Friday, 28 February 2014

बिस्तर में ये गलतियां करते हैं पुरुष

मर्द अक्सर बिस्तर में अपने प्रदर्शन को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं, मगर हकीकत में अधिकतर समय उन्हें पता ही नहीं होता कि उनकी पार्टनर चाहती क्या है। एक हालिया सर्वे के अनुसार अधिकांश पुरुष उतने अच्छे लवर होते नहीं हैं जितना कि वे खुद को समझते हैं। जहां तक सेक्स की बेसिक जानकारी की बात है, पुरुष अक्सर इनमें भी गंभीर गलतियां करते हैं। हम आपको 10 ऐसी ही कॉमन गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं:

उस दौरान भी चुप रहना
पता नहीं क्यों, पर ये देखा गया है कि बहुत से मर्द उन खास पलों में भी चुपचाप ही रहते हैं। वे सोचते हैं कि ऐसा करना सही है, जबकि उसी समय उनकी पार्टनर खुद को अकेला फील कर रही होती है। ऐसा नहीं है कि आप बस बोलते ही जाइए, मगर खुद के रोमांच को दिखाने के लिए उससे अपनी फीलिंग्स को शेयर तो कर ही सकते हैं।

         एक बात हमेशा याद रखें, फोरप्ले में आप जितना ज्यादा वक्त बिताएंगे, उन खास पलों के दौरान आप उतना ही इंजॉय करेंगे। अपने पार्टनर को किस करके, उसके खास अंगों को स्पर्श करके आप भरपूर आनंद पाने में न सिर्फ उनकी, बल्कि खुद की भी मदद कर रहे होते हैं। एक अच्छे फोरप्ले सेशन के बाद ही आगे बढ़ें।

ऑर्गैज्म को भूल जाएं
उन खूबसूरत पलों को इंजॉय करते हुए ऑर्गैज्म के बारे में सोचें भी न। ऐसा करने से आप क्लाइमैक्स के दौरान आप अपने ऐक्ट से पूरी तरह फोकस खो बैठेंगे। आप खुद तो उतावलेपन से बचे हीं, अपने पार्टनर को भी ऐसी किसी भी प्रकार की जल्दबाजी से रोकें। धैर्य रखेंगे, तो हमेशा बेहतर अंत ही होगा।

लिकिंग से बचें
ऑरल सेक्स कई लोगों को अपनी तरफ खींचता है, पर जहां तक संभव हो, इसे ज्यादा न करें। कई महिलाएं ऑरल सेक्स से असहज महसूस करती हैं, वहीं डॉक्टर्स की राय भी इस बारे में कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है।

उंगलियों को सही से यूज करें
यह सही है कि कुछ मर्दों को उंगलियों के इस्तेमाल में ज्यादा आनंद आता है, मगर याद रखें, हो सकता है यह आपकी पार्टनर को जरा भी पसंद न हो। अगर वे राजी भी हैं, तो किसी भी प्रकार की हड़बड़ी दिखाए बिना आराम से आगे बढ़ें।

उन्हें एक नर्म अहसास भी दें
कुछ मर्दों को लगता है कि वे सेक्स के दौरान जितना कठोर होंगे, उनकी पार्टनर को उतना ही आनंद आएगा। कभी-कभी ऐसा हो सकता है, पर अक्सर महिलाएं उन खास पलों को दिल की गहराइयों तक महसूस करना चाहती हैं। शुरुआत आराम से ही करें, और उनकी पसंद पूछते रहें। अगर उन्हें कुछ और चाहिए होगा, तो वे बताएंगी ही।

क्लाइटॉरिस को न करें अनदेखा
उन खास पलों के दौरान महिलाओं को क्लाइटॉरिस पर अपने पार्टनर का ध्यान देना सबसे अच्छा लगता है। आपको उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उसको आराम से सहलाते हुए ही आगे बढ़ते रहें।

पूरी बॉडी को ध्यान में रखें
अगर आप चाहते हैं कि आपकी पार्टनर आपसे खुश रहे, तो सेक्स करते हुए आपको उनके पूरे शरीर का ध्यान रखना चाहिए। गर्दन और जांघों के अलावा कई और ऐसे बॉडी पार्ट्स होते हैं, जो उनकी एक्साइटमेंट को टॉप लेवल तक ले जाते हैं। उन पार्ट्स को इग्नोर न करें।

रफ भी, स्वीट भी
ऐसा नहीं कि उन्हें आपका रफ तरीका पसंद नहीं आएगा, पर उनकी और उनके शरीर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही आगे बढ़ें। लेकिन आपको ज्यादा रफ भी नहीं होना चाहिए। रफनेस के बाद उनको अपनी नरमी का अहसास कराकर आप उनका दिल जीत सकते हैं।

जी-स्पॉट की फिक्र न करें
सेक्स के दौरान जी-स्पॉट को हिट करने की कोशिश में ही न लगे रहें। बस उस समय एक ही बात याद रखें, आप जितना ज्यादा ध्यान अपने पार्टनर की तरफ लगाएंगे, उन्हें उतना ही आनंद प्राप्त होगा। उन खास पलों को पूरी तरह इंजॉय करें।

Wednesday, 26 February 2014

यूं जगाएं मैरिड लाइफ में पैशन

इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता कि जैसे-जैसे साल बीतते जाते हैं, मैरिड लाइफ में सेक्स को लेकर उदासीनता बढ़ती चली जाती है। और शायद यही वजह है कि इसी दौरान लोगों में बेवफाई की फितरत भी आ जाती है। तो ऐसा क्या करें कि मैरिड सेक्स लाइफ में भी एक्साइटमेंट बनी रहे और आप कुछ गलत कदम उठाने पर मजबूर न हों? चलिए, हम बताते हैं:

किसी डिस्को में जाएं शादी के बाद सेक्स इसलिए बोरिंग हो जाता है क्योंकि यह आपको आसानी से अवेलबल होता है। इसके पैशन को जिंदा रखने के लिए जब भी आपको सेक्स की इच्छा हो, अपने आपको रोक लें। अपने पार्टनर को साथ लें, किसी क्लब वगैरह में जाएं, थोड़े डांस थोड़ी मस्ती करें। धीरे-धीरे आप पाएंगे कि आपके उपर नशा हावी होता जा रहा है, और फिर... ;)

रोल प्ले सेक्स के दौरान रोल प्ले एक अहम भूमिका निभाता है। यह न सिर्फ आपके पैशन को जिंदा रखता है बल्कि आपकी सेक्स लाइफ में मजे की बौछार कर देता है। अपने पार्टनर के साथ इस खेल को खेलें और एक खूबसूरत अहसास में डूब जाएं।

मैं यहां, तुम वहां जी हां, कभी-कभी जुदाई भी प्यार को बढ़ाती है। ऐसा करें, एक छुट्टी अलग-अलग भी बिताएं। कुछ दिन अलग रहने पर और वह भी किसी खूबसूरत सी जगह पर, आपको अपने पार्टनर की याद जरूर आएगी। यही नहीं, अकेले छुट्टी बिताने पर आपको अच्छा भी लगेगा। और जब छुट्टी बिताकर आप घर आएंगे तो एक-दूसरे को बांहों में लेने के लिए मचल उठेंगे।

कुछ नया ट्राइ करें सेक्स में नएपन की संभावना बनाए रखें। नई चीजें ट्राइ करते रहने से आपकी सेक्स लाइफ बेहतर से बेहतरीन होती जाएगी। कुछ भी नया ट्राइ करने से कभी न डरें, और ऐसा कुछ करने से पहले अपने पार्टनर को भी जरूर बताएं।

डेट पर भी जाएं अपने पार्टनर के साथ एक रोमैंटिक डेट पर जाएं। एक-दूसरे के साथ किसी बार या क्लब में कुछ वक्त साथ बिताएं और अपने पुराने दिनों को याद करें। कुछ ऐक्टिविटी जो आप पुराने दिनों में करते रहे हों, उन पर भी हाथ आजमाएं। आपका पुराना पैशन यकीनन लौट आएगा।

होटेल में बुक करें कमरा यदि आप किसी अजनबी के साथ सेक्स करते हैं, तो उसे कहां ले जाते हैं? जाहिर-सी बात है किसी ऐसी जगह जहां कोई आप दोनों को जानता न हो। किसी दिन आप होटेल में कमरा बुक करें और अपने पार्टनर के साथ कुछ वक्त बिताएं। फिर कभी आपका बेवफाई करने को दिल ही नहीं करेगा।

घर के कोने-कोने में आपकी शादी को बहुत दिन हो गए हों, और बच्चे भी बड़े हो रहे हों तो भी सिर्फ बेडरूम में सिमटे रहने की कोई जरूरत नहीं है। घर के बाकी कमरों में भी सेक्स की संभावना तलाशें, एक्साइटमेंट बनी रहेगी। और हां, ध्यान रहे कि बच्चे घर में न हों...;)

एक छुट्टी सेक्स के नाम यदि आप चाहते हैं कि आपकी सेक्स लाइफ में वही पुराना वाला पैशन फिर से आ जाए, तो एक बार फिर से साथ-साथ छुट्टियां मनाने के लिए निकल जाएं। ऐसा करने पर आपको आपका हनीमून तो याद आएगा ही, साथ ही आपके दिल में वही पुराने दिनों वाली शरारत भी पैदा कर देगा।

Saturday, 22 February 2014

गर्भवती कैसे बनें ?

  Pregnancy  से  related  कुछ  facts 

  • जितने भी लोग बच्चा पैदा करना चाहते हैं , उनमे से लगभग  85%  लोग एक साल के अन्दर ऐसा करने में सफल हो जाते हैं. जिसमे से 22 % लोग तो पहले महीने के अन्दर ही सफल हो जाते हैं. यदि एक साल तक प्रयास करने पर भी बच्चा ना हो तो यह समस्य का विषय हो सकता है , और ऐसे  couples  को  infertile  समझा जाता हैं.
  • बच्चा पैदा होने के लिए couples  के बीच सेक्स  का होना अनिवार्य है. और इसके दौरान पुरुष का penis  (लिंग)  इस्त्री के  vagina (योनी)  में जाना चाहिए और  उसे  इस्त्री के vagina  में sperm ( शुक्राणु ) छोड़ने होंगे , जिससे sperm ,uterus(गर्भाशय) के मुख के पास इकठ्ठा हो जायेगा
  • इसके आलावा सम्भोग  ovaluation  के समय के आस-पास होना चाहिए. Ovaluation एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे महिलाओं के Ovary (अंडाशय ) से egg ( अंडे) निकलते हैं.
बच्चा पैदा करने के लिए महिलाओं में सेक्स के दौरान orgasm  होना अनिवार्य नहीं है. Doctors  का कहना है कि दरअसल fallopian tube  जो कि अंडे को ovary से  uterus तक ले जाता है , sperm  को अपने अन्दर खींच ले जाता है और उसे egg  से मिलाने की कोशिश करता है. और इसके लिए महिलाओं में orgasm  का आना जरूरी नहीं है.

Female Anatomy

9 Tips to get pregnant in Hindi :
1) Doctor  से जांच कराएं :
 बच्चे कि  planning  करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लेना और अपनी जांच करा लेना चाहिए . इससे यह पता चल जायगा कि आपको किसी तरह कि शारीरिक परेशानी तो नहीं है , या कोई infection वगैरह. इससे sexually transmitted disease होने की सम्भावना ख़तम हो जाएगी. साथ ही अगर डिम्बग्रंथि अल्सर, फाइब्रॉएड, endometriosis, गर्भाशय के अस्तर की सूजन जैसे परेशानियों की भी जांच हो जाएगी.
2) Ovulation के समय के आस-पास  sex  करें
Gynecologists  का मानना है कि बच्चा पैदा करने के लिए  इस्त्री के eggs  ovary  से निकलने के  24  घंटे के अन्दर ही fertilize  होने चाहियें.  आदमी के  sperms  औरत के reproductive tract  (प्रजनन पथ)  में 48 से  72  घंटे तक ही जीवित रह सकते हैं. चूँकि बच्चा पैदा करने के लिए आवश्यक embryo (भ्रूण ) egg  और  sperm  के मिलन से ही बनता है , इसलिए couples  को ovulation  के दौरान कम से कम 72  घंटे में एक  बार ज़रूर sex  करना चाहिए और इस दौरान पुरुष को इस्त्री के ऊपर होना चाहिए ताकि sperms के leakage की सम्भावना कम हो. साथ ही पुरुषों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो  48  घंटे में   एक बार से ज्यादा ना ejaculate  करें  वरना उनका sperm count  काफी नीचे जा सकता है , जो हो सकता है कि egg  जो fertilize  करने में पर्याप्त ना हो.
 Ovulation का  समय कैसे पता  करें ?
 Ovulation  का समय पता करने का अर्थ है उस समय का पता करना जब ovaries  से fertilization  के लिए तैयार  egg  निकले. इसे जानने के लिए आपको अपने period-cycle (मासिक-धर्म) का अंदाजा होना चाहिए. यह 24  से  40 दिन के बीच हो सकता है.  अब यदि आप को अपने next period  के आने का अंदाजा है तो आप उससे 12 से 16  दिन पहले का समय पता कर लीजिये , यही आपका  ovulation का समय होगा .
For Example:   यदि period  की शुरुआत 30  तारीख को होनी है तो  14  से 18  तारिख का समय ovulation  का समय होगा.
3) एक  healthy lifestyle बनाए रखें.
बच्चा पैदा करने के chances  बढ़ाने के लिए बेहद आवश्यक है कि  पति-पत्नी  एक स्वस्थ्य- जीवनशैली बनाये रखें. इससे   होने वाली संतान भी अच्छी होगी. खाने – पीने में पर्याप्त भोजन और फल की मात्रा रखें . Vitamins  कि सही मात्र से पुरुष-स्त्री दोनों की  fertility rate  बढती है .रोजाना व्यायाम करने से भी फायदा होता है.
सिगरेट पीने वाली महिलाओं में conceive  करने के chances   40 % तक घट जाते हैं
4) Stress-free (तनाव-मुक्त) रहने का प्रयास करें:
इसमें कोई शक नहीं है कि अत्यधिक तनाव आपके reproductive function  में बाधा डालेगा. तनाव से कामेक्षा ख़तम हो सकती है , और extreme conditions  में स्त्रियों में  menstruation  कि प्रक्रिया को रोक सकती है. एक शांत मन आपके शरीर पर अच्छा प्रभाव डालता है और आपके pregnant  होने की सम्भावना को बढ़ता है. इसके लिए आप regularly  breathing- exercises और  relaxation techniques  का प्रयोग कर सकती हैं.
5) Testicles  (अंडकोष)को ज्यादा heat  से बचाएँ :
यदि sperms  ज्यादा तापमान में expose  हो जायें तो वो मृत हो सकते हैं. इसीलिए testicles (जहाँ sperms  का निर्माण होता है)  body  के बहार होते हैं ताकि वो ठंढे रह सकें.  गाड़ी चलते समय ऐसे beaded सीट का प्रयोग करें जिसमे से थोड़ी हवा पास हो सके. और बहुत ज्यादा गरम पानी से इस अंग को ना धोएं .
6) सेक्स के बाद थोड़ी देर आराम करें:
सेक्स के बाद थोड़ी देर लेटे रहने से महिलाओं कि योनी से sperms  के निकलने के chances नहीं  रहते. इसलिए  सेक्स के बाद 15-20 मिनट लेटे रहना ठीक रहता है.
7)  किसी तरह का नशा ना करे:
 ड्रग्स , नशीली दवाओं, सिगरेट या शराब के सेवन आदमी-औरत , दोनों के  hormones  का संतुलन बिगड़ सकता है. और आपकी प्रजनन क्षमता को बुरी तरह  प्रभावित कर सकता है.
8)  दवाओं का प्रयोग कम से कम करें :
कई दवाइयां , यहाँ तक कि आराम से मिल जाने वाली आम दवाइयां भी आपकी fertility  पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं.कई चीजें ovulation  को रोक सकती हैं , इसलिए दवाओं का उपयोग कम से कम करें. बेहतर होगा कि आप किसी भी दावा को लेने या छोड़ने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लें.
9) Lubricants को avoid करें: 
 Vagina  को  lubricate  में प्रयोग होने वाले कुछ ज़ेल्स, तरल पदार्थ , इत्यादि sperms  को महिलाओं की reproductive tract  में travel  करने में बाधक हो सकते हैं. इसलिए इनका प्रयोग अपने डाक्टर से पूछ कर ही करें.

लक्षण

एक महिला आठ माह की गर्भवती
एक स्वस्थ महिला को प्रत्येक माह मासिक-स्राव (माहवारी) होती है। गर्भ ठहरने के बाद मासिक-स्राव होना बंद हो जाता है। इसके साथ-साथ दिल का खराब होना, उल्टी होना, बार-बार पेशाब का होना तथा स्तनों में हल्का दर्द बना रहना आदि साधारण शिकायतें होती है। इन शिकायतों को लेकर महिलाएं, स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाती है। डाक्टर महिला के पेट और योनि की जाचं करती है और बच्चेदानी की ऊंचाई को देखती है। गर्भधारण करने के बाद बच्चेदानी का बाहरी भाग मुलायम हो जाता है। इन सभी बातों को देखकर डाक्टर महिला को मां बनने का संकेत देता है। इसी बात को अच्छे ढंग से मालूम करने के लिए डाक्टर रक्त या मूत्र की जांच के लिए राय देता है।
महिलाओं के रक्त और पेशाब की जांच
गर्भवती महिलाओं के रक्त और मूत्र में एच.सी.जी. होता है जो कौरिऔन से बनता है। ये कौरिऔन औवल बनाती है। औवल का एक भाग बच्चेदानी की दीवार से तथा की नाभि से जुड़ा होता है। इसके शरीर में पैदा होते ही रक्त और मूत्र में एच.सी.जी. आ जाता है। इस कारण महिला को अगले महीने के बाद से माहवारी होना रूक जाता है। एच.सी.जी. की जांच रक्त या मूत्र से की जाती है। साधारणतया डाक्टर मूत्र की जांच ही करा लेते है। जांच माहवारी आने के तारीख के दो सप्ताहे बाद करानी चाहिए ताकि जांच का सही परिणाम मालूम हो सके । यदि जांच दो सप्ताह से पहले ही करवा लिया जाए तो परिणाम हां या नहीं में मिल जाता है। यह वीकली पजिटिव कहलाता है।रें]

गर्भावस्था के दौरान सावधानियां

कुछ स्त्रियां माहवारी के न आने पर दवाइयों का सेवन करना शुरू कर देती है। इस प्रकार की दवा का सेवन महिलाओं के लिए हानिकारक होता है। इसलिए जैसे ही यह मालूम चले कि आपने गर्भाधारण कर लिया है तो अपने रहन-सहन और खानपान पर ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए। गर्भधारण करने के बाद महिलाओं को किसी भी प्रकार की दवा के सेवन से पूर्ण डाक्टरों की राय लेना अनिवार्य होता है। ताकि आप कोई ऐसी दवा का सेवन न करें जो आपके और होने वाले बच्चे के लिए हानिकारक होता है। यदि महिलाओं को शूगर का रोग हो तो इसकी चिकित्सा गर्भधारण से पहले ही करनी चाहिए। यदि मिर्गी, सांस की शिकायत या फिर टीबी का रोग हो तो भी इसके लिए भी डाक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए।
यहीं नहीं, यह भी सत्य है कि आपके विचार और आपके कार्य भी गर्भाधारण के समय ठीक और अच्छे होने चाहिए ताकि होने वाले बच्चे पर अच्छा प्रभाव पड़े।
  • जैसे ही पुष्टि हो जाती है कि आप गर्भवती हैं उसके बाद से प्रसव होने तक आप किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ की निगरानी मे रहें तथा नियमित रुप से अपनी चिकित्सीय जाँच कराती रहें।
  • गर्भधारण के समय आपको अपने रक्त वर्ग (ब्ल्ड ग्रुप), विशेषकर आर. एच. फ़ैक्टर की जांच करनी चाहिए। इस के अलावा रूधिरवर्णिका (हीमोग्लोबिन) की भी जांच करनी चाहिए।
  • यदि आप मधुमेह, उच्च रक्तचाप, थाइराइड आदि किसी, रोग से पीड़ित हैं तो, गर्भावस्था के दौरान नियमित रुप से दवाईयां लेकर इन रोगों को नियंत्रण में रखें।
  • गर्भावस्था के प्रारंभिक कुछ दिनों तक जी घबराना, उल्टियां होना या थोड़ा रक्त चाप बढ़ जाना स्वाभाविक है लेकिन यह समस्याएं उग्र रुप धारण करें तो चिकित्सक से सम्पर्क करें।
  • गर्भावस्था के दौरान पेट मे तीव्र दर्द और योनि से रक्त स्राव होने लगे तो इसे गंभीरता से लें तथा चिकित्सक को तत्काल बताएं।
  • गर्भावस्था मे कोई भी दवा-गोली बिना चिकित्सीय परामर्श के न लें और न ही पेट मे मालिश कराएं। बीमारी कितना भी साधारण क्यों न हो, चिकित्सक की सलाह के बगैर कोई औषधि न लें।
  • यदि किसी नए चिकित्सक के पास जाएं तो उसे इस बात से अवगत कराएं कि आप गर्भवती हैं क्योकि कुछ दवाएं गर्भस्थ शिशु पर बुरा प्रभाव छोडती है।
  • चिकित्सक की सलाह पर गर्भावस्था के आवश्यक टीके लगवाएं व लोहतत्व (आयर्न) की गोलियों का सेवन करें।
  • गर्भावस्था मे मलेरिया को गंभीरता से लें, तथा चिकित्सक को तत्काल बताएं।
  • गंभीरता से चेहरे या हाथ-पैर मे असामान्य सूजन, तीव्र सिर दर्द, आखों मे धुंधला दिखना और मूत्र त्याग मे कठिनाई की अनदेखी न करें, ये खतरे के लक्षण हो सकते हैं ।
  • गर्भ की अवधि के अनुसार गर्भस्थ शिशु की हलचल जारी रहनी चाहिए। यदि बहुत कम हो या नही हो तो सतर्क हो जाएं तथा चिकित्सक से संपर्क करें।
  • आप एक स्वस्थ शिशु को जन्म दें, इस के लिए आवश्यक है कि गर्भधारण और प्रसव के बीच आप के वजन मे कम से कम १० कि.ग्रा. की वृद्धि अवश्य हो ।
  • गर्भावस्था में अत्यंत तंग न कपडे पहनें और न ही अत्याधिक ढीले।
  • इस अवस्था में ऊची एड़ी के सैंडल न पहने। जरा सी असावधानी से आप गिर सकती है
  • इस नाजुक दौर मे भारी श्रम वाला कार्य नही करने चाहिए, न ही अधिक वजन उठाना चाहिए। सामान्य घरेलू कार्य करने मे कोई हर्ज़ नही है।
  • इस अवधि मे बस के बजाए ट्रेन या कार के सफ़र को प्राथमिकता दें ।
  • आठवें और नौवे महीने के दौरान सफ़र न ही करें तो अच्छा है।
  • गर्भावस्था मे सुबह-शाम थोड़ा पैदल टहलें ।
  • चौबीस घंटे मे आठ घंटे की नींद अवश्य लें।
  • प्रसव घर पर कराने के बजाए अस्पतालप्रसूति गृह या नर्सिगं होम में किसी कुशल स्त्री रोग विशेषज्ञ से कराना सुरक्षित रहता है।
  • गर्भावस्था मे सदैव प्रसन्न रहें। अपने शयनकक्ष मे अच्छी तस्वीर लगाए।
  • हिंसा प्रधान या डरावनी फ़िल्में या धारावाहिक न देखें।
गर्भावस्था सुझाव
सामान्य गर्भावस्था में भी किन-किन रोगों का परीक्षण नियमित रूप से किया जाता है?
लगभग सभी सामान्य गर्भों के दौरान एड्स, हैपेटिटिस – बी, साईफिलिस, आर एच अनुपयुक्तता और रूबेला का नियमित परीक्षण किया जाता है। गर्भकाल में अलग-अलग समय पर रक्त के सैम्पल लेकर डॉक्टर इन स्थितियों का परीक्षण करते हैं।
जन्मजात रोगों के सम्बन्ध में व्यक्ति को कब चिन्ता करनी चाहिए?
आपके बच्चे को जन्मजात रोगों का खतरा अधिक हो सकता है यदि वह निम्नलिखित तीन कारणों में से किसी में आता है। (1) पहले बच्चे में जन्मजात रोग (2) परिवार में जन्मजात विकारों का इतिहास जिनके दोहराये जाने की सम्भावना रहती है। (3) यदि मां की उम्र 35 वर्ष से अधिक हो तो बच्चे में अभावपरक संलक्षणों का खतरा बढ़ जाता है।
क्या सामान्य रक्त परीक्षणों से जन्मजात विकारों को परखा जा सकता है?
अध्ययन से पता चलता है कि प्रसव पूर्व होने वाली रक्त की जांचों से 90 प्रतिशत जन्मजात विकारों का पता नहीं चल पता है। जाने जा सकने योग्य 10 प्रतिशत जन्मजात रोगों के लिए अलग से चार प्रकार के टैस्ट हैं – एमनियोसेन्टीसिस, करौलिक विलि सैम्पलिंग, अल्फा फैटो प्रोटीन (ए एफ पी) जैसे टैस्ट और अल्ड्रासाउण्ड स्कैनस। ———————————— सामान्य देखभाल
स्वास्थ्य परक आहार पर इतना अधिक जोर क्यों दिया जाता है?
अपने अजन्में बच्चें के पोषण की आप एकमात्र स्रोत हैं, आपके खाने की प्रवृत्ति का बच्चे के स्वास्थ्य और कुशल क्षेम पर प्रभाव पड़ता है। बड़ी हुई जरूरत को पूरा करने के लिए आप के शरीर को पर्याप्त पोषण की जरूरत होती है। गर्भवती माँ को कितनी कैलोरी की जरूरत होती है?
गर्भवस्था के प्रारम्भिक महीनों में आप को अपने आहार में बदलाव लाने की जरूरत नहीं है। गर्भ के बढ़ने के साथ साथ आप को कैलोरी की मात्रा में लगभग 300 अतिरिक्त कैलोरिस जोड़ लेने की जरूरत पड़ सकती है। ऐसा सामान्यतः दूसरे और तीसरे ट्रिमस्टर में होता है। यहि आप अधिक खाते हैं तो आप का ही वज़न बढ़ेगा न कि आपके बच्चे का। इसलिए ध्यान रखें कि आप बरगर, तले पदार्थ, बिस्कुट जैसे केवल कैलोरी बढ़ाने वाले पदार्थ न लें। वस्तुतः आप को जरूरत होती है – प्रोटीन कार्बोहाइड्रेटस एवं मिनरल तथा विटामिन युक्त भोजन की जैसे कि चपाती, दालें, सोया, दूध अण्डे और सामिष भोजन, मेवे, हरे पत्तों वाली सब्जियां और ताजे फल।
लोग कहते हैं कि गर्भवती महिला दो जनों के लिए खाती है? गर्भ के कारण आप को दो के बराबर खाने की जरूरत नहीं है। सच यह है कि अगर आप दो के बराबर खायेंगे तो आप का वज़न इतना बढ़ जायेगा कि आप अपने लिए अनावश्यक रूप से परेशानियां बढ़ा लेंगी और बाद में उसे घटाने में बहुत परेशानी होगी।
गर्भवती महिला के लिए सन्तुलित भोजन कौन सा होता है?
गर्भकाल के दौरान आप के आहार में निम्नलिखित होने चाहिए - १ बार श्रेष्ठतम प्रोटीन – अण्डा, सोयाबीन, सामिष। 2 बार विटामिल सी युक्त पदार्थ – रसीले फल, टमाटर4 बार कैलशियम प्रधान पदार्थ (गर्भकाल में 4 बार स्तनपान में 5 बार) जैसे दूध, दही। 3 बार हरी पत्तों वाली और पीली सब्जियां या फल पालक, बथुआ, छोले, सीताफल, पपीता, गाजर।1/2 बार अन्य फल एवं सब्जियां – बैंगन, बन्द गोभी4-5 बार साबुत अनाज और मिश्रित कार्बोहाइड्रेटस – चपाती चावल8-10 गिलास पानीडॉक्टर के परामर्श के अनुसार आहार परक दवाएं।
एक गर्भवती महिला को किन आहार पूरक दवाओं की जरूरत होती है?
एक गर्भवती महिला को अपने आहार में विटामिन, आयरन और कैलशियम की जरूरत रहती है। आयरन फोलिक और कैलशियम की गोलियां सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में मुफ्त उपलब्ध रहती हैं। ये दवाएं आमतौर पर सुविधा से उपलब्ध होती हैं कौन सी दवा लेनी है इसका सुझाव डॉक्टर से लेना चाहिए। स्वस्थ गर्भ में कितने वज़न का बढ़ना आदर्श माना जाता है?महिला का वज़न औसतन 11 से 14 किलो के बीच बढ़ना चाहिए।
ट्रिमस्टर के अनुसार वज़न के बढ़ने का श्रेष्ठतम स्वरूप क्या है?
ट्रिमस्टर के अनुसार वज़न बढ़ने का आदर्श स्वरूप इस प्रकार है। 1. पहला ट्रिमस्टर – 1 से 2 किलो 2. दूसरा ट्रिमस्टर 5 से 7 किलो 3. चार से पांच किलो।
गर्भ के दौरान चाय, कॉफी अथवा फिजिपेय का पीना क्या सुरक्षित है?
गर्भ के दौरान चाय, कॉफी अथवा फिजिपेय पदार्थों का पान बहुत सीमित होना चाहिए। कम पोषक तत्व वाले खाद्य पदार्थों की तीव्र इच्छा को कैसे वश में करें।या किसी अस्वास्थ्यकारी वस्तु के लिए तीव्र इच्छा जागृत हो तो पहले अपने मन को उधर से हटायें या उसका विकल्प ढूंढ लें। अगर फिर भी मन न माने तो जो भी लें थोड़ सा लें, अपने मन को समझा लें कि अपने बच्चे की पोषक परक जरूरतों से आपने कोई समझौता नहीं करना है।
यदि किसी विशिष्ट अखाद्य पदार्थ को खाने की अनोखी इच्छा जगे तो कोई क्या करें?
डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए क्योंकि हो सकता है कि उस में कोई पोषण परक विकार पैदा हो रहा है। गर्भ के दौरान कब्ज से कैसे छुटकारा मिल सकता है?
कुछ गर्भवती महिलाओं का अर्धाश इस कब्ज से पीड़ित रहता है। कुछ सामान्य उपचार के साधन हैं।
(1) 1-2 गिलास जूस सहित कम से कम 8 गिलास पानी पियें। 
(2) अपने भोज में अनाज, कच्चे फल और सब्जियों की मात्रा अधिक करें उन में फाइवर अधिक हो
(3) हर रोज़ व्यायाम करें – सैर करना व्यायाम की अच्छी शैली है। व्यायाम एवं अच्छी शारीरिक स्थिति व्यक्ति को उसका पेट साफ रखने में मदद देती है।
(4) अगर कब्ज बार बार होने लगे तो डॉक्टर की सलाह से कोई कब्ज निवारक दवा दें।
गर्भ के दौरान मसूड़ों का सूजना या उनसे रक्त आना स्वाभाविक क्रिया है?
गर्भ के दौरान शरीर में जो अतिरिक्त हॉरमोन आ जाते हैं उन से मसूड़े सूज सकते हैं या उन से रक्त आ सकता है। नरम टुथब्रश लेकर नियमित रूप से ब्रश करते रहें। गर्भ की प्रारम्भिक स्थिति में दांतों का चैक अप करवा लेना चाहिए ताकि मुख को स्वास्थ्य सही रहे।
छाती में जलन से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
छाती की जलन से बचने के लिए (1) बार-बार परन्तु थोड़ा थोड़ा खायें, दिन में 2-3 बार खाने की अपेक्षा 5-6 बार खायें। भोजन के साथ अधिक मात्रा में तरल पदार्थ न लें। (2) वायु-विकार पैदा करने वाले, मसालेदार या चिकने भोजन से बचें। (3) सोने से पहले कुछ खायें या पियें नहीं (4) खाने के दो घन्टे बाद ही व्यायाम करें। (5) शराब या सिगरेट न दियें। (6) बहुत गर्म या बहुत ठन्डे तरल पदार्थ न लें।
गर्भकाल के दौरान यौन-सम्भोग करते रहना क्या सुरक्षित होता है?
कुछ दम्पतियों को गर्भकाल में सम्भोग करने से चिन्ता होती है। उन्हें गर्भपात का भय लगा रहता है। स्वस्थ महिला के सामान्य गर्भ की स्थिति में गर्भ के अन्तिम सप्ताहों तक कुछ दम्पतियों को गर्भकाल में सम्भोग करने से चिन्ता होती है। उन्हें गर्भपात का भय लगा रहता है। स्वस्थ महिला के सामान्य गर्भ की स्थिति में गर्भ के अन्तिम सप्ताहों तक सम्भोग सुरक्षित होता है। आप और आप का साथी आरामदायक स्थिति में सम्भोग कर सकते हैं।
गर्भकाल में टांगों में पड़ने वाले क्रैम्पस क्या सामान्य हैं?
हां, गर्भ के दूसरे और तीसरे ट्रिमस्टर में हो सकता है कि आप की टांगों में कैम्पस बढ़ जाये। अधिक मात्रा में कैलशियम लें। (तीन गिलास दुध या दवा) और पोटैशियम (केला संतरा) लें। सोने से पहले टांगों का खिंचाव देकर सीधा करने से शायद आपको कुछ राहत मिले।
क्या गर्भ के दौरान यात्रा करनी चाहिए?
अधिकतर औरतें सुरक्षित रूप से यात्रा कर लेती है। जब तक कि प्रसव काल नज़दीक नहीं आ जाता। अधिकतर, गर्भावस्था के मध्यकाल को सब से सुरक्षित माना जाता है। इस दौरान कम से कम समस्याएं होती है।
गर्भकाल के दौरान व्ययाम क्यों करना चाहिए?
निम्नलिखित कारणों से व्यायाम करना चाहिए (1) आकृति और अभिव्यक्ति में सुधार लाने के लिए (2) पीठ दर्द से छुटकारे के लिए (3) प्रसव काल के लिए मांसपेशियों को सशक्त बनाने और ढीले पड़े जोड़ो को सहारा देने के लिए (4) मांसपेशियों के कैम्पस से राहत के लिए (5) रक्त संचार को बढ़ाने के लिए (6) लचीलेपन को बढ़ाने के लिए (7) थकावट दूर करने के लिए ऊर्जा वृद्धि के लिए (8) भले चंगे होने की भावना भरने और आत्मछवि के सकारात्मक विकास के लिए। आपका डॉक्टर आप को सही ढंग से व्ययाम के सम्बन्ध में बतायेगा।
क्या व्यायाम से मेरे बच्चे को लाभ पहुंचेगा?
हां भ्रूण के लिए व्यायाम अति उत्तम है क्योंकि इस से रक्त प्रवाह बढ़ता है और बच्चे की वृद्धि और विकास को सुधारता है। व्यायाम से बच्चे का मस्तिष्क और अन्य टिशु श्रेष्ठ स्थिति में काम करने लगते हैं।
गर्भकाल के दौरान कौन सा व्यायाम सुरक्षित माना जाता है?
किसी प्रकार के खेल-कूद या व्ययाम को जारी रखने में कोई समस्या नहीं है, जब तक कि वह सीमा में हो। फिर बी पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
किस प्रकार का व्यायाम बिल्कुल नहीं करना चाहिए?
जॉगिंग जैसा व्यायाम रीढ, श्रोणि, नितम्बों, घुटनों स्तनों और पीठ पर बड़ा भारी पड़ता है। इसलिए उसे नहीं करना चाहिए। जिस व्यायाम से पेट की मांसपेशियां खिंचे जैसे टांगे उठाना, उठक बैठक भी गर्भ के दौरान नहीं करने चाहिए। और गर्भवती नवीन चेष्टाओं से तालमेल बैठाने में शरीर को कुछ समय लगता है। चौथे महीने के बाद, पीठ के बल लेटकर व्यायाम न करें, क्योंकि आपके गर्भाशय का वज़न रक्त वाहिकाओं को दबा सकता है और रक्त भ्रमण में बाधा दे सकता है।
गर्भधारण करने के कितने समय बाद तक मैं काम करती रह सकती हूँ?
जिस गर्भवती महिला को कोई समस्या न हो वह नौवें महीने तक काम करती रह सकती है। हाँ, उन्हें कुछ सावधानियां बरतनी पडेंगी जैसे कि भारी थकान वाली गतिविधि से बचें, सीढ़ियां चढ़ने, तापमान की अति और धुये भरे क्षेत्र से दूर रहें। बार-बार आराम करें और यदि थकान लगे तो जल्दी ही काम से लौट जायें यदि बहुत देर तक खड़ी रही हैं तो बैठ जायें और पैर ऊपर कर लें। अन्तिम तीन महीनों में लम्बे समय तक खड़े रहना, भारी चीज़ों को उठाना, मुड़ना या झुकना नहीं चाहिए। गर्भवती महिला को नियमित भोजन करना चाहिए एक जगह बैठकर किया जाने वाला काम जिस से ज्यादा परेशानी न हो वह घर बैठने की अपेक्षा कम दबाव वाला होता है। गर्भकाल में निम्नलिखित तकनीकें सहायक होती हैं- 1. पीठ के बल लेटो सिर तकिये पर हो और टांगों का निचना भाग कुर्सी पर हो। आंखें बन्द कर के 10-15 मिनट तक आराम करें। पैरों और टखनों की सूजन से भी इस में राहत मिलती है। 2. बगल से लेटो और सिर के नीचे तकिया रख लो, भुजा के ऊपरी भाग को ओर टांगों को ऊपर की ओर खीचों, घुटने के नीचे तकिया रख लो। टांग के निचले भाग को सीधा रखो। आंखे बन्द करो और मस्तिष्क को साफ करो। श्वास अन्दर भरो और दस तक गिनो। धीरे धीरे श्वास बाहर निकालो। पूरी तरह विश्राम करो।
गर्भवती महिला को बाई ओर सोना चाहिए, ऐसा सुझाव डॉक्टर क्यों देते हैं?
हालांकि पीठ के बल सोना शुरू में अधिक आरामदायक हो सकता है। इस से पीठ में दर्द और हॉरमोरोहोऑटाडस हो सकता है और पाचन, श्वसन और रक्त भ्रमण में रूकावट आती है ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भाशय का सारा वज़न पीठ पर आ जाता है। जबकि बाई ओर के अंगों को सीधा करने से रक्त स्राव भरपूर होता है और बीजाण्ड है। जबकि बाई ओर के अंगों को सीधा करने से रक्त स्राव भरपूर होता है और बीजाण्ड का पोषण होता है, किडनी का कार्य सुचारू रूप से होता है जिस से मल का त्याग बेहतर रूप से होता है (जिसके न होने से सूजन आता है) अतः इसे अत्यन्त आरामदायक स्थिति माना जाना चाहिए।
गर्भधारण के बारे में जाने सबकुछ

किसी महिला की पूर्णता सामान्यतौर पर तभी मानी जाती है जब वह मां बनने का सुख प्राप्त करती है. इसके लिये उसे गर्भधारण से प्रसव तक की परिस्थितियों से जूझना पड़ता है. यहां प्रस्तुत है संभोग की सफलता से होने वाले गर्भधारण की जानकारी का पूरा संग्रह-
गर्भ परीक्षण
गर्भ परीक्षण क्या होता है और वह कैसे होता है? गर्भ परीक्षण में रक्त अथवा मूत्र में उस विशिष्ट हॉरमोन को परखा जाता है जो गर्भवती होने पर ही महिला में रहता है। ह्यूमक कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन (एच सी जी) नामक हॉरमोन को गर्भ हॉरमोन भी कतहे हैं जब उर्वरित अण्डा गर्भाषय से जुड़ जाता है तो आपके शरीर में एच सी जी नामक गर्भ हॉरमोन बनता है। सामान्यतः गर्भधारण के छह दिन बाद ऐसा होता है।
गृह गर्भ परीक्षण (एच पी टी) क्या होता है? यह गृह गर्भ परीक्षण अपना परीक्षण स्वयं करो की शैली का परीक्षण है जो कि अपने घर पर सुगमता पूर्वक किया जा सकता है। यह सर्वसुलभ है, परीक्षण है जो कि अपने घर पर सुगमता पूर्वक किया जा सकता है। यह सर्वसुलभ है, इसकी कीमत 40-50 रुपये होती है। महिला को एक साफ शीषी में अपना 5 मिली मूत्र लेना होता है और परीक्षण के लिए किट में दिए गए विशिष्ट पात्र में दो बूंद मूत्र डालना होता है। उसके बाद कुछ मिनट तक इन्तजार करना होता है। अलग अलग ब्रान्ड के किट इन्तजार का समय अलग अलग बताते हैं समय बीतने पर रिजल्ट विंडों पर ररिणाम को देखें। यदि एक लाईन या जमा का चिन्ह देखे तो समझ लें कि आपने गर्भ धारण कर लिया है। लाईन हल्की हो तो भी कोई फर्क नहीं पड़ता। हल्की हो या स्पष्ट अर्थ सकारात्मक माना जाता है।
एक बार पीरियड न होने पर कितनी जल्दी एच पी टी से सही सही परिणाम प्राप्त कर सकते हैं? बहुत से एच पी टी पीरियड के निश्चित तिथि तक न होने पर 99 प्रतिशत उसी दिन सही परिणाम बताने का दावा करते हैं। एच पी टी से नकारात्मक परिणाम पाकर भी क्या गर्भ धारण की सम्भावना हो सकती है? हां, इसलिए अधिकतर एच टी पी महिलाओं को कुछ दिन या सप्ताह बाद पुनः परीक्षण का सुझाव देते हैं।
गर्भधारण की प्रारम्भिक स्थिति :
पहला ट्रिमस्ट
रगर्भधारण के प्रारम्भिक लक्षण क्या हैं? सामान्यतः औरतें माहवारी के न होने को गर्भधारण की सम्भावना से जोड़ती हैं, परन्तु गर्भधारण की प्रारम्भिक स्थिति में जो अन्य लक्षण एवं चिन्हों का अनुभव भी अधिकतर महिलाएं करती हैं इन में शामिल हैं (1) स्तनों में सूजन महसूस करना, ढीलापन या दर्द (2) घबराहट एवं उल्टी जिसे कि पारम्परिक रूप से प्रातःकालीन बीमारी से जोड़ा जाता है। (3) बार-बार मूत्र त्याग (4) थकावट (5) खाने की चीज़ से जी मितलाना या तीव्र चाहत (6) मूड में उतार चढ़ाव (7) निप्पल के आसपास का रंग गररा हो जाना (8) चेहरे के रंग का काला पड़ना।
एक बार माहवारी का न होना क्या हमेशा गर्भ धारण का पहला चिन्ह माना जा सकता है? एक बार माहवारी का न होना सामान्यतः गर्भ धारण का चिन्ह होता है, हालांकि किसी किसी महिला को उस समय के आसपास कुछ रक्त स्राव हो सकता है या धब्बे लग सकते हैं। हाँ, जिस औरत की माहवारी नियमित नहीं रहती उस को यह पता लगने से पहले कि वास्तव में माहवारी नहीं हुई अन्य प्रारम्भिक लक्षणों से पता चल सकता है।
प्रसव की सम्भावित तिथि की गणना कैसे की जाती है? आप की अन्तिम माहवारी के पहले दिन से लेकर सामान्यतः गर्भ 40 सप्ताह तक रहता है, यदि आप को अन्तिम माहवारी की तिथि याद हो और आपका चक्र नियमित हो तो आप घर बैठे प्रसव की सम्भावित तिथि की गणना कर सकते हैं। यदि आप का चक्र नियमित और 28 दिन लम्बा हो तो अन्तिम माहवारी के आधार पर (एल एम पी) आप पहले दिन में नौ महीने और 7 दिन जोड़कर प्रसव की सम्भावित तिथि का निर्धारण कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप की अन्तिम माहवारी 5 सितम्बर को शुरू हुई थी तो प्रसव की सम्भावित तिथि अगले वर्ष 12 जून होगी।
गर्भ के प्रारम्भिक दिनों में क्या घबराहट और उल्टी केवब प्रातःकाल में ही होता है? गर्भ की प्रारम्भिक स्थिति से सम्बधित घबराहट और उल्टी दिन और रात में किसी भी समय हो सकती है।
गर्भ सम्बन्धिक घबराहट और उल्टी से कैसे निपटना चाहिए? मितली को रोकने एवं सहज करने के लिए कुछ निम्नलिखित टिप्स की आजमायें (1) थोड़ी थोड़ी देर के बाद थोड़ा थोड़ा खायें, दिन में तीन मुख्य भोज लेने की अपेक्षा 6-8 बार ले लें। (2) मोटापा बढ़ाने वाले तले हुए और मिर्ची वाले पदार्थ न लें। (3) जब जी मितलाये तब स्टार्च वाली चीजें खायें जैसे रस्क या टोस्ट। अपने बिस्तर के पास ही कुछ ऐसी चीजें रख लें ताकि सुबह बिस्तर से उठने से पहले खा सकें। अगर आधि रात को जी मितलाये तो उन चीजों को लें (4) बिस्तर से धीरे धीरे उठें। (5) घबराहट होने पर नीबू चूसने का प्रयास करें।
मित्तली के लिए क्या डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए? यदि आप को लगे कि उल्टी बहुत ज्यादा हो रही है तो डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अत्यधिक उल्टी से अन्दर का पानी खत्म हो सकता है, ऐसी स्थिति में अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है।
गर्भावस्था में बार-बार मूत्र त्याग की जरूरत क्यों पड़ती है? गर्भ की प्रारंभिक स्थिति में बढ़ते हुए गर्भाशय से ब्लैडर दबता है – इसी से बार-बार मूत्रत्याग करना पड़ता है।
दूसरा ट्रिमस्टर
गर्भ की दूसरी स्थिति (ट्रिमस्टर) के क्या लक्षण एवं चिन्ह होते हैं? दूसरी स्थिति में (1) मित्तली और थकावट कम हो जाती है। (2) पेट बढ़ जाता है (3) वज़न बढ़ता है (4) पीठ दर्द (5) पेट पर फैलाव के निशान (6) चेहरे का रंग बदलना।
तीसरा ट्रिमस्टर
गर्भ धारण की तीसरी स्थिती (ट्रिमस्टर) के क्या लक्षण एवं चिन्ह होते हैं? तीसरी स्थिति में निम्नलिखित लक्षण एवं चिन्ह उभरते हैं (1) बच्चे के बढ़ने से दबाव के कारण श्वास लेने में कठिनाई बढ़ जाती है। (2) जल्दी जल्दी मूत्र त्याग (3) छाती में जलन वाली दर्द (4) कब्ज (5) सूजे हुए ढीले स्तन (6) अनिद्रा (5) पेट में मरोड़।
अपरिपक्व प्रसव किसे कहते हैं? 37 वें सप्ताह से पहले ही प्रसव की सम्भावना को अपरिपक्व प्रसव कहते हैं।
अपरिपक्व प्रसव के लक्षण क्या होते हैं? अपरिपक्व प्रसव के लक्षणों में शामिल हैं - 1. पीठ के निचले भाग में दर्द और दबाव। 2. नितम्बों पर दबाव 3. योनि से पानी जैसा गुलाबी अथवा भूरा स्राव होता है। 4. माहवारी जैसे क्रैम्पस, घबराहट, डॉयरिहा या बदहज़मी। 5. योनि के मैम्ब्रेन का फटना।
पेट में खिचाव क्यों पड़ते हैं? पेट में खिचाव पीड़ा विहीन होते हैं और दसवें हफ्ते में ही शुरू हो जाते हैं परन्तु पूरी तरह वे अन्तिम ट्रिमस्टर में ही उभरते हैं जब ये खिचाव जल्दी और ज्यादा होने लगते हैं तो कभी कभी उसे प्रसव की प्रारम्भावस्था मान लेने की भूल भी हो जाती है।


चेतावनी संकेत

गर्भ को खतरे की सूचना देने वाले कौन कौन से लक्षण होते हैं? निम्नलिखित संकेतों को गम्भीर स्थिति का सूचक माना जा सकता है। (1) योनि से रक्तस्राव या धब्बे लगना (2) अचानक वज़न बढ़ना (3) लगातार सिर में दर्द (4) दृष्टि का धूमिल होना (5) हाथ पैरों का अचानक सूजना (6) बहुत समय तक उल्टियां (7) तेज बुखार और सर्दी लगना (गर्भ की प्रारम्भिक स्थिति में अचानक पेट में तेज दर्द (9) भ्रूण की गतिविधि को महसूस न करना।
योनि से रक्त स्राव अथवा धब्बे किस के सूचक हैं? प्रारम्भिक महीनों में योनि से रक्त स्राव या धब्बे लगने के साथ-साथ पेट में दर्द भी हो तो उसे सम्भावित गर्भपात की चेतावनी माना जा सकता है। बाद के महीनों में यदि रक्त स्राव होता है तो उसे इस का संकेत माना जा सकता है कि बीजाण्डासन (प्लैसैन्टा) बहुत नीचे है अथवा वह गर्भाशय की दीवारों से अलग हो गया है।
अचानक वजन बढ़ना, लगातार सिर दर्द, धूमिल दृष्टि, हाथ पैरों में अचानक सूजन आना किस चीज़ के संकेत है? ये लक्षण गर्भकाल में उच्च रक्त चाप के जिसे कि टौक्सीमिया भी कहा जाता है, उसके सूचक हो सकते हैं। ऐसे लक्षण होने पर महिला को रक्त चाप सामान्य करने के लिए अथवा भ्रूण परीक्षण के लिए अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ सकती है। टौक्सीमिया से कई कठिनाइयां हो सकती है जैसे कि भ्रूण की अपर्याप्त वृद्धि, अपरिपक्व प्रसव या प्रसव के दौरान भ्रूण पर संकट।
गर्भकाल में तेज़ बुखार खतरनाक क्यों होता है? ठंडी कंपकंपी के साथ तेज बुखार अथवा बिना सर्दी के तेज़ बुखार इन बात का संकेत हो सकता है कि भ्रूण के आसपास के मैमब्रेन्स में सूजन है जिसे कि एम्निओनिटिस भी कहते हैं। यह भ्रूण के लिए विशेषकर खतरनाक होता है और इस के परिणामस्वरूप अपरिपक्व प्रसव भी हो सकता है।

Thursday, 20 February 2014

सगे जेठ से चुदवाया

 मैं एक उच्च जाती की  फेमली से हु , मेरे पति जी एक फैक्ट्री में सुपरवाइजर है मेरी उम्र 42 साल है पर आज भी 35 - 37 कि लगती हु 32-34 नंबर कि ब्रा पहनती हु मेरी हाइट 5 फिट 6 इंच है मेरे बूब्स सामान्य से ज्यादा बड़े है जो कामुक पुरुषो को बड़ी आसानी से अपनी तरफ खीच लेती है, मैं आधुनिक विचारो कि हु , मैं यहाँ पर जींस - टी सर्ट , लैगी - टाइट कुर्ती भी खूब पहनती हु साड़ी कम ही पहनती हु , मेरा वदन आज भी खूब कसा हुआ है मेरी चुचिया आज भी खूब कड़क है खासकर जब मैं स्पंज वाली ब्रा पहन कर चलती हु तो मेरी चुचिया खूब टाइट दिखती है ,कामुक पुरुष  मुझे जींस टी सर्ट  और लैगी कुर्ती में कामुक नजरो से देखते है मुझे मर्दो को ललचवाने में बहुत मजा आता है  |  पर मैं आज तक मेरे  अलावा किसी और के साथ नहीं सोई रात में क्योकि मेरे पति बहुत ही कामुक और शरीर से बहुत कज्बुत है ओ सप्ताह में कम से कम दो  दिन जरुर चोदते है मैं मेरे पति से बहुत खुस हु पर मेरे सपनो का राजकुमार जो था ओ मैं मेरे पति में नहीं पा सकी क्योकि मेरे पति कि हाइट 5 फिट 8 इंच है जब हम दोनों साथ चलते है तो मैं पति कि लंबाई के बराबर ही दिखती हु जबकि मेरे सपने के राजकुमार में कम से कम 6 फिट से ज्यादा ऊंचा पति कि कल्पना थी जो नहीं पूरी  हुई ,मैं जब भी किसी 6 फिट से ज्यादा ऊँचे जवान को देखती तो सोचने लगती हु कि इसका लण्ड ज्यादा लंबा और मोटा होगा ये चुदाई में ज्यादा मजा देगा पर पति के प्यार और सामाजिक बंधनो के कारण पति से बेवफाई नहीं कर सकती, पर मेरी जिंदगी में एक ब्यक्ति आ ही गया ओ भी मेरे सगे जेठ [मेरे पति के सगे बड़े भाई] जिसके सामने मैंने कभी घुघट नहीं उठाया हमेसा पर्दा किया उनसे , फिर भी ओ मुझे एक रात जेठ जी चोद दिए,  कैसे आगे पढ़िए | 
मैं जींस और टी सर्ट में ऐसी ही दिखती हु 

                    मेरे जेठ जी मेरे पति से तीन  वर्ष के  बड़े है , ये जंहा  पर नौकरी करते है वहा पर बच्चो को पढ़ाने कि अच्छी सुबिधा नहीं है इस कारन मेरे पति ने अपने बड़े भाई के लड़के को अपने साथ लाये पढ़ाने के लिए इस कारण जेठ जी का आना जाना सुरु हो गया मेरे घर पर फोन पर बाते भी सुरु हो गई जेठ जी कि नौकरी हमारे शहर से 600  किलोमीटर दूर है पर ओ अपने लड़के का हाल चाल जानने के लिए स्कूल में मिलने के नाम पर साल में तीन -चार बार आने लगे इस कारण धीरे -धीरे उनके पर्दा कम हो गया क्योकि जब मेरे लड़का, लड़की स्कूल कालेज चले जाए उनका लड़का भी स्कूल चला जाए मेरे पति भी ड्यूटी चले जाए तो मैं अकेली घर में रह जाती उस समय जेठ जी से मजबूरी में बात करने पड़ती थी धीरे -धीरे जेठ जी मेरे साथ मोबाइल में खूब बाते करने लगे अपने बच्चे के बहाने जेठ जी कि पेमेंट बहुत ज्यादा है इस कारण ओ जब भी आते मुझे बढ़िया बढ़िया साड़ी खरीद देते कुछ ना कुछ गिफ्ट जरुर देते मैं मन ही मन उनकी तरफ आकर्षित हो गई |  एक बार जेठ जी आये तो मेरे बालक ने उन्हें कंप्यूटर में फोटो दिखाने लगा जिसमे मेरी कई फोटो जींस टी सर्ट ,टाइट कुर्ती लैगी में भी कई फोटो देखा जिसमे मेरा कसा हुआ बदन -बड़े बड़े बूब्स दिखाई दिया [जैसे ऊपर कि फोटो में है १००% मेरा बदन ऐसा ही लगता है ज़रा सा भी पेट बाहर नहीं निकला है इस उम्र  में भी] जबकि साड़ी में इतना उत्तजित बदन नहीं दिखाई देता है मेरी इन फोटो को देखने के बाद मेरे जेठ जी मेरे ऊपर लट्टू हो गए, पर पर्दा के कारण जेठ जी मुझे कभी छूते नहीं थे पर एक बार क्या हुआ कि ओ बाथरूम कि तरफ जा रहे थे तो मेरे से दरवाजे में टकरा गए तो मैंने मजाक में बोल दिया आपने मुझे छू लिया है आब आपको मुझे मिठाई खिलानी पड़ेगी कुछ  गिफ्ट भी देना होगा यही सजा है आपकी इस पर जेठ जी बोले   जो सजा दोगी मंजूर है मुझे |
                      मैं मन ही मन जेठ जी के साथ चुदाई के बारे में सोचने लगी पर मेरा जमीर मुझे बार बार धिक्करता पर जेठ जी का गठीला बदन और 6 फिट 2 इंच कि लम्बी हाइट मुझे बार बार उनके बारे में सोचने को मजबूर कर दिया , जब मेरे पति और बच्चे घर में रहते तो जेठ जी के सामने साड़ी में घुघट ,में ही रहती खूब पर्दा करती जैसे ही अकेले हो जाती पर्दा करना बंद कर देती मेरी सुंदरता पर मेरे जेठ लट्टू हो चुके थे एक बार जेठ जी आये तो  सोने कि चार चुडिया लगभग 4 तोले कि दिया जिसे मैंने कलाई में पहन लिया जेठ जी मुझे मंहगी -मंहगी जींस और टी सर्ट कुर्ती और लैगी एक बड़े से शापिंग माल से खरीद दिया और शापिंग माल में ही बोले पहन कर दिखाओ तो मैं उन्हें पहन कर दिखा दिया तो जेठ जी तारीफ़ के पुल बाँध दिए मैं बहुत खुस हो गई क्योकि सभी महिलाओ कि सबसे बड़ी कमजोरी होती है उसकी तारीफ़ जेठ जी से अब सरम ख़त्म हो गई जब मैं घर में अकेले रहती जेठ जी के साथ तो गाउन भी पहनने लगी जेठ जी को आते हुए करीब 2 साल हो गए पर जेठ जी को आज तक कोई मोका नहीं मिला कि मेर साथ शारीरिक संबधं बना सके पर एक बार जेठ जी आये तो सारी मर्यादाये तोड़ दिया कैसे आगे पढ़िए | 
               
पीछे से मेरा जिस्म ऐसा ही है १००%
  ऑक्टूबर का महीना था एक बार जेठ जी आये और उस समय घर में कोई नहीं था तो मोका देखकर जेठ जी ने मुझे ''सोने [गोल्ड] के हार'' का डिब्बा दिया और बोले ये लो रख लो तो मैंने पूछा कि क्या है तो बोले की सोने का हार तब मुझे विश्वास ही नहीं हुआ मैंने सोचा ये मजाक कर रहे होगे तो मैंने मजाक मजाक में बोल दिया आप ही पहना दीजिये ना तो जेठ जी ने डिब्बे से हार को निकाला और बोले के के पीछे कि तरफ आँखे बंद करके घूम जाओ तो पहना दू तब मैं आलमारी के कांच के सामने खड़ी हो गई आँख बंद करके तो जेठ जी सोने का हार पहना दिया [जेठ जी ने जैसे ही मेरे गले को छुआ मुझे करेंट सा लगा क्योकि पहली बार पति के सिवा किसी मर्द का स्पर्स हुआ एक अजीब सी सिरहन  आ गई पुरे जिस्म पर और ये सिरहन -स्पर्श बहुत अच्छी लगी] और बोले अब खोलो आँखे तब मैंने आँखे खोला और देखा कि सच में सोने का मोटा सा हार गले में था जिसका बजन करीब तीन तोले से भी ज्यादा था मतलब एक लाख से ज्यादा कीमत का हार मैं मन ही मन खूब खुस हो गई पर खुसी को इजहार नहीं होने दिया , जेठ जी बोले अच्छा है ना तो मैंने स्वीकृत में हां में सर हिला दिया और कमरे से निकलने लगी तो जेठ जी ने मुझे पकड़ कर अपने बांहो में भर लिया और गाल पर किस कर  लिया तो मैं जोर से चिल्ला कर बोली ''ये क्या बेहूदगी है'' और इतना कहकर सोने का हार उतार कर फर्श में फेक दे दिया और मैं बोली रखिये इसे अपने पास अब दुबारा ऐसा कभी नहीं छूना मुझे और मैं हार को वही कमरे में फेक कर चली आई [मैं मन ही मन तो खुस थी जेठ जी के स्पर्श से , पर नौटंकी कर रही थी सती -सावत्री बनने की , जेठ जी को और तड़पना चाहती थी मैं इतनी जल्दी से उन्हें अपनी सुन्दर जिस्म देने को तैयार नहीं थी और मन ही मन सोच रही थी कि जेठ जी से और मंहगी गिफ्ट ले लू जब अपना पत्नीधर्म छोड़ने का मन बना लिया तो मोटी कीमत वसूल लू जेठ जी से ] पर इससे जेठ जी बिलकुल भी नहीं डरे और बोले टीक है अच्छा नहीं लगा तो इसे रख लो अगली बार आउगा तो इससे ज्यादा बजन का लेकर आउगा और हार को मेरे तरफ बढ़ा दिया तो  मैंने रख लिया उसी दिन साम को जेठ जी चले गए | 

                                   जनवरी का महीना था तीन माह माह बाद जेठ जी फिर आये [क्योकि मैंने ही स्कूल से फोन करवा दिया था टीचर से] इस बार जेठ जी आते ही स्कूल में टीचर से मिलने के लिए चल दिए मुझे भी  जिद करके अपने साथ ले   लिया मैं भी उनके साथ गई बाइक से , रास्ते में कई बार उनकी पीठ से मेरे बड़े बड़े स्तन टकराए पर मैं बार बार पीछे खिसक जाती जेठ जी भी बहुत बदमास बार बार ब्रेक मारते और मैं उनकी पीठ से चिपक जाती [मेरे पति फैक्ट्री के किसी काम से पांच  दिन के लिए बाहर गए थे उस समय इस कारण जेठ जी के साथ स्कूल चली गई] फिर मैं पीछे खसक जाती यही करते करते हम स्कूल से मिलकर घर भी आ गए घर आते ही मैं किचेन में घुस गई तो जेठ जी किचेन में आये और पीछे से मुझे सोने का नया हार पहनाने लगे  मैं कुछ नहीं बोली हार को पहन लिया देखा कि इस बार हार 6 तोले से भी ज्यादा बजन का है , मैं मन ही मन बहुत खुस हो गई और जेठ जी को थैंक बोला तो जेठ जी ने मुझे कस कर पकड़ लिया किचेन में ही और मेरे बूब्स को दबा दिया और किस कर लिया मैं इस बार कुछ नहीं बोली और उनके पकड़ को छुड़ा कर बेडरूम में घुस गई जेठ जी भी पीछे पीछे आ गए तो मैंने दरवाजा लगा लिया तो ओ बाहर ही रह गए जब ओ चले गए आगे के कमरे में तो मैं निकल कर बाथरूम में चली गई नहाने के लिए और नहा रही थी तो जेठ जी बाथरूम के दरबाजे के होल से मुझे देख रहे थे मैं जान गई तो और अधिक उनको ललचवाते हुए नहाने लगी बूब्स को दबा दबा के सबुन  लगा लगा कर जब मैं बाहर निकली तो जेठ जी चले गए  मैं बेडरूम में तैयार हो रही थी उस समय मैं सिर्फ सफ़ेद रंग कि ब्रा और पेंटी में बेडरूम में बिस्तर पर बैठी थी तो अचानक जेठ जी दरवाजा खोलकर अंदर घुस आये और अपने मोबाइल से कुछ फोटो खीच लिया मेरी तो मैं जल्दी से उठी और एक साड़ी को लपेटने लगी बदन पर तो जेठ जी बोले कब तक छिपाओगी, मैंने देख लिया सब नहाते हुए तब मैं नज़रे नीची किया और सरमाते हुए बोली आप बहुत बेकार है कोई ऐसे छिपकर देखता है
जेठ जी ने  इस तरह के कपड़ो में देख लिया
 मेरा जिस्म जो  १००% ऐसा ही है

किसी ओरत को नहाते हुए तब जेठ जी ने बोला कि तुम बहुत सेक्सी हो तब मैंने बोला आ जाइये यहाँ से तो जेठ जी जाने के बजाय मुझे पकड़ कर किस करने लगे मेरी बड़ी बड़ी टाइट चुचियो के दबाने लगे और साडी को बदन से अलग कर दिया और अपनी बांहो में भर लिया तो मै  उनसे बोली प्लीज आप जाइये कोई आ जायेगा दिन में तो जेठ जी ने बोला टीक है रात में आ जाउ तो मैं बोली देखुंगी अभी तो जाइये आप तो जेठ जी चले गए मैं एक गाउन पहन कर किचेन में आ गई और जेठ जी को खाना खिलाया और खुद भी खाया और अपने कमरे में आकर सो गई सरबजा लगाकर | 3 बजे तक बच्चे आ गए स्कूल और कालेज से बात बात में साम हो गई सभी ने साम का खाना खाया और 10 बजे तक मैं मेरे बेडरूम में आ गई , जेठ जी लिविंग रूम में सोते थे बाकी तीनो लड़के - लड़किया बीच के रूम में एक ही पलंग पर सोते है | 
                                
             कोई सा भी मौसम हो मैं हमेशा ही रात में ब्रा और पेंटी में ही सोती हु , इस कारण अन्दर से दरवाजा लगा कर रखती हु वैसे भी बच्चे मेरे बेडरूम में दरबाजा नाक किये बिना अंदर नहीं घुसते मैं 10 बजे जब गई तब दरबाजा लगा दिया जब सभी बच्चे सो गए तो रात में 11 बजे के बाद दरबाजे कि कुण्डी खोल दिया और बिस्तर आकर सो गई रात में मैं जब गहरी नींद में थी उस समय मुझे ऐसा लगा जैसे कोई मेरे पास सोया हुआ है और मेरे जिस्म पर हाथ घुमा रहा है , मैं गहरी नींद में थी इस कारण कोई रिस्पांस नहीं दे रही थी,मेरे पति कई बार ऐसा करते है ओ सोते हुए मुझे चोदने लगते है मैं भी नींद में ही चुदा कर नंगी ही सो जाती हु बिना पेसाब किये | मैं गहरी नींद में थी जेठ जी ने मेरे ब्रा का हुक खोल दिया और
मेरे बूब्स कि ओरिजनल पिक , जेठ जी ने लिया है 
मेरे बड़े बड़े बूब्स को सहलाने लगे ,बूब्स को चूसने लगे तो मेरी नींद खुल गई मैं समझ गई कि आज जेठ जी के लण्ड का सुख मिलेगा मुझे पर मैं गहरी नींद का नाटक करते हुए बेड पर पड़ी रही इतने में जेठ जी ने मेरी पेंटी को भी निकाल दिया और रजाई को ऊपर ढकते हुए मेरी बुर को चाटने लगे और एक हाथ से मेरे बूब्स को खिलाने लगे 2 मिनट में ही मैं मछली कि तरह तड़पने लगी चुदवाने के लिए पर अपने जज्बात को काबू किये रही और सोचती रही कब इनके लण्ड का स्वाद लुंगी इतने में जेठ जी ने मेरी दोनों टांगो को फैलाया और और फिर से बुर में  जीभ को डाल -डाल कर चाटने लगे मेरी बुर गीली होने लगी तो ओ समझ गए कि मैं पूरी तरह से तैयार हो चुकी हु चुदाने के लिए ,तब जेठ जी ने अपना लण्ड मेरी बुर में घुसाने लगे तब मुझे मेरी सुहागरात याद आ गई  जब मैंने पहली बार सुहागरात में मेरे पति से चुदवाया था तब उनका लण्ड इतना ही मोटा टाइट लगा था मुझे जितना आज जेठ ही का लण्ड  लगा [मुझे अब पतिदेव का लण्ड 8 इंच का होने के बाद भी कम लंबा लगता
है , बच्चो के पैदा होने के बाद मेरी चूत ढीली हो गई जिसे टाइट करने के लिए एक क्रीम लगाती हु जिसका फायदा मुझे आज पता चला जेठ जी के लण्ड लेने के बाद]जब जेठ जी लण्ड घुसेड़ने लगे तो उन्हें कुछ तकलीफ हुई तो ओ उठकर ड्रेसिंग टेबल से कियो कार्पिन तेल की सीसी निकाल लाये और एक ढक्कन तेल मेरी बुर में डाल दिया और ढेर सारा तेल मेरे स्तनो पर उड़ेल दिया और लण्ड को पूरा का पूरा एक झटके में भस्भसा कर घुसेड़ दिया 'ओ माई गाड ' क्या मस्त मोटा और लंबा लण्ड है इनका है ,मैंने उस समय अनुमान लगाया की करीब 11 इंचा से भी बड़ा और मेरी कलाइयों से भी ज्यादा मोटा लण्ड होगा [मैं अभी भी लम्बे लम्बे खराटे लेने कि नौटंकी कर रही थी] जेठ जी ने अपने मोटे और लम्बे लण्ड  का झटका मारना सुरु किया तो मुझे असीम आनंद कि अनुभूति होने लगी मैं अपने आपको रोक नहीं पाई और जेठ जी के सीने में हाथ घुमाने लगी तो जेठ जी मेरे ऊपर लेट गए और मेरे गालो को किस करने लगे मेरे लरजते हुए होठो को चूसने लगे ,मैं भी उनकी जीभ को चूसने लगी और उनकी पीठ पर ,गालो पर , चूतड़ो पर हाथ घुमाने लगी , मैं  चुदाने का असीम आनंद लेने लगी कि ये क्या हुआ जेठ जी ने अपनी चुदाई कि स्पीड बढ़ा दिया और हांफते हुए वीर्य छोड़ दिया बुर में और निढाल हो कर लेट गए मेरे ऊपर, मैं अभी भी अपने चूतड़ो को बार बार उठा रही थी और जेठ  जी के चूतड़ो को पकड़ कर आगे -पीछे कर रही थी पर जेठ जी धक्के मारना बंद कर दिए पर मैं अभी भी अपने चूतड़ो को बिस्तर पर जेठ जी के लण्ड के साथ घिसती रही पर जेठ जी का लण्ड सुसुक कर मेरे बुर से बाहर निकल गया और मैं अतृप्त रह गई और जेठ जी के प्रति मन में घृणा के के भाव आ गए मैंने उन्हें लगभग धक्का देते हुए नीचे गिरा दिया और रूखी आवाज में बोली '' बस इतनी ही मर्दानगी है आप में '' तो जेठ जी ने कान में  धीरे से कहा '' क्यों तुम संतुष्ट नहीं हुई '' तो मैंने बोली '' क्या करेगे अब मेरी संतुष्टि -असंतुष्टि को जानकार आप तो रिलेक्स हो गए ना '' तो जेठ जी बेसरम कि तरह दांत निपोरते हुए बोले '' तुम इतना टाइम लेती हो तुम्हारी जेठानी तो इतनी देर में फुरसत हो जाती है '' तब मैं लगभग खिसियाते हुए बोली '' मुझे झरने (स्खलित) के लिए कम से कम लगातार 20 मिनट तक झटका देना होता है '' तब जेठ जी फिर से बोले कि ओ (मेरे पति का गाव का नाम लिया) इतनी देर तक झटके मारता है तुम्हे '' तो मैं गर्व से बोली '' ओ तो लगातार 20-25  मिनट तक झटके मारते है '' इस पर जेठ ने बोला कोई बात नहीं कल कर दुगा तुम्हे संतुष्ट मैं बोली ''टीक है आप जाइये कही बच्चे  न जाग जाए '' तब जेठ जी जाने लगे जाते जाते मेरा किस करने   के लिए आगे बढे तो मैंने  मुह पकड़ लिया हाथ से तो फिर बोले '' गुस्सा हो अभी तक '' तो मैं बोली ''आप मेरे तन कि आग भड़का कर जा रहे है गुस्सा नहीं होउ तो क्या खुस होउ '' तो जेठ जी फिर मेरी तरफ झुके किस करने के लिए और हाथ बढ़ाया मेरे  बूब्स को दबाने के लिए तो मैंने उनका हाथ पकड़ लिया और गुस्से के साथ बोली '' जाओ आप यहाँ से '' तो जेठ जी ओके ओके ओके करते हुए चले गए मैं अंदर से दरबाजा लगाकर ब्रा -पेंटी को पहना और सो गई और बहुत देर तक जिस्म कि आग में ताप्ती रही कब नींद आ गई पता ही नहीं चला सुबह 6 बजे नींद खुली तो जल्दी जल्दी साड़ी -ब्लाउज पहनी और हाथ मुह धो कर किचेन में घुस गई बच्चो के लिए टिपिन बनाया बच्चे स्कूल चले गए लड़की भी कालेज चली गई 10 बजे | अब सिर्फ मैं और जेठ जी घर में बचे जेठ जी को नास्ता बना कर दिया तो मेरा हाथ पकड़ कर अपने पास बिठा लिया और बोले अभी भी नाराज हो तो मैं बिफर कर बोली '' हां नाराज हु '' तो जेठ जी बोले टीक है मत नाराज हो आज रात में तुम्हारी नाराजगी दूर कर दुगा और मेरे को किस करने लगे तो मैं जेठ जी का मुह पकड़ लिया और किस नहीं करने दिया और  उठ कर चली गई जेठ जी नास्ता करने लगे तो मैं चुपचाप वाथरूम में घुस गई नहाने के लिए जब मैं नहाने लगी तो जेठ जी ने वाथरूम का दरवाजा खटखटाया तो मैं बोली ''कौन है '' तो जेठ जी बोले ''मैं हु '' तो मैंने कहा '' क्या काम है '' तो बोले '' मैं नहला दू क्या '' तो मैंने मना कर दिया फिर भी जेठ जी नहीं माने [मैं भी मन ही मन चुदाई के लिए तैयार हो गई रात भर से जिस्म जला जा रहा था लगता था मेरी जिस्म कि प्यास बुझ जाए इस लिए मैं तैयार हो गई फिर से ]और जिद करने लगे तो मैंने कहा ''दरवाजा खोलने के  पहले घर के  सभी दरबाजे और खिड़किया बन्द कर दीजिये कोई आ नहीं जाए या देख नहीं ले'' तो जेठ जी जल्दी से गए और सभी दरबाजे खिड़किया  बन्द करके आ गए तो मैंने दरबाजा खोल दिया बाथरूम का तो ओ अंदर आ गए मैं  उस समय सिर्फ ब्रा और पेंटी में नहा रही थी जेठ जी आते ही मेरी ब्रा को खोल कर अलग कर दिया उजाले में और मेरे बूब्स पर ''डव '' साबुन समूचे वदन में लगा दिया और जांघो को ,पीठ को खूब घिसा मैं चुदाने के लिए तैयार होने लगी तब  स्तनो पर साबुन  को लगाकर  स्तनो कि मालिश करने लगे मेरे बड़े बड़े स्तन उनके हाथ में समा नहीं रहे थे मैं भी उत्तजित हो गई और जेठ जी के लण्ड पर साबुन लगाकर खिलाने लगी पहली बार दिन के उजाले में जेठ जी का लण्ड देखा उनका लण्ड सच में करीब 12 इंच (एक फिट) लंबा और मेरी कलाइयों से भी ज्यादा मोटा था मैं लण्ड को दिन के उजाले में देख कर बहुत उत्तेजित हो गई [जेठ जी का लण्ड टेढ़ा है और नीचे कि तरफ झुका हुआ है किताब में पढ़ी थी जो मर्द हथमैथुन करते है उनका लण्ड टेढ़ा पड़ कर नीचे कि तरफ झुक जाता है ] मैं उत्तेजना में आ गई और बाथरूम में ही बैठ गई [उस दिन आसमान में बादल थे इस कारण ठंडी नहीं थी] तब ओ भी मेरे पास आकर बैठ गए और हम दोनों एक दूसरे के जननांग में साबुन  लगा लगा कर मस्ती करने लगे इतने में जेठ जी में अपना 12 इंची फन फनाता हुआ लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया उनका लण्ड सीधे मेरी बच्चेदानी पर टच हो गया [उनका लण्ड मेरी नाभि तक पहुच गया था बुर के अंदर] बच्चेदानी पर लण्ड छूते ही मेरे तन -वदन में ऐसी ज्वाला भड़की  जैसे किसी ने 5 लीटर पेट्रोल डाल कर माचिस लगा दिया हो शरीर में ,मैं जल्दी जल्दी मेरे चूतड़ो को बाथरूम के चिकनी फर्स और लण्ड के साथ घिसने लगी तो जेठ जी ने भी अपने लण्ड का ठोकर मारना सुरु कर दिया मैं चरम आनंद ले रही थी और मुह से जोर जोर से आ आ आ आ आ आ अ अह अह ह अह अह अह अह अह ह हां अह स्स्सस्स स्स्स् स्स्स्स् स्सा स्स्स्स्स् स्स्स् स्स्स्स्स्सा उउउउउउ आ आ आ आ उउउ ऊ य्य्य्य य्य्य्य्य्य या या या य़ा या या आ य्य्यय्य्य्य्य्य्य्य्य्य आ आ आ आ आ आह आह आह सी सी सी सी सी ऊ आ आ आ अ अ आ कि आवाज निकालने लगी जेठ जी पूरी ताकत से ठोकर मार रहे रहे थे पर अचानक जेठ जी ने पिछली गलती को दोहराते हुए जल्दबाजी कर गए और जल्दी जल्दी  ठोकर  मारने लगे और सिर्फ 3 मिनट कि चुदाई में पतला से बीर्य मेरी चूत में छोड़ दिए पर मैं उस स्थित में थी कि बयान नहीं कर सकती हु मैं पागल जैसे हरकते करते हुए जोर जोर से लण्ड पर चूत घिसने लगी पर जेठ जी का लण्ड सुसुक कर बाहर निकल गया और मैं तड़पती रही और अपने दोनों जांघो को आपस में कस कर दबा लिया और अपने वदन कि ज्वाला में जलने लगी तो जल्दी से सावर को खोल दिया और ठन्डे पानी के नीचे बैठ गई जब वदन कि ज्वाला कम हुई तो जेठ जी की तरफ देखा तो ऐसा गुस्सा आया जेठ जी पर कि खीच कर एक लात मारु पर मैं अपने आपको काबू किया और नफरत भरी निगाहो से उनकी तरफ देखी तो ओ अपनी नजरे नीची कर लिया ,मैंने उनके लण्ड कि तरफ देखा जो सुसुक कर मरियल हो कर लटक चुका था तब मैंने उन्हें बोली '' मैं नहा लू '' तो ओ कुछ नहीं बोले और अपने बनियान और चढ्ढी हाथ में लिया और बाथरूम से बाहर चले गए तो  मैं ठंढे पानी में बहुत देर तक नहाती रही और फिर एक टावेल लपेटकर बाहर आ गई और बेडरूम में जाकर कपडे पहनने लगे तो ओ फिर से आ गए तब मैं गुस्से में आगबबूला हो गई पर कुछ नहीं बोली ओ मुझे कपडे पहनते हुए देखते रहे जब मैंने कपडे पहन लिया तो बोली ''देखा लिया हो तो जाओ नहा लो '' मेरे सब्दो में उनके प्रति सम्मान कि भाषा ख़तम हो गई थी ओ बिना  कुछ बोले बेडरूम से चले गए मैं तैयार होकर निकली और आगे का दरवाजा खोल दिया और टीवी देखने लगी कुछ देर में जेठ जी आ गए नहाकर तो मैं किचेन में घुस गई  और खाना बनाने लगी तो किचेन में आये और बोले चलो बाजार चलते है कुछ खरीदना है मुझे तो मैं बोली आप अकेले चले जाइये तो बोले नाराज नहीं हो चलो मेरे  साथ तब मैं अनमने मन से तैयार होकर उनके साथ बाजार चली गई ,बाजार में जेठ जी बोले कुछ लेना है क्या [मैं मन ही मन सोची कि जब इन्हे अपनी इज्जत दे दिया है तो अब इनसे खूब माल खीच लू ,ये लट्टू है और दबे भी है क्योकि मुझे संतुष्ट जो नहीं कर पाये] तो मैं बोली नहीं कुछ नहीं लुंगी ,जो चाहिए था उसमे तो आप फेल हो गए तो ओ कुछ नहीं बोले और एक सोने कि दूकान के सामने बाइक रोक दिया और कान में बोले जो लेना है ले लो मना नहीं करुगा , तब मैं बोली टीक है अंदर चलिए और अंदर जा कर एक 2 तोले की कान कि झुमकी देखी और 5 तोले के मोटी सी ''चैन'' [पति देव के लिए जिन्हे मैंने धोखा दिया, सोचा उन्हें गिफ्ट कर दे दुगी तो खुस हो जायेगे] और दो बजनी पायल ले लिया जेठ जी ने करीब दो लाख पांच  हजार के पेमेण्ट कर दिया अपने क्रेडिट कार्ड से जेठ जी फिर बोले और कुछ लेना है क्या तो मैं बोली नहीं तो फिर से बोले ले लो तब मैं बोली टीक है और एक साड़ी कि दूकान में गई और पांच मंहगी -मंहगी साड़िया भी ले लिया जब तक मैं साड़ी देख रही थी तब तक जेठ जी पास कि मेंडिकल कि दूकान में गए वहा से कुछ लिया और आ गए साड़ी कि दूकान में भी पेमेंट कर दिया और कुछ फल ,सब्जी लेकर घर आ गई तब तक दोपहर के 2 बज गए थे जल्दी जल्दी खाना बनाया और बच्चो के आने के पहले जेठ जी खिलाया और जल्दी जल्दी मैं भी खाई और जाकर सो गई अपने रूम में ,थकावट के कारण गहरी नींद लग गई और साम को 5 बजे नींद खुली फिर से खाने कि तैयारी में जुट गई साम के 9 बजे तक सभी खा लिये तो मैं 10 बजे तक अपने बेडरूम में आ गई दरबाजा लगाया और ब्रा पेंटी पहन कर सो गई पर गहरी नींद नहीं आई तब रात में 12 बजे चुपचाप दरबाजा खोल दिया और दबे पाँव जेठ जी को जगा कर वापस आ गई कुछ ही मिनट में जेठ जी फिर से आ गए बेडरूम में [मेरा तन-वदन सेक्स के लिए तड़प रहा था] तो मैं बोली बहुत थकी हु और आप फिर वैसे ही अधूरा छोड़कर थका देगे तो जेठ जी बोले नहीं इस बार नहीं थकाऊगा पक्का तो मैं बोली क्यों ऐसा क्या हो गया आज तो जेठ जी बोले आज ''वियाग्रा ''




के दो गोली खा रखी है आज तुम्हे संतुष्ट कर दुगा तब मैं बोली टीक है देखती हु आपकी मर्दानगी वियाग्रा के साथ और हसने लगी तो जेठ जी ने मुझे किस किया और मेरे स्तन को दबा दिया तब मैं बोली ''बहुत थकी हु'' तो जेठ जी बोले ''तेल लगाकर मालिश कर दू क्या '' तो मैं स्वीकृत में सर हिला दिया[मर्दो के हाथ से तेल मालिश बहुत अच्छी लगती है मेरे को] तब जेठ जी मेरी ब्रा का हुक खोलकर ब्रा को अलग कर दिया तब मैंने मेरी पेंटी उतार दिया और नंगी हो गई पर अँधेरे में  कुछ नहीं दिखाई दे रहा था तो जेठ जी बोले ''कैसे लगाउ  तेल कुछ दिख नहीं रहा है '' तो मैं उठकर जीरो वाट का लाल बल्व जला दिया तब जेठ जी उठे और ड्रेसिंग टेबल से तेल कि सीसी निकाला और मैं पीठ को ऊपर करके लेट गई तो ओ मेरे जांघो में पीठ में कमर में सभी जगह पर खूब तेल लगाया लगाया और कुछ ताकत लगाकर मालिश किया मेरी थकाई दूर हो गई तब मैं पीठ के तरफ से लेट गई तो जेठ जी फिर से मेरी जांघो में पेट में स्तनो पर तेल लगाके लगाकर खूब मालिश किया सारा वदन तेल से चिकना हो गया तो ओ मेरे स्तनो पर  तेल डाल कर स्तनो कि मालिश करने लगे स्तन बार बार उनके हाथो से मछली कि तरह फिसल रहे थे फिर ओ मेरी बुर में तेल लगा कर बुर को उगली से सहलाने लगे कुछ देर बाद ओ मेरी बुर को चाटने लगे तो मैं बेहतरीन चुदाई के लिए तड़पने लगी तो   ओ मुझे बिस्तर के किनारे खीच लिया और ओ बिस्तर के नीचे खड़े हो गए और अपना 12 इंची मोटा लण्ड घुसेड़ कर खड़े होकर लण्ड को आगे -पीछे करने लगे [मैं इसी समय महीना होने वाली थी इस लिए कंडोम नहीं लगाने दिया प्योर लण्ड (बिना कंडोम के) कि चुदाई का मजा अलग ही है]  जेठ जी का लंबा लण्ड मेरे यू ट्रस्ट [बच्चे दानी के मुह में लण्ड का ठोकर परम सुख देता है] के मुह पर ठोकर मार रहा था जेठ जी का लण्ड आज ज्यादा लंबा और मोटा ,टाइट लग रहा था आज कुछ ज्यादा ही आनंद आने के लालसा मन में पाल लिया मैंने जेठ जी खड़े खड़े लण्ड का ठोकर मार रहे थे मैं स्वर्ग कि सैर करने लगी चरम आनंद कि अनुभूति होने लगी जेठ जी लगातार झटके  मारते रहे 7 मिनट तक मैं अब धीरे
इस तरह कि लौकी (Gourd) पर कंडोम 
लगाकर अपने तड़पते जिस्म कि प्यास बुझाई 

धीरे माध्यम  पड़ाव कि और बढ़ रही थी , मेरे मुह से उ उ उ  आ अ अ अ अ अ अ अ अ अ  अह आह आह आह आ सेंसेस स्स्स्स्स्स्स्स्स् स्स्स्स् स्स्स्स्स्स आआआआ आ आ आआआआअ र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र र्र्र्र्र्र् र्र् र्र्र्र्र्र्र्रर्र्र्र्र्र्र्र्र्र  उ उउ उ  उउऊऊऊऊऊ कि आवाज निकालने लगी इस तरह कि स्थित में मैं , कम से कम 15 मिनट तक लण्ड  का ठोकर खाना पसंद करती हु,पर आज फिर से जेठ जी ने वही गलती किया ओ अचानक जल्दी जल्दी लण्ड को आगे पीछे करने लगे और 9 मिनट में ही अपना वीर्य छोड़ दिया मेरी चूत में और 10 -15 झटके के बाद उनका लण्ड ठंडा पड़ने लगा पर मैंने आज पहले ही ब्यवस्था कर रखा था [मुझे पता था जेठ जी आज भी अधूरा ही छोड़ेगे और इस बार भी मैं संतुष्ट नहीं हुई तो मैं बीमार पड़ सकती हु मुझे इस कंडीसन में जब संतुष्ट नहीं होती हु कई बार तो मिर्गी जैसे दौरे पड़ने लगते है ] मैं जेठ जी जी से बोली '' हो गया आज भी टॉय -टॉय फिस्स '' तो ओ सर्मिन्दा हो गए और लण्ड को बाहर निकाल लिया तो मैं बोली '' चलिए इधर आइये'' जब जेठ जी बिस्तर पर चढ़ गए तो मैंने उन्हें एक फिट लम्बी और खूब मोटी लौकी [Gourd] दिया जिस पर कोहिनूर [स्पेसल वाला जिसके ऊपर हल्का सा खुरदुरा पन रहता है ज्यादा मजा लाने के लिए मेरे पति यही यूज करते है और कंडोम लगे होने से लौकी टूटे भी तो बुर के अंदर नहीं रह जाए] कंडोम लगा हुआ था मैंने लौकी को देकर जेठ जी को बोली इससे करिये तो ओ मेरी तरफ देखते ही रह गए और बोले '' ये तो बहुत मोटी है उसका [मेरे पति का नाम लिया] भी इतना ही बड़ा और मोटा है '' तो मैं मैं बोली '' हां उनका तो इस लौकी कि तरह लंबा और मोटा है '' [मैंने सोचा इन्हे असली बात कई बताउ इस लिए पति कि तारीफ़ किया ] तब ओ कुछ नहीं बोले और मेरी बुर में लौकी डालने लगे तो मुझे हल्का सा दर्द हुआ तब मैं उनसे बोली कि थोड़ा तेल लगा लीजिये और मुझ को फिर से गर्म करिये मैं ठंढी पड़ गई हु तब जेठ जी फिर से मेरी बुर को लालीपाप कि तरह चाटने लगे मैं 3 मिनट में ही फिर से गरम हो गई तब जेठ जी का लण्ड फिर से खड़ा हो गया तो ओ अपना लण्ड डाल दिया और बुर में झटके मरने लगे और 4 मिनट में ही ठन्डे पड़ गए तब मैंने जल्दी से लौकी को अपने बुर में डाल लिया और अपने हाथो से ही हिलाने लगी तो जेठ जी ने लौकी को पकड़ लिया अपने हाथ से और मेरी बुर में लौकी को आगे पीछे करने लगी मैं धीरे धीरे लौकी कि चुदाई का मजा लेने लगी लगा तार 15  मिनट तक लौकी से अपने को चुदवाने लगी पूरी एक 'फिट' लम्बी लौकी ने मुझे खूब चोदा और मैं जब स्खलित हो गई तो थक  कर चूर हो गई जेठ जी को कमरे से निकाल कर नंगी  ही सो गई सुबह 8 बजे नींद खुली तब तक दोनों बच्चे स्कूल चले गए बुना टिफिन लिए , लड़की 10 बजे कालेज चली गई तो घर में मैं और जेठ जी अकेले रह गए , जेठ जी को नास्ता दिया जब ओ खाने लगे तो मैं बाथरूम में नहाने चली गई तो जेठ जी फिर से आ गए और बोले नहला दू तो मैंने मना कर दिया और नहा धोकर बाहर निकली दोपहर का खाना बनाया जेठ जो को खाना दिया और मैं भी खा कर सोने जाने लगी  तो जेठ जी आ गए और बोले एक बार और करवा  लो तो मैंने फिर मना कर दिया पर ओ नहीं माने तो मैं नंगी हो कर लेट गई और उन्हें बोली आप अपना नसा उतार लीजिये तो जेठ जी जल्दी जल्दी झटके  मारे और लण्ड को ठंडा करके चले गए मैं सो गई दरवाजा लगाकर साम को जेठ जी चले गए और मैं बेसब्री से मेरे पति के आने का इन्तजार करने लगी | 
                          
 [अतृप्त और कामाग्नि में जलते हुए जिस्म कि प्यास पति देव ने बुझाई]
 
 दो दिन बाद मेरे पति देव  सुबह 10 बजे आ गए मैं समझ गई मेरी बुर का भूखा शेर आ गया आज रात में ये मुझे खूब चोदेगे और वही किया कैसे आगे कि लाइन देखो
      
                  पति जी खूब थके हुए थे ओ खाना खा कर सो गए तो साम को 5 बजे उठे तो मैं बोली चलिए बाजार चलते है कई दिन हो गए सब्जी नहीं है तो पति जी के साथ साम को 6 बजे बाजार चली गई और रास्ते में उनसे ''वियाग्रा '' के बारे में बोली तो ओ मेरे से पूछे कि क्यों पूछ रही हो तो मैंने बताया कि एक पेपर में पढ़ी हु तो पति जी बोले टीक है तुम्हारी ये सौक भी पूरी  कर दुगा जब मैं सब्जी लेने लगी तो पति जी एक मेडिकल कि दूकान से वियाग्रा के टेबलेट और कोहिनूर कंडोम [खुरदुरा वाला] ले लिया 7 बजे तक हम दोनों घर आ गए मैं जल्दी जल्दी खाना बनाई और सभी को खाना खिला दिया बच्चो को पढने कि हिदायत देकर टीवी बंद करवा दिया और 10 बजे तक बेडरूम आ गई और पति देव  जी का इन्तजार करने लगी [पडोश में अखंड मानस का पाठ था इस कारण पति जी 9 बजे खाना खा  कर वहा चले गए थे] जब तक ओ आते तब तक मैंने मेरी बुर और कखौरी को साफ़ कर के चिकनी कर लिया , और इन्तजार करने लगी तो नींद लग गई रात में 1 बजे मेरी नींद खुली तो देखा कि पति जी मेरे बूब्स को सहला रहे थे [घर के इंटर लॉक कि चाबी पति जी साथ ले कर गए थे जिससे कि बिना किसी का डिस्टर्ब किये घर में आ जाए] तो मेरी नींद खुल गई तो मैं पति से नागिन कि तरह लिपट गई  और उन्हें किस करने लगी और उनका 8 इंची लंबा और मोटा लण्ड को खिलाने लगी [पति जी का लण्ड आगे पतला और पीछे मोटा और ऊपर कि तरफ 40 डिग्री में खड़ा है , जबकि जेठ जी का लण्ड आगे कि तरफ मोटा और पीछे कि तरफ पतला और नीचे झुका हुआ है] तो पति जी घूम कर मेरी बुर पर हाथ रखा और उजाले में [हस्बैंड जी को पूरे उजाले में चोदने में ज्यादा मजा आता है इस कारण रूम कि ट्यूबलाइट जला दिया है]चिकनी बुर देख कर  खुस हो गए और बोले ''आज ही साफ किया क्या'' तो मैं बोली ''हां '' तब पति जी बुर को चाटने लगे और मैं सम्भोग के लिए मन ही मन तैयार हो गई और हस्बैंड का लण्ड खिलाने लगी , पति देव चूत को चाट - चाट कर मेरे तन -वदन में आग लगा दिया ,[इनकी आदत है ये पहले मुझे खूब तपाते है जब मैं जलने लगती हु तो लण्ड के ठोकरो कि बरसात से मुझे  बुझाते है जबकि जेठ जी आग तो लगा देते थे पर आग को बुझाने के पहले खुद ही बुझ जाते थे] मैं उनका हाथ पकड़ कर खीचने लगी और कहने लगी अब ज्यादा  नहीं तड़पाओ जानु तो ,पति जी अभी चोदने के मुड़ में नहीं तड़पाने के मुड़ में दिखे तो मैं उनके ऊपर चढ़ गई और उनका लण्ड अपनी मुलायम बुर में डालने लगी पर अन्य दिनों कि तुलना में आज इनका लण्ड ज्यादा मोटा और लंबा लग रहा था ,मैंने अपने चूतड़ो को पति जी के पीछे घुमा लिया और 
सबसे पहले इस तरह से 9 मिनट तक पति को चोदा
लण्ड को अपनी बुर में फंसा लिया [जैसे इंजन का पिस्टन -सिलेंडर के अंदर फिट हो जाता है उसी तरह बुर-लण्ड फिट हो गए] और मैंने अपने दोनों हाथो को पति जी के घुटनो पर रख लिया और मदमस्त हाथी कि तरह लण्ड के उपर झूम झूम कर कूदने लगी पति जी मेरे चूतड़ो पर हाथ घुमा घुमा कर मुझे उत्तेजित करते रहे मैं लगातार 4 मिनट तक पति जी के घुटनो को पकड़ कर लण्ड पर कूदती रही फिर मैं घूम कर पति जी के सीने में अपने दोनों हाथो को रख लिया और फिर लण्ड पर कूदती रही रात के अँधेरे में झींगुर कि आवाज और मेरे चूत और पति के लण्ड के टकराने कि आवाज फट फट फट गूंज रही थी पति जी मेरी चुचियो को  चूसने लगे जैसे सोने पर सुहागा  हो गाय हो मैं मदमस्त होकर पति को चोदती रही पति जी मेरे चुचियो को चूसते रहे इस तरह से लगातार 5 मिनट तक मैं  चोदती रही पति जी को जब मैं थकने लगी तो पति जी समझ गए और मुझे घोड़ी बना दिया और खुद घोड़ा बन गए [मेरे पति जी में घोड़े जैसी इस्तेमाना है ]
पति देव  ने इस तरह से घोड़ी बनाकर 7 मिनट तक चोदा
और अपने मोटे लण्ड का तुफ़ानी ठोकर मारने लगे बड़े प्यार से बिना आवाज किये मैं बीच बीच में अपने एक हाथ से पति जी के सीने पर प्यार से हाथ घुमाती रही पति जी मस्त ताकतवर घोड़े कि तरह झटके मारते रहे और बीच बीच में मेरी चुचिओ को भी दबा देते तो ऐसा लगता जैसे जलती हु आग में कोई केरोसिन का तेल डालकर आग को और अधिक भभका देता है मैं उसी तरह से पति के हाथो का चुचियो पर स्पर्श से कामाग्नि से धधक जाती तो पति जी के हाथ को हटा देती पर पति जी बार बार मेरी कामाग्नि को भड़काते जाते और लण्ड के ठोकरो कि बौछार से पानी भी डालते रहते फिर आग को भड़काते और फिर लण्ड के ठोकर कि बौछार करते इस तरह से पति 7 मिनट तक घोड़े कि तरह चोदते रहे मैं स्खलन [तृप्ति] के बीच तक पंहुच चुकी थी तब पति देव ने जल्दी से 
पतिदेव ने इस तरह कि पोजीसन में 5 मिनट तक झटके दिए मेरी बुर में
अपने ताकतवर हाथो  से मुझे पलट कर पीठ के तरफ से बिस्तर में लिटा दिया और मेरी दोनों टांगो को ऊपर कि तरफ उठा दिया और हाथ को मेरे गले के पास बिस्तर में रख लिया और फिर लण्ड के झमाझम बारिश सुरु कर दिया बीच बीच में झुक झुक कर मुझे किस करते मेरी चुचियो को चूसते कभी कभी मेरे जीभ को अपने मुह के अंदर ले लेते और जीभ को चूसते [मेरी कामाग्नि जीभ और स्तनो को चूसने से सबसे अधिक बढती है ] और जोर जोर से झटके मारते मेरे मुह से उ उ उ आ आ आ आह आह आह आ आह आह आह स्स्स्स सस्स स्स्स्स उउउउउउऊऊऊऊऊ आआ आए आए आआआआआआआअ आआआआआआआआआआआअह्ह स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स अस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ईएसएस ओस्स्स्स्स्स्स्स्स्स ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्हह्हह्हह्हह आ ह्ह् ह्ह कि आवाजे निकालने लगी पतिदेव जी लगातार 5 मिनट तक जोरदार झटके देने के बाद मेरे टांगो को बिस्तर में रख दिया और मेरे ऊपर
चुदाई कि अंतिम पड़ाव में में पतिदेव ने लगातार 5  मिनट तक झटके मारा और हम दोनों एक साथ स्खलित हो गए
अपना 80 किलो का बजनी शरीर जो मुझे उस समय किसी फूल कि तरह लगा रहा था रखकर अपने एक हाथ को मेरी कमर के नीचे और एक हाथ को मेरी गर्दन के नीचे रखकर मुझे पकड़ किया और जोर जोर से झटके मारते रहे मैंने मेरी बुर के अंदर कि मांसपेसियों को आपस में अंदर कि तरफ खीच लिया जिससे बुर एक दम से टाइट पड़ गई लण्ड बुर के साथ चिपकते हुए घिसाने लगा , ये मेरेअस्खलन कि निसानी है जो मेरे पतिदेव जी को पता है, ओ जान गए कि अब ज्वालामुखी फटने वाला है [मतलब मैं स्खलित होने वाली हु] मैं बुर कि मांसपेसियों को को 2 मिनट तक अंदर कि तरफ खीचे रखी पतिदेव ने झटको कि स्पीड बढ़ा दिया
मेरे मुह से उ उ उ आ आ आ आह आह आह आ आह आह आह स्स्स्स सस्स स्स्स्स उउउउउउऊऊऊऊऊ आआ आए आए आआआआ आआआअ आआआआआआआआआआआअह्ह स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स सस्स्स् स्स्स्स्स्स्स्स्स अस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ईएसएस ओस्स् स्स्स्स्स्स्स्स ओह् ह्ह् ह्ह्ह् ह्ह्ह् ह्ह ओह्हह् हह्हह्हह आ उ उ उ और जोर जोर से मारो जानू और जोर जोर और जोर और  जोर सेमारो जानु करती रही और मुह से आबाज निकालते रही जोर जोर कि आवाज के साथ चुदाई कि चरम आनद को लेती रही और पति जी मेरी पूरी  जीभ को अपने मुह में डालकर कर इतनी जोर जोर से चूसते कि प्यूरी जीभ उनके मुह के अंदर चली जाती और पूरा का पूरा लण्ड मेरे गर्भासय [यू ट्रस्ट]के मुह तक ठोकर मारता और मैं स्वर्ग के शैर करती  स्वर्ग  से अचानक धरती पर आ गए दोनों मैं पति देव जी से जोर से चिपक गई जैसे नाग नागिन आपस में दो जिस्म एक जान हो जाते है इसे तरह से हम दोनों इस ठंडी में पसीना पसीना होकर एक दूसरे के साथ चिपक गए पति जी का गाढ़ा वीर्य मेरी बुर से बहने लगा पर मैं 25 मिनट कि चुदाई में इतना थक गई जितना 5 किलोमीटर दौड़ने से कोई थकता है हम दोनों बिस्तर में अगल बगल में लेट गए चिपक कर और 15 मिनट तक चिपके रहे , मेरी बुर से निकला  बीर्य  बिस्तर में फ़ैल गया फिर हम दोनों उठे पेसाब किया और मैं किचेन में गई एक एक गिलास दूध गर्म किया दो दो चम्मच डाबर का चैवनप्राश खाये और दूध पीए और फिर बेडसीट को बदल दिया बहुत देर तक बाते करते रहे घड़ी में देखा कि 2 बज गए थे ताम हैम दोनों बाते करते करते सो गए तो सुबह 9 बजे नींद खुली , आज दोनों बच्चे फिर से बिना टिफिन लिए स्कूल चले गए मैं उन्हें फोन किया कि आज स्कूल कि केंटीन से कुछ लेकर खा लेना 10 बजे लड़की कालेज चली गई टिफिन लेकर फिर खाना बनाया और पति देव जी के साथ खाया और दोनों एक साथ फिर से दिन के उजाले में चुदाइ किया मेरा अतृप्त जिस्म पूरी तरह से तृप्त हो चुका था , मैं मन ही मन कसम खाई कि आज के बाद कभी भी जेठ जी से  या किसी गैर मर्द से नहीं चुदवावाऊगी  | 
                                 मैं मन ही मन बहुत खुस थी क्योकि जेठ जी से 20 तोला सोना ऐठ लिया [चुदाई की कीमत 20 तोला  सोना] । और बहुत से कपडे भी खरीद लिया , जेठ जी द्वारा खरीदी गई सोने कि चैन पतिदेव को गिफ्ट कर दिया जब उन्होंने पूछा कि कहा से इतने रुपये  आये तो बता दिया कि बचत करके आपके लिए खरीद लाइ हु तो पतिदेव जी भी खुस हो गए जेठ जी अभी भी आते है पर मैंने उन्हें एक बार डॉट कर भगा दिया और बोली कि आज से मुझे छूने कि कोशिस नहीं करना तब से जेठ जी डर गए और मेरी तरफ देखना तक बंद कर दिया मेरे और जेठ जी के शारीरिक संबध को कोई नहीं जाना पाया फिर जेठ जी का लड़का मेरे यहाँ से पढ़ाई पूरी कर चला गया जेठ जी का आना जाना बंद हो गया | 
                  जेठ जी ने मेरा भ्रम तोड़ दिया , लंबा ऊचा मजबूत शरीर वाला मर्द अच्छी चुदाई कर सकता है 5-6 इंच के लम्बे लण्ड से भी किसी भी ओरत को संतुष्ट किया जा सकता है , अब मैं लम्बे ,हट्टे-कट्टे मर्द को देख कर नहीं ललचाती हु मेरे पति कि चुदाई से खूब संतुष्ट हु और इसके बाद किसी गैर मर्द से सम्भोग के लिए नहीं सोचा मन में |  

----यह सत्य कहानी एक महिला ने भेजा है -----