Sunday, 17 November 2013

स्कूल टीचर नीता सबरवाल कि चुदाई

प्यार की यह सत्य घटना है जो सन 2000 में सुरु हुई और सन 2014 में भी ख़त्म नहीं ' हुई पूरी सत्य कहानी इस तरह से है | [ मेल से मिली ]
नीता,रानीमुखर्जी कि ट्रू कॉपी लगती है


मैं एक स्कूल में लेक्चरर हु और मेरा पास गाव में खेती भी है और यहाँ बिजनेस भी है जुलाई  सन २००० में मेरे स्कूल  में एक संविदा शिक्षिका आई नाम है नीता सबरवाल जिनकी उम्र लगभग २८ साल होगी मैं उस  समय पर ३५ साल  का था ,नीता २८ कि थी पर लगती थी २५ कि थी पर कम हाइट कि लगभग ५ फिट १   इंच कि है ,नीता हमेसा ही बहुत बन ठन कर आती थी पारदर्शी साड़ी -ब्लाउज में उसका अंग -प्रतंग साफ़ साफ़ दूर से ही झलकता था | नीता  एक दम से फिट थी ना तो मोंटी थी और ना ही दुबली थी , मैं करीब ६ फिट २ इंच से भी ज्यादा ऊचा ,गोरे वदन, मजबूत कद काठी, स्मार्ट  हु | नीता बहुत ही हसमुख और मिलनसार स्वभाव और खुले विचारो कि है , ओ कामर्स के क्लास को पढ़ाती थी जबकि मैं मैथ्स और साइन्स पढ़ाता था स्कूल में लगभग सभी शिक्षक नीता  से बात करने का मोका तलासते रहते थे पर ओ ज्यादा किसी को घास नहीं डालती थी पर बाते सभी से बड़े स्नेह से करती थी जबकि मैं नीता  से कोई बात नहीं करता था ओ नमस्कार करती तो गर्दन हिला कर जबाब दे देता था पर बाते नहीं करता था  योगयता के कारण कभी कभी प्रिंसपल का प्रभार मिलता था मुझे इस से नीता  स्वार्थ के  कारण मेरे नजदीक आना चाहती थी पर मैं ज्यादा भाव नहीं देता था नीता  को | हमारे स्कूल में वार्षिक उत्सव कि तैयारी चल रही थी जिसका पूरा जिम्मा प्रिंसपल साहब ने मुझे दे दिया और बोला कि जो भी शिक्षक या शिक्षिका चाहिए उसे अपने साथ  ले लो तो मैंने कई शिक्षक और शिक्षिकाओ से बात किया पर कोई नहीं जम  रही थी तो मैंने नीता  और एक अन्य मेडम को बोला कि मेडम आप दोनों चाहे तो ये जिम्मेदारी ले सकती है मेरे साथ तो ओ दोनों तैयार हो गई दोनों मेडम और मैं तैयारी कराने लगा इस कारन कभी कभी हम  लेट हो जाते थे एक मेडम तो स्कूल के पास ही रहती थी पर नीता  का रूम स्कूल से काफी दूर था और स्कूल तरफ से वाहन भी नहीं मिलते थे इस कारण नीता  पैदल ही मुख्य सड़क तक आया करती थी ये बात मुझे नहीं पता थी क्योकि दोनों मैडमो को स्कूल से छोड़ देने के बाद  ताला लगवाने लगवाने में कुछ समय लग जाता था ,एक दिन मैं स्कूल से अपनी बाइक से जा रहा था उस समय पर साम के ७ बज गए नीता  रोड में खड़ी होकर किसी वाहन का इन्तजार कर रही थी मैं उधर से निकला तो नीता  को बोला कि यहाँ खड़ी हो तो बोली कि टैम्पू का इन्तजार कर रही हु तो मैं बोला कि चलिए मैं छोड़ देता हु आपको तो खुसी खुसी तैयार हो गई और मेरे बाइक में बैठ गई करीब १५ मिनट तक नीता  मेरे साथ बाइक में बैठी रही भीड़ में जब ब्रेक मारता तो नीता  मेरे पीठ में चिकप जाती थी उसके छोटे छोटे स्तन मेरे पीठ से टकराते थे तो एक अजीब सी सिरहन उठती सरीर में ,बहुत अच्छा लगता मुझे क्योकि पहली बार किसी पराई और सादी -सुदा महिला के स्तन छू रहे थे मेरे जिस्म से जब मुझे अच्छा लगने लगा तो मैं जन बूझकर और अधिक ब्रेक मारने लगा इस बात को नीता  समझ गई फिर भी उसने मेरे से कोई दूरी नहीं बनाया बाइक में बल्कि और नजदीक सटकर बैठ गई मैं नीता  को उसके घर से कुछ दूर छोड़ दिया और वापस आ गया |  अगले  दिन नीता  स्कूल में मिली तो बड़े प्रेम से हाथ जोड़कर सर झुककर नमस्ते किया तो मैं भी जबाब में हाथ जोड़ कर उत्तर दिया तो पास आई और मेरे हाथ को पकड़ कर अलग कर दिया और बोली कि सर आप हाथ नहीं जोड़िए अप तो मेरे से सभी मामलो में बड़े है आपको हाथ जोड़ने कि जरुरत नहीं है तब मैंने कहा कि ये तो मेरा फ़र्ज़ है तो नीता  बोली कि ये आपका बड़प्पन है और इस तरह से बातचीत का सिलसिला सुरु हो गया अब  तो नीता  को रोज रोज  उसके घर से कुछ दूर में नीता  को छोड़ने लगा कब २६ जनवरी २००१ आ गई पता हीनही चला ,२६ जनवरी को बच्चो कि प्रभात फेरी निकली जिसमे नीता मेरे साथ साथ ही रही खूब बात चीत किया रास्ते भर फिर साम को बच्चो का सांस्कृत कार्यक्रम हुआ तब मैंने और नीता  ने बड़े अच्छे ढंग से कार्यक्रम को करवाया | साम को ८ बजे जब कार्यक्रम ख़त्म हुआ और सभी शिक्षक जाने लगे तो नीता  के पास एक आदमी आया जिससे नीता  बाते करने लगी  उस
नीता कि आँखे,ओठ नाक इसी तरह से खूबसूरत है

 आदमी के पास टूटी हुई साइकल थी, नीता  से भी हाइट में कुछ  छोटा, कोयले कि तरह काला, पकी हुई छोटी छोटी दाढ़ी, पके हुए बाल, चपके हुए गाल, बिलकुल मरियल सा तो मैंने एक शिक्षक से पूछ लिया कि ये मेडम किससे बात कर रही है तो उसने बोला कि ये इनके पतिदेव है तो मैं बहुत आस्चर्य चकित हुआ और उससे बोला कि क्यों मजाक करते हो ये और इनका पति असम्भव है तो उस शिक्षक ने हस्ते हुए बोला कि ये इनके पति देव है साहब जी जब नीता जाने लगीउस आदमी के साथ तो मैं नीता के पास गया और बोला कि  जा रही हो क्या नीता जी तो बोली कि हा , तो मैंने बोला  साथ जा रही हो तो बोली कि सॉरी मैंने तो इनका परिचय कराना ही भूल गई ये है मेरे पति  है तो मैं विनोद से हाथ मिलाया हाथ मिलाते से मैं  समझ गया कि नीता का पति कितना कमजोर है मुझे ऐसा लगा जैसे किसी १० साल  के बच्चे का हाथ पकड़ लिया हो  ज्यादा बात नहीं किया क्योकि टेंट वाला मेरे पास आ गया कुछ काम से तो मैं बाय कहकर चला आया | अगले दिन नीता आई तो रोज कि तरह  सामान्य  रूप से मिला पर नीता पहले कि तुलना   ज्यादा लगाव रखने लगी मेरे साथ जब भी मोका मिलता मेरे साथ बाइक पर  चल देती  इस बीच  मुझे ये पता चला कि नीता के पति सिर्फ आठवी पास है जबकि नीता एम् काम कर रखी है नीता के पति कोई स्थाई और अच्छी नौकरी नहीं करते है बल्कि कुरियर कि किसी ऑफिस में काम करते है डाक  बाटते है नीता कुछ टुसन कर लेती है पर घर कि आर्थिक स्थित टीक नहीं है किराए के मकान  से रहते है नीता कि एक लड़की है ५ साल कि नीता ने अपने विवाह   के बारे बताया कि पिता  जी गरीब थे इस कारण ऐसी सादी कर दिया ,नीता बतया कि ये माँ बाप कि अकेली ओउलाद है सम्पत्ति  पापा ने कर दिया सादी  क्या करू अब तो इनके साथ ही रहना है इन्हे छोड़ भी नहीं सकती हु और बहुत से बाते बताया नीता ने ये भी बताया कि  आती हु  मेरे लड़की मम्मी के घर में रहती है |
नीता इस तरह से कट बाह का ब्लॉउज पहनती है

    इस तरह एक माह और निकल गए गर्मियों कि छुट्टी लग गई हम  नहीं मिल पाये जुलाई में जब स्कूल खुली तब फिर से नीता से मिला नीता पहले से भी ज्यादा खूबसूरत लगने लगी अब, क्योकि अब नीता ने अपपनी हुलिया बदल लिया नीता अब कट बाह के ब्लाउज के साथ साथ नीता ने हेयर स्टाइल भी बदल लिया अब तो बला कि खूबसूरत लगने लगी नीता | बरसात होने के कारण नीता  कई बार मेरे साथ चल देती बाइक सेमैं भी खुसी खुसी बिठा लेता रास्ते भर नीता  आराम से मेरे साथ बैठी रहती कभी कभी नीता के स्तन टकराते मेरे वदन से तो बहुत अच्छा लगता | सायद ७ अगस्त २००१ कि बात है उस दिन बहुत जोर से बारिश हो रही थी नीता मेरे साथ ही अपने घर को चल पडी रास्ते में  पूरी तरह से गीले हो गए थे मैं जब नीता के घर पंहुचा तो नीता को उतार कर जाने लगा तो नीता ने हाथ पकड़ लिया और बोली कि आप आइये चाय पीकर जाना तब तक पानी भी रुक जायेगा , मैं नीता का आग्रह ठुकरा नहीं पाया और नीता के गहर पहली बार गया दो कमरे थे नीता के सिर्फ किचेन और एक रूम लोहे कि सामन्य से पलंग एक आलमारी तीन प्लास्टिक कि कुर्सिया एक टीवी कुछ और सामान था नीता के कमरे में अन्धेरा रहता था क्योकि  माकान के आखिरी छोर में नीता का रूम था नीता अंदर आते ही मुझे एक टावेल दिया और बोली कि पोछ लीजये अपने सरीर को और फिर आलमारी से एक गाउन निकाला और किचेन में घुस गई पर्दा लगा दिया और कुछ देर में नीता सिर्फ गाउन पहन कर बाहर आई गाउन भी टु पीस वाला था जिसमे नीता का सुन्दर ओर सेक्सी जिस्म  स्पस्ट दिखाई दे रहा था उसके छोटे छोटे  बिना लटके हुए चुस्त बढ़िया गोलाई लिउए स्तन दिखाई दे रहे थे मेरे मुह से अचानक ही वाउ वा निकल गया तो नीता हस्ती हुई बोली कि क्या हुआ तोमैं कुछ नहीं  बोला बस उसी कि तरह देखता रह गया फिर से नीता ने मेरे चहरे के आगे चुटकी बजाया और बोली कि कहा खो गए श्री मान तो मैं बोला कि वाह वाह क्या सुन्दर है आप तारीफ़ के लिए सब्द नहीं है मेरे पास , तो सरमा कर बोलती है ऐसा कुछ नहीं हैं आपके आगे तो मैं कुछ भी नहीं लगती आप कितने स्मार्ट है ये आपको नहीं पता ,इस तरह जब तक मैं बैठा रहा नीता कि तारीफ़ करता रहा नीता ने बढ़िया से चाय बनाया उसमे मलाई डाल  कर दिया हम दोनों ने चाय पीया फिर मैं करीब ३० मिनट तक बैठने के बाद वापस अपने घर आ गया ,घर   घर आने के बाद आज पहली बार मेरी पत्नी ने टोका कि लेट क्यों हो गए तो मैंने बताया कि पानी गिरने लगा था तो रुक गया था एक जगह पर , मेरी पत्नी भी बहुत सुन्दर है बहुत ही सेक्सी है मेरी पत्नी ,पत्नी को भी सप्ताह  में कम से कम दो दिन तो चुदवाती ही चुदवाती है मेरी पत्नी का गदराया हुआ जिसम किसी को भी आकर्षित  कर सकता है , अब नीता और अधिक  नजदीक आ गई मेरे १५ अगस्त का कार्यक्रम निपटाने के बाद स्कूल से फिर नीता मेरे साथ बैठ गई बाइक में तो मैं रास्ते में नीता को बोला कि अभी तो बहुत समय है चलिए मंदिर में दर्शन करके आते है तो नीता खुसी खुसी तैयार हो गई तो हम सहर से बाहर एक मंदिर में गए वहा पर हमने शिव जी के दर्शन किये और मंदिर से बाहर सुन सान हरियाली में पेड़ो के नीचे बैठ गए नीता ने कहा कि नारियल के टुकड़े करिये खाते है दोनों तो मैं नारयिल के टुकड़े करने लगा पर नारियल का टुकड़ा करते समय नारियल मेरे हाथ में लग गया जिससे हाथ से खून बहने लगा तो नीता घबरा गई और अपनी रूमाल से हाथ को बाँध दिया और मेरे हाथ को पकड़ कर चूम लिया और बोली कि दर्द हो रहा है जानू , तो मैंने बोला हा होतो रहा  है दर्द  और इतना कह कर नीता को अपनी बाहो में भर लिया और नीता कि किस कर लिया गालो पर ओठो पर , जबाब में नीता ने भी मेरे गालो और ओठो को किस कर लिया तो मैंने नीता के स्तन को दबा दिया ,नीता जब  तक रही मेरे बाहो में लिपटी रही फिर हम करीब एक घंटे के बाद वापस आ गए मंदिर से | अब हम दोनों बीच बीच में मोका निकाल कर कहीं कही सुनसान जगह पर चले जाते घंटो बाथ कर आपसे में बाते करते ,नीता मेरी गोद में लेट जाती तो मैं नीता के स्तनो को ब्लाउज के अंदर हाथ डालकर बड़े प्यार से सहलाता खूब प्यार करता पर सम्भोग करने के लिए उचित जगह नहीं मिलता इस कारण सम्भोग नहीं कर पाते ,नीता अपने पति कि बहुत सी कमजोरिया बताती जब भी मिलती उनकी बुराई  करतीतो नीता  समझाता  तुम्हारे पति है उन्हें स्वीकार करो मैंने नीता से पूछा कि  तुम्हारे पति तुमसे प्यार तो करते है ना,तो नीता ने बोला कि प्यार नहीं करेगे तो जायेगे कहा उस काले कलूटे को कौन पूछेगा दिन भर तम्बाकू खाता है मुह से दिन भर बदबू आती है जब भी रात  में आता है मेरे पास तो उसके मुह कि बदबू के कारण मूड  खराब  हो जाता है उसके साथ कुछ भी करने कि इच्छा नहीं पड़ती है ओ अपना काम कर के सो जाता है उसके मुह कि बदबू के कारण बहुत नफरत हो गई है कितनी बार उसे कहा कि छोड़  दे तम्बाकू पर नहीं मानता ऐसी बहुत से बाते बताया करती है नीता फिर भी मैं नीता को समझाता कि उनसे प्यार से कहो तो छोड़ देगे तम्बाकू तो नीता ने कहा कि कह कह कर थक चुकी हु नहीं सुनता | एक दिन  नीता और मैं एक शापिंग  माल में गए जहा नीता ने बहुत सी शापिंग किया  पूरा पेमेंट मैंने किया फिरहम  शापिंग माल में वजन देखा तो मेरा वजन ८५ KG और नीता  का वजन ५२  KG निकला जब हैम दोनों  वापस आने लगे तो मैंने नीता से पूछा कि विनोद का वजन कितना है तो नीता ने  कहा कि सायद ५०  किलो है | नीता कि आर्थिक मदद मैं खूब करता  नीता बहुत  खुस रहती  मेरे ऊपर नीता और मैं कितनी बार सुनसान  जगह  पर जाते खूब प्यार करते पर सम्भोग  अच्छी जगह नहीं  मिलने के कारन नीता के साथ सम्भोग नहीं कर पाता इस तरह से दिसंबर माह आ गया नीता का जन्म दिन आने वाला  था १८ दिसंबर को 
 
नीता कि चुचिया100% (बूब्स) इतने बड़े बड़े है


  तो मैंने प्लान बनाया कि चलो सहर से दूर किसी दूसरे सहर में चलते है घुमने फिरने तुम्हारा जन्म दिन बड़े अच्छे ढंग से मनाउगा तो ओ तैयार हो गई और हम दोनों १८ दिसंबर २००१ को सुबह सुबह ८ बजे  निकल लिए और ९ बजे  पहुच गए वहा पर एक होटल  गए दोनों मैंने होटल के रिकार्ड में नीता को   पत्नी बताया ,होटल में  पहुच कर पहले  हम दोनों ने कॉफी मगाकर पीया फिर कुछ देर तक प्यार भरी बाते किया और होटल से बाहर आ गए सहर के प्रशिद्ध दार्शनिक स्थलो पर भ्रमण किया और फिर वापस अपने होटल में आये अपने रूम में ही खाना खाया और फिर आराम करने लगे दोनों फिर मैंने नीता को गोद में उठा लिया और  खूब किस किया  तो नीता ने कहा कि अब तो छोड़ दीजये तब मैंने नीता को बेड पर  बिठा  दिया तो नीता बहुत  खुस हो गई ओ बोली कि आप तो मुझे अपनी गोद में उठा लिए पहली बार किसी मर्द ने सादी  के बाद गोद में उठाया है |  इसके बाद हम दोनों प्रेम से लिपट गए मैं नीता को जोर जोर से  किस करने लगा किस करते करते कब हैम दोनों गर्म पड़  गए पता ही नहीं चला मैंने एक एक करके नीता के सभी कपडे उतार कर फेक दिया नीचे ओ अब नंगी हो गई मेरे सामने क्या सुन्दर सेक्सी जिस्म था नीता का पतली पतली जांघे छोटे छोटे चूतड़ छोटी छोटी चुचिया मैं नीता के जिस्म से लगा नीता के बूब्स को चूसने लगा पूरी कि पूरी बूब्स मेरे मुह के अंदर  चले  जाते तो मैं मुह के नादर ही जीभ को बूब्स के ऊपर घुमाने लगता , नीता मेरे सर पर हाथ घुमाने लेगी अब नीता भी गर्म पड़ गई मेरे कपडे को वदन से खीच खीच कर अलग करने लगी मैं भी अब नीता के सामने एक दम से नंगा हो गया नीता मेरे लौड़े  से खेलने लगी और लण्ड कि तारीफ करने लगी ,मेरा लण्ड ९ इंच से भी बड़ा और नीता कि कलाई से भी ज्यादा मोटा है नीता लण्ड  को चाटने लगी मैं नीता कि चूत को जीभ से चाटने लगा नीता कि चूत में जीभ को घुसाने लगा तो पता चला कि नीता कि चूत बहुत सकरी है उधर नीता खूब गर्म पड़ गई मेरा भी लण्ड पुरे सबाब पर आ गया तो मैंने नीता से पूछा कि डाळ  दू अब तो बोली कि ड़ाल दो जानु पर ज़रा आराम से क्योकि मेरी बहुत सकरी है कही टाके ना टूट जाए तो मैंने नीता से पूछा कि क्यों तुम्हारे टाके अभी भी  टूटे एक लड़की हो जाने के बाद भी और इतना कहकर मैं लण्ड को नीता कि चूत में पटकने लगा एक हाथ से पकड़ कर नीता को बहुत अच्छा लगने लगा मेरे लण्ड  कि पटक कि चोट नीता ने कहा कि पहले आप उगली डालिए और देखिये कि कितना बड़ा छेंद है मेरा तो मैं बीच वाली उगली को चूत  में डाला तो मेरी उगली भी नीता कि चूत में टाइट थी मैंने नीता से कहा कि जब मेरी उगली नहीं जा रही है तो लंड कैसे घुसेगा तो नीता ने कहा कि उगली से ही चोद  दो जानु तो मैं बोला कि हट पगली ऐसा भी होता है क्या ,मेरे लण्ड कि प्यास कैसे बुझेगी  तो नीता ने कहा कि टीक है जानु डाल दो पर आराम से तो मैं नीता कि चूत में लड डालने लगा तो लण्ड का आगे का हिस्सा (सुपाड़ा) चूत के मुह पर टिकाया और धीरे से धक्का दिया तो नीता जोर से चिल्लाई और बोली उई माँ फट गई और उठकर बैठ गई और बोली कि नहीं जाएगा यार जानु रहने दो फट -फूटा गई तो लेने के देने पड़ जायेगे खून बहने लगेगा तो जबाब देना मुस्किल हो जायेगा कालू को तो मैं बोला कि चलो एक बार और ट्राई करता हु तो नीता बोली कि टीक है करो तब मैंने एक बार फिर से खूब थूक लगाकर जरा सा झटका दिया तो लण्ड का सुपाड़ा घुस तो गया पर नीता तुरंत ही उई माँ उई माँ कह कर सी सी कि आवाज करने लगी और चूत को हाथ के पंजे से ढॉक लिया और बोली रहने दो जानु नहीं तो फट जायेगी तो मैं बोला कि टीक है मत फड़वाओ रखो सम्हाल कर और इतना कहकर मैं कपडे पहनने लगा तो नीता दौड़ कर मेरे लण्ड को पकड़ लिया और  हिलाने लगी तो मैं नीता को बोला कि लेट जाओ तो नीता लेट गई तो मैं नीता के मुह में लण्ड को घुसेड़ दिया और मुह को चोदने लगा  पर नीता के आँखों से आसु आ गए तो मुझे बहुत दया  आई और मैं मूह से लण्ड को निकाल लिया तो नीता उठी और जोर से लिपट गई और बोली जानु मैं आपकी प्यास नहीं  बुझा पाई माफ़ कर दो मुझे इतना कह कर रोने लगी तो मैं नीता को प्यार से गले से लगा लिया और अपने ऊपर नीता को लिटा दिया और नीता से खूब प्यार किया और नीता को बोला कि तुम्हारी  टांगो के बीच मेरे लण्ड को फसाओ तो नीता ने वही किया तो मैं नीता कि टांगो के बीच में लैंड को रखकर खूब घिसाई किया जैसे चूत में डालने के बाद आगे पीछे करते है उसी तरह से करके वीर्य  को नीता कि चूतड़ो के ऊपर उड़ेल दिया और नीता के चूतड़ो पर तेल कि तरह वेरे कि मालिस कर दिया पर नीता भी गर्म पड़ गई थी नीता बोली कि जानु अपनी बीच वाली  उगली से चोदो मुझे तो मैं मेरी बीच कि उगली नीता कि चूत में डालकर नीता को स्खलित किया फिर हम करीब दो घंटे तक होटल में रहे बहुत से बाते किया नीता से ये पूछा कि तुम्हारी चूत ऐसे क्यों हो गई तो नीता ने बताया कि जब मेरी लड़की पैदा हुई थी तब लड़की का सिर फस गया था जिसे डाक्टर  ने चीरा  लगाकर निकला था और बाद में टाके से चूत को सील दिया पर गलती से एक एक टाके ज्यादा लगा दिया डाक्टर ने इस कारण चूत सकरी हो गई और बहुत सी बाते बताया नीता ने  और वापस आ गए  | अगले दिन नीता स्कूल आई पर नजरे नहीं मिला पा  रही थी क्या पता सरमा रही थी या कुछ और था पर मैं अब नीता से दुरिया बनाने लगा मुझे लगाने लगा कि जब मैं इसे चोद नहीं सकता तो कई फायदा इसके साथ पैसा बिग़ाण्डने का इस तरह से मैंने नीता से दुरी बना लिया नीता इस बात को समझ गई मैं नीता को साथ ले जाना बंद कर दिया नीता कि छोटी मोटी जरूरते पूरी करना बंद कर दिया१ जनवरी २००२ आई नया साल तो नीता  कहा कि चलिए   कही से घूम कर आते है तो मैंने  मना कर दिया पर नीता मेरे पीछे पडी रहती कई बार बोली पर मैं नीता के साथ नहीं गया इस तरह एक माह  गया २० फावरी को मेरा जन्म  आने वाला  था ,एक दिन दिन नीता मेरे पास आई और जिद करके बोली कि आपके जन्म दिन को धूम धाम से मनाओगी चलिए मेरे साथ तो मैं तैयार हो गया और २० फरबरी को हम दोनों कार से सुबह ८ बजे  निकल लिए और ९ बजे करीब पास के शहर पहुच गए उसी होटल में फिर से रुके होटल के कमरे में पहुचते ही पहले कॉफी मगाया हैम दोनों ने कॉफी पीया और मैं  मोका देखकर एक वियाग्रा कि गोली खा लिया क्योकि आज नीता को तबियत से छोड़ने के मूड में हु नीता मेरे से लिपट गई और किस करने लगी मैं भी नीता को प्यार से अपने सीने से चिक्पा लिया और प्यार करने लगा फिर नीता को गोद में  बेड़ पर लिटा दिया और नीता से प्यार करने लगा नीता के वदन से एक एक करके  सारे कपडे उतार दिया नीता के वदन में ब्रा और पेंटी ही रह गई नीता कि पतली पतली जांघो को सहलाने लगा नीता भी मेरे सभी कपडे उतार लिया मैं भी सिर्फ चढ्ढी में रह गया ठंडी लग रही थी तो मैंने  AC ऑन कर दिया जिससे गर्म गरम हवा आने लगी रूम गरम कर लिया इधर नीता भी गर्म पड़ने लगी तो मैं नीता कि ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया और खुद भी नंगा हो गया और नीता कि चूत को चाटने लगा नीता मेरे सिर,पीठ कंधो पर हाथ घुमाने लगी नीता के मुह से सी सी सी सी कि आवाज निकलने लगी मैं समझ गया कि नीता सम्भोग के लिए अब तैयार है तो मैं नीता कि चूत में लड घुसाने लगा तो नीता ने अपनी बैग से नारियल का तेल निकाल कर दिया और बोली इसे लगा दो तो आसानी रहेगी तब मैं नीता कि चूत और मेरे लण्ड में ढेर सारा तेल लगा कर चिकना कर लिया और डालने लगा तो नीता बोली कि रुको और खुद बैठ गई मेरे को लिटा दिया और मेरे ऊपर अगल बगल से टाँगे निकाल कर  बैठ गई और लड को घुसाने लगी तो मैंने बोला कि रुको कंडोम लगा लो तो नीता ने कहा कि नो टेंसन अभी एक दो रोज में ही महीना होने वाला है और दिर  धीरे धीरे पूरा लण्ड को चूत के अंदर घुसाने लगी फिर धीरे से पूरा लण्ड घुस गया नीता अब मेरे ऊपर लेट गई और मैं धीरे धीरे झटके मारने लगा | लण्ड कुछ इस तरह से चूत के अंदर फसा हुआ था जैसे इंजन के अंदर लाइनर और पिस्टन फसा होता है ज़ीरो टालरेंस में एक दम से पूरा फिट बिलकुल भी लूज नहीं था एक दम से टाइट चूत में मेरा ९ इंच लंबा और नीता कि कलाई से भी ज्यादा मोटा लण्ड है मेरा ,मैं झटके मारने लगा नीता मेरे ऊपर लेट कर मेरी  जीभ को चूसने लगी मैं भी नीता कि जीभ को चूसने लगा बीच बीच में नीता कि चुचियो को चुसणे लगा ,नीता के छोटे छोटे स्तनो को पूरा का पूरा मुह के अंदर डाल लेता टो नीता अपने स्तनो को हलके से झटके मार कर मुह से निकाल देती मैं फिर से चुचियो को चूसने लगता उधर नीता अपने नितम्बो को बार बार आगे पीछे करने लगी और चुदाई का पूरा का पूरा मजा लेने लगी मेरे साथ मैं नीता को धीरे से अपने  उठा लिया मेरे मजबूत हाथो से तो नीता ने अपने दोनों हाथो से मेरे बाहो को कास कर पकड़ लिया मैंने नीता के नितम्बो के नीचे हाथ लगा कर हवा में उछाल उछाल कर चोदने लगा नीता बड़े प्यार से मेरी बाहो में झूलते हुए चुदती रही नीता बीच बीच में उठकर मेरे गले में हाथ डालकर  
 सीने से चिपक जाती थी तब मैं नीता  को ऊपर नीचे झूला झुलाते हुए चोदता  रहा नीता बड़े मजे से मस्ती करती रही मेरे साथ साथ फिर कुछ देर बाद नीता को मैंने घोड़ी बनाकर दस मिनट तक चोदता रहा फिर कुछ देर बाद नीता के मुह से सी सी सी आ आ आ आ आ उउउउ उउउउउ उसस उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ आह आह अह आह आह आह आ आ उउउउउउऊऊऊऊऊ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स आआआआआआआआआअ मर गई जानु और जोर जोरे से \मारो झटके बहुत मजा आ रहा है ओऊ ओऊ ओऊ आ आ आ अ अ अ अ आ उउउउउउउ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज़ आआआआअ ईईईईईईईई व्वव्वव्वव्वव्वव त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त् आआआआआअक़व क़्व्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़ ऊ उउउ उ उउउउउउऊऊऊऊऊ आ आआआआआआआआआअ आआआआआअ आआआआआआअ क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क आह आह आहा हा अह करती रही मैं झटके मारता  रहा नीता एक एक झटके में स्वर्ग जैसा आनंद देती रही फिर करीब ५ मिनट बाद हैम दोनों एक साथ स्खलित हो गए नीता पेट के बल लेट गई मैं भी लण्ड को डाले हुए ही नीता के ऊपर लेटा रहा धीरे धीर झटके अभी भी मार रहा था जैसे साप मर जाता है उसके बाद भी थोड़ थोड़ हिलता रहता है उसी तरह से नीता को झटके मारता रहा फिर ढेर सारा वीर्य नीता कि चूत से बह कर बिस्तर पर गिरने  लगा तो मैं नीता को बोला कि जाओ बाथरूम में नहीं तो बेड सीट  खराब होगा तो नीता नंगी ही बाथरूम में घुस गई , मैं घडी देखा तो उस समय पर १०.३० हो गए थे मैं चुपचाप उठा  और फिर  से एक वियाग्रा के टेबलेट खा लिया तब तक नीता बाथरूम से आई और नंगी ही फिर से मेरे पास लेट गई कम्बल डालकर मैं भी उठा टावेल लगाया और बाथरूम गया और वापस आ गया और नीता के साथ कम्बल में नंगा ही लेट गया और नीता को बाहो में भर लिया और प्यार करते करते बाते करने लगा फिर  ने अपने अपने कपडे पहन लिए और एक एक गिलास गर्म दूध मगा कर पीया फिर कुछ देर तक इधर उधर कि बाते करते रहा TV देखते हुए फिर अचानक मैंने नीता से पूछा कि  बार आई थी मेरे साथ तो डर गई थी लण्ड को देखकर लेने से ही मना कर दिया था फिर से तैयार हो है ऐसा कैसे हो गया तो नीता ने बताया कि कि मैं एक दिन एक लंबा सा मोटा सा बैगन  [भटे] आपके लण्ड से भी मोटा और लंबा ले आई और उस बेगन  [भटे] के ऊपर कंडोम लगा कर तेल से खूब चिकना करके मेरी बुर में डाल कर देखा तो ओ भाटा  गुस गया तो मैं कई दिन उस भाटे से ही चोदा  मजा आया तो सोची  क्यों न अबआपसे  से ही चुदाउ बस यह सोच कर हिम्मत पड़  गई और आज पहली बार जीवन में चुदाई  का मजा लिया आपके साथ मेरे कालू का लण्ड तो छोटा सा पतला सा है कब घुसाता है पता ही नहीं चलता ,नीता  ने मेरे गाल को किस करते हुए हुए कहा कि लण्ड तो वही है जो चूत में बहुत मुस्किल से घुसे और इतना कह कर लैंड को पकड़ कर खिलाने लगी तो लैंड फिर से सनसना कर खड़ा हो गया तो नीता बहुत अस्चर्य से कहती है कि ये लो ये तो फिर से तैयार हो गया मेरे कालू का तो एक दिन  के बाद सात दिन लगते थे तैयार करने में पर आपका इतनी जल्दी फिर से खड़ा हो गया तब मैं नीता को जोर से खीचते हुए किस किया और स्तनो को मसल दिया तो नीता मेरी जीभ को चूसने लगी और फिर हम कब  तैयार हो गए पता ही नहीं लगा मैंने एक एक करके नीता के सभी 
  कपडे को फिर से उतार कर फेक दिया और खुद के भी कपडे उतार दिया और जैसे कोई घोड़ा चढ़ जाता है घोड़ी के ऊपर टीक उसी तरह से मैं नीता को पीठ के बल लिटा कर चढ़ गया और गीली चूत में एक हि झटके में ९ इंच का लण्ड घुसेड़ दिया और नीता के ऊपर चढ़ गया नीता मेरे पीठ पर हाथ रखकर जोर से चिपका लिया और फिर चुदाई का ओ दौर सुरु हुआ कि नीता एक दम से पागलोंकी तरह् हरकत करने लगी जोर जोर से बड़बड़ाने लगी बार बार कहती और जोर से झटके मारो जानू और नीता  सी सी सी आ आ आ आ आ उउउउ उउउउउ उसस उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ आह आह अह आह आह आह आ आ उउउउउउऊऊऊऊऊ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स आआआआआआआआआअ मर गई जानु और जोर जोरे से मारो झटके बहुत मजा आ रहा है ओऊ ओऊ ओऊ आ आ आ अ अ अ अ आ उउउउउउउ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज़ आआआआअ ईईईईईईईई व्वव्वव्व  व्वव्वव त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त् आआआआआअक़व क़्व्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़ ऊ उउउ उ उउउउ उउऊऊऊऊऊ आ आआआआआआआआआअ आआआआआअ आआआआआआअ क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क  इस तरह से नीता को लगातार ८ मिनट तक झटके मारता रहा नीता बड़े प्यार से झटके खाती रही फिर मैंने नीता को उठा लिया और घुटनो के बल  खड़ा खड़ा कर दिया और फिर झटके मारते रहा लगातार ५ मिनट तक झटके खाने के बाद नीता फिर से पीठ के बल लेट गई और मैं पागलो कि तरह झटके मरते रहा रहा नीता जोर जोर से चिल्ला चिल्ला कर कहती रही और जोर से जानु और जोर से पूरी ताकत से मारो झटके बहुत मजा आ रहा है और मैं पूरी ताकत से झटके मारने लगा कमरे में फट फट फट फट कि आवाज गुजने लगी उस आवाज में नीता कि आअ मर गई जानु और जोर जोरे से मारो झटके बहुत मजा आ रहा है ओऊ ओऊ ओऊ आ आ आ अ अ अ अ आ उउउउउउउ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज़ आआआआअ ईईईईईईईई व्वव्वव्व  व्वव्वव त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त् आआआ आआअ क़व क़्व् क़् क़्क़् क़् क़्क़्क़्क़् क़्क़्क़ ऊ उउउ उ उउ उउ उउऊ ऊऊऊऊ आ आआ आआ आआआ आअ आआ आआ आह आह आह कि आवाज दब रही थी और करीब ६ मिनट तक लगातार झटके खाने के बाद नीता झर गई पर मैं मेरी मंजिल से थोड़ी दूर था कुछ और झटके मारने के बाद मैं ढेर सारा वीर्य उड़ेल दिया नीता के चूत में और कुछ देर तक लण्ड को चूत में डालकर लेटा रहा नीता के ऊपर नीता बड़े प्यार से मुझे किस करती रही कभी पीठ में तोकभी सिर में हाथ घुमाती फिर मैं जब लण्ड को निकाला तो देखा कि लण्ड में खून लगा हुआ था मैं खून देखकर समझ गया कि नीता कि माहवारी आ गई नीता कि चूत से वीर्य के साथ खून भी निकलने लगा ,नीता उठी और बाथरूम चली गई मैं भी नीता के साथ बाथरूम में घुस गया जब नीता पेसाब करने लगी तो ढेर सारा खून निकलने लगा नीता कि चूत से तब नीता ने मुझे कहा कहा कि जाओ पैड लाओ बाजार से फाड़ दिया आज तुमने इसे और हसने लगी मैं और नीता बाथ्ररुम से बाहर आये मैं कपडे पहन कर बाजार गया और एक पैड लाया नीता ने उस पैड को लगा लिया फिर हम दोनों अपने सहर को वापस आ गए नीता को उसके घर तक छोड़ दिया | अब नीता मेरे लण्ड  कि ऐसी दीवानी हुई कि अब तो अपने घर में ही मोका देखकर मुझे बुला लेती और घर में ही आराम से चुदाती बीच बीच में हम दोनों कही भी बाहर भी चले जाते तीन तीन दी के लिए कोई बहाना बनाकर ,मैंने नीता के कालू पति कि एक फैक्टी में नौकरी लगवा दिया और जब कालू रात  के समय नौकरी करने जाता तो नीता को उसके घर में ही चोदता ,नीता के लिए खूब शापिंग करवाता नीता खुस रहती कालू के लिए एक बाइक खरीद दिया तो कालू भी बहुत खुस रहता जबकि कालू को पता चल गया था कि उसकी बीबी मुझसे चुदाती है पर कालू का मुह बंद रहता मेरे पैसे के कारण मैं नीता कि लड़की के लिए हमेसा ही अच्छे अच्छे कपडे खरीद कर देता पूरा परिवार खुस इस तरह से  अभी भी नीता कि चुदाई करता हु जब भी मोका मिलता है | अभी नीता  लिए मकान बनवा दिया है सन 2013 में अब नीता बहुत खुस रहती है | 
                           अभी 17 मार्च 2014 होली के दिन नीता के साथ खूब होली खेला और रंग लगी हुई नीता के बूब्स को खूब दबाया अकेले में नीता के घर पर  नीता को लगभग एक साल से नहीं चोदा , नीता 30 मार्च 2014 को चुदवाने का वादा किया है | 

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