Friday, 29 November 2013

माकन मालिक कि बेटी और बहु और साली कि चुदाई Part 1



 बात बात उस समय कि  है जब में सर्विस करने  के लिए एक नए सहर में गया  जहा पर एक कम्पनी में इलेक्ट्रिकल इंजीनिएर कि जाब लग गई पर कही रहने के लिए रूम  नहीं मिल रहा था कंपनी के गेस्ट रूम में १५ दिन से रुका हुआ था ,कंपनी के नोटिश बोर्ड में रोज देखता कि सायद कोई अच्छा सा रूम  मिल जाए पर अभी तक निराशा ही हाथ लगी कई रूम देखने भी गया पर रूम अच्छे नहीं थे एक दिन फिर से नोटिश बोर्ड में सुचना लगी  दिखाई दिया तो मैं उस ब्यक्ति से संपर्क किया जो कि हमारे कंपनी में ही वर्कर था उससे मिला तो उसने हां कहा तब मैं उसके साथ उसके घर गया काफी बड़ा दो मंजिला मकान था कई किरायेदार थे मुझे भी उसके माकान का रूम  पसंद आ गया किराया भी ज्यादा नहीं था सुबिधा भी बहुत अच्छी थी बाइक रखने कि जगह थी पानी के लिए बोरिंग थी बढ़िया सा लेट्रीन बाथरूम था रूम पसंद आने पर मकान मालिक को एक माह का किराया अडवांस दे दिया अडवांस लेने के पहले माकन मालिक ने पूछा कि कौन सी जाती के तो बता दिया कि ब्राह्मण हु तो मकान मालिक खुस हो गए और बोले कि टीक है मैं नीची जाती के लोगो को कमरा नहीं देता अगले दिन मैं अपना कुछ सामान लेकर रहने पहुच गया सायद १९ ओक्टुबर १९९८  था मेरे पास उस समय सोने के लिए एक बेड़ और एक ब्रीफकेस में कुछ कपडे सोने केलिए जमीन में बिस्तर बस इत्तो सा सामन था मेरा | मेरी उम्र २६ साल कि थी उस समय पर खूबसूरत गोर रंग का मजबूत सरीर और करीब ५ फिट ८ इंच लंबा हु | अनमैरिड था उस समय
   कंपनी में माकन मालिक के दोस्तों से पता लगाया तो मालूम पड़ा कि ये राजस्थानी राजपूत है नाम हनुमंत सिंह है ,इनकी पत्नी १९  साल पहले गुजर गई थी तीन बेटिया और एक बेटा -बहु है बेटे को लकवा मार दिया तो बहु को बेटे कि जगह सरकारी नौकरी लग गई है दो बेटियो का और बेटे का विबाह कर दिया है बस सबसे छोटी लड़की है विवाह करने को पर माकन मालिक छोटी लड़की से बहुत नफरत करते है क्योकि इसके पैदा होते ही माँ को खा गई एक वर्कर ने बताया कि इनकी बहु बहुत खूबसूरत है और कई बाते बताया ,मैं मकान मालिक के यहाँ रहने लगा पर मैं सिर्फ अपने काम से मतलब रखता किसी से भी कोई बात नहीं करता और ना ही किसी कि तरफ देखता और न ही कोई दोस्त मेरे कमरे में कभी आये क्योकि मैं बहुत कम लोगो से दोस्ती करता हु मेरे इस ब्यवहार से माकन मालिक बहुत खुस रहते इस तरह से करीब १० माह निकल गए मैं मकान मालिक के परिवार में किसी से कोई बात नहीं किया और उनकी बेटी और बहु ने भी कभी बाते करने कि कोसिस नहीं किया , पर मैं छिप छिप  कर दरबाजे के गैप में से बहु और बेटी को जरुर देखता ,बेटी का नाम मन्नू और बहु का नाम प्रीतीहै  बेटी हलकी से काली और गदराई हुई सरीर कि है ११ वी में है पर लगता है जैसे कालेज में पढ़ती हो बड़े बड़े बूब्स जब स्कूल जाती है ड्रेस पहन कर तो 
माकन मालिक की  बेटी  85 % ऐसी ही थी

 बहुत ही सेक्सी लगती है ,बहु तो बहुत ही सुन्दर है जब ओ बाथरूम से नहा कर बाल झटके हुए निकलती तो बहुत ही सेक्सी लगती ये सब मैं छिप छिप कर देखता और आहे भरता बहु को एक लड़का है ४ साल का जिसे मैं कभी कभी गोद में उठाकर कर  खिला लेता था माकन मालिक के हाथ से लेकर | मकान मालिक का लड़का दूसरी मंजिल में सिर्फ मैं किरायेदार था बाकी सभी कमरे में माकन मालिक का परिवार रहता था नीचे एक कमरे में माकन मालिक का बेटा जिसे लकवा मार दिया है ओ रहता है क्योकि ओ सीढी नहीं चढ़ पाता कभी कभी बड़ी मुस्किल से उसे ऊपर लाते थे नहीं तो खाना भी वही नीचे खाता सुबह सुबह घूमने जाता बाए हाथ से एक डंडा पकड़ कर थोड़ा बहुत घूमता क्योकि दाया  हाथ तो बिलकुल भी काम नहीं करता था पाँव भी बड़ी मुस्किल से उठा कर चलता था बाकी समय  दिन भर कमरे में पड़े पड़े टीवी देखता | बेटे कि जगह पर बहु को सरकारी नौकरी लग गई है  एग्रीकल्चर बिभाग में ओ कलर्क है जो रोज सुबह १० बजे ऑफिस जाती और साम को ६ बजे तक वापस आती है | आगे के दो कमरो और किचेन में माकन  मालिक और उनकी बेटी रहती और सबसे पीछे उनकी बहु का कमरा था बाथरूम के पास और बीच में किचेन के बगल में एक छोटा सा १० बाई ९ फिट का मेरा कमरा था मेरे कमरे के अंदर से कुण्डी  में ताले लगे रहते थे बहु के कमरे में रखा हुआ बेड़ मेरे कमरे केदरबाजे के टीक सामने रखा हुआ है  दरवाजे के गैप से बहु के कमरे के अंददेखनेकि कोशिस किया तो देखा कि दरबाजे में पर्दे लगे हुए है | मकान कि ऊपर कि मंजिल में सिर्फ आगे कि तऱफ कुछ हिस्सा ओपन है बाकी पीछे के कमरे और कमरे के सामने कि जगह बाहर से  बिलकुल भी दिखाई नहीं देता| मैं सुबह ८ बजे कंपनी निकल जाता तो साम को ६ बजे तक वापस आता नहा धो कर लाइब्रेरी चला जाता वह पर पेपर पढता और होटल्स साम को खाना खा कर वापस आता फिर फिर सो जाता सुबह उठता और फिर वही कंपनी चला जाता यही दिनचर्या थी बस सन्डे के दिन जरुर समय रहता तो कपडे धो कर उन्हें सुखाने चला जाता छत पर  सन्डे को छत पर धुप लेता यदि उस समय पर माकन मालिक कि बेटी य बहु आ जाती तो मैं चुपचाप नीचे आ जाता क्योकि मैं शर्मीले स्वभाव का हु | 
सायद सितम्बर १९९९ था मकान मालिक ने अपनी पत्नी कि श्राद्ध किया और मुझे भी ब्राह्मण होने के कारण खाने पर बुलाया पर मैं दिन कि डूटी होने कारन कंपनी चला गया उस समय पर माकन मालिक कि सेकण्ड पाली में डूटी  थी ४ बजे से रात के १२ बजे तक माकन मालिक ने दिन में सभी को बुलाकर खाना खिला दिया और मुझे कंपनी में बोले कि तुम आज साम को मेरे यहाँ खाना खा लेना मैंने बोला टीक है काका साहब ,मेरे काका साहब कहते ही ओ मेरे ऊपर खुस होकर बोले कि इतना रिस्ता नहीं बनाओ पंडित जी तो मैं कुछ नहीं बोला और मैं कंपनी से घर आ गया ,नहा धो कर तैयार हो रहा था कि मन्नू आई और बोली कि पापा ने आपको खाना  खाने के लिए बोला है आप कब तक खायेगे तो मैं हस्ते हुए बोला कि अभी तो भूख नहींलगी है साम को  खा लुगा तो मन्नू  बोली कि टीक है जब खाना होगा तो आ जाना साम के समय मैं हां के रूपमे सिर्फ सिर हिला दिया और मन्नू चली गई ,मैं घूमने चला गया और साम को ९ बजे आया ,जैसे ही मैं आया मन्नू फिर आ गई और बोली कि चलिए भाभी सा ने बुलाया है तो मैं बोला कि टीक है कपडे चेंज करके आता हु और मैं घर के कपडे पहन कर माकन मालिक के आगे के कमरे के सामने खड़ा हुआ तो अंदर से प्रीती भाभी निकली और हल्का सा मुस्कुराते हुए बोली कि आ जाइये और  मैं जाकर आगे के कमरे में बैठ गया कुछ देर में मन्नू खाना लाइ और बड़े प्यार से दोनों ननद भाभी ने जबर जस्ती कर कर के खाना खिलाया और ढेर सारी बाते किया मन्नू ने मैंने मन्नू से पूछा कि कौन सी क्लास में पढ़ती हो तो मन्नु ने बताया कि १२ वी में हु इस साल ,प्रीती भाभी ने भी बड़े प्यार से बाते किया जब मैं खाना खा कर निकलने लगा तो प्रीती भाभी ने बोला कि बैठिये इतनी  जल्दी भी क्या है मैं बैठ गया तो मन्नु एक गणित का सवाल पूछने लगी जिसे मैं तुरंत ही बता दिया तो मन्नु खुस हो गई और प्रीती कि तरफ देख कर बोलती है कि इन्हे तो मेरी गणित आती है मन्नू सवाल पूछते समय नीचे बैठी थी और मैं सोफे पर बैठा  था जिस कारण मन्नू की चुचिया थोड़ी थोड़ी दिख रही थी क्योकि सर्ट कि ऊपर कि बटन खुली थी बार बार मेरी नज़ारे मन्नू कि चुचियो कि तरह चली जाती ,उस दिन मैं रात के ११ बजे तक दोनों के पास बैठा बाते करता रहा टीवी देखते हुए ,प्रीती भाभी उस समय एक गाउन पहन रखा था उस गाउन में भाभी के अंग कि बनावट साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी ,मैंने प्रीती भाभी की उम्र पूछा लिया तो पहले तो ओ सपकाई फिर  कहती है कि किसी ओरत से उसकी उम्र नहीं पूछते और हसने लगी और बोली कि अभी ३० साल पूरी हुई हु तब मैंने उनकी तारीफ किया और कह दिया कि अभी तो आप २५ कि लगती है जब मन्नू किचेन कि तरफ गई तो मैंने धीरे से कहा कि भाभी जी आप बहुत सुन्दर है तो ओ खुस होकर बोली कि सुक्रिया जी फिर मैं अपने कमरे में आ गया अगले दिन उठा और फिर से डूटी चला गया जब साम को वापस आया तो माकन मालिक ने बुलाया [माकन मालिक कि उस दिन छुट्टी थी] और बोला कि पंडित जी आप मन्नू को पढ़ा दिया करो जो किसी दूसरे को दुगा ओ आपको दे दुगा आप घर के लड़को कि तरह बिस्वासपत्र हो गए अब तब मैं बोला टीक है मैं साम को ८ से ९ बजे पढ़ा दिया करुगा पर मैं फीस नहीं लुगा इस पर मकान मालिक राजी  हो गए | और अगले दिन से मन्नू को अपने ही रूम में बुलाकर पढ़ाने लगा | मैं एक साल तक होटल का खाना खा खा कर बोर हो गया तो एक दिन किचेन का सारा  सामान लाया और कमरे में ही खाना बनाने लगा | मन्नू जब पढ़कर चली जाती तो फिर खाना बनाता खाता और सो जाता सुबह डूटी जाने के पहले बर्तन धो लेता तो एक दिन मन्नू ने कहा कि मैं आपके बरतन धो दिया करुँगी मैंने मना नही किया , अब रोज रोज मन्नू मेरे पास एक घंटे पढने बैठने लगी तो ज्यादा घुल मिल गई मैं डुटी  जाते समय रूम कि चाबी दे जाता जब साम को आता तो पूरा कमरा साफ़ सुथरा और ब्यवस्थित रहता यहाँ तक के मेरे गंदे कपडे भी धूल कर स्त्री हो जाते
प्रीती भाभी इस  तरह  से घूँघट में रहती है 
 अक्टूबर-नवम्बर 1999 का महीना था नवरात्री में माता जी के बड़े बड़े पंडाल लगते जो है  जिसे देखना चाहती थी मन्नू और प्रीती एक दिन प्रीती भाभी ने कहा कि हम दोनों को आज साम को माता जी के दर्शन  करा दीजिये तब मैंने मना कर दिया और बोला कि पहले काका साहब [माकन मालिक] से पूछ लो तो काका सा ने बोला ले जाओ घुमा दो इन दोनों को ओ [लड़का] तो है नहीं इस लायक कि घुमा सके मेरे साथ कब तक घुंघट निकाल कर घूमेगी तो मैं तैयार हो गया और बोला टीक है चलिए तो मन्नू और प्रीती दोनों तैयार हो गई और पैदल ही चलने लगा तो मन्नू बोली कि पैदल कब तक घूमेंगे थक जायेगे ,गाडी से चलिए ना तो मैंने बोला कि गाडी में तीन तीन बड़ी मुस्किल से आयेगे तो मैंने काका सा से पूछा कि ये दोनों गाडी से जाना चाहती है तो काका सा ने कहा कि ले जाओ कह रही है तो तब मन्नू और प्रीती दोनों को बिठा लिया मन्नू सलवार सूट में थी और भाभी साड़ी में इस कारण मन्नू बीच में दोनों तरफ टाँगे फैला कर बैठ गई और उसके पीछे प्रीती भाभी बैठ गई पूरे रास्ते में मन्नू कि चूचियाँ मेरे पीठ  से टकराती रही जो  मुझे बहुत अच्छा लग रहा था  मेरा पहला अनुभव था किसी जवान लड़की  जिस्म छू जाने का   क्योकि मेरे शर्मीले स्वभाव केकारण मैं  किसी लड़की को नहीं पटा पाया था ,रात  के करीब ११ बजे तक मैं उन दोनों को मेरी बाइक पर घुमाता रहा मन्नू  घुल मिल गई थी कि मेरे कंधे में हाथ रखकर बाइक में बैठ जाती मैंने दोनों को एक होटल में नास्ता भी कराया और फिर  वापस आ गए , हम जैसे ही वापस आये  तो माकन मालिक डूटी चले गए उन्हें ओवर टाइम में एक घंटे पहले जाना था कंपनी ,रात में खाना बनाया और हम तीनो ने एक साथ मिलकर खाना खाये और १ बजे तक अपने अपने कमरे में सो गए मैं सुबह उठा और डूटी पर चला गया | 
                        अगले दिन कंपनी में मेरे डूटी का समय बदल दिया अब १५ दिन तक मुझे साम को ४ से रात के १२ कि डूटी में जाना होगा माकन मालिक कि डूटी सुबह ७.३० से साम को ४ बजे तक कि हो गई इस कारण मनु को सुबह ८ से ९ बजे तक पढ़ातां था सुबह  सुबह जब मैं  रहने लगा रूम में तो मैं रोज प्रीती भाभी को कमरो  के सामने गैलरी में झाड़ू लगाते देखता उस समय प्रीती भाभी जब झुक कर झाड़ू लगाती तो उनके बूब्स के बीच कि घाटियाँ  देखाई देती जब पल्लू नीचे गिर जाता ,एक दिन मैं भाभी की तरह देख रहा था तो मनु ने बोला कि क्या देख रहे हो महेंद्र  सर तो मैं सर्मा गया तब मनु ने कहा कि मेरी भाभी बहुत सुन्दर है न तो मैं सर हिला दिया तो मनु कुछ नहीं बोली बस सास लिया तो मनु कि चुचिया ऊपर को उठी और मनु कुछ उदास हो गई तब मैंने मनु कि झूठी कि तारीफ किया और बोला कि तुम भी बहुत सुन्दर हो बस रंग दबा है तो क्या हुआ तुम दिल से बहुत सुन्दर हो तब मनु गदगद हो कर खुस हो गई फिर आया ३१ दिसंबर नए साल कि अगवानी पर खूब मस्ती किया मनु और प्रीती भाभी ने साम के समय ,[माकन मालिक डूटी पर थे] टेप में बढ़िया बढ़िया गाने लगाकर खूब डांस किया प्रीती भाभी और मनु ने मुझे भी जबरजस्ती डांस करवाया मैंने प्रीती भाभी के हाथ पकड़ कर खूब डांस किया कई बार डांस करते समय प्रीती भाभी कि चुचियो पर मेरा हाथ भी लगा पर प्रीती भाभी ने बुरा नहीं माना , मनु तो डांस करते करते कई बार लिपट गई मेरे से कमरे के अंदर , तो प्रीती भाभी ने मनु को हलकी सी डॉट  भी लगाया जब मनु नाराज पड़ गई तो प्रीती भाभी ने उसे बड़े प्यार से गले लगाकर समझाया भी ,मैं समझ गया कि ननद और भाभी में प्यार बहुत है प्रीती और मनु बहुत  घुल मिल गई मेरे साथ इस एक साल में | 

                              सन  २००० का ९ फरबरी बुधवार  का दिन  था मैं अपने कमरे में लेटा हुआ था ११  बजे उस दिन मनु पढने  नहीं आई मेरे पास |  प्रीती के कमरे से किसी के कराहने कि आवाज आई पर मैंने ध्यान नहीं दिया तब किसी ने आवाज लगाया तो मैं गया प्रीती के कमरे में तो देखा कि मनु एक रजाई ओढ़े लेटी हुई थी मैं दरवाजे के पास से ही बोला कि  मनु ने कहा कि मुझे बुखार है दवाई  ला दीजिये तो मैं मनु के पास गया और मनु का हाथ पकड़ कर देखा कि मनु बुखार से तप रही थी तो मैं डाकटर को लाया और मनु को दिखाया डाक्टर ने दवाई दिया एक इंजेक्सन लगाया और मुझे बोला कि इनके माथे पर पानी कि पट्टी लगाये तो बुखार जल्दी उतर जायेगी  फिर मैं मन डाक्टर को नीचे तक छोड़ कर आया और आते समय सीढ़ियों पर लगा चैनल गेट पर ताला लगा दिया क्योकि ज्यादा समय चैनल गेट पर टाला लगा ही रहता है और इस ताले कि चाभी सभी के पास रहती है टला लगाकर मनु के पास आया और   मनु के सर पर पट्टी रखने लगा करीब २० मिनट तक लगातार मनु के पास बैठा रहा और पानी बदल बदल कर पट्टी लगाता  रहा मनु ने रजाई ओढ़ रखा था इस कारण खूब पसीना आया मनु के सरीर से तो मनु ने बोला कि पसीना पोछ दो तो मैं हल्का सा पानी गर्म किया और मनु के पास  रख दिया और बोला कि पोछ लो अपने से तो मनु ने बोला कि आप पोछ दोगे तो थक नहीं जाओगे तो मैं मनु के सरीर का पसीना पोछने लगा ,मनु उस समय स्कूल कि ड्रेस पहन रखा था [सर्ट और स्कर्ट ] मैं मनु के गर्दन के आसपास पोछ दिया पसीना तो मनु घूम गई और बोली कि पीठ का भी पोछ दो तो मैं मनु के पीठ और कमर के आसपास का पसीना पोछने लगा सर्ट के नीचे हाथ डालकर तो मनु पेट के बल लेट गई और प्यूरी सर्ट को ऊपर गर्दन तक उठा लिया मनु कि ब्रा दिखाई देने लगी मैंने मनु का पूरा पसीना पोछ दिया पीठ का तो मनु ने कहा कि जांघो में भी पसीना है उसे भी पोछ दो तो मैं मनु कि एस्कार्ट के नीचे हाथ डालकर पसीना पोछने लगा तो मनु ने अपनी स्कर्ट को कमर तक उठा  लिया अब मनु कि मोटी मोटी सुन्दर जांघे दिखाई देने लगी मैंने जांघो का पसीना पोछ दिया पर मेरी नियत खराब होने लगी मनु कि जांघो को देखकर मेरे लण्ड में अकड़न आ गई और लण्ड खड़ा हो गया लुंगी के नीचे पर अपने को कंट्रोल किया ,मनु पीठ के बल लेट गई और बोली कि यहाँ [चुचियो के नीचे इसारा किया] भी पसीना है तो मैं सर्ट के नीचे हाथ डालकर पसीना पोछने लगा पर बटनो के कारन टीक से नहीं पोछ पा रहा था तब मनु ने अपने सर्ट कि सभी बटन को खोल दिया और सर्ट के दोनों
मनु के बूब्स १००% ऐसे ही उठे हुए थे
 भागो को अलग अलग कर दिया  अब मनु कि बड़े बड़े बूब्स ब्रा के अंदर झाकने लगे फिर भी मैं अपने आप को रोके रखा और मनु का पसीना पोछता रहा पर बूब्स को हाथ नहीं लगाया तब मनु ने हाथ को पकड़ कर बूब्स के ऊपर रखी  और बोली कि यहाँ पर भी है पसीना [अब  परोशी हुई थाली को नहीं छोड़ना चाहता था] तब मैं मनु कि चुचियो का पसीना पोछने लगा मनु कि चुचियो कि निप्प्ल कड़क पड़  गई थी चेहरा लाल हो गया था ,आँखों में हलकी हलकी लालिमा आ गया था मैं ब्रा के अंदर हाथ डाल -डाल  कर पसीना पोछने लगा तो मनु ने एक हाथ से ब्रा के हुक को खोल दिया और बोली कि टीक से पोछो सरमा क्यों रहे हो तब मैं मनु के स्तनो को दबा दबा कर पसीना पोछने लगा कि मनु ने अचानक मेरे को पकड़ कर किस कर लिया तो मैं भी मनु कि होठो को जोर से किस कर लिया और हाथ में पकड़ा हुआ कपडे को एक किनारे रख दिया और मनु के बूब्स को हलके हलके दबाने लगा तो मनु ने मुझे अपनी और खीच लिया और मेरे होठो को हलके हलके से किस करने लगी किस करते करते होठो को ,गालो को चूसने लगी मैं भी मनु कि सुन्दर सुन्दर जांघो को सहलाने लगा और मनु जी जीभ को मुह में  ले लिया और हलके हलके जेएच को चूसने लगा जीभ को मुह के अंदर के तरफ गालो में घुमाने लगा तो मनु ने  ओर भीच कर सीने से चिपका लिया तो मैं मनु कि पेंटी को उतार दिया और स्कर्ट को उतारने लगा तो मना कर दिया तब मैं स्कर्ट को कमर तक खिसका दिया और चूत पर हाथ फेरने लगा चूत में हलके हलके बाल थे ऐसा लगता है जैसे एक महीने पहले बाल कि सफाई किया हो ,हाथ फेरते फेरते चूत के अंदर उगली डाला तो पता चला कि चूत गीली है  मैं समझ गया मनु चुदाने को पूरी तरह से तैयार है अब मैंने अपनी लुंगी और चढ्ढी को उतार दिया और मनु चूत में लण्ड घुसाने लगा ,मनु कि चूत बहुत टाइट थी पहली बार लण्ड का स्वाद लेने वाली थी मनु धीरे धीरे लण्ड  ८ इंची और मोटा सा लण्ड मनु कि चूत में घुसेड़ दिया करीब ४ इंच तक तो मनु बोली कि दर्द कर  रहा है तब मैं मनु को किस करने लगा और बड़े प्यार से मनु के गाल ,चूची ,बाल ,जांघो पर हाथ घुमाने लगा और थोडा थोड़ा लण्ड को आगे पीछे करने लगा मनु ने कास कर पकड़ लिए पीठ पर हाथ रख कर मन धीरे धीरे झटके मारने लगा मनु के मुह से उ उ उ उ ऊ अ अ अ अ अ आ आह आह आह आह सी सी सी कि हलकी हलकी आवाज निकलने लगी [२४१ लाइन ] मनु ने कस कर पकड़ रखा था मुझे और मेरी जीभ को बड़े मजे से लाली  पाप कि तरह चूसे जा जा रही थी मैं अब झटके मारने कि गति बढ़ा दिया और एक जोर का झटका मारा और पूरा लण्ड मनु क चूत में घुस गया तो मनु के मुह से एक चीत्कार से निकली तो मैं मनु के मुह में हाथ रख दिया तो मनु दर्द के मारे आह आह करने लगी तब मनु के गालो में प्यार से हाथ घुमाया तो मनु सांत हुई , मुझे ऐसा लगा जैसे लण्ड  में कुछ गर्म गर्म सा लगा हो तो मैं लण्ड को बाहर  निकाला तो देखा कि चूत से खून बहने लगा मैंने मनु से पूछा कि महीना आने वाला है क्या तो मनु बोली कि अभी तो एक सप्ताह का टाइम है ,तब मैं समझ गया मनु कि कौमार्य झिल्ली फट गई मतलब मनु ने पहली बार किसी के साथ सम्भोग कर रही है ,मैं मनु को कुछ नहीं बताया और फिर से लण्ड  को पेल दिया मनु कि चूत में और झटके मारने लगा मनु उ उ उ उ उ अ अ अ अ अ अ अ आअह आहा हा हा हा हसे सी स्स्सीईए सीईईईईए उउउउउउउउउउउ आ आ करती रही मैं झाटके मारते रहा तो कुछ देर में मनु ढीली पड़  गई मैं १५ -२० झटके मारा और बहुत सा वीर्य मनु कि चूत के डाळ दिया मनु से जोर से चिपक गया और मनु के ऊपर लेट गया और फिर मनु के ऊपर से उठा कपडे पहना और मनु को बोला कि तुम भी कपडे पहन लो तो  मनु बिस्तर से उठी और कराहने लगी बोली कि दर्द हो रहा है मैं बोला कि उठो थोड़ी देर बाद दर्द  जायेगा तो मनु उठी और टांग फैला कर नंगी ही चलने लगी तो देखा कि मनु कि चूत से खून बह रहा है मनु खून देख कर घबरा गई और बोली कि ये क्यों निकल रहा है  तो मैं मनु को बताया कि जब पहली बार कोई लड़की केला खाती है तो ऐसा ही होता है और हसने लगा और उठकर मनु के बॉब्स दबा कर किस किया और समझाया कि डरो नहीं ये कुछ देर में बंद हो जायेगा तुम्हारी चूत  फट गई है इस कारण दर्द हो रहा है पर ये जल्दी ही टीक हो जायेगा फिर मनु बाथरूम में जाकर पेसाब किया और वापस आकर कपडे पहन लिया  और बोली कि ये क्या कर डाला तुमने  तब मैंने बोला कि चुप रहो किसी को नहीं बताना नहीं तो तुम्हारी जाती वाले मार डालेगे मुझे तब मनु कुछ नहीं बोली मेरी तरफ देखने लगी फिर मैं मनु को समझाया कि भाभी को क्या क्या बताना है तुम्हारी बीमारी पर और उसके बाद मैं अपने रूम में आ गया घडी  में देखा तो उस समय १ बज गए थे ,मैं सो गया और फिर ३ बजे उठा तैयार हुआ और ४ बजे के आस पास डूटी  चला गया | अगले दिन सुबह उठा और ब्रश कर रहा था बाहर तो प्रीती भाभी ने बुलाया और बोली कि जब डाक्टर ने कहा था कि मनु के माथे पर पानी कि पट्टी रखना बुखार जल्दी उतर जायेगी तो आपने पानी कि पट्टी नहीं रखा मनु  सर पर इसके दिमाग में बुखार चढ़ जाती तो जानते है क्या होता ,आप इस तरह के निष्टुर है मैं नहीं जानती थी तब मैंने बोला कि 'भाभी जी उस समय सिर्फ मनु कमरे में अकेली थी इस कारण मैं मनु के पास नहीं बैठना चाहता था कही आप लोगोको बुरा नहीं लगे' तब प्रीती भाभी ने कहा कि आप पर पूरा विश्वास है पंडित जी अब कभी ऐसी कोई बात आये तो आप संकोच  नहीं करना ' तब मैंने बोला टीक है भाभी जी | मैं समझ गया कि मनु को जो बोला था टीक उसी तरह से मनु ने भी बताया प्रीती से | मनु कि १२ वी कि परिक्षा का ताम टेबल आ गया ३ मार्च से मनु के पेपर थे  मनु पढने में बहुत अच्छी तो नहीं थी इस लिए डर रही थी कि १२ वी  फेल नहीं हो जाउ मैं मनु को समझाया कि तुम्हे फेल नहीं होने दुगा तुम्हे मेहनत करनी होगी मनु  को रोज ४घंटे तक दिन में पढ़ाता और जब रात में १२.३० बजे डूटी से आता तो मनु के कमरे ली लाइट जलती रहती [मनु पढ़ाई के कारण अब प्रीती भाभी के साथ नहीं सोती नहीं तो हमेसा ही प्रीती भाभी के साथ सोती है मनु लाइट जलने के कारण प्रेटी भाभी को नीद नहीं आती इस लिए मनु मेरे कमरे से लगा हुआ किचेन के बागान के कमरे में सोती है ] एक दिन मैं डूटी  से आया और कपडे उतार कर फ्रेस हो रहा था इतने में मनु ने किचेन के बीच वाला दरवाजा धीरे से खटखटाया और दरबाजे के नीचे से एक चाबी खिसकाया मैं समझ गया कि मेरे तरफ लगे दरबाजे कि चाबी है ये मैंने तुरंत ही ताला खोल कर दरबाजा को खोलते हुए मनु के कमरे में पहुच गया तो मनु ने कहा कि ये सवाल बता दो ना तो मैं मनु को सवाल बताने लगा मनु सवाल को समझ कर करने लगी तो मैं मनु की तरफ देखने लगा तो उसी समय मनु  ने मेरी तरफ देखी और बोली कि क्या देख रहे हो तो मनु को बोला कि तुम कितनी सुन्दर हो तो मनु ने कहा कि आपसे कम हु तब मैं मनु के गाल में एक किस कर लिया तो मनु ने भी किस कर लिया तब मैं मनु के बूब्स को दबा दिया तो मनु बोलती है कि कही भाभी न जाग  जाए आप जाओ तो मैं बोला कि आता हु भाभी  को देखकर सो रही है  जाग रही है और मैं जाकर खिड़की से देखा तो भाभी के कमरे में अन्धेरा था और भाभी के खर्राटे कि आवाज आ रही थी तब मैं कंडोम लेकर वापस आया और मनु को बताया कि सो रही है ,तो मनु तुरंत ही मेरे से लिपट गई और बोली कि थक गई हु पढ़ा पढ़ कर चलो थकान मिटा दो  मेरी और इतना कहने के बाद मनु बिस्तर पर लेट गई मैं भी मनु के पास लेट गया और कियो कार्पिन तेल कि सीसी लेकर बैठ गया और मनु को बोला कि उतारो कपडे तो मनु ने कहा कि लाइट तो बंद कर दो सरम आ रही है तो टुबलाइट बंद करके एक जीरो वाट का लाल रंग का बल्ब जला दिया और मनु को  किस करने लगा मनु  ने एक एक करके सभी कपडे उतार दिया और नंगी होकर बिस्तर पर लेट गई तो मई मनु के पुरे वदन में तेल लगा लगा कर मालिस करने लगा मालिस करते करते मनु कि चुचियो पर कियो कार्पिन तेल को ढेर सारा  उड़ेल दिया और हलके हलके  हाथ से चुचियो का मर्दन करने लगा मनु को बहुत अच्छा लग रहा था अब मनु मेरी लुंगी के नीचे हाथ दाल कर लण्ड को टटोलने लगी और पकड़ कर खिलाने लगी लण्ड  को और लुंगी को उतारने लगी तब मैं लुंगी ,बनियान ,चढ्ढी को उतार कर नंगा हो कर मनु कि टांगो को ऊपर कि तरफ उठाया और चूत  को चाटने लगा जीभ डाल  कर मनु ऊ उ उ उ उ ऊ उ उ उ  आए आ अ अ अ अ अ अ अ सी सी सी करने लगी और बोली कि अब मत तड़पाओ नहीं तो जान निकला जायेगी तब मैं लण्ड को पेल दिया मनु कि चूत में और झटके मारने लगा मनु कि चूत मेंमनु बड़े प्यार से झटके खाने लगी ,कुछ देर बाद मनु को घोड़ी बना दिया और चोदने लगा मनु को मनु भी अपने चूतड़ो को आगे पीछे करने लगी ५ मिनट तक झटके मारने के बाद मनु को उठा लिया दोनों हाथ से और हवा में लहरा लहरा कर चोदने लगा मनु को ४ मिनट बाद मनु को पीठ के बल लिटा दिया और फिर जोर जोर से झटके मारने  लगा मनु कि आवाज कमरे के गुज रही थी मनु धीरे धीरे उउउउउउउ आआआ सीईईईईईई आह आह आह आह अह आह उई माँ उई माँ उई माँ सी सी सी स सी ईईईईए इइइइइईईईई ईईईईई ईईई ईईई अह आह आह आह करती रही और मेरी जीभ कोचुस्ती रही लगातार ७ मिनट तक झटके खाने के बाद मनु झर गई तब मैं भी जल्दीजल्दी झटके मार कर ढेर सारा वीर्य मनु कि चूत में उड़ेल दिया और लण्ड को अंदर कये हुए ३ मिनट तक मनु के ऊपर लेटा रहा फिर मनु मुझे धक्का देकर उठा दिया और खुद भी उठ गई कपडे पहना और बोली कि जाओ अब तो मैं मेरे कमरे में जाने लगा तो बोली कि कल ये चाबी ले जाना और इसकी डुप्लीकेट चाबी बनवा लेना मैं मैं बोला टीक है | और इस तरह से रोज रात में मनु को चोदता दुति से आने के बाद पर अब रोज कंडोम लगा लेता कि कही मनु को गर्भ ना रह जाए मनु ने एक्साम दिया सभी पेपर बहुत अच्छे गए मनु बहुत खुस रहती थी मार्च का महीना निकला गया | 

         अप्रैल में  एक दिन मैं सुबह कि डूटी  करके आया तो देखा कि एक ओरत आई है , ४५ साल के आसपास उम्र होगी उस ओरत कि पर ओ आज भी खूब जवान लगती है ,  प्रीती भाभी से पूछा तो पता चला कि मनु कि छोटी मौसी है जो निम्बाहेडा राजस्थान से आई हुई है ये बिधवा है साल में एकात  बार आती है और १५-२० दिन रहती है | मैं भी उन्हें मौसी  कहने लगा ओ भी मेरे ऊपर बहुत खुस रहती थी ,माकन मालिक इस समय बहुत खुस रहते है और मकान मालिक मौसी के साथ बाजार भी कई बार जा चुके है |
मौसी और मकान मालिक कि जोड़ी कुछ इस तरह से थी

 मनु अब फिर से प्रीती के कमरे में सोने लगी मौसी और मकान मालिक अलग अलग कमरे में सोते पर दोनों के बीच का दरबाजा खुला रहता एक दिन रात में किचेन के बगल वाले कमरे से कुछ आवाज आ रही थी मैं कान लगाकर सूना तो पता चला कि मकान मालिक अपनी साली कि चुदाई कर रहे है तब मैं चुपचाप खिड़की के पास जाकर खड़ा हो गया और अंदर के नज़ारे देखने लगा मकान मालिक और मौसी एक दम से नंगे होकर चुदाई में ब्यस्त थे और यह नज़ारे देखने को कई दिन मिला वैसे काका सा जवान साली कि प्यास बुझाने में कामयाब नहीं होते थे , अप्रैल के आखिरी सप्ताह में मौसी चली गई साथ में उनके मनु भी चली गई ,मनु कि इच्छा नहीं थी जाने कि पर मौसी के आग्रह के कारण चली गई | 
      
प्रीती भाभी कि चुदाई कैसे किया आगे के भाग में Part २ में पढ़ो

Wednesday, 27 November 2013

इन चीजों को खाने से बढ़ेगी "सेक्स पावर"

प्रकृति की कई ऎसी चीजें हैं जो शरीर की ऊर्जा और क्षमता को बढ़ाने का काम करती हैं। ये चीजें सर्व सुलभ हैं और आपके आस-पास हैं। इनकी उपयोगिता को यदि गंभीरता से सीखा और जाना जाए तो ये बेहद कारगर साबित हो सकती हैं। दुनियाभर में इन वस्तुओं पर इतने प्रयोग हो चुके हैं कि ये भी सामने आया है कि यह आपकी सेक्स क्षमता को भी कई गुना बढ़ा सकती हैं। यहां हम आपको ऎसी ही गुणकारी चीजों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके संबंधों और जिन्दगी को और बेहतर बनाने में काम आ सकती हैं।

अदरक

अदरक का सेवन करने से सेक्स के दौरान उत्तेजना में बढ़ोतरी होती है। रात में डिनर के वक्त इसे खाया जाए या फिर अदरक वाली चाय का सेवन किया जाना चाहिए। इसके सेवन से दिल की धड़कन बढ़ती है, खून का प्रवाह तेज होता है जिससे उत्तेजना बढ़ती है।

इलायची

इंडियन मसाले में कीमती इलायची के इस्तेमाल कामेच्छा को उत्तेजित करता है। इलायची की जगह आप इलायची वाली चाय का सेवन भी कर सकते हैं

मीठी तुलसी

भारत में प्राचिनतम समय से ही तुलसी का इस्तेमाल ही कामलोलुपता की औषधी के रूप में किया जा रहा है। इटली के कुछ भागों में तुलसी का पेड़ प्यार की निशानी माना जाता है। इसका सेवन करना चाहिए और इसे आसापास होने पर हार्मोन्स सक्रीय होते हैं।

कद्दू के बीज

जिन लोगों को को कस्तूरी पसंद नहीं होती, उनके लिए कद्दू के बीज उत्तेजना बढ़ाने का काम करते हैं। कस्तूरी की तरह ही कद्दू के बीज में भी जिंक की काफी मात्रा होती है। इसमें ढ़ेर सारे विटामिन और खनीज ऎसे होते हैं जो कि पुरूष टेस्टास्टारेन प्रजनन का काम करते हैं जिससे उत्तेजना बढ़ती है। इन बीजों को भूनकर स्नैक्स के तौर पर या सलाद के रूप में खाया जाए।
 

लहसुन

लहसुन में एलीकीन होता है जो कि सेक्सी भागों में खून के प्रवाह को बढ़ाता है। कामेच्छा बढ़ाने के लिए लहसुन के कैप्सूल का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
मिर्च

खाने में मिर्च की मात्रा लेने पर खून में प्रवाह बढ़ा है। मिर्च की वजह से बढ़े खून का प्रवाह लोगों के मूड को बनाने में काम आता है। मिर्च की वजह से एंडोरफीन रीलिज होता है जिससे अच्छा महसूस होता है।

हरा साग


हरे साग में विटामिन बी की काफी मात्रा पाई जाती है। हरा साग शरीर में हिस्टामाइन लेवल को बढ़ाता है। हरे साग में मुख्य तौर पर शतावरी का ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। हिस्टामाइन लेवल की वजह से शरीर में उत्तेजना बढ़ती है।

Sunday, 17 November 2013

स्कूल टीचर नीता सबरवाल कि चुदाई

प्यार की यह सत्य घटना है जो सन 2000 में सुरु हुई और सन 2014 में भी ख़त्म नहीं ' हुई पूरी सत्य कहानी इस तरह से है | [ मेल से मिली ]
नीता,रानीमुखर्जी कि ट्रू कॉपी लगती है


मैं एक स्कूल में लेक्चरर हु और मेरा पास गाव में खेती भी है और यहाँ बिजनेस भी है जुलाई  सन २००० में मेरे स्कूल  में एक संविदा शिक्षिका आई नाम है नीता सबरवाल जिनकी उम्र लगभग २८ साल होगी मैं उस  समय पर ३५ साल  का था ,नीता २८ कि थी पर लगती थी २५ कि थी पर कम हाइट कि लगभग ५ फिट १   इंच कि है ,नीता हमेसा ही बहुत बन ठन कर आती थी पारदर्शी साड़ी -ब्लाउज में उसका अंग -प्रतंग साफ़ साफ़ दूर से ही झलकता था | नीता  एक दम से फिट थी ना तो मोंटी थी और ना ही दुबली थी , मैं करीब ६ फिट २ इंच से भी ज्यादा ऊचा ,गोरे वदन, मजबूत कद काठी, स्मार्ट  हु | नीता बहुत ही हसमुख और मिलनसार स्वभाव और खुले विचारो कि है , ओ कामर्स के क्लास को पढ़ाती थी जबकि मैं मैथ्स और साइन्स पढ़ाता था स्कूल में लगभग सभी शिक्षक नीता  से बात करने का मोका तलासते रहते थे पर ओ ज्यादा किसी को घास नहीं डालती थी पर बाते सभी से बड़े स्नेह से करती थी जबकि मैं नीता  से कोई बात नहीं करता था ओ नमस्कार करती तो गर्दन हिला कर जबाब दे देता था पर बाते नहीं करता था  योगयता के कारण कभी कभी प्रिंसपल का प्रभार मिलता था मुझे इस से नीता  स्वार्थ के  कारण मेरे नजदीक आना चाहती थी पर मैं ज्यादा भाव नहीं देता था नीता  को | हमारे स्कूल में वार्षिक उत्सव कि तैयारी चल रही थी जिसका पूरा जिम्मा प्रिंसपल साहब ने मुझे दे दिया और बोला कि जो भी शिक्षक या शिक्षिका चाहिए उसे अपने साथ  ले लो तो मैंने कई शिक्षक और शिक्षिकाओ से बात किया पर कोई नहीं जम  रही थी तो मैंने नीता  और एक अन्य मेडम को बोला कि मेडम आप दोनों चाहे तो ये जिम्मेदारी ले सकती है मेरे साथ तो ओ दोनों तैयार हो गई दोनों मेडम और मैं तैयारी कराने लगा इस कारन कभी कभी हम  लेट हो जाते थे एक मेडम तो स्कूल के पास ही रहती थी पर नीता  का रूम स्कूल से काफी दूर था और स्कूल तरफ से वाहन भी नहीं मिलते थे इस कारण नीता  पैदल ही मुख्य सड़क तक आया करती थी ये बात मुझे नहीं पता थी क्योकि दोनों मैडमो को स्कूल से छोड़ देने के बाद  ताला लगवाने लगवाने में कुछ समय लग जाता था ,एक दिन मैं स्कूल से अपनी बाइक से जा रहा था उस समय पर साम के ७ बज गए नीता  रोड में खड़ी होकर किसी वाहन का इन्तजार कर रही थी मैं उधर से निकला तो नीता  को बोला कि यहाँ खड़ी हो तो बोली कि टैम्पू का इन्तजार कर रही हु तो मैं बोला कि चलिए मैं छोड़ देता हु आपको तो खुसी खुसी तैयार हो गई और मेरे बाइक में बैठ गई करीब १५ मिनट तक नीता  मेरे साथ बाइक में बैठी रही भीड़ में जब ब्रेक मारता तो नीता  मेरे पीठ में चिकप जाती थी उसके छोटे छोटे स्तन मेरे पीठ से टकराते थे तो एक अजीब सी सिरहन उठती सरीर में ,बहुत अच्छा लगता मुझे क्योकि पहली बार किसी पराई और सादी -सुदा महिला के स्तन छू रहे थे मेरे जिस्म से जब मुझे अच्छा लगने लगा तो मैं जन बूझकर और अधिक ब्रेक मारने लगा इस बात को नीता  समझ गई फिर भी उसने मेरे से कोई दूरी नहीं बनाया बाइक में बल्कि और नजदीक सटकर बैठ गई मैं नीता  को उसके घर से कुछ दूर छोड़ दिया और वापस आ गया |  अगले  दिन नीता  स्कूल में मिली तो बड़े प्रेम से हाथ जोड़कर सर झुककर नमस्ते किया तो मैं भी जबाब में हाथ जोड़ कर उत्तर दिया तो पास आई और मेरे हाथ को पकड़ कर अलग कर दिया और बोली कि सर आप हाथ नहीं जोड़िए अप तो मेरे से सभी मामलो में बड़े है आपको हाथ जोड़ने कि जरुरत नहीं है तब मैंने कहा कि ये तो मेरा फ़र्ज़ है तो नीता  बोली कि ये आपका बड़प्पन है और इस तरह से बातचीत का सिलसिला सुरु हो गया अब  तो नीता  को रोज रोज  उसके घर से कुछ दूर में नीता  को छोड़ने लगा कब २६ जनवरी २००१ आ गई पता हीनही चला ,२६ जनवरी को बच्चो कि प्रभात फेरी निकली जिसमे नीता मेरे साथ साथ ही रही खूब बात चीत किया रास्ते भर फिर साम को बच्चो का सांस्कृत कार्यक्रम हुआ तब मैंने और नीता  ने बड़े अच्छे ढंग से कार्यक्रम को करवाया | साम को ८ बजे जब कार्यक्रम ख़त्म हुआ और सभी शिक्षक जाने लगे तो नीता  के पास एक आदमी आया जिससे नीता  बाते करने लगी  उस
नीता कि आँखे,ओठ नाक इसी तरह से खूबसूरत है

 आदमी के पास टूटी हुई साइकल थी, नीता  से भी हाइट में कुछ  छोटा, कोयले कि तरह काला, पकी हुई छोटी छोटी दाढ़ी, पके हुए बाल, चपके हुए गाल, बिलकुल मरियल सा तो मैंने एक शिक्षक से पूछ लिया कि ये मेडम किससे बात कर रही है तो उसने बोला कि ये इनके पतिदेव है तो मैं बहुत आस्चर्य चकित हुआ और उससे बोला कि क्यों मजाक करते हो ये और इनका पति असम्भव है तो उस शिक्षक ने हस्ते हुए बोला कि ये इनके पति देव है साहब जी जब नीता जाने लगीउस आदमी के साथ तो मैं नीता के पास गया और बोला कि  जा रही हो क्या नीता जी तो बोली कि हा , तो मैंने बोला  साथ जा रही हो तो बोली कि सॉरी मैंने तो इनका परिचय कराना ही भूल गई ये है मेरे पति  है तो मैं विनोद से हाथ मिलाया हाथ मिलाते से मैं  समझ गया कि नीता का पति कितना कमजोर है मुझे ऐसा लगा जैसे किसी १० साल  के बच्चे का हाथ पकड़ लिया हो  ज्यादा बात नहीं किया क्योकि टेंट वाला मेरे पास आ गया कुछ काम से तो मैं बाय कहकर चला आया | अगले दिन नीता आई तो रोज कि तरह  सामान्य  रूप से मिला पर नीता पहले कि तुलना   ज्यादा लगाव रखने लगी मेरे साथ जब भी मोका मिलता मेरे साथ बाइक पर  चल देती  इस बीच  मुझे ये पता चला कि नीता के पति सिर्फ आठवी पास है जबकि नीता एम् काम कर रखी है नीता के पति कोई स्थाई और अच्छी नौकरी नहीं करते है बल्कि कुरियर कि किसी ऑफिस में काम करते है डाक  बाटते है नीता कुछ टुसन कर लेती है पर घर कि आर्थिक स्थित टीक नहीं है किराए के मकान  से रहते है नीता कि एक लड़की है ५ साल कि नीता ने अपने विवाह   के बारे बताया कि पिता  जी गरीब थे इस कारण ऐसी सादी कर दिया ,नीता बतया कि ये माँ बाप कि अकेली ओउलाद है सम्पत्ति  पापा ने कर दिया सादी  क्या करू अब तो इनके साथ ही रहना है इन्हे छोड़ भी नहीं सकती हु और बहुत से बाते बताया नीता ने ये भी बताया कि  आती हु  मेरे लड़की मम्मी के घर में रहती है |
नीता इस तरह से कट बाह का ब्लॉउज पहनती है

    इस तरह एक माह और निकल गए गर्मियों कि छुट्टी लग गई हम  नहीं मिल पाये जुलाई में जब स्कूल खुली तब फिर से नीता से मिला नीता पहले से भी ज्यादा खूबसूरत लगने लगी अब, क्योकि अब नीता ने अपपनी हुलिया बदल लिया नीता अब कट बाह के ब्लाउज के साथ साथ नीता ने हेयर स्टाइल भी बदल लिया अब तो बला कि खूबसूरत लगने लगी नीता | बरसात होने के कारण नीता  कई बार मेरे साथ चल देती बाइक सेमैं भी खुसी खुसी बिठा लेता रास्ते भर नीता  आराम से मेरे साथ बैठी रहती कभी कभी नीता के स्तन टकराते मेरे वदन से तो बहुत अच्छा लगता | सायद ७ अगस्त २००१ कि बात है उस दिन बहुत जोर से बारिश हो रही थी नीता मेरे साथ ही अपने घर को चल पडी रास्ते में  पूरी तरह से गीले हो गए थे मैं जब नीता के घर पंहुचा तो नीता को उतार कर जाने लगा तो नीता ने हाथ पकड़ लिया और बोली कि आप आइये चाय पीकर जाना तब तक पानी भी रुक जायेगा , मैं नीता का आग्रह ठुकरा नहीं पाया और नीता के गहर पहली बार गया दो कमरे थे नीता के सिर्फ किचेन और एक रूम लोहे कि सामन्य से पलंग एक आलमारी तीन प्लास्टिक कि कुर्सिया एक टीवी कुछ और सामान था नीता के कमरे में अन्धेरा रहता था क्योकि  माकान के आखिरी छोर में नीता का रूम था नीता अंदर आते ही मुझे एक टावेल दिया और बोली कि पोछ लीजये अपने सरीर को और फिर आलमारी से एक गाउन निकाला और किचेन में घुस गई पर्दा लगा दिया और कुछ देर में नीता सिर्फ गाउन पहन कर बाहर आई गाउन भी टु पीस वाला था जिसमे नीता का सुन्दर ओर सेक्सी जिस्म  स्पस्ट दिखाई दे रहा था उसके छोटे छोटे  बिना लटके हुए चुस्त बढ़िया गोलाई लिउए स्तन दिखाई दे रहे थे मेरे मुह से अचानक ही वाउ वा निकल गया तो नीता हस्ती हुई बोली कि क्या हुआ तोमैं कुछ नहीं  बोला बस उसी कि तरह देखता रह गया फिर से नीता ने मेरे चहरे के आगे चुटकी बजाया और बोली कि कहा खो गए श्री मान तो मैं बोला कि वाह वाह क्या सुन्दर है आप तारीफ़ के लिए सब्द नहीं है मेरे पास , तो सरमा कर बोलती है ऐसा कुछ नहीं हैं आपके आगे तो मैं कुछ भी नहीं लगती आप कितने स्मार्ट है ये आपको नहीं पता ,इस तरह जब तक मैं बैठा रहा नीता कि तारीफ़ करता रहा नीता ने बढ़िया से चाय बनाया उसमे मलाई डाल  कर दिया हम दोनों ने चाय पीया फिर मैं करीब ३० मिनट तक बैठने के बाद वापस अपने घर आ गया ,घर   घर आने के बाद आज पहली बार मेरी पत्नी ने टोका कि लेट क्यों हो गए तो मैंने बताया कि पानी गिरने लगा था तो रुक गया था एक जगह पर , मेरी पत्नी भी बहुत सुन्दर है बहुत ही सेक्सी है मेरी पत्नी ,पत्नी को भी सप्ताह  में कम से कम दो दिन तो चुदवाती ही चुदवाती है मेरी पत्नी का गदराया हुआ जिसम किसी को भी आकर्षित  कर सकता है , अब नीता और अधिक  नजदीक आ गई मेरे १५ अगस्त का कार्यक्रम निपटाने के बाद स्कूल से फिर नीता मेरे साथ बैठ गई बाइक में तो मैं रास्ते में नीता को बोला कि अभी तो बहुत समय है चलिए मंदिर में दर्शन करके आते है तो नीता खुसी खुसी तैयार हो गई तो हम सहर से बाहर एक मंदिर में गए वहा पर हमने शिव जी के दर्शन किये और मंदिर से बाहर सुन सान हरियाली में पेड़ो के नीचे बैठ गए नीता ने कहा कि नारियल के टुकड़े करिये खाते है दोनों तो मैं नारयिल के टुकड़े करने लगा पर नारियल का टुकड़ा करते समय नारियल मेरे हाथ में लग गया जिससे हाथ से खून बहने लगा तो नीता घबरा गई और अपनी रूमाल से हाथ को बाँध दिया और मेरे हाथ को पकड़ कर चूम लिया और बोली कि दर्द हो रहा है जानू , तो मैंने बोला हा होतो रहा  है दर्द  और इतना कह कर नीता को अपनी बाहो में भर लिया और नीता कि किस कर लिया गालो पर ओठो पर , जबाब में नीता ने भी मेरे गालो और ओठो को किस कर लिया तो मैंने नीता के स्तन को दबा दिया ,नीता जब  तक रही मेरे बाहो में लिपटी रही फिर हम करीब एक घंटे के बाद वापस आ गए मंदिर से | अब हम दोनों बीच बीच में मोका निकाल कर कहीं कही सुनसान जगह पर चले जाते घंटो बाथ कर आपसे में बाते करते ,नीता मेरी गोद में लेट जाती तो मैं नीता के स्तनो को ब्लाउज के अंदर हाथ डालकर बड़े प्यार से सहलाता खूब प्यार करता पर सम्भोग करने के लिए उचित जगह नहीं मिलता इस कारण सम्भोग नहीं कर पाते ,नीता अपने पति कि बहुत सी कमजोरिया बताती जब भी मिलती उनकी बुराई  करतीतो नीता  समझाता  तुम्हारे पति है उन्हें स्वीकार करो मैंने नीता से पूछा कि  तुम्हारे पति तुमसे प्यार तो करते है ना,तो नीता ने बोला कि प्यार नहीं करेगे तो जायेगे कहा उस काले कलूटे को कौन पूछेगा दिन भर तम्बाकू खाता है मुह से दिन भर बदबू आती है जब भी रात  में आता है मेरे पास तो उसके मुह कि बदबू के कारण मूड  खराब  हो जाता है उसके साथ कुछ भी करने कि इच्छा नहीं पड़ती है ओ अपना काम कर के सो जाता है उसके मुह कि बदबू के कारण बहुत नफरत हो गई है कितनी बार उसे कहा कि छोड़  दे तम्बाकू पर नहीं मानता ऐसी बहुत से बाते बताया करती है नीता फिर भी मैं नीता को समझाता कि उनसे प्यार से कहो तो छोड़ देगे तम्बाकू तो नीता ने कहा कि कह कह कर थक चुकी हु नहीं सुनता | एक दिन  नीता और मैं एक शापिंग  माल में गए जहा नीता ने बहुत सी शापिंग किया  पूरा पेमेंट मैंने किया फिरहम  शापिंग माल में वजन देखा तो मेरा वजन ८५ KG और नीता  का वजन ५२  KG निकला जब हैम दोनों  वापस आने लगे तो मैंने नीता से पूछा कि विनोद का वजन कितना है तो नीता ने  कहा कि सायद ५०  किलो है | नीता कि आर्थिक मदद मैं खूब करता  नीता बहुत  खुस रहती  मेरे ऊपर नीता और मैं कितनी बार सुनसान  जगह  पर जाते खूब प्यार करते पर सम्भोग  अच्छी जगह नहीं  मिलने के कारन नीता के साथ सम्भोग नहीं कर पाता इस तरह से दिसंबर माह आ गया नीता का जन्म दिन आने वाला  था १८ दिसंबर को 
 
नीता कि चुचिया100% (बूब्स) इतने बड़े बड़े है


  तो मैंने प्लान बनाया कि चलो सहर से दूर किसी दूसरे सहर में चलते है घुमने फिरने तुम्हारा जन्म दिन बड़े अच्छे ढंग से मनाउगा तो ओ तैयार हो गई और हम दोनों १८ दिसंबर २००१ को सुबह सुबह ८ बजे  निकल लिए और ९ बजे  पहुच गए वहा पर एक होटल  गए दोनों मैंने होटल के रिकार्ड में नीता को   पत्नी बताया ,होटल में  पहुच कर पहले  हम दोनों ने कॉफी मगाकर पीया फिर कुछ देर तक प्यार भरी बाते किया और होटल से बाहर आ गए सहर के प्रशिद्ध दार्शनिक स्थलो पर भ्रमण किया और फिर वापस अपने होटल में आये अपने रूम में ही खाना खाया और फिर आराम करने लगे दोनों फिर मैंने नीता को गोद में उठा लिया और  खूब किस किया  तो नीता ने कहा कि अब तो छोड़ दीजये तब मैंने नीता को बेड पर  बिठा  दिया तो नीता बहुत  खुस हो गई ओ बोली कि आप तो मुझे अपनी गोद में उठा लिए पहली बार किसी मर्द ने सादी  के बाद गोद में उठाया है |  इसके बाद हम दोनों प्रेम से लिपट गए मैं नीता को जोर जोर से  किस करने लगा किस करते करते कब हैम दोनों गर्म पड़  गए पता ही नहीं चला मैंने एक एक करके नीता के सभी कपडे उतार कर फेक दिया नीचे ओ अब नंगी हो गई मेरे सामने क्या सुन्दर सेक्सी जिस्म था नीता का पतली पतली जांघे छोटे छोटे चूतड़ छोटी छोटी चुचिया मैं नीता के जिस्म से लगा नीता के बूब्स को चूसने लगा पूरी कि पूरी बूब्स मेरे मुह के अंदर  चले  जाते तो मैं मुह के नादर ही जीभ को बूब्स के ऊपर घुमाने लगता , नीता मेरे सर पर हाथ घुमाने लेगी अब नीता भी गर्म पड़ गई मेरे कपडे को वदन से खीच खीच कर अलग करने लगी मैं भी अब नीता के सामने एक दम से नंगा हो गया नीता मेरे लौड़े  से खेलने लगी और लण्ड कि तारीफ करने लगी ,मेरा लण्ड ९ इंच से भी बड़ा और नीता कि कलाई से भी ज्यादा मोटा है नीता लण्ड  को चाटने लगी मैं नीता कि चूत को जीभ से चाटने लगा नीता कि चूत में जीभ को घुसाने लगा तो पता चला कि नीता कि चूत बहुत सकरी है उधर नीता खूब गर्म पड़ गई मेरा भी लण्ड पुरे सबाब पर आ गया तो मैंने नीता से पूछा कि डाळ  दू अब तो बोली कि ड़ाल दो जानु पर ज़रा आराम से क्योकि मेरी बहुत सकरी है कही टाके ना टूट जाए तो मैंने नीता से पूछा कि क्यों तुम्हारे टाके अभी भी  टूटे एक लड़की हो जाने के बाद भी और इतना कहकर मैं लण्ड को नीता कि चूत में पटकने लगा एक हाथ से पकड़ कर नीता को बहुत अच्छा लगने लगा मेरे लण्ड  कि पटक कि चोट नीता ने कहा कि पहले आप उगली डालिए और देखिये कि कितना बड़ा छेंद है मेरा तो मैं बीच वाली उगली को चूत  में डाला तो मेरी उगली भी नीता कि चूत में टाइट थी मैंने नीता से कहा कि जब मेरी उगली नहीं जा रही है तो लंड कैसे घुसेगा तो नीता ने कहा कि उगली से ही चोद  दो जानु तो मैं बोला कि हट पगली ऐसा भी होता है क्या ,मेरे लण्ड कि प्यास कैसे बुझेगी  तो नीता ने कहा कि टीक है जानु डाल दो पर आराम से तो मैं नीता कि चूत में लड डालने लगा तो लण्ड का आगे का हिस्सा (सुपाड़ा) चूत के मुह पर टिकाया और धीरे से धक्का दिया तो नीता जोर से चिल्लाई और बोली उई माँ फट गई और उठकर बैठ गई और बोली कि नहीं जाएगा यार जानु रहने दो फट -फूटा गई तो लेने के देने पड़ जायेगे खून बहने लगेगा तो जबाब देना मुस्किल हो जायेगा कालू को तो मैं बोला कि चलो एक बार और ट्राई करता हु तो नीता बोली कि टीक है करो तब मैंने एक बार फिर से खूब थूक लगाकर जरा सा झटका दिया तो लण्ड का सुपाड़ा घुस तो गया पर नीता तुरंत ही उई माँ उई माँ कह कर सी सी कि आवाज करने लगी और चूत को हाथ के पंजे से ढॉक लिया और बोली रहने दो जानु नहीं तो फट जायेगी तो मैं बोला कि टीक है मत फड़वाओ रखो सम्हाल कर और इतना कहकर मैं कपडे पहनने लगा तो नीता दौड़ कर मेरे लण्ड को पकड़ लिया और  हिलाने लगी तो मैं नीता को बोला कि लेट जाओ तो नीता लेट गई तो मैं नीता के मुह में लण्ड को घुसेड़ दिया और मुह को चोदने लगा  पर नीता के आँखों से आसु आ गए तो मुझे बहुत दया  आई और मैं मूह से लण्ड को निकाल लिया तो नीता उठी और जोर से लिपट गई और बोली जानु मैं आपकी प्यास नहीं  बुझा पाई माफ़ कर दो मुझे इतना कह कर रोने लगी तो मैं नीता को प्यार से गले से लगा लिया और अपने ऊपर नीता को लिटा दिया और नीता से खूब प्यार किया और नीता को बोला कि तुम्हारी  टांगो के बीच मेरे लण्ड को फसाओ तो नीता ने वही किया तो मैं नीता कि टांगो के बीच में लैंड को रखकर खूब घिसाई किया जैसे चूत में डालने के बाद आगे पीछे करते है उसी तरह से करके वीर्य  को नीता कि चूतड़ो के ऊपर उड़ेल दिया और नीता के चूतड़ो पर तेल कि तरह वेरे कि मालिस कर दिया पर नीता भी गर्म पड़ गई थी नीता बोली कि जानु अपनी बीच वाली  उगली से चोदो मुझे तो मैं मेरी बीच कि उगली नीता कि चूत में डालकर नीता को स्खलित किया फिर हम करीब दो घंटे तक होटल में रहे बहुत से बाते किया नीता से ये पूछा कि तुम्हारी चूत ऐसे क्यों हो गई तो नीता ने बताया कि जब मेरी लड़की पैदा हुई थी तब लड़की का सिर फस गया था जिसे डाक्टर  ने चीरा  लगाकर निकला था और बाद में टाके से चूत को सील दिया पर गलती से एक एक टाके ज्यादा लगा दिया डाक्टर ने इस कारण चूत सकरी हो गई और बहुत सी बाते बताया नीता ने  और वापस आ गए  | अगले दिन नीता स्कूल आई पर नजरे नहीं मिला पा  रही थी क्या पता सरमा रही थी या कुछ और था पर मैं अब नीता से दुरिया बनाने लगा मुझे लगाने लगा कि जब मैं इसे चोद नहीं सकता तो कई फायदा इसके साथ पैसा बिग़ाण्डने का इस तरह से मैंने नीता से दुरी बना लिया नीता इस बात को समझ गई मैं नीता को साथ ले जाना बंद कर दिया नीता कि छोटी मोटी जरूरते पूरी करना बंद कर दिया१ जनवरी २००२ आई नया साल तो नीता  कहा कि चलिए   कही से घूम कर आते है तो मैंने  मना कर दिया पर नीता मेरे पीछे पडी रहती कई बार बोली पर मैं नीता के साथ नहीं गया इस तरह एक माह  गया २० फावरी को मेरा जन्म  आने वाला  था ,एक दिन दिन नीता मेरे पास आई और जिद करके बोली कि आपके जन्म दिन को धूम धाम से मनाओगी चलिए मेरे साथ तो मैं तैयार हो गया और २० फरबरी को हम दोनों कार से सुबह ८ बजे  निकल लिए और ९ बजे करीब पास के शहर पहुच गए उसी होटल में फिर से रुके होटल के कमरे में पहुचते ही पहले कॉफी मगाया हैम दोनों ने कॉफी पीया और मैं  मोका देखकर एक वियाग्रा कि गोली खा लिया क्योकि आज नीता को तबियत से छोड़ने के मूड में हु नीता मेरे से लिपट गई और किस करने लगी मैं भी नीता को प्यार से अपने सीने से चिक्पा लिया और प्यार करने लगा फिर नीता को गोद में  बेड़ पर लिटा दिया और नीता से प्यार करने लगा नीता के वदन से एक एक करके  सारे कपडे उतार दिया नीता के वदन में ब्रा और पेंटी ही रह गई नीता कि पतली पतली जांघो को सहलाने लगा नीता भी मेरे सभी कपडे उतार लिया मैं भी सिर्फ चढ्ढी में रह गया ठंडी लग रही थी तो मैंने  AC ऑन कर दिया जिससे गर्म गरम हवा आने लगी रूम गरम कर लिया इधर नीता भी गर्म पड़ने लगी तो मैं नीता कि ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया और खुद भी नंगा हो गया और नीता कि चूत को चाटने लगा नीता मेरे सिर,पीठ कंधो पर हाथ घुमाने लगी नीता के मुह से सी सी सी सी कि आवाज निकलने लगी मैं समझ गया कि नीता सम्भोग के लिए अब तैयार है तो मैं नीता कि चूत में लड घुसाने लगा तो नीता ने अपनी बैग से नारियल का तेल निकाल कर दिया और बोली इसे लगा दो तो आसानी रहेगी तब मैं नीता कि चूत और मेरे लण्ड में ढेर सारा तेल लगा कर चिकना कर लिया और डालने लगा तो नीता बोली कि रुको और खुद बैठ गई मेरे को लिटा दिया और मेरे ऊपर अगल बगल से टाँगे निकाल कर  बैठ गई और लड को घुसाने लगी तो मैंने बोला कि रुको कंडोम लगा लो तो नीता ने कहा कि नो टेंसन अभी एक दो रोज में ही महीना होने वाला है और दिर  धीरे धीरे पूरा लण्ड को चूत के अंदर घुसाने लगी फिर धीरे से पूरा लण्ड घुस गया नीता अब मेरे ऊपर लेट गई और मैं धीरे धीरे झटके मारने लगा | लण्ड कुछ इस तरह से चूत के अंदर फसा हुआ था जैसे इंजन के अंदर लाइनर और पिस्टन फसा होता है ज़ीरो टालरेंस में एक दम से पूरा फिट बिलकुल भी लूज नहीं था एक दम से टाइट चूत में मेरा ९ इंच लंबा और नीता कि कलाई से भी ज्यादा मोटा लण्ड है मेरा ,मैं झटके मारने लगा नीता मेरे ऊपर लेट कर मेरी  जीभ को चूसने लगी मैं भी नीता कि जीभ को चूसने लगा बीच बीच में नीता कि चुचियो को चुसणे लगा ,नीता के छोटे छोटे स्तनो को पूरा का पूरा मुह के अंदर डाल लेता टो नीता अपने स्तनो को हलके से झटके मार कर मुह से निकाल देती मैं फिर से चुचियो को चूसने लगता उधर नीता अपने नितम्बो को बार बार आगे पीछे करने लगी और चुदाई का पूरा का पूरा मजा लेने लगी मेरे साथ मैं नीता को धीरे से अपने  उठा लिया मेरे मजबूत हाथो से तो नीता ने अपने दोनों हाथो से मेरे बाहो को कास कर पकड़ लिया मैंने नीता के नितम्बो के नीचे हाथ लगा कर हवा में उछाल उछाल कर चोदने लगा नीता बड़े प्यार से मेरी बाहो में झूलते हुए चुदती रही नीता बीच बीच में उठकर मेरे गले में हाथ डालकर  
 सीने से चिपक जाती थी तब मैं नीता  को ऊपर नीचे झूला झुलाते हुए चोदता  रहा नीता बड़े मजे से मस्ती करती रही मेरे साथ साथ फिर कुछ देर बाद नीता को मैंने घोड़ी बनाकर दस मिनट तक चोदता रहा फिर कुछ देर बाद नीता के मुह से सी सी सी आ आ आ आ आ उउउउ उउउउउ उसस उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ आह आह अह आह आह आह आ आ उउउउउउऊऊऊऊऊ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स आआआआआआआआआअ मर गई जानु और जोर जोरे से \मारो झटके बहुत मजा आ रहा है ओऊ ओऊ ओऊ आ आ आ अ अ अ अ आ उउउउउउउ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज़ आआआआअ ईईईईईईईई व्वव्वव्वव्वव्वव त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त् आआआआआअक़व क़्व्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़ ऊ उउउ उ उउउउउउऊऊऊऊऊ आ आआआआआआआआआअ आआआआआअ आआआआआआअ क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क आह आह आहा हा अह करती रही मैं झटके मारता  रहा नीता एक एक झटके में स्वर्ग जैसा आनंद देती रही फिर करीब ५ मिनट बाद हैम दोनों एक साथ स्खलित हो गए नीता पेट के बल लेट गई मैं भी लण्ड को डाले हुए ही नीता के ऊपर लेटा रहा धीरे धीर झटके अभी भी मार रहा था जैसे साप मर जाता है उसके बाद भी थोड़ थोड़ हिलता रहता है उसी तरह से नीता को झटके मारता रहा फिर ढेर सारा वीर्य नीता कि चूत से बह कर बिस्तर पर गिरने  लगा तो मैं नीता को बोला कि जाओ बाथरूम में नहीं तो बेड सीट  खराब होगा तो नीता नंगी ही बाथरूम में घुस गई , मैं घडी देखा तो उस समय पर १०.३० हो गए थे मैं चुपचाप उठा  और फिर  से एक वियाग्रा के टेबलेट खा लिया तब तक नीता बाथरूम से आई और नंगी ही फिर से मेरे पास लेट गई कम्बल डालकर मैं भी उठा टावेल लगाया और बाथरूम गया और वापस आ गया और नीता के साथ कम्बल में नंगा ही लेट गया और नीता को बाहो में भर लिया और प्यार करते करते बाते करने लगा फिर  ने अपने अपने कपडे पहन लिए और एक एक गिलास गर्म दूध मगा कर पीया फिर कुछ देर तक इधर उधर कि बाते करते रहा TV देखते हुए फिर अचानक मैंने नीता से पूछा कि  बार आई थी मेरे साथ तो डर गई थी लण्ड को देखकर लेने से ही मना कर दिया था फिर से तैयार हो है ऐसा कैसे हो गया तो नीता ने बताया कि कि मैं एक दिन एक लंबा सा मोटा सा बैगन  [भटे] आपके लण्ड से भी मोटा और लंबा ले आई और उस बेगन  [भटे] के ऊपर कंडोम लगा कर तेल से खूब चिकना करके मेरी बुर में डाल कर देखा तो ओ भाटा  गुस गया तो मैं कई दिन उस भाटे से ही चोदा  मजा आया तो सोची  क्यों न अबआपसे  से ही चुदाउ बस यह सोच कर हिम्मत पड़  गई और आज पहली बार जीवन में चुदाई  का मजा लिया आपके साथ मेरे कालू का लण्ड तो छोटा सा पतला सा है कब घुसाता है पता ही नहीं चलता ,नीता  ने मेरे गाल को किस करते हुए हुए कहा कि लण्ड तो वही है जो चूत में बहुत मुस्किल से घुसे और इतना कह कर लैंड को पकड़ कर खिलाने लगी तो लैंड फिर से सनसना कर खड़ा हो गया तो नीता बहुत अस्चर्य से कहती है कि ये लो ये तो फिर से तैयार हो गया मेरे कालू का तो एक दिन  के बाद सात दिन लगते थे तैयार करने में पर आपका इतनी जल्दी फिर से खड़ा हो गया तब मैं नीता को जोर से खीचते हुए किस किया और स्तनो को मसल दिया तो नीता मेरी जीभ को चूसने लगी और फिर हम कब  तैयार हो गए पता ही नहीं लगा मैंने एक एक करके नीता के सभी 
  कपडे को फिर से उतार कर फेक दिया और खुद के भी कपडे उतार दिया और जैसे कोई घोड़ा चढ़ जाता है घोड़ी के ऊपर टीक उसी तरह से मैं नीता को पीठ के बल लिटा कर चढ़ गया और गीली चूत में एक हि झटके में ९ इंच का लण्ड घुसेड़ दिया और नीता के ऊपर चढ़ गया नीता मेरे पीठ पर हाथ रखकर जोर से चिपका लिया और फिर चुदाई का ओ दौर सुरु हुआ कि नीता एक दम से पागलोंकी तरह् हरकत करने लगी जोर जोर से बड़बड़ाने लगी बार बार कहती और जोर से झटके मारो जानू और नीता  सी सी सी आ आ आ आ आ उउउउ उउउउउ उसस उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ आह आह अह आह आह आह आ आ उउउउउउऊऊऊऊऊ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स आआआआआआआआआअ मर गई जानु और जोर जोरे से मारो झटके बहुत मजा आ रहा है ओऊ ओऊ ओऊ आ आ आ अ अ अ अ आ उउउउउउउ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज़ आआआआअ ईईईईईईईई व्वव्वव्व  व्वव्वव त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त् आआआआआअक़व क़्व्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़्क़ ऊ उउउ उ उउउउ उउऊऊऊऊऊ आ आआआआआआआआआअ आआआआआअ आआआआआआअ क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क  इस तरह से नीता को लगातार ८ मिनट तक झटके मारता रहा नीता बड़े प्यार से झटके खाती रही फिर मैंने नीता को उठा लिया और घुटनो के बल  खड़ा खड़ा कर दिया और फिर झटके मारते रहा लगातार ५ मिनट तक झटके खाने के बाद नीता फिर से पीठ के बल लेट गई और मैं पागलो कि तरह झटके मरते रहा रहा नीता जोर जोर से चिल्ला चिल्ला कर कहती रही और जोर से जानु और जोर से पूरी ताकत से मारो झटके बहुत मजा आ रहा है और मैं पूरी ताकत से झटके मारने लगा कमरे में फट फट फट फट कि आवाज गुजने लगी उस आवाज में नीता कि आअ मर गई जानु और जोर जोरे से मारो झटके बहुत मजा आ रहा है ओऊ ओऊ ओऊ आ आ आ अ अ अ अ आ उउउउउउउ स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज़ आआआआअ ईईईईईईईई व्वव्वव्व  व्वव्वव त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त् आआआ आआअ क़व क़्व् क़् क़्क़् क़् क़्क़्क़्क़् क़्क़्क़ ऊ उउउ उ उउ उउ उउऊ ऊऊऊऊ आ आआ आआ आआआ आअ आआ आआ आह आह आह कि आवाज दब रही थी और करीब ६ मिनट तक लगातार झटके खाने के बाद नीता झर गई पर मैं मेरी मंजिल से थोड़ी दूर था कुछ और झटके मारने के बाद मैं ढेर सारा वीर्य उड़ेल दिया नीता के चूत में और कुछ देर तक लण्ड को चूत में डालकर लेटा रहा नीता के ऊपर नीता बड़े प्यार से मुझे किस करती रही कभी पीठ में तोकभी सिर में हाथ घुमाती फिर मैं जब लण्ड को निकाला तो देखा कि लण्ड में खून लगा हुआ था मैं खून देखकर समझ गया कि नीता कि माहवारी आ गई नीता कि चूत से वीर्य के साथ खून भी निकलने लगा ,नीता उठी और बाथरूम चली गई मैं भी नीता के साथ बाथरूम में घुस गया जब नीता पेसाब करने लगी तो ढेर सारा खून निकलने लगा नीता कि चूत से तब नीता ने मुझे कहा कहा कि जाओ पैड लाओ बाजार से फाड़ दिया आज तुमने इसे और हसने लगी मैं और नीता बाथ्ररुम से बाहर आये मैं कपडे पहन कर बाजार गया और एक पैड लाया नीता ने उस पैड को लगा लिया फिर हम दोनों अपने सहर को वापस आ गए नीता को उसके घर तक छोड़ दिया | अब नीता मेरे लण्ड  कि ऐसी दीवानी हुई कि अब तो अपने घर में ही मोका देखकर मुझे बुला लेती और घर में ही आराम से चुदाती बीच बीच में हम दोनों कही भी बाहर भी चले जाते तीन तीन दी के लिए कोई बहाना बनाकर ,मैंने नीता के कालू पति कि एक फैक्टी में नौकरी लगवा दिया और जब कालू रात  के समय नौकरी करने जाता तो नीता को उसके घर में ही चोदता ,नीता के लिए खूब शापिंग करवाता नीता खुस रहती कालू के लिए एक बाइक खरीद दिया तो कालू भी बहुत खुस रहता जबकि कालू को पता चल गया था कि उसकी बीबी मुझसे चुदाती है पर कालू का मुह बंद रहता मेरे पैसे के कारण मैं नीता कि लड़की के लिए हमेसा ही अच्छे अच्छे कपडे खरीद कर देता पूरा परिवार खुस इस तरह से  अभी भी नीता कि चुदाई करता हु जब भी मोका मिलता है | अभी नीता  लिए मकान बनवा दिया है सन 2013 में अब नीता बहुत खुस रहती है | 
                           अभी 17 मार्च 2014 होली के दिन नीता के साथ खूब होली खेला और रंग लगी हुई नीता के बूब्स को खूब दबाया अकेले में नीता के घर पर  नीता को लगभग एक साल से नहीं चोदा , नीता 30 मार्च 2014 को चुदवाने का वादा किया है | 

Friday, 8 November 2013

सगी साली दिब्या को शिर्डी में चोदा

मेरी साली साहिबा दिब्या ८५ % ऐसी  ही है

बात जनवरी २००९ कि है जब मेरी सासु जी और साली साहिबा मेरे यहाँ आई और शिर्डी साईं बाबा के दर्शन कि इच्छा जाहिर किया  तो मैं और मेरी पत्नी ,सासु ,साली जी शिर्डी के लिए चल दिए ,दिब्या कि उम्र ३० साल के आसपास होगी जबकि मैं करीब ४२ साल का हु ,दिब्या बहुत ही आधुनिक खयालात कि और बहुत ही सुन्दर हल्की सा सावला रंग , गोल मटोल चेहरा ,मांसल  सरीर गदराया वदन ,हमेशा ही कट बाह, बड़े गले का टाइट  ब्लाउज पहनती है ,जब भी मैं ससुराल जाता हु दिब्या बहुत आव भगत करती है मेरा, एकात बार तो मेरे साथ बाइक में घूमेने  भी जा चुकी है बाजार में काफी घुली मिली रहती है साली साहिबा को एक लड़का भी है करीब १८ माह का उसके कारण कई बार कार को रस्ते में रोकना पड़ा इस कारण हैम थोड़ा लेट हो गए और करीब ९ घंटे  का सफ़र करने के बाद हम साम को ८  बजे  शिर्डी से १८ किलोमीटर पहले एक छोटे से कसबे में एक होटल में रुक गए क्योकि शिर्डी में होटल बहुत महगे है होटल में हमें दो डबल  बेड वाला रूम लिया हैम सभी ने खाना खाया और रात के ९ बजे के लगभग सोने कि तैयारी करने लगे एक बेड में मैं लेट गया और एक बेड ये तीनो (सासु जी और मेरी साली और पत्नी) मेरी पत्नी अपने माँ के कारण सरम के मारे मेरे साथ नहीं सोई और साली व सासु को मेरे साथ सोने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता  मैंने तो कम्बल ओढ़ा और सो गया क्योकि जनवरी का महीना था और ठण्ड अच्छी पड़ रही थी | रात में करीब ११.३० बजे मेरी नीद खुल गई क्योकि साली का लड़का रोने लगा क्योकि तीन तीन ओरते सोई थी इस कारण जगह कि कमी पड़ती थी बालक इस कारन रोने लगा तो मेरी सासु माँ ने मेरी पत्नी से कहा कि जा सो जा उस पलंग में यहाँ जगह कम है तो मेरी पत्नी ने मन कर दिया क्योकि कि ओ बहुत गहरी नीद में थी और ओ जब नीद में होती है तो जल्दी से नहीं उठती मेरी पत्नी ने साली को बोला कि दिब्या तू जा ना क्यों परेसान कर रही है  प्रज्वल {साली के लड़के का नाम प्रज्वल  है}को साली ने थोड़ा ना नुकूर करने के बाद करीब ११.४५ पर मेरे बेड पर आ गई मैं तो जाग गया था पर सोने का नाटक कर रहा था | दिब्य ने हैम दोनों के बीच में अपने लड़के को सुला दिया और अपने कम्बल के साथ लड़के के साथ सोने लगी पर मैं जान बूझकर बीच बीच में उसके लड़के को करवट लेने के बहाने उसे दबा देता तो ओ रोने लगता कई बार ऐसा करने पर तो दिब्या ने लड़के को दूसरे किनारे पर लिटा दिया और फिर मेरे तरफ तरफ घूम कर सोने लगी मैं करीब रात में १.३० पर दिब्या को अपने कम्बल में ओढ़ा लिया और धीरे से बोला कि इतना नाटक क्यों कर रही थी पहले ही मेरे पास आ कर सो जाना था तुम मेरी पत्नी हो इसमें क्या संकोच था अब दिब्या तो सोयेगी नहीं मेरे साथ फिर इतना नाटक करने कि क्या जरुरत थी | ये सब मैं जान बूझकर दिब्या से कह रहा था जिससे दिब्या ये समझे कि मैं उसे अपनी पत्नी समझ रहा हु दिब्या ने कोई जबाब नहीं दिया और चुपचाप कम्बल के नीचे सोई रही तो मैं कुछ देर बाद दिब्या को अपनी तरफ खीच लिया और कमर में हाथ डाल  कर सीने से लगा लिया और बीच बीच में दिब्या के स्तनो को दबाने लगा दिब्या ने कोई बिरोध नहीं किया पर हलके से मेरे हाथ को अपने स्तन से हटा देती थी फिर मैं वापस स्तनो को दबाने लगता और मैं किस करने लगा दिब्या के होठो कि जोरदार किस करता और बीच बीच में दिब्या  कि जीभ को अपने मुह में रख कर चूसने लगता अब दिब्या भी गर्म पड़ने लगी और अपने हाथ को मेरे कमर में डाल दिया और हलके हाथ से अपनी तरफ खीच लिया मैं समझ गया कि दिब्या को चुदाने का मन पड़ गया मेरे से पर उस समय कमरे में एक हल्का सा बल्ब जल रहा था हल्का सा उजाला था कमरे में मैं चुप चाप दबे पाँव  उठा और उस बल्ब को भी बंद कर दिया अब कमरे में पूरा अन्धेरा छा गया मोबाइल  में देखा तो उस समय रात के २ बज रहे थे ,मैं वापस बिस्तर में आ गया और फिर से दिब्या के स्तन को दबाने लगा | पर मैं प्यूरी तरह से अनजान बना हुआ था मेरी नजरो में दिब्या मेरी पत्नी है और ये बात दिब्या भी समझ रही थी कि जीजा जी, जीजी समझ कर ये सब कर रहे है मैं मेरे नाटक में सफल हो रहा था ,मैं दिब्या कि साड़ी को जांघो से ऊपर खिसका दिया और जांघो को सहलाने लगा और धीरे से ब्लाउज और ब्रा का हुक खोल दिया तो स्तन आजाद हो गए तो मैं स्तनो को चूसने लगा दिब्या अब मस्त गर्म पड़ गई सम्भोग के  लिए ओ मेरे लण्ड को हाथ से पकड़ लिया तो मैं दिब्या कि पेंटी को निकालने लगा तो दिब्या ने अपने हाथ से ही पेंटी को निकाल दिया अब मैं दिब्या कि चूत को सहलाने लगा मस्त चिकनी चूत थी एक भी बाल नहीं थे चूत में लगता है ओ मन बनाकर ही आई थी कि जीजा जी का लण्ड लुंगी | दिब्या के मुह से हलके हलके सी अस्स आस्स आ आ उ उउउ उउउ के आवाज आने लगी और मेरे लण्ड को बार बार दबाने लगी तो मेरा ९ इंची लण्ड तड़प उठा चूत का रस पीने के लिए ।  मैं दिब्या कि साड़ी को उतारने के लिए खीचने लगा तो दिब्या ने साडी को हाथ से  से मैं समझ गया कि ये साडी नहीं उतरना चाहती है तो मैं पूरी साडी को पेट के ऊपर और पीठ के नीचे खिसका दिया और दिब्या के ऊपर  लेट गया और धीरे से अपने लण्ड को दिब्या कि चूत में घुसेड़ने लगा तो  दिब्या कि चूत टाइट है मैंने धीरे से दिब्या के कान में  नाटक करते हुए कहा कि भब्या [ मेरी पत्नी का नाम  भब्या है ] आज टाइट क्यों है  तो दिब्या ने  कुछ नहीं कहा और मेरे गाल पर  किस लेकर जोर से चिपका लिया मैं धीरे धीरे दिब्या कि चूत में लंड घुसेड़ने लगा दिब्य कि चूत सच में टाइट थी जब पूरा लंड को घुसेड़ दिया तो दिब्या मेरे पोड में हाथ लगाकर अपनी तरफ खीचने लगी मैं समझ गया कि ये झटके चाहती है तो मैं धीरे धीरे झटके मारने  लगा बिना आवाज किये क्योकि मैं सोच रहा था कि कही मेरी पत्नी व सासु कि नीद नहीं खुल जाए | मैं मजे से झटके मारते रहा दिब्या बड़े प्यार से मेरे मुह में ओठो में गालो में किस  करती रही मैं बीच बीच में दिब्या के बड़े बड़े स्तनो को दबा देता कभी स्तनो को चूसने लगता दिब्या बड़े प्यार से चुदाती रही और दिब्या धीरे धीरे ऊऊऊऊऊआआआआसीएससी  आह आह ऊ ऊ आए सी सी सी कि आवाज निकलती रही मैं झटके मरता रहा करीब ८ मिनट तक लगातार झटके खाने के बाद दिब्या सिथिल पड़ गई मैं समझ गया कि ये तो जहर चुकी है तो मैं जल्दी जल्दी झटके मारने  लगा तो मैं भी स्खलित हो गया और ढेर सारा वीर्य दिब्या कि चूत में उड़ेल दिया तो दिब्या जल्दी से उठी और बाथरूम में घुस गई तो मैं भी दबे पाँव पाँव बाथरूम में घुस गया तो देखा कि दिब्या पेसाब कर रही थी दिब्या कि चूत से पेसाब करने कि इस तरह से आवाज निकल रही थी स्सी स्सीस्सीस्सीस्सीस्सी जैसे ही दिब्या ने मुझे देखा तो साड़ी से अपना मुह ढक लिया और फिर पेसाब करके उठ गई तो मैं आस्चर्य भरी निगाह से दिब्या को देखने लगा और बोला कि ओह आप थी ,मैं तो सोचा कि तुम्हारी दीदी है और इतना कहने के बाद मैं दिब्या के मुह से कपड़ा हटा दिया और गाल में एक जोरदार किस किया और बोला कि बहुत मजे देती हो आप तो दिब्या कुछ नहीं बोली और मुस्कुरा कर चली गई मैं भी पेसाब किया व मोबाइल कि घड़ी कि तरफ देखा तो रात के २ बजकर ४५ मिनट हो रहे थे मैं चुपचाप जा कर अलग अलग कम्बल में सो गया दिब्या ने अपने लड़के को बीच में सुला दिया और भी सो गई ,सुबह कब हो गई  पता ही नहीं चला जब मेरी पत्नी ने पाँव पकड़ कर हिलाया तो नीद खुली उस समय पर ८ बज रहे थे पत्नी ने झुझलाते हुए बोली कि सोने आये हो या दर्शन करने तो मैं उठा और बैठ गया मेरी पत्नी और सास दोनों नहा कर कम्प्लीट थी सासु ने दिब्या को आवाज दिया तो ओ भी उठ गई और चौक कर इधर उधर देखने लगी और कहने लगी कि मैं इस बिस्तर पर कब आई माँ , तो सासु जी ने कहा कि रात में प्रज्वल रो रहा था तब मैंने तुझे यहाँ सोने के लिए कह दिया था तो दिब्या कुछ नहीं बोली और मेरी तरफ देखते हुए हसने लगी और मेरी पत्नी कि तरफ घूम कर बोली कि दीदी आज मैं तुम्हारी जहग आ गई , तो मेरी पत्नी बोली कि चल उठ बाते नहीं बना तैयार हो जा दर्शन नहीं करना है क्या  फिर मैं और दिब्या दोनों जल्दी जल्दी तैयार हो गए और ९ बजे मंदिर के लिए निकल लिए और मंदिर में जाकर लाइन में लग गए करीब १० बजे दिब्या के लड़के ने लेट्रीन कर दिया तो दिब्या ने कहा कि अब कैसे दर्शन करू इसने अशुद्ध  कर दिया तो मेरी पत्नी ने कहा कि जाओ इसे बाहर से साफ़ करवा लाओ तब मैंने पूछा कि कपड़ा लाइ हो इसका दिब्या तो बोली कि नहीं तो मैं मेरी पत्नी से बोला कि जब दूसरा कपड़ा नहीं है तो क्या करेगे ऐसे ही दर्शन कर लो कोई मूर्ति थोड़े ही छू रही हो तो मेरी पत्नी ने कहा नहीं आप जाओ होटल से फिर से इसके कपडे बदलवा कर लाओ तो मैंने बोला कि बहुत समय लग जयेगा तब तक तुम क्या करोगी तो पत्नी ने कहा कि मैं कई बार आ चुकी हु मम्मी को दर्शन कराकर मैं बाहर मिल जाउगी तब मैंने बोला टीक है और इतना कहकर बाहर  निकल गया दिब्या को साथ में लेकर बाहर आने के बाद मैं एक केमिस्ट कि दूकान से वियाग्रा १०० पॉवर कि एक पैकेट और कंडोम खरीद लिया और एक गोली वही केमिस्ट कि दूकान में खा लिया और फिर 
दिब्या के स्तन १०० % इसी तरह से है


होटल कि तरफ निकल लिया करीब १०.४५ पर होटल आ गया रास्ते में ही दिब्या का लड़का सो गया दिब्या ने उसके कपडे बदल कर फिर से सुला दिया तब तक ११बजकर ३० मिनट हो गए वियाग्रा का पूरा अशर हो गया मैं दिब्या को पकड़ कर खीच  लिए  बेड पर और पुरे कपडे दिब्या के वदन से निकाल कर दिब्या को नंगी कर दिया और अपने पास लिटा लिया और दिब्या को  गर्म करने लगा क्या मस्त जिस्म है दिब्या का बड़े बड़े स्तन पर बिना लटके हुए दिब्या के मस्त मस्त स्तनो को मैं चूसने लगा लाली पॉप कि तरह दिब्या गर्म पड़  गई और मेरे लण्ड  को पकड़ कर खिलाने लगी और जोर से मेरे साथ लिपट गई और बोली कि अब मत तड़पाओ जीजू और इतना कहकर मुझे बिस्तर पर गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और लैंड को डालने लगी तो मैंने बोला कि कंडोम लगा लो तो बोली कि नहीं जीजू मुझे तो आप जैसे मजबूत और खूबसूरत लड़का चाहिए और इतना कह कर लैंड को घुसेड़ लिया और फिर मलखम्ब करने लगी खड़े लण्ड पर | दिब्या कुछ देर में थकने लगी तो मैं समझ गया क्योकि दिब्या बार बार मेरे पेट पर ,सीने पर लेट जाती और अपने चूतड़ो को हिलाने लगती कुछ देर बाद मैं दिब्या को पकड़ कर उठा लिया और अपने मजबूत बाहो से और फिर उठा उठा कर चोदने  लगा दिब्या ने अपने दोनों हाथो को मेरे गले में डालकर झूला झूलती रही करीब ७ मिनट तक मैं दिब्या को झुलाता रहा दिब्या जोर जोर से किस करने लगी मेरी जीभ को जोर जोर से चूसने लगी फिर मैं दिब्या को बिस्तर पर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया और चोदने लगा अब दिब्या जोर जोर से उ उ उ उ उ उ उ अ अ अ अ अ अ आ अ अ अ अ अ अ आए  आ आए ऊ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ फु आह आह आह आह सी सी सी उफ़ उफ़ आह आह अहाआआआआअ ऊऊऊऊऊऊऊओ ओऊ आह आह उइमा उइमा उमा आह आह ऊ ऊ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ आह आह आह आह करती रही और मैं दिब्या को बड़े प्यार से जोर जोर झटके मारता रहा और फिर इतने टीजी तेजी झटके मारने  लगा ५ मिनट बाद मैं और दिब्या दोनों एक साथ स्खलित हो गए तो मैंने दिब्या को दाए करवट लिटा दिया और बोला कि बताओतुमारी किस नाक से ज्यादा हवा निकला रही है तो दिब्या ने कहा कि बाई नाक से तब मैंने मेरी नाक को दबा दबा कर देखा कि दाई नाक से हवा निकला रही है मतलब दिब्या का बायाँ  सुर और मेरा दाया सुर चल रहा है मैंने दिब्या को बोला कि इसी तरह से १० मिनट तक लेटी  रहो १०० % लड़का ही होगा तब दिब्या य बिस्तर पर लेटी रही घडी कि तरफ देखा तो उस समय पर १२ बजकर २५ मिनट हो गए थे | इतने में मेरी बीबी का फोन आया तो पूछी कि कहा पर हो तो मैं बताया कि मैं तो होटल के बाहर  चाय पी रहा हु तो बोली कि हैम दोनों ने दर्शन कर लिया है आ जाओ हमें लेने तो मैंने बोला कि दिब्या कब दर्शन करेगी तो बोली कि हमें पहले ले जाओ फिर मैं प्रज्वल को सम्हाल  लुंगी और आप दोनों दर्शन कर लेना तो मैं बोला टीक है और तैयार होकर उन दोनों को लेकर आ गया फिर  सभी ने होटल में खाना खाया और सो गए करीब ४ बजे उठे तो मेरी पत्नी ने कहा कि जाओ इसे (दिब्या कि तरफ इसारा  किया )भी दर्शन करा लाओ तो मैंने वोला कि टीक है ,फिर मैं और दिब्या करीब ४.३० बजे उठे और मंदिर चले गए रास्ते भर दिब्या ने बहुत सी बाते किया  अपने  पति के बारे में दिब्या के अनुसार उसके पति सेक्स करने में ज्यादा रुची नहीं लेते ओ धार्मिक विचारो के है ॐ शांति ॐ शांति दिन भर करते रहते है ॐ शांति से जिस्म की प्यास कैसे बुझेगी जीजू आप ही बताओ ओ जब देखो तब माउन्ट आबू भाग जाते है ब्रह्म कुमारी आश्रम में मैं यहाँ अकेले तड़पती रहती हु बहुत समझाया कि मत पड़ो  इन सबके चक्कर में पर नहीं मानते क्या करू मैं तो बहुत परेसान हु इनसे  महीने में एकांत  बार ही करते है सेक्स | जबकि दिब्या पाश्चात्य संस्कृत कि तरफ ज्यादा झुकाव है दिब्या को रोज रोज सेक्स पसंद है | हैम दोनों मंदिर में भी बहुत बाते  करते  रहे और फिर हम् करीब ८ बजे होटल  गए | अगले दिन अपने शहर की  तरफ निकल लिए दिब्या और सासु माँ करीब एक सप्ताह तक हमारे पास रही इस एक सप्ताह में एक दिन फिर से मोका मिल गया घर में ही दिब्या  को चोद दिया | 
             दोहपर में करीब १२ बजे पत्नी और सासु माँ जी बाजार चली गई दोनों बालक स्कूल में थे घर में मैं सोया हुआ था रात कि डूटी करने के बाद मैं गहरी नीद में था पर  लगा कि कोई मेरे बगल में लेटा हुआ है जब मैं  देखा तो दिब्या मेरे बगल में लेटी हुई थी मैंने देखा तो बोला कि क्या कर रही हो, ओ (मेरी पत्नी)  आ जायेगी तो दिब्या मेरे से चिपकते हुए बोली कि दीदी और मम्मी बाजार गई है चिंता नहीं करो जीजू और किस करने लगी मुझे तब मैं जोर से खीच कर दिब्या को सीने से चिपका लिया , दिब्या का लड़का दूसरे कमरे में सोया हुआ था और मैं अपने बेड रूम में सोया हुआ था इस कारण बालक कि कोई चिंता नहीं थी दिब्या को ,दिब्या सिर्फ एक गाउन पहन हुए  मेरे बगल में लेट गई और बोली जीजू जल्दी कर लो नहीं तो दीदी मम्मी जायेगी तब मैंने दिब्या को बोला कि चिंता नहीं करो मेरी जान तुम्हारी जीजी अब ४ घंटे  नहीं  आने वाली है क्योकि उनकी सोपिंग कि स्टाइल मैं जानता हु १० दूकान बिना घूमे ओ कोई सोपिंग करती ही नहीं है | दिब्या को मैं  किस करने लगा और दिब्या के वदन में हाथ  लगा तो पता चला कि दिब्या सिर्फ गाउन ही पहन रखा है गाउन के नीचे ब्रा और पेंटी नहीं है  मैं दिब्या कि गाउन को उतारने लगा तो बोलीमत उतारिये कही जीजी आ गई तो-मैंने बोला कि ओ इतनी जल्दी नहीं आयेगी और फिर मैंने दिब्या कि जिस्म से गाउन को उतार कर फेक दिया और दिब्या कि सुन्दर सुन्दर जांघो में तेल लगाकर मालिस करने लगा  दिब्या को,उलटा लिटा दिया और पीछे से पुरे वदन में बढ़िया तेल लगाकर मालिस किया फिर चूत में तेल डालकर सहलाने लगा दिब्या गर्म पड़ने लगी तो दिब्या को सीधा लिटा दिया और फिर स्तनो के ऊपर ढेर सारा तेल उड़ेल दिया और स्तनो कि मालिश करने लगा क्या मस्त स्तन है दिब्या के इतना मजा आया आया स्तनो कि मालिश में कि बता नही पा  रहा हु जैसे कोई मछली बार बार हाथ से फिसलती है उसी तरह से दिब्या के स्तन हाथ से फिसल रहे थे उस समय पर दिब्या अब उ उ उ उ उ उ अ अ अ अ अ आ अ अ अ अ अ आ अ अ आ आए आ आ अह अह अ अह अह अह अह सी सी सी स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स अस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स के  लगी और मेरे लंड  को पकड़ लिया मैं समझ गया कि ये अब चुदाने के लिए बढ़िया तैयार हो गई तो मैं दिब्या को घोड़ी बना दिया और पीछे से पूरा लण्ड  पेल दिया प्यूरी ताकत से तो दिब्या कहती है कि बस इतना ही और घुसा दो जीजू मारो ना जोर जोर से धक्के आज कोई नहीं है सुनने वाला और फिर मैं सुरु हो गया दिब्या कि चुदाई करने जोर जोर से झटके मराने लगा पूरा कमरा फट फट फट फट कि आबाज से गुजने लगा लगातार ५  मिनट तक झटके मरने के बाद दिब्या पेट के बल लेट गई तो मैंने दिब्या के पेट के नीचे एक  दिया जिससे कि चूत को ज्यादा प्यार से चोदु फिर दे दनादन दे दनादन दे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादन झटके मारने लगा दिब्या भी जोर जोर से बोलती और जोर से मारो जीजू और जोर उउउऊ दिब्याउउउ आआआआआआआ आआआआआआआअ सीईईईईईईईईए सीईईईइ उ उ अह आअह  करती रही और मैं झटके मारता आरहा करीब ५ मिनट बाद दिब्या ढीली पड़  गई तो मैं समझ गया कि ये स्खलित हो चुकी है मैं भी मंजिल के पास ही था जोर से झटका दिया और आखिरी समय में घोड़े कि तरह पूरी ताकत लगाकर दिब्या कि चूत में ढेर सारा वीर्य उड़ेल दिया जो बहने लगा इस तरह इस मजेदार चुदाई का अंत हुआ दिब्या अपने लड़के के साथ जाकर सो गई और मैं मेरे कमरे में सो गया | साम को ५ बजे जब मेरी पत्नी आई तो कुछ देर बाद दिब्या से पूछा कि क्या हुआ तेरे जीजा अभी तक नहीं उठे सो कर तो दिब्या ने कहा मुझे नहीं पता  समय पर जाग गया था | इस तरह दिब्या और सासु माँ एक दिन बाद ही चली गई |  करीब डेढ़  माह बाद दिब्या का फोन आया मेरे पास और बोली कि जीजू मैं फिर से पेट से हो गई हु और ओ आपका ही है तो मैंने बोला टीक है पैदा करो तुम्हारी  बड़ी इच्छा थी ना तो हसने लगी और बोली कि जीजू आपकी बहुत याद  आती है तो मैं बोला कि आ जाओ जब इच्छा हो तो बोली कि सच में आ जाउ तो मैंने फिर से बोला कि आ जाओ जीजी से नाट कर लो तो एक दिन दिब्या ने भब्या से कहा कि दीदी मेरी तबियत टीक नहीं रहती और यहाँ गाव में अच्छे  डाक्टर नहीं है मैं आ जाउ तुम्हारे पास तो भब्या ने कहा कि आ जा तेरा ही घर  है और तब २ माह बाद दिब्या फिर से आ गई मेरे पास और जब भी मोका मिलता दिब्या को चोदता  ९ माह बाद दिब्या को एक सुन्दर सा लड़का पैदा हुआ और इस तरह आज भी दिब्या बीच बीच में आती रहती है मेरे पास कभी कभी मैं दिब्या के गाव जाता तो दिब्या से मिल कर आता मोका मिलता तो गाव में भी चोद देता
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Tuesday, 5 November 2013

सेक्स कि अनसुनी बाते

सेक्स को लेकर लोगों में बहुत से भ्रांतियां हैं। कुछ लोग सेक्स को बहुत खराब और गंदा मानते हैं तो कुछ सेक्स को अच्छा व मनोरंजन का साधन मानते हैं। कुछ लोग विवाह के बाद सेक्स को अच्छा मानते है तो कुछ के लिए सेक्स मूड की तरह है। लेकिन एक समय के बाद सेक्स व्‍यक्ति की जरूरत बन जाता है।
कहते हैं सेक्स स्वास्‍थय के लिए अच्छा होता है, यह सही भी है। लेकिन जरूरी नहीं कि सेक्स हमेशा अच्छा होता है। सेक्स सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक सुख भी देता है। इसीलिए जरूरी है कि सेक्स से पहले मानसिक जुड़ाव हो।

सेक्‍स को एक लेकर यह कहा जाता है कि नशे में सेक्स का आनंद दुगुना हो जाता है, जबकि यह भ्रम के सिवा कुछ नहीं। यह सच है कि समय से पहले यौन संबंध बनाने से शारीरिक और मानसिक विकास पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इसलिए मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि नशे में सेक्‍स नहीं करना चाहिए। एक भ्रम सेक्‍स के बारे में यह भी है कि शादी से पहले सेक्स का वैवाहिक जीवन पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन सच तो यह है शादी से पहले सेक्स करने से वैवाहिक जीवन की खुशी छिनने का खतरा रहता है। यह अवधारणा कि शादी से पहले सेक्स आपको शादी के लिए तैयार करता है, भी बिलकुल गलत है।
अक्सर आपको सुनने को मिलता होगा कि जो लोग अपनी सेक्स इच्छाओं को पूरी तरह से खुलकर नहीं बता पाते यानी उनके इस संकोच का कोई अहम कारण है, वो वह किसी बीमारी से ग्रस्त होते हैं या फिर उनमें कोई कमी है। लेकिन यह बात भी एक भ्रम है। सेक्स के दौरान खुद पर संयम रखना बेहद जरूरी है। जहां सेक्स के प्रति खुलापन बढ़ा है और युवावर्ग भी विवाहपूर्व संबंध बनाने में कोई गुरेज नहीं करता। ऐसे में उन्हें सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ली जाने वाली प्रिकॉशंस और कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स के बारे में अधिक जानकारी होना भी जरूरी है।
हालांकि यह सही है कि यौन-संबंध एक व्यक्तिगत अधिकार है और इसमें किसी एक के लिए प्रतिबद्धता होना जरूरी है, लेकिन वर्तमान में इस बात का महत्व कम रह गया है। रिश्तों में सेक्स ही प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव के साथ-साथ आत्मीय संबंध होना भी जरूरी है तभी आप सेक्स के महत्व को समझ सकते हैं।
कहने का मतलब यह है कि सेक्स को लेकर किसी भी तरह का भ्रम या आशकांए मन में नही रहनी चाहिए। विवाह के बाद सेक्स करना चाहिए, लेकिन सेक्स के लिए मूड का होना भी जरूरी है।

सेक्स के रोचक रिचर्स

सेक्स से बढ़ती है आपकी सैलरी जी हां.. जर्मनी के इंस्टिट्यूट फॉर स्टडी ऑफ लेबर का मानना है कि जो लोग हफ्ते में 4 बार या उससे अधिक सेक्स करते हैं, उनकी कमाई ज्यादा होती है। स्टडी का कहना है कि अधिक सेक्स करने वाले लोग सेल्फ कॉन्फिडेंट होते हैं और उनकी परफॉर्मेंस पर इस बात का सकारात्मक प्रभाव भी... पड़ता है। वही, लंबे समय तक सेक्स न करने वाले लोग खुद को अकेला महसूस.....हमममम। अक्सर परेशान रहते हैं जिससे वे ठीक से परफॉर्म नहीं कर पाते।

युवाओं में बढ़ रहे हैं यौन अपराध इसकी वजह है सेक्सुअल एज्युकेशन की कमी और पैरंट्स का कंट्रोल न होना। जी सोचने वाली बात है ना, अजी सोजें पर सोचने से सब कुछ सही नहीं होगा, कुछ करिए। यानी अपने बच्चों को हरकतों पर ध्यान रखें, सेक्स एजुकेशन दें, झिझके नहीं...।

कम सैलरी और ज्याद सैलरी पाने वाले में क्या अंतर है..
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कम सैलरी वाले मर्द कि पसंद आती है बड़ी ब्रेस्ट वाली... अब समझो भी... लेकिन एक स्टडी के मुताबिक बड़े ब्रेस्ट्स के प्रति पुरुषों का लगाव उनकी सैलरी पर निर्भर करता है। अमीर पुरुषों को बड़ी ब्रेस्ट्स पसंद नहीं होतीं। वहीं, कम तनख्वाह वाले पुरुषों को बड़ी ब्रेस्ट्स काफी पसंद आती हैं। 2006 में एक सर्वे से पता चला है कि ब्रेस्ट्स बढ़ा सकती हैं उत्तेजना, ब्रेस्ट्स के साथ लंबा फोरप्ले मर्दों में सेक्सुअल उत्तेजना को बढ़ाता है।

ऐंटि-एजिंग ट्रीटमेंट हैं स्पर्म्स स्पर्म में ऐंटि-एजिंग प्रॉपर्टी प्रॉपर्टीज़ होती हैं जो फ्री रैडिकल्स को कम करती हैं और स्किन को चमकाती हैं। स्पर्मिडाइन से सेल्स पुनर्जीवित होते हैं और सेल्स की ग्रोथ बढ़ती है।

नींद पूरी ले नहीं तो भला परफॉर्मेंस कैसे....हम...
 
नहीं होने से बढ़ती है सेक्स अपील माना जाता है कि नींद पूरी नहीं होने से बिस्तर में परफॉर्मेंस खराब होती है, लेकिन एक स्टडी के मुताबिक जो पुरुष कम सोते हैं उन्हें लगता है कि महिलाएं उन्हें चाहती हैं। इससे उनकी सेक्स अपील बढ़ जाती है।


सेक्स से कैंसर के चांस घट सकते हैं
 
रेग्युलर सेक्स से डिवेलप हो रहे प्रोस्टेट कैंसर के चांस कम होते हैं। रीसर्चरों का मानना है कि सेक्स से सीमन पदार्थ निकल जाते हैं और प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है।

उत्तेजना बढ़ने पर बढ़ जाता है वजाइना का साइज एक ऐवरेज वजाइना का साइज उत्तेजित होने पर 200% तक बढ़ जाता है। फोरप्ले लंबा खिंचने से उत्तेजना बढ़ती है और वजाइना फैलता है।
किंकी सेक्स से बढ़ती है खुशी किंकी सेक्स की डिमांड करने से पता चलता है कि आप मानसिक रूप से खुश हैं। एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि किंकी सेक्स का मतलब है कि आप कॉन्फिडेंट, स्वस्थ और.. अरे खुश हैं...
ब्रेस्ट्स से पता चलेगा आपको कितनी मदद मिलेगी बड़ी ब्रेस्ट वाली महिलाओं की मदद करने से पुरुष पीछे नहीं हटते। कुछ शोधों के मुताबिक बड़ी ब्रेस्ट वाली महिलाओं के प्रति पुरुषों को काफी लगाव होता है और वे उनकी पूरी मदद करते हैं। मसलन, बड़ी ब्रेस्ट वाली महिलाओं को ज्यादा टिप मिलती है।

पॉर्न आपकी सोच को खोलती है
 
एक स्टडी में बताया गया है कि नियमित रूप से पॉर्न देखने वाले पुरुष गैर-पारंपरिक कपल्स के प्रति काफी खुली सोच रखते हैं। पॉर्न इंडस्ट्री एक काफी बड़ा बाज़ार है, जिसमें अलग-अलग तरह के कपल्स के बीच सेक्स को दिखाया जाता है। इसका सारा जोर दिमाग के खुलेपन पर होता है और इस तरह उन कपल्स के प्रति लोगों की मानसिकता बदलती है। वे इस कदर दिखाए जाते हैं कि बस फिर वही...हा..हा...

स्ट्रेट पुरुष मेल ऑर्गन देखकर खुश होते हैं इंटरनेट रीसर्च का कहना है कि मेल सेक्स ऑर्गन नेट पर फीमेल सेक्स ऑर्गन के बजाय ज्यादा खोजा जाता है। पुरुष अक्सर मेल सेक्स ऑर्गन पर ही जानकारी ढूंढते हैं।
बिस्तर में अच्छी परफॉर्मेंस का सीक्रेट रिसर्च कहती हैं कि मोटे पुरुष बिस्तर में अच्छा परफॉर्म करते हैं। पतले पुरुषों की तुलना में मोटे पुरुषों की ऐवरेज परफॉर्मेंस अच्छी होती है।

पता है महिलाएं सेक्स के प्रति कैसे खिंचती है..
 
बंदरों को देख उत्तेजित होती हैं महिलाएं एक स्टडी का कहना है कि महिलाएं बंदरों को सेक्स करते देख उत्तेजित होते हैं। अन्य पॉर्न विडियो की अपेक्षा बंदरों के सेक्स ऐक्ट को देखकर वे उत्साहित होती हैं।

झाड़ू वाळी बाई कि चुदाई

मेरा नाम आशीष ठाकरे है उम्र २५ साल का अनमैरिड हु । मैं  कोपरगाव महाराष्ट्र में रहता हु जहा पर मेरी फर्नीचर  कि दूकान है हमारी मार्किट में एक झाडू वाली बाई (साफ़ सफाई करने वाली)  महीने १०० रुपये लेती है एक दूकान दार से यह झाड़ू वाली बाई जिसका नाम सक्कू बाई है इसने अपने पति को छोड़ रखा है इसकी उम्र ४० साल के आसपास होगी पर पर है आज भी बहुत सेक्सी बड़े बड़े बूब्स मोटी सी पीठ बड़े बड़े चुंदड़ कभी साडी तो कभी कभी सलवार सूट में आती है ये सक्कू बाई दो लड़किये कि माँ है पर है बहुत दुष्ट स्वभाव कि जरा जरा सी बात पर गाली देने लगती है थाने में हरिजन एक्ट के नाम पर धमकी देती रहती है इस कारण मार्किट में सभी उससे बहुत डरते है  ओ एक दिन  मेरे पास आई और बोली कि आशु मुझे १००० रुपये  दो तो मैं बोला क्यों क्या हुआ तो बोली कि  है उसे डाक्टर  पास लेकर   जाना है तो मैं सक्कू को १००० रुपये दे दिया और बोला कि आंटी वापस कब करोगी तो बोली कि तू मुझे आंटी नहीं बोल तब मैंने बोला कि क्या कहु तो कहती है कि बयनी (भाभी) बोल तो मैंने उसे कहा कि भाभी कब दोगी मेरे पैसे तो कहती है कि रुक तो अभी अभी तो दिया है और लेने  के लिए अभी से मरे जा रहा है दे दुगी जैसा चाहेगा वैसा दे दुगी और मुस्कुरा कर चली गई करीब एक माह हो गए सक्कू ने रुपये वापस नहीं किया तो मैं एक दिन उसे  टोका तो  हँसने लगी और बोली कि कल दे दुगी तब मैंने उसे बोला कि कल तो दूकान बंद रहेगी सन्डे है तो सक्कू बोली कि तू आना दूकान खोलना मैं कल वापस कर दुगी तेरा पैसा पर दूकान जल्दी खोलना क्योकि बाद में मुझे जाना है सुबह जल्दी आ जाना  मैं सन्डे को सुबह ९ बजे दूकान पहुच गया सक्कू बाई झाड़ू और टोपरा लिए आस पास कि झडू लगाते हुए मेरे पास कि दूकान तक आई 


 
सक्कू बाई के बूब्स ऐसे ही बड़े बड़े है

 और बोली कि क्यों रे बहुत जल्दी है रुपये लेने कि तुझे और इतना कहकर झुक कर झाड़ू लगाने लगी सक्कू बाई के बड़े बड़े बुब्बस दूर से ही दिखाई दे रहे थे क्योकि सक्कू ने ब्लाउॉज के दो हुक खोल रखा था और साड़ी का पल्लू कमर में बाँध रखा थाइससे सक्कू बाई कि बड़े बड़े बूब्स साफ़ साफ़ दिखाई  दे रहे थे सकू बाई कुछ देर बाद आई और मेरे सामने बैठ गई और हाथ में १०००  कि नोट थी उसे दिखा कर बोली कि ये ले तेरे रुपैये  और इतना कह कर रुपये को अपने ब्लाउज के अंदर बूब्स के नीचे छिपा लिया और मुस्कुराते हुए बोली कि ले हिम्मत है तो निकाल कर ले ले तेरे रुपैये तो मैंने मना कर दिया और बोला कि मजाक नहीं भाभी दो निकाल कर तो बोली कि ले ले न और इतना कहने के बाद ब्लाउज के हुक्स को खोलते हुए बोली ले निकाल ले ,मैंने फिन मना  कर दिया तो बोली कि हिजड़ा है क्या जो डरता है किसी ओरत से ,अब सक्कू बाई के ब्लाउज के तीन हुक खुल गए तो बड़े बड़े बूब्स और साफ़ साफ़ दिखाई देने लगे पर मेरी हिम्मत नहीं पद रही थी और सक्कू बाई बार मुझे हिजड़ा कह कर चिढ़ा रही थी तो मैं हिम्मत करके  कुर्शी से उठा और सक्कू के पास जाकर खड़ा हो गया तो ओ मेरी तरफ देखी और मुसकराई तो मैंने सक्कू बाई कि पीठ पर हाथ  रख दिया तो सक्कू बाई ने हाथ को पकड़ कर अपने स्तनो कि तरफ लाइ और बोली कि रुपैये यहाँ है पीठ क्यों टटोल रहा है तब मैं हिम्मत करके सक्कू बाई कि दाए बुब्बस के नीचे हाथ डाल दिया और रुपये को ढूढने लगा | मैंने पहली बार इतनी उम्र कि किसी ओरत के बूब्स को हाथ लगाया  है सक्कू बाई के बूब्स आज भी बहुत मस्त है कुछ कुछ टाइट लग रहे थे मैं सक्कू बाई के बूब्स के नीचे बार बार हाथ घुमा रहा था और फिर वोला कि नहीं मिल रहे हा रुपये तो सक्कू बाई कहती है कि अबे गधे अभी तो तूने एक ही तरफ हाथ लगाया है इधर भी देख ना तो मैं बाए बूब्स के नीचे हाथ डाल दिया और रुपये तलासने लगा तो नहीं मिला पर मेरे तन-वदन में आग लगने लगी तो मैंने सक्कू बाई कि ब्रा का हुक खोल दिया पीठ कि तरफ से तो सक्कू कहती है कि क्या हुआ नहीं मिले तुझे रुपये तो क्या अब इस तरह से लेगा रुपिया और इतना कहकर मुझे जोर से खीच लिया अपनी तरफ और चूम लिए मुझे और खड़ी होकर लिपट गई मुझसे मैं भी जोर से अपनी तरह सक्कू को भीच लिया और सक्कू के स्तनो को दबाने लगा तो सक्कू बोलती है कि दूकान  सटर तो गिरा नहीं तो इज्जत का फालूदा निकल जायेगा , तब सटर गिरा दिया और अंदर से ताला लगा दिया | आज सन्डे है इस कारण मार्केट कि सभी दुकाने बंद है और जो खुलती भी है तो दोपहर के तीन बजे के बाद पूरा समय है आज सक्कू के साथ खेलने का [खेलने का मतलब है सम्भोग करने का ,चोदने का ]दुकान में बहुत सी नई पलंग रखी थी एक पलंग में गद्दा डाल दिया और सक्कू को इसारा करके बुलाया तो सक्कू आई और आते ही अपनी साड़ी और ब्लाउज को उतार कर एक किनारे रख दिया अब सक्कू नंगी होकर मेरे सामने बैठी थी मैंने सक्कू को बेड पर लिटा दिया और सक्कू के बड़े बड़े बूब्स को खिलाने लगा तो सक्कू बोलती है कि क्यों रे सरमा रहा है क्या तेरे भी कपडे उतार ना क्या ऐसे ही खेलेगा मेरे साथ तो मैंने भी मेरे सारे कपडे उतार कर नगा होकर सक्कू के पास बैठ गया और सक्कू कि चूत में हाथ  घुमाने लगा सक्कू कि चूत बड़े बड़े बालों [झांठ]से ढकी हुई थी मैंने पूछा कि ये साफ़ नहीं करती हो क्या तो कहती है कि किसके लिए साफ़ करू आज कई साल के बाद तो खेलने कि इच्छा पडी है अब अगली बार आउगी तो तुझे साफ़ सुथरी बुर मिलेगी मैं सक्कू कि बुर कि झांठो को खिलाने लगा और किस करने लगा तो सक्कू के मुह से बदबू आ रही थी तो मैं मुह को फेर लिया दूसरी तरफ और बोला कि क्या ब्रूस भी नहीं करती हो क्या तो सक्कू  भड़क गई और उठकर बैठ गई और बोलती है कि देख तुझे चोदना है तो छोड़ स्यानपणा नहीं दिखा नहीं तो मैं जाउ तो मैं बोला नहीं | और सक्कू को फिर से बेड पर लिटा दिया तब सक्कू मेरे लैंड को पकड़ कर हीलाने लगी और बोली कि तेरा तो बहुत बड़ा मोटा और कड़क है ले जल्दी कर चोद  मुझे फिर जाउ मैं नहीं तो कोई आ जाएगा तब मैं सक्कू के ऊपर लेट गया और मेरा ७ इंची लंड को घुसेड़ दिया सक्कू कि चूत में ,सक्कू कि चूत चिकनी पड़  गई थी लैंड आसानी से घुस गया और फिर सक्कू कि चुदाई करने लगा सक्कू कि चूत आज भी सकरी थी फिर सक्कू को जल्दी जल्दी चोदा सक्कू जल्दी ही झड़ गई मैं भी जल्दी झड़ गया और दोनों ने जल्दीजल्दी कपडे पहना और सतर को उचका कर खोल दिया | और सक्कू चली गई १००० रुपये टेबल पर रख कर और बोली कि मजा नहीं आया आज तब मैंऐसाक्कु को १००० रुपये वापस करते हुए बोला कि ले जाओ इसे और अगली बार आना तो साफ़ सफाई के साथ आना तब मजे से छोड़ेगे तुम्हे तो बोली कि टीक है | 
               मैं अगलेदिन देखा कि सक्कू आज एक अच्छी से साड़ी - ब्लाउज में सुन्दर और जवान लग रही है मेरे पास आई और बोली कि क्यों बे आज कैसी लग रही हु तो मैंने बोला कि फंटास्टिक तो सक्कू हसने लगी और मेरे गाल में एक हलकी से चपत लगाया और बोली कि बा बता कब मिलेगा मुझे तो मैंने कहा कि यहा मजा नहीं आता डर  लगता है तो सक्कू ने कहा कि चल कही चलते है अनजान जगह पर तो मैंने बोला कि रुक एक दिन प्लान बनाता हु और अगले दिन प्लान बनाया पापा से बोला कि मालेगाव कुछ काम है जाउ क्या तो पापा ने बोला कि टीक है जा फिर में प्लान बनाकर सक्कू को फोन कर देता और पास ही मालेगाव को दोनों निकल लेते है वहा के एक होटल में सक्कू कि खूब  चुदाई किया  इस बार सक्कू ने अपने झांठ के बाल बढ़िया साफ़ करके आ थी उसके मुह से बदबू भी नहीं आती है खूब चोदा  सक्कू को अब तो जब भी मन पड़ता है सक्कू को लेकर निकल जाता हु और खूब चोदता हु |