आखिर महिलाओं के लिए सेक्स जरूरी क्यों है और इसके फायदे क्या हैं...

1. दर्द से मुक्तिः सेक्स दर्द का नैचरल इलाज है। सेक्स करने से ऑक्सीटॉसिन रिलीज होता है, जो दर्द को कम करता है। इसलिए सेक्स करने से सरदर्द से छुटकारा मिल जाता है और दर्द से आपको मुक्ति मिलती है।

2. हेल्थी स्किनः डीएचएक नामक हॉर्मोंस एक ऐसा कंपाउंड है जो शरीर में ऑर्गेजम के दौरान रिलीज होता होता है। यह कंपाउंड स्किन को बेहतर बनाने, मुंहासे से लड़ाई करने और स्किन की चमक बढ़ाने के लिए आवश्यक होता है।


3. कैविटीज से सुरक्षाः सीमेन में जिंक और कैल्सियम होते हैं। सेक्शुअल ऐक्ट के दौरान सीमेन के मिनिरल्स को शरीर अवशषित कर लेता है, जो कैविटीज से सुरक्षा में काम आता है।

4. सर्वाइकल कैंसरः पुरुषों में इजैक्युलेशन प्रोस्टेट कैंसर से बचाता है जबकि महिलाओं को इजैक्युलेशन सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। सेक्स के बाद ऑर्गेजम तक पहुंचने की प्रक्रिया महिलाओं को सर्वाकल कैंसर से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है।

5. तनावः तनाव अक्सर लोगों को अपना शिकार बना लेता है। इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय है सेक्स। सेक्शुअल इंटरकोर्स आपको तनाव और डिप्रेशन से बचाता है क्योंकि सेक्स करने से ऑक्सीटॉसिन रिलीज होते हैं जो तनाव के लिए जिम्मेदार होते हैं।

6. अच्छी नींदः सेक्स नींद बढ़ाता है और ऑक्सीटोसिन रिलीज करता है, जिससे नींद आने लगती है। यही कारण है कि सेक्स के तुरंत बाद पुरुष सो जाते हैं।

7. इम्यून सिस्टमः कमजोर इम्यून सिस्टम होने से बीमारियों से पीड़ित होने का खतरा बढ़ जाता है। अपने इम्यून सिस्टम को बिना किसी साइड इफेक्ट के बेहतर बनाने का सबसे अच्छा तरीका है सेक्स। इंटरकोर्स के दौरान शरीर से डीएचईए नामक हॉर्मोंस निकलता है जो बॉडी के इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।

8. दिल की बीमारीः दिल की बीमारी भारतीयों में बहुत आम है। लेकिन सेक्स से दिल की बीमारी से बचा सकता है। नियमित रूप से सेक्स करने वाले में दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है।

9. ब्लड सर्कुलेशनः सेक्शुअल इंटरकोर्स आपके शरीर में ऑक्सीजन और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। अच्छे ब्लड सर्कुलेशन से अच्छी हेल्थ मिलती है।

10.वजन घटाइएः सेक्स करने से आपकी कैलरीज बर्न होती हैं और आपका वजन घटता है। सेक्स एक कॉर्डियो एक्सरसाइज है, जिससे प्रति घंटे 170 कैलरीज बर्न होती है।

11. मेटोबॉलिजम बढ़ता हैः सेक्स आपके हार्ट रेट और सर्कुलेशन को बढ़ाता है। जो शरीर के मेटाबॉलिजम को बेहतर बनाता है। सेक्स से शरीर में कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा घटती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा काम हो जाता है।

12. शरीर की खूबसूरती बढ़ाता हैः कई तरह की सेक्स पोजिशन अलग-अलग मांसपेशियों के समूह को मजबूत बनाते हैं , जो शरीर की खूबसूरती बढ़ाने में काम आती है।

13. वर्कआउटः क्या सेक्स करने के बाद आप पसीने से तरबतर हो जाते हैं? क्या सेक्स के बाद आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है? क्या आपकी मांसपेशियों में सेक्स के हाद हल्का दर्द होता है? अब याद करिए कि जिम में वर्कआउट के बाद भी आपकी हालत ऐसी ही होती है। मतलब सेक्स एक तरह का एक्सरसाइज है, जिससे आपका वजन घटता है और शरीर खूबसूरत बनता है।

14. इससे आप सेक्सी महसूस करते हैं: सेक्स आपकी फिटनेस और हेल्थ को बढ़ाता है। यह रोजमर्रा की बीमारियों से लड़ने में मदद करता है और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाकर आपको फिट रखने में मदद करता है। साथ ही सेक्स कपल को भावनात्मक तौर पर जोड़ता है। इसलिए नियमित रूप से सेक्स करना जरूरी है।

Sunday, 2 March 2014

ऐसे करें सेक्स में पैरों का इस्तेमाल

आपको शायद पता न हो, मगर हमारे शरीर का प्रत्येक अंग सेक्स के दौरान हमारे प्लेजर को बढ़ाने में मदद करता है। हमारे पैर भी कुछ ऐसे ही हैं। सेक्स के दौरान पैरों का सही इस्तेमाल हमारे प्लेजर को कई गुना बढ़ा सकता है। आइए जानें कैसे?

पैरों को मोड़ लें
जब आपका पार्टनर आपके उपर हो तो पैरों को अपने सीने की तरफ खींचे। ऐसा करने से आप दोनों को काफी सुविधा होगी और उन खास पलों के दौरान इंजॉय भी ज्यादा करेंगे।

एक पैर उपर करें

मिशनरी पोज में सेक्स करते हुए अपने घुटने को अपने सीने की तरफ लाएं। ऐसा करेंगी तो आपके पार्टनर के आपके जी-स्पॉट को हिट करने के चांसेज कई गुना बढ़ जाएंगे।

उनकी जांघों के इर्द-गिर्द
खड़े-खड़े सेक्स करना हो सकता है कभी-कभी इंजॉयमेंट देता हो, मगर हम और आप जानते हैं यह कितना कठिन भी होता है। अगर इस पोजिशन का इस्तेमाल कर रहीं हों तो अपने पैरो को उनकी जांघों के इर्द-गिर्द उलझा लें और एक खूबसूरत अहसास का मजा लें।

राइज ऐंड शाइन
यह सबसे आसान और मजेदार पोजिशन है। बस अपने पीठ के बल लेट जाइए और जैसे ही वह आपके अंदर एंटर करने वाले हों, अपने पैरों को उनके उपर से दूसरी तरफ ले जाइए। इस तरह से आप उनको गाइड भी कर सकती हैं।

अपनी जांघों का इस्तेमाल करें
आखिर कौन है जो लैप डांस के लिए मना कर सकता है? लड़के तो इस पोजिशन के लिए पागल होते हैं। बस एक चेयर पर दोनों फेस-टू-फेस बैठ जाइए, और आप अपना हाथ चेयर की बैक पर टिका दीजिए। फिर उनको पूरी तरह से अपने पैरों में जकड़ लीजिए और एक कमाल के अहसास को महसूस कीजिए।

पैरों को फैलाएं भी
हां, सेक्स को दौरान आपको अपने पैरों को फैलाना ही पड़ता है, पर क्या आपने कभी डॉगी पोजिशन ट्राइ करने के दौरान ऐसा किया है? अगली बार जब आप इस पोजिशन को ट्राइ कर रहे हों तो अपने पैरों को हल्का सा और फैला लीजिएगा।

पैरों के इशारे
आपके पैरों को सही तरकी से फैलाने की एक सिंपल सी हरकत भी उनको काफी अट्रैक्ट कर सकती है। यह उनको इन्वाइट करने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। जब हो आपकी तरफ देख रहे हों तो अपने पैरों के मूवमेंट से आप उन्हें अपनी तरफ आसानी से खींच सकती हैं।

सेक्सी स्टॉकिंग्स करें कमाल
अपने पैरों पर सेक्सी स्टॉकिंग्स चढ़ाएं और फिर देखें उनका कमाल। जब वो आपको देख रहा हो तो अपनी स्टॉकिंग्स को इस तरह उतारें को उनका मन मचल ही जाएं।

बटरफ्लाई पोजिशन
ओरल सेक्स के दौरान यह पोजिशन आपका प्लेजर कई गुना बढ़ा सकती है। बस जैसे ही वह आपके नीचे की तरफ जाएं, अपने पैरों को हल्का सा फैला लें।

क्लीन फिनिश
यह मूव सबसे आसान और सबसे सही भी है। मिशनरी पोजिशन के दौरान ज्योंही आप अंजाम तक पहुंचने वाली हों, अपने पैरों को खुला छोड़ दें। इस मूव से आपको दोगुना प्लेजर मिलेगा। 


दोस्त की बीबी को नाशिक में चोदा

नीलम पौचोरी ऐसी ही लगती है
मैं और मेरा दोस्त  दोनों बहुत अच्छे दोस्त है एक दूसरे के घर आना जाना भी  खूब होता है | दोस्त कि बीबी [नीलम
 पौचोरी] के साथ खूब हंसी मजाक होता है , होली पर एकात बार दोस्त कि बीबी को तबियत से रंग लगाया है छीना -झपटी में नीलमा के बूब्स को भी दबाया है तब नीलिमा ने ज़रा सा भी बुरा नहीं माना  था तब से मैंने सोच लिया था कि मोका मिलने पर इसकी गदराई जवानी का रस पी सकता हु , नीलिमा मेरे दोस्त कि दूसरी बीबी है नीलिमा कि उम्र लगभग 35 साल के आसपास होगी दोस्त कि उम्र 45 साल है , मैं दोस्त से उम्र में तीन साल का  छोटा हु लंबा कद गोरा रंग हट्टा -कट्टा ज्यादा जवान और स्मार्ट लगता हु , नीलिमा आधुनिक बिचारो की खूबसूरत पढ़ी लिखी कवि  महिला है नीलिमा का फीगर बहुत अच्छा है एक लड़की होने के बाद भी नीलिमा फिट है नीलिमा 30 - 32  की  ब्रा पहनती है | जबकि मेरी बीबी कुछ मोटी है 34-36 साइज़ कि ब्रा पहनती है पर है बहुत सुन्दर आज भी किसी
मेरी बीबी ऐसी ही सेक्सी लगती है सलवार सूट में

नौजवान को आक्रशित कर लेती है कैसे हुए स्तन है पेट ज्यादा बाहर नहीं निकला हुआ है , जब मेरी बीबी स्पंज वाली ब्रा ,सलवार - सूट और लेगी के साथ पहन लेती है तो  बड़े बड़े बूब्स बहुत ही सेक्सी लगते है मैं जब भी दोस्त के  पति पत्नी के साथ तो मेरा दोस्त मेरी बीबी के ऊपर लार टपकाता है , नीलिमा और मेरी बीबी में भी खूब दोस्ती है | मेरा दोस्त स्टेट बैक में जाब करता है , जबकि मैं एक फैक्ट्री में वर्क मैनेजर हु मेरी ड्यूटी सिफ्ट में चलती है | 
              बात उस समय कि है जब मैं अप्रैल 2012 में नाशिक स्थित  त्रयंबकेश्वर शिव मंदिर के दर्शन के लिए दोस्त के साथ फेमली सहित गया था, हम रास्ते में खूब हंसी मजाक करते हुए साम को 5 बजे त्रयंबकेश्वर पहुच गए अपनी स्वेम कि कार से । वहा के कुंड में नहाने की प्रथा है , मेरी पत्नी को सफ़र में वोमटिङ होती है  उसने नहाने से  मना कर दिया ,दोस्त अपनी चढ्ढी -बनयान भूल गया था ,ओ बोला  नहीं है की नई लेकर आउ तो उसने भी मना कर दिया नहाने से इनके ये बाते जब तक चलती रही मैं तो सिर्फ चढ्ढी पहन कर कुंड में कूद गया और नहाने लगा नीलिमा अपने लड़की को मेरी बीबी  कि गोद में दे दिया और बोली दीदी आप इसे सम्हाल लो तो मैं भी नहा लू तो मेरी बीबी ने कुंड में हाथ पाँव धोकर कुंड का  पानी अपने ऊपर छिड़क लिया और एक अंजुली पानी दोस्त के ऊपर भी छिड़क लिया और पवित्र हो गए ,फिर नीलिमा कि लड़की को लेकर कुंड के किनारे बैठ गई और नीलिमा सलवार -सूट पहनकर कुंड के अंदर आ गई और डुबकी लगा लगा कर नहाने लगी ,गर्मी के कारण पानी बहुत अच्छा लग रहा था हम दोनों [नीलिमा और मैं] मुस्किल से दो मिनट ही नहाये होगे कि दोस्त ने मेरी बीबी से बोला कि चलो भाभी प्रशाद ले लेते है जब तक ये दोनों नहा कर निकल आयेगे तो मेरी बीबी ने पूंछा कि जाउ मैं तो मैं बोला जाओ , मैं तो मन ही मन खुस हो गया और दोनों कुंड के किनारे घाट पर नीलिमा और मेरे कपडे एक टावेल को छोड़कर बाकी सामान लेकर दोनों चले गए प्रसाद लेने के लिए अब मैं मैं और नीलिमा ही कुंड में बचे बांकी खूब भीड़ थी कुंड में पर सभी अनजान चेहरे थे , मैंने नीलिमा को इशारा करके अपने पास बुलाया तो ओ आ गई तो मैंने नीलिमा का हाथ पानी के अंदर पकड़ लिया तो नीलिमा भी बड़े प्यार से मेरे हाथ को पकड़ लिया और दोनों आपस में हाथ पकड़ कर नहाने लगे एक साथ डुबकी लगाने लगे मैं पानी के अंदर नीलिमाँ के बूब्स को दबा देता नीलिमा को बुरा नहीं लगता एक बार मैंने नीलिमा को पानी के अंदर किस कर लिया तो बदले में उसने भी किस कर लिया ,हम दोनों पानी के अंदर 10 मिनट तक अठखेलिया  करते रहे पर मेरी बीबी और दोस्त अभी तक प्रसाद लेकर नहीं आये तो मैंने नीलिमा को बोला जाओ कपडे बदल कर आओ तब नीलिमा पानी से बाहर निकली तो उसका गीला पतला -गदराया हुआ माँसल जिस्म दिखाई देने लगा नीलिमा कि ब्रा और पेंटी दिखाई देने लगी जो वदन से चिपकी हुई थी , नीलिमा बाहर जाकर देखी कि कही भी कपड़ बदलने कि जगह खाली नहीं थी तो लौट आई तब मैंने पूछा कि कपडे क्यों नहीं बदला तो बोली कि सभी जगह पर भीड़ है लाइन लगाकर  खड़ी है बहुत सी लेडीज तो पानी से बाहर निकला और घाट के किनारे एक जगह पर कोने के दीवार के पास लेजाकर  लो कपड़ा तो बोली छि यहाँ  सभी देखेगे तो मैंने बोला कि मैं टावेल को फैला कर खड़ा हो जाता हु बदल लो तो ओ तैयार हो गई तब मैं टावेल फैलाकर खड़ा हो गया और ओ अपने कपडे बदलने लगी पहले उसने अपनी कुर्ती को उतार दिया मेरी तरफ पीठ करके , फिर ब्रा को उतार दिया ,नीलिमा कि मस्त गदराई हुई पीठ दिखाई देने लगी मैं देखने लगा तो नीलिमा बोली आप उधर घूम जाइये तब मैं दूसरे तरफ मुह कर  लिया तो उसने ब्रा पहन लिया फिर एक कुर्ती भी डाल लिया इसके बाद सलवार और पेंटी को भी उतार दिया पीछे घूम कर मैं उसकी चिकनी चिकनी चूतड़ो और जांघो को देखने लगा तो सरमाते हुए बोली आँखे बंद कर लो तो मैं आँखे बंद कर लिया और उसने पेंटी और लेगी पहन लिया और बोली अब आँखे खोल लीजिये तो मैंने आँखे खोल लिया  [जबकि मैंने आँखे प्यूरी बन्द ही नहीं किया था और उसके जिस्म को देख रहा था] नीलिमा वही पर एक किनारे बैठ कर बाल सवारने लगी तो मैं नीलिमा के कपडे लिया और उसे कुंड के बगल में बने एक और कुंड में कपडे को धो कर नीलिमा के पास रख दिया तो नीलिमा बोली आप कितने अच्छे पति है भाभी को बहुत  आराम देते है तो मैं कुछ नहीं बोला फिर नीलिमा अपने कपड़ो को एक पॉलीथिन के बेग में रख कर झोले में डाल लिया और बाहर आ गए प्रसाद कि दूकान में तो दोस्त और मेरी बीबी नहीं दिखाई दिए तो फोन किया तो बोले कि हम लाइन में लगे है आ जाओ तो नीलिमा और मैं उनके पास पहुँच कर लाइन में लग गए , खूब भीड़ थी धक्का मुक्की चल रही थी उस धक्का मुक्की में दोस्त और मेरी बीबी दोनों आपस में सट कर खड़े थे तब मैंने नीलिमा को इशारा किया तो नीलिमा मुस्कुरा दिया | हम सभी दर्शन करके मंदिर के बाहर आ गए 7 बजे तक उसके बाद कार से नाशिक आ गए रात में 8 बजे तक और नाशिक के द्वारिकापुरी में दो अलग अलग , अगल बगल कमरे में रुक गए दोनों कमरो के बीच में एक दरवाजा भी था आने -जाने के लिए 
नीलिमा का वदन आगे से 99 % ऐसी ही लगता  है 
[मैं जब भी कही जाता हु तो अपने साथ कंडोम और वियाग्रा के टेबलेट ले जाना नहीं भूलता हु] हम चारो ने एक साथ होटल में खाना खाये रात के 9 बजे तो कुछ ही देर में मेरी बीबी को हल्की हलकी वोमटिङ होने लगी तो बीबी ने कहा कि किसी डाक्टर के पास ले चलिए मुझे तो मैं होटल के काउंटर पर डाक्टर का पता पूंछा जो होटल से करीब 5 किलोमीटर शिर्डी रोड में था मैंने और मेरा दोस्त कार में बीबी को बिठाकर ले गए जब तक मैं कार पार्किंग कर रहा था तब तक मेरा दोस्त मेरी बीबी को डाक्टर के पास दिखाया तो डाक्टर ने कहा कि भर्ती करना पडेगा तो मैंने बीबी को प्राइवेट रूम में भर्ती कर दिया और दोस्त से बोला कि तू चला जा कार लेकर तो ओ बोला कि मुझे कार चलाना नहीं आता है , तो मैंने बोला चल मैं छोड़ देता हु तुझे तो ओ तैयार हो गया तो मेरी बीबी बोली दोनों चले जाओगे तो मैं अकेली डरूँगी तो मैंने बोला कि दोनों यहाँ रहेगे तो उधर नीलिमा अकेले डरेगी तो मेरी बीबी ने बोला कि आप चले जाओ आपको कार चलना आता है इनको [दोस्त का नाम लिया] यही छोड़ दो तो मैंने दोस्त से बोला तो ओ खुसी खुसी राज़ी हो गया , मैं तो मन ही मन खुस हो गया पर खुसी जाहिर किये बिना बीबी का एक किस लिया सर पर हाथ घुमाया और चला आया तब तक रात के 10 बज गए थे मैंने रास्ते में एक वियाग्रा कि टेबलेट खा लिया और होटल पहुच गया और नीलिमा के रूम का दरवाजा खटखटाया तो नीलिमा नाइट सूट पहने अंगड़ाई लेते हुए

नीलिमा इस तरह से कपडे पहने हुए अंगड़ाई लेते हुए दरवाजा खोला और मेरी तरफ मादक नजरो से देखा


दरवाजा खोला और मुझे देखकर चौक गई और बोली कि भाभी और ये [पति का नाम लिया] कहा है तो मैंने सब बता दिया तो ओ कुछ नहीं बोली , तब मैंने रूम कि चाबी माँगा तो चाबी दे दिया मैं रूम में आकर कपडे बदला और सोने कि तैयारी करने लगा पर मन में तो नीलिमा का सेक्सी जिस्म नाच रहा था मैं करवटे बदल ही रहा था  पर नींद नहीं लग रही थी तो मैंने नीलिमा के मोबाइल पर मिस काल दिया तो बदले में नीलिमा ने भी मिस काल दे दिया तो मैंने फिर से फोन लगाया और बोला कि नींद नहीं आ रही है  तो नीलिमा कुछ नहीं बोली और फोन काट दिया मैं कुछ देर में बीच के दरबाजे में दस्तक दिया तो नीलिमा ने दरवाजा खोल दिया मैं अंदर आ गया देखा कि नीलिमा कि लड़की सो रही है तब मैंने नीलिमा  को पकड़ कर किस कर लिया और बूब्स को दबा दिया तो नीलिमा बोली ये जाग जायेगी रहने दो ना तो मैंने बोला कि किस तुम्हे कर रहा हु ओ कैसे जाग जायेगी  इतना कह कर नीलिमा को  गोद में उठा लिया  और किस करने लगा तो ओ बोली नीचे करिये गिर जाउगी तो मैंने उसे नीचे कर दिया तो मेरी तरफ देख कर बोलती है कि आप तो  मुझे ऐसे उठा लिए जैसे कोई छोटी बच्ची हु तब मैं उसको किस करते हुए बिस्तर पर बैठ गया और उसे चूमने लगा और बिस्तर पर लिटा दिया और  लेट गया और हम दोनों कि चूमा चाटी चलने लगी इतने  नीलिमा कि लड़की जाग गई तो नीलिमा उसकी तरफ घूम कर उसे सुलाने लगी तो मैंने नीलिमा को
 बोला कि इसे सोफे पर सुला दो नहीं तो फिर से जाग
नीलिमा कि चुचिया  १००%  से ऐसी ही छोटी छोटी है बिना लटकी हुई 
जायेगी तो नीलिमा उठी और अपनी लड़की को सोफे पर सुलाने के लिए लड़की  के साथ लेट गई करीब 5 मिनट लड़की गहरी नींद में सो गई तो  मैं नीलिमा के पास गया और सोफे के पास बैठ कर नीलिमा की पीठ पर चूतड़ो पर कमर पर किस करने लगा नीलिमा के छोटे छोटे टाइट बूब्स को दबाने लगा बूब्स को दबाने तो नीलिमा सोफे से उठी और मेरे को किस करने लगी तो मैंने नीलिमा को गोद में उठा लिया और बेड पर लाया और  नीलिमा की गाउन,ब्रा पेंटी को उतार दिया और मैं भी
नीलिमा कि दोनों टाँगो को अपने कमर में डाल कर लण्ड पेल दिया
नंगा हो गया और नीलिमा को लिटा दिया बेड पर और उसकी जांघो को ,पीठ को ,पेट को किस करने लगा किस करते करते नीलिमा कि चूत को चाटने लगा तो नीलिमा बोली इसे मत चाटिये नहीं तो मैं 5 मिनट में ही ठंडी हो जाउगी तब मैंने नीलिमा से पूछा कि तुम्हे कैसा सेक्स अच्छा लगता है तो नीलिमा बोली कि खूब देर तक मेरी चूत में लण्ड कि घिसाई बहुत अच्छी लगती है आप जितना देर तक स्ट्रोक मारेगे  मैं उतना ज्यादा इंजॉय करुँगी ये [पति का नाम लिया] तो जल्दी से गरम करके 25-30 झटके मारकर मुझे झाड़ देते है और खुद भी रिलेक्स हो जाते है , तब मैंने बोला टीक है और नीलिमा को बिठा दिया और उसकी टाँगो  को अपने कमर कि तरफ दोनों तरफ डाल लिया और पकड़ कर खीच लिया और अपने खड़े लण्ड को नीलिमा कि चूत में पेल दिया , तो नीलिमा बोली कंडोम लगा लो अभी कल ही बाल धोया है [बाल धोया मतलब माहवारी बंद हुई] और नीलिमा तकिये के नीचे से कोहिनूर कंडोम निकाला और उसकी पेकिंग को फाड़ कर मेरे लण्ड  पर चढ़ाने लगी सुपाड़े कि चमड़ी खिसकाए बिना तो मैं नीलिमा से बोला कि इसको [लण्ड कि तरफ इसारा किया] नंगा करके कपड़े [कंडोम] पहनाओ तो बोली नहीं रहने दो ऐसे में ज्यादा देर तक रुकोगे और  चढ़ा दिया और  वापस से अपनी चिकनी मुलायम टांगो को मेरे कमर के बगल  में डाल दिया और लण्ड के पास आपनी चूत को ले आई तो मैं लण्ड को उसकी चूत में डाल दिया चूत नारमल थी ना तो ढीली और ही ज्यादा टाइट , मैं धीरे धीरे लण्ड को पेल दिया और  आगे पीछे करने लगा नीलिमा को किस भी करता ,नीलिमा के बूब्स को चूसता, नीलिमा बड़े मादक अंदाज में अपने चूतड़ो को आगे -पीछे करती अपने दोनों हाथो को बेड  रख कर चूतड़ो के झटके मारती ,मेरे लण्ड पर करीब 5 मिनट तक इसी  तरह से चुदाती रही नीलिमा पचौरी तब  मैंने नीलिमा को बेड के किनारे खीच लिया और मैं बेड के नीचे खड़ा हो गया
नीलिमा इस तरह से आँखे बंद करके मजे लिया 
और नीलिमा के दोनों टाँगो को अपने हाथो से  पकड़ कर ऊपर कर लिया और बड़े प्यार से हलके हलके चोदने लगा नीलिमा चुदाई  अपनी आँखे  लेती जब मैं झटका मरना बंद कर देता तो बेड पर तड़पने लगती  और अपने चूतड़ो को बेड पर इधर उधर घुमाने लगती अपनी चूत को कसकर अंदर कि ओर खींचती उठकर बैठ जाती और मुझसे चिपकने लगती,अपने होठो को चबाती बार बार आँखे बंद करती और  आए  आ आ आ आ आ अह अह अह अह आह आआआआआ आए सस्स सस आऐईए आई आई आई आ  या या या आ आ आ आह आह करती मैं झटके कि स्पीड बढ़ा दिया फट फट कि आवाजे  आने लगे रूम में तो नीलिमा बोली धीरे धीरे करिये ओ [लड़की कि तरफ इसारा किया ] जाग जायेगी तब मैंने नीलिमा को बोला कि चलो मेरे कमरे में  चलते है , तब नीलिमा को लेकर अपने रूम में आ गया बीच का दरवाजा  लगा  दिया पर 4 मिनट कि चुदाइ का मजा नहीं मिल पाया |

  रूम में आते ही नीलिमा की चूत को चाटने लगा नीलिमा 2  मिनट में ही फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गई तो नीलिमा को बेड पर लिटा दिया और दोनों टांगो को पकड़ कर उठा लिया और फिर से लण्ड पेल दिया और लण्ड के झटके देना सुरु कर दिया 3  झटको के बाद नीलिमा उठकर  लगी तो मैं उसकी चुचियो को ,ओठो को  चूसने लगा तो नीलिमा अपने दोनों हाथो को मेरे गले में डालकर मेरे सीने से चिपक गई फिर भी मैं धीरे धीरे चुदाई चालु रखा र्नीलिमा को बेड पर लिटाने लगा तो नीलिमा लेटने के जगह और  चिपक गई सीने से तो मैं नीलिमा के कमर में  डालकर उठा लिया और नीलिमा को हवा में झूला झुल्ला झूलाकर खूब तबियत से चूदाई  किया नीलिमा मेरे गालो को ,गले को , कंधो को जोर जोर से काटती यहाँ तक कि कंधे पर नीलिमा के दॉत के निसान आ जाते नीलिमा जोर जोर से अपने मुह से   आए   ओह ओह आह आह आह आह आ आ आ आ आ अह अह अह अह आह आआआआ आ आए सस्स सस आऐईए आई आई ओह आह ओह आह ओह आह   आई आ  या या या आ आ आ आह आह कि  आवाज निकलने लगी और जल्दी जल्दी अपने चूतड़ो को पटकने लगी इस पटका -पटकी में लण्ड बाहर  हो गया तो मैं जल्दी से नीलिमा पचौरी को बेड पर पेट  कि तरफ से लिटा दिया और लण्ड को पेलते हुए तबियत से झटके मारने लगा 2 मिनट तक कुछ झटके खाने के बाद नीलिमा ने अपने चूतड़ो को ऊपर उठा लिया और घोड़ी बन गई तब मैं घोड़े कि तरह पूरी ताकत से झटके मारने लगा बीच बीच में जब झटके  मारना बंद कर देता तो नीलिमा अपने चूतड़ो को आगे -पीछे करने लगती लगातार 5 मिनट तक  झटके खाने  के बाद मैंने  नीलिमा को पीठ कि तरफ  लिटा दिया और नीलिमा के  ऊपर चढ़ गया और फिर नीलिमा को जोर जोर के झटके मार मार कर चोदने लगा नीलीमा बड़े प्यार से झटके खाती रही और ओह ओह आह आह आह आह आ आ आ आ आ अह अह अह अह आह आआआआ आ आए सस्स सस आऐईए आई आई ओह आह ओह आह ओह आह   आई आ  या या या आ आ आ आ ऊ आह्ह आह सी सी स्क् कि आवाज निकलती रही और  कुछ ही देर में ढेर हो गई दोनों एक साथ स्खलित हो गए घड़ी में देखा तो 11 बज गए थे हम दोनों एक साथ बाथरूम गए और फ्रेस होने के बाद एक साथ  नीलिमा के रूम में सो गए नीलिमा  अपनी लड़की को उठा कर अपने पास सुला लिया सुबह 5 बजे मेरी नींद खुली तो चुपके से एक वियाग्रा के टेबलेट फिर से खा लिया और नीलिमा के पास लेट गया और नीलिमा को किस करने लगा आधा घने के बाद तो नीलिमा भी जाग गई तो अपने  रूम के बाथरूम में ले गया दोनों नहाने लगे नहाते नहाते नीलिमा को बाथरूम में फिर से चोद दिया फिर दोनों नहा कर बाहर आ गये तब तक नीलिमा कि लड़की जाग गई मैंने मेरी बीबी को फोन किया तबियत का हाल चाल लेने के लिए तो ओ बोली कि टीक है अभी 8 बजे तक रूम पर आ जाउगी और 8 बजे मेरा दोस्त और मेरी पत्नी दोनों होटल आ गए एक ऑटो से दोनों बहुत खुस नजर आ रहे थे मेरी बीबी के चेहरे में कही से कही बीमारी के लक्षण नहीं दिख रहे थे | मुझे मेरी बीबी पर सक हुआ पर सक को मन में दबाये रखा और हम दोनों परिवार 9 बजे नाशिक से चल दिए रास्ते भर हँसी मजाक करते हुए , साम को 7 बजे घर  पहुच गए | 


सत्य कहानी का शेष भाग --दोस्त की  बीबी को नाशिक में चोदा पार्ट 2 में पढ़े

[दोस्त ने मेरी बीबी को कैसे चोदा  पार्ट 2 में पढ़े]



लेजी गर्ल्स के सेक्स पोजिशंस



हम जानते हैं कि एक बिजी दिन के बाद सेक्स को लेकर आपके मन में आलस आ ही जाता होगा, पर इसी लेजिनेस को मजे में बदला जा सकता है। कैसे? ये सेक्स पोजिशंस ट्राइ कीजिए और कमाल देखिए:

साइड बाई साइड
एक-दूसरे की तरफ चेहरा करके अगल-बगल लेट जाइए और उन्हें आराम से अपने अंदर आने दीजिए। इस सेक्स पोजिशन की सबसे अच्छी बात यही है कि आप इसमें अपने पार्टनर को हग कर सकते हैं, किस कर सकते हैं, और उसके साथ को सबसे अच्छे से महसूस कर सकते हैं। उनको और जोश में लाने के लिए अपने घुटनों को थोड़ा सा मोड़ लीजिए।

लैप डांस लव

अपने पार्टनर को चेयर या काउच पर बैठने दीजिए। अब उनकी गोद में बैठकर धीरे-धीरे फोरप्ले करना शुरू कीजिए। जैसे ही वे आपको जॉइन करें, अपने सर को उनके कंधे पर टिकाते हुए आराम से आगे बढ़ें। अपने हिप्स को आगे-पीछे करते हुए एक शानदार अनुभव का मजा लें।

स्पूनी स्टाइल
बिस्तर पर अपने पार्टनर की तरफ चेहरा करके लेट जाएं और अपने पार्टनर को खुद से खेलने दें। जैसे ही वे आपको जकड़ते हैं, आप उन्हें अंदर आने के लिए कह सकती हैं। हालांकि यह सेक्स पोजिशन कुछ ज्यादा असरदार नहीं होती, मगर आपको फिर भी अच्छा लगेगा।

लेजी डॉग
सिर्फ आलस की वजह से डॉगी स्टाइल को इग्नोर करना अच्छी बात नहीं है। लेजी डॉग पोजिशन में आने के लिए पेट के बल लेट जाइए और नीचे कुछ तकिए लगा लीजिए। उसके बाद अपने पार्टनर को खुद के अंदर आने के लिए कहिए। यह उन सबसे आलसी सेक्स पोजिशंस में एक है जिनमें आपको भरपूर प्लेजर मिलता है।

द लाइ ऐंड लाइफ
पीठ के बल आराम से लेट जाएं। फिर अपने एक पैस को उपर उठाकर उन्हें आराम से अंदर आने के लिए कहें। सारा कुछ उन्हें करने दें और आप आराम से इंजॉय करें।

बाथटब सेक्स
गर्म पानी से नहाने के बाद वैसे भी दिनभर की थकान गायब हो जाती है। और जब इसमें सेक्स का तड़का लग जाए, तो फिर इसके प्लेजर का पूछिए ही मत। अपने पार्टनर के साथ बाथटब में लेट जाए और उसे खुद को नहलाने दें। उसके हाथ आपके सारे शरीर को छुएंगे तो वैसे भी आपको अच्छा ही लगेगा। उसके बाद जैसे चाहें वैसे सेक्स का आनंद लें।

द रिवर्स स्पून
अपने घुटने को सीने की तरफ मोड़कर लेट जाएं और उन्हें अपने पीछे से खुद को जकड़ने के लिए कहें। इस सेक्स पोजिशन को आजमाने से पहले फोरप्ले का भी भरपूर मजा लें।

द लेजी मैन
अपने पार्टनर को भी एक बार आलस का आनंद लेने दें। उन्हें पीठ के बल लेटने को कहें और खुद अपने घुटनों को मोड़कर उनके उपर चढ़ जाएं। फिर धीरे-धीरे फोरप्ले का आनंद लेते हुए आगे बढ़ें।