Thursday, 21 January 2016

कटनी (MP) वाली भाभी को चोदा



भाभी जवानी में बिलकुल कटरीना कैफ जैसी लगती थी 


मैं  कटनी शहर के पास के गाँव का एक  ठाकुर परिवार से हूँ ! मैं जब क्लास 11Th में पढता था तब भाभी जी मेरे भइआ से शादी करके में घर आई थी ! भाभी मेरे से कुछ महीने की बड़ी होंगी  ! भाभी और भैया की उम्र में 10-12 साल का लंबा फासला है ! भाभी के घर वाले गरीब थे इस लिए उन्होंने अपनी लड़की की शादी 10-12  साल बड़े लड़के से कर दिया था ! भैया उस समय सरकारी नौकरी में थे इस लालच में शादी हो गई ! भाभी की शादी हुई उस समय भाभी करीब 17-18 साल की गजब की खूबसूरत थी,पूरी कैटरीना कैफ लगती थी ! उनकी खूबसूरती को देखकर मैं उस समय से लेकर तो आज तक भाभी को चोदने का सपना लिए जीवन बिताता रहा ! पर ये सपना पूरा हुआ पुरे  28   साल बाद ! भाई साहब मिलेट्री में थे और रिटायर होने के बाद कटनी से 50 किलोमीटर दूर एक प्राइवेट कम्पनी में गार्ड की नौकरी कर लिया ! और कम्पनी के ही परिषर में रहने लगे ! कभी कभी महीने  में एकात  दिन के लिए आते और फिर वापस चले जाते ! भाभी जी शहर के घर में अपने छोटे भाई और उसकी 8 साल  की लड़की के साथ अकेले रहती है ! भाई स्थाई नहीं रहता,  गांव और शहर आता जाता रहता ! गाँव में  मैं  भाभी जी का सबसे प्रिया देवर हूँ, जब कालेज की पढ़ाई करता था तब  भाभी जी भैया के छुट्टी आने पर हमारे किराए के रूम में भैया के साथ रहने आती थी और रात में दोनों खूब चुदाई करते तब हम बिना प्लासटर के मकान के ईंटों के बीच छेद करके चुदाई का लाइव मजा उठाया करते थे ! भइआ की चुदाई से भाभी बहुत कम संतुष्ट होती थी ये मैंने कई बार देखा था,पर तब समझ नहीं आता था,आज उस दृश्य को याद करता हूँ तो समझ आता है ! समय बीता मैं पढाई करके बाहर शहर  नौकरी करने लगा ! जब पढता था तब कई बार भाभी के साथ बस में गाँव आता जाता था तो भाभी के साथ खूब चिपक कर यात्रा करता था ! कई बार भाभी के साथ फिल्म देखने भी गया और भाभी के कंधे में हाथ रखकर फिल्म देखा ! होली में खूब रंग खेलते थे ! भाभी ने एक दो बार हिंट भी  दिया था पर मैं ठहरा एक नंबर का फट्टू हिम्मत नहीं कर पाया ! समय बीतता गया और मेरी भी शादी हो गई,बड़े बड़े बच्चे हो गए, भाभी ने  भी  लड़की  की शादी  कर दिया ओ अपने घर चली गई और एक लड़का पुणे  में सॉफ्टवेयर इंजीनयर की नौकरी करने लगा ! भैया और भाभी में कभी भी नहीं पटी दोनों में खूब झगडे होते रहते है ! झगडे का मेन कारण भाभी का ज्यादा पढ़ा होना (भाभी MA है ) और भैया का कम पढ़ा (मात्र 12 वी) हालांकि की भाभी ने अपनी पढ़ाई शादी के बाद तक पूरी किया ! लड़ाई का एक कारण ये भी है  भाभी का बहुत आधुनिक और हँस-मुंह हैं  जबकि भैया बहुत ही रिजर्व नेचर के है उन्हें ये सब पसंद नही, ! भैया बहुत कंजूस है और सामन्य जीवन बिताना पसंद करते है जबकि भाभी बहुत ही फ्रैंक,एडवांस और लीविंग स्टैंडर्ड बहुत है इस लिए भी दोनों में आये दिन झगडे होते रहते ! झगडे की बजह से भैया ज्यादा साथ रहना पसंद नहीं करते ! पर भैया और भाभी जी मेरी बातों को बहुत महत्व देती है इस लिए मैं दोनों को समझाता और प्रेम से रहने की सीख देता, भाभी मेरे से बहुत प्रभावित है ! जब भाभी से मिलता बहुत प्रेम से मिलती ! भाभी इतनी उम्र हो जाने के बाद भी मस्त टनाटन माल रखी है ! ज़रा सा पेट बाहर नहीं निकला है ! शरीर की मांसपेशिया आज भी खूब टाइट लगती है ! न तो ज्यादा मोटी हुई और न ही दुबली है ! रोज सुबह घर में मशीन में दौड़ती है एक्सर्साइज़ करती है इस लिए एकदम से फिट रहती है !
वर्तमान में भाभी एकदम से ऐसी ही दिखती  है
  भैया के अनुपस्थित में खूब ओपन हँसी मजाक करती रहती है,द्विअर्थी सब्दो में भद्दे भद्दे मजाक भी करती ! मेरी शादी हो जाने के बाद बाद भी भाभी को चोदने का ख्याल कई बार आया पर मौका नहीं मिलता क्योकि जब भी अपने शहर से भाभी के घर जाता कोई न कोई भाभी के घर में रहता, इस बार मौका मिला तो भाभी की चुदाई कर लिया ! कैसे चुदाई किया आगे पढ़ो   ............
         मुझे अभी 7 जनवरी 2016 को गाँव में कुछ काम था इस लिए अपने शहर से गाँव के लिए चला और जब दमोह पहुंचा तो भाभी को फोन करके बताया की ''खाना बना लीजिये मैं आ रहा हूँ'' ! तो भाभी पूछी  ''अकेले अकेले या वन्दना भी है'' (वन्दना मेरी पत्नी का नाम है) तब मैंने बताया की अकेला ही हूँ तो भाभी चहकते हुए पूछी ''क्या खाएंगे '' तो मैंने कहा ''जो आपको पसंद है बना लीजिये'' तो हस्ते हुए बोली ''मुझे तो लम्बे वाले भाटे का भुर्ता बहुत पसंद है'' तब मैंने खिलखिलाते हुए कहा '' भुर्ता तो बहुत लूज हो जाता है'' तो चहकते हुए बोली '' तो क्या हुआ कड़क खा लुंगी'' और जोर से हँसने लगी ! मैं भाभी का इसारा समझ गया और मन ही मन चुदाई की कल्पना से लण्ड कड़क होकर खड़ा हो गया ! बहुत देर तक द्विअर्थी संवाद होता रहा भाभी से,बात बात में पता चला की की भाभी का भाई आज नहीं है ओ गाँव गया हुआ है ! मुझे पूरा विश्वास हो गया की इस बार बढ़िया मौका है भाभी को चोदने का ! करीब 7 मिनट तक बात करने के बाद फोन का नेटवर्क नहीं मिलने से अपने आप कट गया ! करीब 10:15 बजे ट्रेन कटनी पहुंच गई, तो भाभी से पूछा ''कुछ लाना है क्या'' तो भाभी बोली ''सलाद के लिए लाल लाल टमाटर और बढ़िया कड़क,लाल,मोटी और लंबी सी गाजर एक किलो ले आना'' तब मैं हँसते हुए बोला ''ज्यादा मोटी गाजर में मिठास कम हो जाती है'' तो भाभी जोर से खिलखिलाते हुए बोली ''मुझे तो मोटी,लम्बी और कड़क गाजर  ही पसंद है'' तब मैंने कहा ''ठीक है आज आपकी पसंद की ही खिलाऊंगा'' तो भाभी बोली ''मैं इन्तजार कर रही हूँ आपकी  मोटी, कड़क, लम्बी  ........... की'' और फिर रुक कर बोली ''गाजर की'' और खूब जोर जोर से हँसने लगी ! मैं समझ गया कि भाभी इस बार  लण्ड खाने मूड में है ! एक ऑटो पकड़ा और रस्ते में बढ़िया ताज़ी मोटी,लम्बी,कड़क गाजर और टमाटर लिया व कुछ देर में भाभी के घर पहुंच गया !  ! [रास्ते में बियाग्रा की टेबलेट और कंडोम ले लिया और एक चाय की गुमटी से पानी लेकर वियाग्रा की 2 टेबलेट खा लिया] ! पहुँचते ही भाभी ने खूब स्वागत किया, मैंने गाजर और टमाटर रख दिया तो भाभी गाजर को हाथ में पकड़ कर दबाते हुए बोली ''बहुत अच्छी गाजर  लाये आप, मजा आएगा खाने में'' और हँसी मजाक करते हुए करीब 11 बजे दोनों ने साथ में खाना खाए !   भाभी की भतीजी सो गई थी ! मैं बार बार सिर को दबाता और सिर दर्द होने का बहाना बनाता ! तो भाभी बोली ''लाल साहब (देवर को लाल साहब कहती है) जाइए टीवी वाले रूम में लेट जाइए अभी आती हूँ,सिर में तेल लगाकर
भाभी पीछे से बिलकुल ऐसी ही लगती है

सिर दबा देती हूँ,ठीक हो जाएगा '' तब  मैं जाकर टीवी ऑन कर लेट के टीवी देखने लगा तो कुछ देर में भाभी  डाबर आँवले के  तेल की सीसी लेकर आई और सोफे में बैठ कर मेरे सर में तेल डालकर मालिस करने करने ! उस दिन खूब ठंडी थी भाभी सोफे में बैठे बैठे कापने लगी तो उन्हें बोला '' भाभी जी बिस्तर में आ जाइए और रजाई ओढ़ लीजिये नहीं तो ठंडी लग जाएगी'' तो भाभी तुरंत ही उठकर मेरे बिस्तर में आ गई और रजाई ओढ़कर अपने पाँव को मेरे बगल में फैलाकर बैठ गई और मेरे सिर में मालिस करने लगी तो मैं भाभी के स्वभाव और खूबसूरती की तारीफ करने लगा ! और तारीफ करते करते भाभी के गोरे गोरे चिकने चिकने हाँथ पर अपने हाँथ को घुमाने लगा और हाथ को किस कर लिया ! भाभी बड़े प्यार से  दोनों हाथों से मेरे सिर को दबा रही थी ! जब ओ ज्यादा झुकती तो उनकी
भाभी की चूची और जांघे 100%ऐसी है है !
चूचियाँ मेरे गाल से टकराती ! मुझे ऐसा लगा जैसे भाभी ने ब्रा नहीं पहन रखी थी ! भाभी के हाथों को सहलाते सहलाते धीरे से जांघो पर हाँथ घुमाने लगा तो भाभी जी को कोई नकारत्मक प्रतिक्रिया नहीं हुई तो उनकी गाउन को एड़ी की तरफ से जांघो तक खींचा और जांघो को सहलाने लगा तो भाभी ने मेरे हाँथ को पकड़ कर रोक दिया और उठने लगी तो मैंने पूछा ''क्या हुआ भाभी जी'' तो कुछ नहीं बोली और मुस्कुरा का उठ कर कमरे से चली गई ! मैं सोचा भाभी की चुदाई का वीडिओ बनाया जाय , ये सोचकर टीवी स्टैंड में टीवी और सेटपबॉक्स के बीच मेरा सैमसंग नोट 3 मोबाइल को वीडिओ रिकॉर्डिंग मोड़ में बिस्तर की तरफ सेट करके रख दिया !  करीब 5 मिनट बाद दरबाजा जोर से बंद करने की आवाज आई तो मैं समझा भाभी सोने चली गई और ये सोच कर पछताते हुए टीवी बंद करने की सोचने लगा तो देखा की भाभी टीवी वाले कमरे का
OMG क्या मस्त चूची है मेरी प्यारी भाभी जी की ! 
दरवाजा बंद करके ''रूम हीटर'' हाथ में लिए आई और प्लग में लगाकर पलंग के सिराहने रख  दिया और खड़ी होकर बात करने लगी तो मैंने उनका हाँथ पकड़ कर पलंग में खीचते हुए बोला ''रजाई ओढ़ लीजिये नहीं तो ठण्ड लग जाएगी'' तो कुछ नहीं बोली और पलंग में आकर अपने पाँव फैलाकर मेरे सिरहाने बैठ गई और वापस सिर दबाने लगी तो कुछ ही देर में मैंने भाभी की गाउन को खिसकाया और नंगी चिकनी जांघों पर हाथ घुमाने लगा तो भाभी ने मेरे हाथ को हटा दिया और मुस्कुराते हुए बोली '' सिर दर्द ठीक हो गया तो सैतानी सुरु कर दिया'' तब मैंने भाभी के सिर को पकड़ कर झुकाया और गाल में किस कर लिया तो भाभी बोली ''मत करिये सैतानी'' तब मैंने भाभी को खीचकर अपने ऊपर लिटा लिया और कस कर पकड़ते हुए जल्दी जल्दी उनके गालो को चूमने लगा और चूची को दबा दिया ! भाभी ने ब्रा नहीं पहनी थी इस लिए चूचियों की टाइट निप्पल साफ़ साफ़ समझ आ रही थी ! भाभी ने कोई बिरोध नहीं किया तो उन्हें में पलट कर अपने बगल में लिटा लिया और रजाई ओढ़ा कर अपने सीने से चिपकाते हुए किस करने लगा और चूचियों पर हाथ घुमाने लगा तो भाभी ने अपना दायाँ हाथ मेरे लण्ड के ऊपर रखकर जायजा लिया, मैं समझ गया की ये मेरी पोजीसन समझ रही है ! तब मैंने रजाई को फेका और उठकर दरवाजे की सिटकनी अंदर से लगाकर वापस बिस्तर में आया और भाभी की गाउन को खीच कर जांघो को चूमने लगा और एक हाथ से चूची को सहलाने लगा ! उनकी चूचियाँ हाई ब्लड सर्कुलेसन से एकदम से कड़क पड़ चुकी थी (चुदाई के समय ब्लड़ का सर्कुलेसन बढ़ जाने से  पुरुष का लण्ड कड़क पड़ता है ठीक उसी तरह महिलाओं के शरीर में भी ब्लड सर्कुलेसन हाई होता है जिससे चूचियाँ कड़क पड़ती है, चूत की मांसपेशिया भी टाइट पड़कर चूत का छेद संकीर्ण करती है जिससे सम्भोग का पूरा आनंद मिले और गर्भ रुक सके, ये नेचुरल क्रिया है जो सभी पुरुष-महिलाओं में होती है ) ! वियाग्रा के असर से मेरे लण्ड में जापान वाली सुनामी दौड़ रही थी ! भाभी जी बेड में चुपचाप लेटी हुई मेरी एक एक हरकत को आराम से करने दे रही थी ! मैंने धीरे से भाभी की गाउन को जांघो से ऊपर कमर तक खिसकाया काले रंग की पेंटी को खीचकर बाहर निकाला और टांगो को फैलाकर क्लीन सेव बुर को चाटने लगा ! बुर एकदम से चिकनी थी, बालों का खुरदुरापन ज़रा सा भी नहीं था, ऐसा लग रहा था जैसे कुछ घंटे पहले ही सेविंग किया हो ! जैसे गाल चिकने है वैसी ही भाभी की बुर चिकनी है ! थोड़ी देर तक चूत चाटने से भाभी गर्म पड़ गई और मेरी मजबूत भुजाओं को पकड़ कर सहलाने लगी और पकड़ कर अपने ऊपर खीचने लगी तो मैंने उनकी गाउन को ऊपर तक खिस काया और मस्त मस्त चूचियों को चूसने लगा तो भाभी मेरे लण्ड को चढ्ढि के ऊपर से ही पकड़ कर खिलाने लगी तो मैं उठा और भाभी को भी उठाया और गाउन उतारने का इसारा किया तो भाभी बैठे बैठे ही गाउन को उतारकर सोफे में रख दिया ! मैं खड़ा होकर जल्दी से अपनी टी सर्ट-बनियान / लोवर-चढ्ढि को उतारकर भाभी की गाउन के ऊपर फेंक दिया ! भाभी मेरे 7 इंची लम्बे और भाभी की कलाइयों की तरह मोटे ऊपर की तरफ खड़े लण्ड को अपलक देखने लगी तो मैंने लण्ड में झटके मारा तो लण्ड ऊपर नीचे हिलने लगा तो ओ बैठे बैठे ही लण्ड को पकड़ कर नीचे झुकाया और छोड़ दिया तो लण्ड वापस ऊपर की तरफ 10 डिग्री में खड़ा हो गया तब भाभी ने फिर से लण्ड को पकड़ कर छोड़ दिया इस तरह से ओ
लण्ड चूसते हुए भाभी
कई बार लण्ड को पकड़ने छोड़ने लगी और फिर उठकर घुटने के बल बिस्तर में खड़ी हो गई और लण्ड के सुपाड़े को नंगा किया और लाल सुर्ख सुपाड़े को चाटने लगी तो मैंने पूछा ''गाजर अच्छी लगी'' तो मेरे तरफ बड़े प्यार से देखी  और हाथ की दो उंगलिुओं से ज़ीरो बनाकर इसारा किया और फिर गप्प से आधा  लण्ड मुँह में डाल किया और चूसने लगी करीब 3 मिनट तक लण्ड को चूसती रही तो ऐसा लगा !  की मैं झर जाऊंगा तब मैंने लण्ड को भाभी के मुंह से बाहर निकाल लिया और भाभी के पास बैठकर उनकी चूचियों को पीने लगा ! भाभी की चूचियाँ एकदम से टाइट हो गई थी ! भाभी को लिटा दिया और पास में रखी तेल की सीसी से तेल निकालकर भाभी की चूचियों में डाल दिया और फिर बढ़िया मालिस करने लगा, तो भाभी ने अपनी दोनों आँखे बंद कर लिया और मालिस का मजा लेने लगी मैं जैसे जैसे चूचियों का मर्दन करता वैसे वैसे भाभी अपने होठो को दाँतों से दबाने लगी !


मस्त चुदाई के बाद भाभी खूब खुस हुई और मेरे ऊपर नंगी ही लेटकर बाते करने लगी

चूचियों का मर्दन करते करते चिकनी चिकनी जांघो पर तेल डाला और जांघो को मालिस करने लगा एड़ी से लेकर तो चूत तक खूब तेल डॉल कर पाँव की मालिस करने लगा तो भाभी ने आँख खोला और मेरे तरफ बड़े प्यार से देखने हुए अपनी दोनों बाहो को फैलाया और अपनी तरफ आने का इसरा किया तब मैं उनकी टांगो को फैला कर चूत को चाटने लगा करीब 5 मिनट तक चूत को चाटा होगा कि भाभी गर्म आग हो गई और बार बार मेरे हाथो को पकड़ कर अपनी तरफ खीचने लगी तो तकिया के नीचे रखे कंडोम को निकला और लण्ड के सुपाड़े की चमड़ी को आगे कर सुपाड़ा ढक दिया और कंडोम चढ़ा लिया (कंडोम पहले ही तकिया के नीचे छिपा दिया था,सुपाड़े की चमड़ी ढक कर कंडोम लगाने से चुदाई में बहुत देर तक स्खलन को रोका जा सकता है) और फिर झुक कर चूत चाटने लगा तो भाभी थोड़ा से उठी और मेरी तरफ बड़ी कातर निगाह से देखकर कर बोली ''जान मत लो मेरी प्लीज़'' और मुझे पकड़ कर अपनी
भाभी के ऊपर इस तरह से लण्ड घुसेड़कर लेट गया
तरफ खीचकर सीने से चिपका लिया तो मैं भाभी के ऊपर  लेट गया और धीरे से लण्ड को चूत में घुसेड़ दिया ! जैसे ही लण्ड अंदर घुसा भाभी ने अपना मुह ''आह'' करते हुए फाड़ दिया और फिर धीरे से बोली ''उ उ ऊ ऊ उ उह आह आह उफ़ मजा आ गया'' और मेरे गाल पर किस की बौछार कर दिया ! मै लण्ड डालकर कर चुपचाप भाभी के ऊपर लेटा रहा ! भाभी अपनी चूत को सिकोड़ती और छोड़ती ! चूत को इतनी जोर से सिकोड़ती की लण्ड पर अच्छा दबाब महसूस होता ! जब ओ चूत को सिकोड़ती तभी मैं लण्ड को थोड़ा सा बाहर की और निकालने लगता तो ओ और जोर से चूत  सिकोड़ लेती जैसे ओ चाहती हो लण्ड अंदर ही रहे ! इस तरह मैं एक-दो सेंटीमीटर लण्ड को बाहर की और खींचता और जब ओ जोर से चूत को सिकोड़ती तो फिर से खूब  धीरे-धीरे लण्ड को चूत के अंदर की तरफ करता ! इस तरह से यही क्रिया करीब 4-5 मिनट तक करता रहा ! भाभी अपने दोनों हाथों को मेरी पीठ में डालकर खूब कस कर पकड़  लिया और मेरे गालों को जोर जोर से चूमते हुए मेरे होठो को चूसने लगी और फिर अपनी जीभ निकालकर  मेरे होठो पर घुमाने लगी तो मैंने भी अपनी जीभ निकाला और भाभी की जीभ को चाटने लगा ! लण्ड को पहले की तरह थोड़ा आगे-पीछे करता फिर रुक कुछ देर के लिए रुक जाता इससे भाभी इतनी ज्यादा गर्म पड़ गई की अपने चूतड़ों को जोर जोर से ऊपर की तरफ उठाने लगी और बोली ''जल्दी जल्दी करो न प्लीज़'' तो मैं भाभी के ऊपर से उठकर एक तकिया को भाभी के कमर और चूतड़ों के नीचे रख दिया जिससे लण्ड पूरी गहराई तक अंदर तक जा सके और फिर अपने फिर दोनों हाथो को भाभी के चूचियों के अगल-बगल बेड पर रख लिया और फिर से लण्ड डालकर धीरे धीर लण्ड को लगातार आगे पीछे करने लगा ! भाभी अपनी बुर को खूब सिकोड़ लेती और फिर ढीली करती फिर सिकोड़ती  ढीली करती इस तरह लगातार ऐसे करने लगी लण्ड पर जितना अधिक दबाब पड़ता मुझे उतना ही अधिक मजा आता ! (मेरी बीबी चुदाने में इतना इंट्रेस्ट नहीं लेती और ओ बहुत जल्दी स्खलित भी हो जाती है) जैसे जैसे लण्ड की गति बढ़ती जाती वैसे वैसे भाभी अपनी दोनों टांगों को ऊपर उठाती और जब जल्दी जल्दी लण्ड के झटके मारने लगा तो भाभी ने अपनी दोनों टांगों को मेरे कमर में रखकर आपस में एक दूसरेटांगों के ऊपर चढ़ा लिया और ताकत से टांगो को आपस में खींचती ! मैं लण्ड की गति बढ़ाने लगा और जोर जोर से झटके मारने लगा तो लण्ड चूत की लड़ाई में फट फट फट की आबाज कमरे में  आने लगी भाभी भाभी अब अपने दोनों हाथो को मेरी पीठ से हटाकर अपने दोनों हाथों से तकियों को कसकर पकड़ लिया व् अपनी चूचियों को ऊपर की तरफ उठाती और मुँह से उऔऔऔऊ ऊऊआह आह आह सी सी सी उफ़ उफ़ आह आह सी उइमा मर गई उई  माँ मर उई माँ मर गई आह आह आह उउउउउ उफ्फ् आह आह सीस्स्स्स्स्स्स्स की आबाज निकालने लगी मैं समझ गया भाभी चरम स्टेज पर पहुँच चुकी है ! तो मैं भाभी को तड़पाने के लिए लण्ड को आगे पीछे करना कुछ सेकण्ड के लिए बंद कर दिया तो भाभी जल्दी से तकिये से हाथ हटकर वापस मेरे पीठ पर रखकर जोर से चिपक गई और
ऊऊआह आह आह सी सी सी उफ़ उफ़ आह आह सी उइमा मर गई उई  माँ मर उई माँ मर गई आह आह आह उउउउउ उफ्फ् आह आह सीस्स्स्स्स्स्स्स बोली ''जल्दी जल्दी कर दो नहीं तो मर जाउंगी'' और इतना कहकर  मेरी जीभ को इतनी जोर जोर से चूसने लगी जैसे मेरे मुह से निकाल ही लेंगी तब मैं जल्दी जल्दी झटके मारने लगा और लगातार 5 मिनट तक झटके मारते रहा भाभी इतनी जोर से चिपकी थी जैसे फेवीक्विक लग गया हो और फिर अचानक मेरे पीठ से उनके हाथों की पकड़ ढीली पड़ गई और हाथ बगल में रखकर एकदम से निर्जीव होकर आँखे बंदकर सुस्त पड़ गई तो मैं समझ गया की भाभी जी स्खलित हो चुकी है ! पर मैं लण्ड डाले भाभी जी को चूमने लगा तो करीब 1 मिनट बाद आँख खोली और पूछी ''क्या हुआ आप फ़ारिग नहीं हुए क्या'' तब मैंने न में गर्दन हिला दिया तो बोली '' हो जाइए न फारिग'' तब मैंने कहा ''मैं इतनी जल्दी फारिग नहीं होता'' (कामोत्तेजक टेबलेट और सुपाड़ा नंगा किये बिना चुदाई के कारण मेरे लण्ड पर घर्षण कम हुआ इस लिए मैं स्खलित नहीं हुआ) तो भाभी मुस्कुराते हुए मेरे गाल को पकड़ के खींची और बोली ''वन्दना की तो जान निकाल लेते होंगे आप'' तो मैं हँसने लगा और बोला ''वदंना भी ऐसे ही मेरा साथ छोड़कर ;पहले ही फारिग हो जाती है'' तब भाभी हल्का से उठी और मेरे गाल को चूमते हुए बोली ''आप असली मर्द हो'' तब मैंने पूछा ''क्यों भैया
भाभी को घोड़ी बनाकर बिना कंडोम के चोदा तब मैं स्खलित हुआ
असली मर्द नहीं है क्या'' तो बोली ''ओ तो फुस्सी पटाखा है फटने के पहले ही फुस्स होकर धुँआ निकल जाता है'' मैं समझ गया की भाभी को भैया संतुष्ट नहीं कर पाते ! इस तरह करीब 5 मिनट तक लण्ड डाले डाले भाभी  से बातें करता रहा ! फिर लण्ड को बाहर निकाला और  फिर भाभी को बोला ''आप घोड़ी बन जाओ तभी मैं फारिग हो पाउँगा'' तो भाभी घोड़ी बन गई तो मैं उनकी चूत को चाटने लगा करीब 5 मिनट तक चूत चाटते चाटते भाभी फिर से गर्म पड़ने लगी तो मैं समझ गया की इस बार नंगे लण्ड से चोदूंगा तो मुस्किल से 5-7 मिनट रुक पाउँगा और इतने समय में भाभी फिर से स्खलित नहीं हो पाएगी ! तब बिना कंडोम निकाले ही लण्ड को पेल दिया और एक ढक्क्न तेल डालकर चूत को खूब चिकनी कर दिया और फिर दे दनादन दे दानंदन दे दनादन दे दनादन लण्ड के झटके देने लगा ! लण्ड और चूत के घर्षण से फक्क फक्क की आवाज आने लगी ! मैंने सोचा देखू भाभी चुदाई का मजा ले रही है या नहीं तो मैंने लण्ड के झटके रोक दिया तो भाभी अपने चूतड़ों को खुद ही आगे पीछे करने लगी ! मैं समझ गया भाभी फिर से गर्म पड़ चुकी हैं ! और फिर  
दे दनादन दे दानंदन दे दनादन दे दनादन चोदने लगा लगातार 8-9 मिनट तक चोदता रहा फिर तेज प्रवाह के साथ मेरा वीर्य बाहर हुआ तो पूरी ताकत लगाकर लण्ड को पेले पेले ही पूरा बजन देकर भाभी के ऊपर चढ़ा गया तो कुछ ही सेकंड में भाभी पेट के बल लेट गई ,मैं पसीना पसीना होकर लण्ड डाले हुए करीब 3 मिनट तक भाभी के ऊपर लेटा रहा ! और फिर लण्ड को बाहर किया कंडोम को निकालकर उसमे गाँठ लगाया जिससे वीर्य बाहर नहीं निकले ! और फर्स में फेंक दिया ! और भाभी को सीधा करके उन्हें चूमते हुए बाहों में भरकर लेट गया ! भाभी जोरदार किस करते हुए कंबल को डालकर चिपक गई और बातें करने लगी ! बोली ''आज पहली बार 46-47 की उम्र  समझ पाई की सम्भोग का मजा क्या होता'है'  बहुत देर तक बाते करने के बाद उठी और कंडोम में भरे हुए गाढ़े वीर्य को देखते हुए   बोली ''आपका  अभी भी इतना गाढ़ा वीर्य निकलता है'' तब मैंने कहा ''हां'' ! इसके बाद भाभी नंगी ही उठी और रूम से लगे हुए वाथरूम में घुस गई और पेसाब करने लगी, और  नंगी ही वापस आने लगी तो मैंने वाथरूम के दरवाजे के पास भाभी को पकड़ लिया और चूमते हुए चूचियों को दबा दिया तो भाभी मेरे खड़े हुए कड़क लण्ड पर हाथ घुमाई और बोली ''ये तो अभी तक खड़ा है आप रिलेक्स नहीं हुए क्या'' तब मैंने कहा ''रेलिक्स हो गया हूँ ये कुछ देर में ठंडा हो जाएगा'' और इतना कहकर वाथरूम में घुस गया पेसाब किया और वापस आकर भाभी के पास लेट गया ! भाभी ब्रा और पेंटी पहनकर लेटी हुई थी ! करीब 5 मिनट बाद भाभी उठी और गाउन डालकर किचेन में घुस गई और कुछ देर में एक गिलास दूध कर्म करके लाइ और मेरे को देते हुए बोली ''लीजिये दूध पीलिएजिये'' तब मैंने गिलास ले लिया और मुस्कुराते हुए बोला ''जो मजा आपके दूध पीने में है  गिलास के दूध में नहीं'' तो भाभी बोली ''पहले गिलास का दूध पीजिये फिर ओ भी पिला दूंगी'' इतना कहकर भाभी वापस किचेन में गई तब तक मैंने जल्दी से वियाग्रा की ओ और गोली खाकर दूध पीने लगा तब तक भाभी हाथ में दूध का गिलास लेकर वापस आई और मेरे पास बैठकर दूध पीने लगी ! फिर दूध पीकर दोनों कम्बल ओड़कर सोने की तैयारी करने लगे तो मैंने भाभी को बोला ''आप गाउन उतार कर सोइये'' तो भाभी ने गाउन उतार दिया और मेरे पास लेट गई बाते करते करते दोनों कब सोई गए पता ही नहीं चला ! रात में करीब 3 बजे मेरे लण्ड में फिर से भयानक तूफ़ान उठा तो मैंने भाभी की तरफ देखा तो भाभी मेरी तरफ पीठ करके सोई हुई थी तो मेरे दिमाग में सैतानी सूझी !
भाभी रात में इसी तरह से ब्रा और पेंटी पहन कर सोई हुई थी
मैंने भाभी की ब्रा का हुक खोल दिया और चूचियों को खिलाने लगा पर भाभी जबरजस्त नींद में थी उन्हें कुछ पता नहीं था ! मैंने उनकी पेंटी भी धीरे धीरे खिसका कर उतार दिया और अपने तरफ घुमा कर सीने से चिपका लिया और किस करने लगा फिर उनकी एक टाँग को मेरी कमर पर रख लिया और ऊँगली से चूत को सहलाने लगा तो भाभी ने नींद में ही ऊँगली को हटा दिया और बोली ''प्लीज़ सोने दीजिये बहुत थक गई हूँ'' तब भी मैं नहीं माना और फिर से चूत को सहलाने लगा और भाभी के होठ को चाटने लगा फिर से धीरे से अपनी जीभ को भाभी के मुह के अंदर कर दिया और घुमाने लगा तो भाभी ने अपनी जीभ को मेरी से टकराने लगी तो मैं समझ गया की भाभी जग गई है ! चूत में ऊँगली चूमते घुमाते भाभी की चूचियाँ टाइट पड़ने लगी, निप्पल भी टाइट पड़ गई तब मैंने समझ गया की भाभी चुदाने को फिर से तैयार हो गई पर दिखावटी गुस्सा दिखाते हुए बोली ''परेसान करोगे तो मैं भी परेसान करुँगी'' तब मैंने कहा ''देखता हु कौन किसे ज्यादा परेसान करता है'' और इतना कहकर उठा और भाभी की टांगो को फैलाया और चूत को चाटने लगा ! तो कुछ ही देर में भाभी गर्म पड़ गई और मुझे अपनी तरफ खीचने लगी तो मैंने लण्ड का सुपाड़ा नंगा किये बिना लंड पर कंडोम चढ़ाया और लण्ड पेल दिया और भाभी के ऊपर लेट गया और धीरे धीरे चूत को चोदने लगा ! बीच बीच में लण्ड आगे पीछे करना बंद कर देता तो भाभी ''बिन पानी मछली की तरह तड़पने लगती'' तो मुझे खूब मजा आता भाभी को तड़पते देखकर !

इसी तरह बार बार भाभी को तड़पाने लगा तो भाभी ने मुझे पटक  कर नीचे गिरा दिया और  मेरे ऊपर चढ़ गई और अपने हाथ से लंड को चूत में घुसेड़ लिया और धीरे धीरे चूतड़ों को ऊपर नीचे करने लगी ! जब भाभी नीचे की तरफ झुकती तब मैं थोड़ा उठकर उनकी चूचियों की निप्पल को जीभ से छूता इस तरह से जब जब भाभी नीचे को झुकती तब तब उनकी चूची को मुँह में डालकर चूसने लगता तो भाभी एक हाथ से अपनी चूची को मुह से छुड़ा लेती मैं समझ गया भाभी खूब गर्म पड़ चुकी है भाभी अपने कूदने की स्पीड बढ़ाते हुए जोर जोर से लण्ड पर कूदने लगी ! इस तरह से भाभी लगातार 5 मिनट तक अपने चूतड़ों को मेरे लण्ड पर जोर जोर से पटकती रही ! कमरे में लण्ड चूत की लड़ाई की आवाज गूज रही थी ! कुछ देर में भाभी मेरे ऊपर हाँफते हुए लेट गई और मुझे जोर जोर से चूमने हुए स्थिर होकर लेटी रही मेरे ऊपर ! तब मैंने भाभी के  गाल को सहलाते हुए पूछा ''क्या हुआ थक गई क्या'' तो भाभी बड़े जोर अपने दाँतों से मेरे गाल को काट लिया और बोली ''आलसी कही के खुद पड़े रहे और मुझे थका लिया'' कहकर बगल में लेट गई और लेटे लेटे बोली ''आप अभी तक रिलेक्स  क्या'' तब मैंने कहा नहीं ! तब भाभी अपनी टांगों को फैलाते हुए बोली ''लीजिये रिलेक्स हो जाइए'' तब मैंने कहा ''कुछ और करने का मन कर रहा है मेरा'' तो भाभी बोली ''जो मर्ज़ी आये कर लीजिये,मैं तो आपकी गुलाम बन गई हूँ'' तब मैंने भाभी को बोला ''सोच लीजिये मना मत करियेगा'' तो बोली ''सोच लिया'' तब मैंने भाभी को बोला घोड़ी बन जाएँ तब भाभी जल्दी से घोड़ी बन गई तब मैंने कंडोम निकाला लण्ड को नंगा किया और तेल की सीसी लिया और लण्ड को तेल से खूब चिकना किया और एक ढक्क्न तेल भाभी के चूतडो डालकर चूतड़ को चिकना किया और धीरे से उनकी ''गुदा'' {मलद्वार} में एक ऊँगली डाल दिया तो भाभी बोली ''छेद नीचे है इधर ऊँगली क्यों डाल रहे है'' तब मैंने बोला ''आज यही डालूँगा'' तो बोली ''जान लोगे क्या'' तब मैंने कहा ''नहीं मेरी भाभी जान, आपकी जान नहीं लूंगा बल्कि
ये है लण्ड का सुपाड़ा
मजा लूंगा'' तब भाभी बोली ''रहने दीजिये बहुत दर्द होगा'' तब मैंने कहा ''दर्द होगा तो निकाल लूंगा'' और फिर भाभी के मलद्वार में लण्ड का सुपाड़ा टिकाया और थोड़ा सा तेल डालकर खूब चिकना किया और धीरे धीरे सुपाड़े को घुसाने लगा ! जैसे ही पूरा सुपाड़ा घुस गया तो भाभी बोली ''बहुत दर्द हो रहा है निकाल लो'' तब मैंने कहा ''जितना दर्द होना था हो गया अब नहीं होगा'' और फिर आधा ढक्क्न तेल लण्ड के ऊपर डाल कर भाभी की गाण और मेरे लण्ड को खूब चिकना कर लिया और फिर धीरे धीरे लण्ड को आगे पीछे करने लगा थोड़ा थोड़ा करके करीब 20-25 बार आगे पीछे करते हुए पूरा लण्ड घुसेड़ दिया ! अब भाभी को दर्द होना एकदम से कम हो गया और फिर एक ढक्क्न तेल डाला और भाभी की गाण चोदने लगा ! फुरा लण्ड बाहर निकलता और फिर गाण में डालता तो गाण से फक्क फक्क की आवाज निकलती ! मैंने जीबन में पहली बार किसी की गाण में लण्ड डाला हूँ ! असीम आनंद की अनुभूति हो रही है ! इतनी टाइट तो कुवारी चूत भी नहीं होती ! जब गाण में ज्यादा घर्षण होने लगता तो फिर से एक ढक्कन तेल डालकर चिकनी कर लेता ! इस तरह से लगातार 8-9 मिनट तक भाभी की गाण चोदता रहा और आखिर में जब मेरा वीर्य निकला तो मैं पूरी ताकत लगाकर लण्ड को गाण में ठेला तो भाभी ''उई माँ मर गई'' कहते हुए पेट के बल लेट गई और मैं लण्ड पेले हुए भाभी के ऊपर लेट गया ! करीब 3 मिनट बाद लण्ड को बाहर निकाला और भाभी को अपनी तरफ घुमाया और सीने से लगाया तो देखा की भाभी की आँखों में आँसू थे ! तब मैंने भाभी से पूछा ''क्यों रो रही है हैं'' तो बोली ''आपको पता नहीं है मुझे कितनी तकलीफ हो रही है'' तब मैंने भाभी की आँखों से आसूं पोछा और बड़े प्यार से गाल को सहलाया और बोला ''अब दुबारा ऐसा नहीं करूंगा'' तब भाभी बोली ''अब मैं दुबारा ऐसा करने भी नहीं दूँगी,खुस रहो या नाराज हो जाओ'' ! बहुत देर तक भाभी को पुचकारता रहा और मना कर दोनों नंगे ही सो गए ! तो सुबह 8 बजे नींद खुली तो भाभी जल्दी जल्दी उठी और गाउन डालकर कमरे से बाहर निकल गई और अपने भतीजी को जगाया उसे स्कूल के लिए तैयार किया  स्कूल भेज दिया ! अब हम दोनों अकेले घर में बचे ! भाभी और मैं नित्यक्रिया से फुरसत होकर किचेन बाते करने लगे ! दोनों  ही कप में चाय पिए ! एक बार भाभी चुस्की लेती फिर उसी कप  चुस्की लेता ! भाभी ने नास्ता बनाया और दोनों ने एक दूसरे को खिलाया खूब हसी खुसी बाते होती रही ! बात बात में कब 10  बज गए पता ही नहीं चला ! मेरा मूड भाभी को वाथरूम में नहला कर चोदने का बन गया ! इस लिए मैंने फिर से वियाग्रा की दो टेबलेट खा लिया ! एक घंटे बाद करीब 11:15 पर भाभी बोली ''मैं नहा लूँ'' तो मैंने कहा '' मुझे भी नहाना है, दोनों साथ में नहा लेते है'' तो भाभी प्यार भरी डाँट के साथ बोली '' बहुत सैतानी मत करिये लाल साहब'' तब मैंने कहा ''मैं तो करूंगा सैतानी और आज आपको नहला कर मानूंगा'' तो भाभी बोली ''हैट नटखट कही के'' इतना कहकर जाने लगी तो मैंने कहा ''चलिए नहला देता हूँ आपको'' तो बोली ''अच्छा ठीक है जाइए दरवाजा बंद कर दीजिये'' तो मैं गया और मेन दरवाजा बंद कर दिया ! जब मैं वापस आया तो भाभी वाथरूम में घुस चुकी थी ! मैं भी लोवर उतारा और चढ्ढी बनियान पहन कर वाथरूम में घुस गया ! भाभी ने गीजर से गर्म पानी दो बड़ी बड़ी बाल्टी में भर लिया था और कपडे उतारने की तैयारी में थी ! मैंने भाभी की गाउन उतार दिया,ब्रा और पेंटी तो पहले से ही नहीं पहने हुए थी ! और फिर दोनों बैठ गए और एक दूसरे के ऊपर गर्म पानी डाल डाल कर नहलाने लगे ! भाभी जी को बोला ''लाओ आपके बाल धो दूँ'' तो भाभी ने सिर नीचे कर दिया तो सैम्पू लगाकर भाभी बाल धोने लगा जब बाल धुल गए तो बोला
''खडी हो जाए तो'' तो भाभी खड़ी हो गई और उनकी पीठ,कंधे से
लेकर तो चूतड़ों तक साबुन लगाकर खूब घिसा और पानी डालकर साफकर दिया और फिर भाभी के कंधे को पकड़ा  तरफ घुमा लिया और फिर -- ओह  सोच कर ही रोमांचित हो गया क्योकि मस्त मस्त चूचियों साबुन लगाकर मसलना जो था ! भाभी को सामने घुमाया और जांघो से साबुन लगाना सुरु किया और ऊपर चूचियों तक साबुन  चिकना कर दिया और फिर जांघो को मसलते हुए पेट को मसला  और फिर मस्त मस्त चूचियों को पकड़ पकड़ कर मसलने लगा चिकनाहट कारण बार बार चूचियाँ हाथ से फिसल रही थी ! जितनी बार चूचियों को हाथ से दबाता उतनी बार भाभी मुह से ऊह आह सी सी की आवाज निकलते हुए घुटने  खड़ी हो गई और मेरे खड़े लण्ड को हाथ से पकड़ लिया और साबुन लगाकर लण्ड को खिलाने लगी तो मैं साबुन लगा लण्ड भाभी  मुह के पास ले गया तो भाभी ने गप्प से लण्ड को मुह में ले लिया और चूसने लगी कुछ ही देर में लण्ड पूर्ण रूप से चुदाई  तैयार हो गया तो भाभी को बाथरूम में ही घोड़ी बना दिया और लण्ड पेल कर झटके मारना सुरु कर दिया पर 10-15 झटके के बाद ही भाभी ''पों'' बोल गई क्योकि उनके घुटने टाइल्स में दर्द  तो मैंने उन्हें पीठ की तरफ से लिटा दिया और लण्ड को पेल कर चोदने लगा ! तो मेरे मन में सरारत सूझी तो एक हाथ से साबुन लिया और थोड़ा सा पानी डालकर साबुन को भाभी की मस्त मस्त चूचियों में,पेट में ,कंधे में,लगा दिया और फिर चिकनी चूचियों को मसलते हुए चोदने लगा ! साबुन  चुचिया हाथ से बार बार फिसलती जितने बार फिसलती उतनी बार पकड़ता और जितने बार पकड़ कर मसलता भाभी उतनी ज्यादा उउउउउउउ आअह्हह्हह सीसीसीसीसीसीसीसीसीसी  की आबाज करती ! घर में कोई नहीं होने से और सुनसान का पूरा फायदा उठाते हुए भाभी जोर जोर से उई माँ उई माँ उई माँ मर गई मर  गई मर गई उउउउउउ आअह् हह्हह  की अबाज करती ! ओ  जितना जोर जोर आबाज करती उतना ही ज्यादा मुझे झटके मारने  में मजा आता !
भाभी ने दोनों टांगो को इस तरह से मेरी कमर पर रखकर चिपक गई
रात  में दो बार चुदाई  के कारण वीर्य तो बचा नहीं था पर वियाग्रा के असर से लण्ड खूब टाइट था, मुझे पता था की इस बार मैं बिना कंडोम लगाए भी बहुत देर तक  चोद सकता हूँ ! भाभी इतनी अधिक उत्तेजित हो गई की अपनी दोनों टांगों को मेरी कमर में रखकर कसकर चिपक गई ! और इतना अधिक टांगों को कस
लिया की लण्ड को आगे पीछे करने में दिक्कत आने  मैंने लण्ड  गति कम कर दिया तो भाभी उठकर मेरे सीने  से चिपक गई और मेरी होठो को चूसते हुए बोली '' जल्दी जल्दी करो नहीं तो मर

जाउंगी'' तब मैंने कहा ''आप टांगो की पकड़ मेरी कमर पर से कम करिये'' तब भाभी ने टांगो को मेरे कमर के आसपास फैला लिया तो मैंने फिर से चोदना सुरु कर दिया ! चोदते चोदते मैंने सवार चालु कर दिया जिससे गर्म पानी की बौछार गिरने लगी और भाभी के शरीर में लगा हुआ साबुन धीरे धीरे बहने लगा तो मैंने भाभी की कमर के नीचे हाथ डाला और चूतडो को उठाया और जोर जोर से झटके मारने लगा तो भाभी
भाभी चुदाते चुदाते इस तरह से मुह फाड़ फाड़ कर चिल्लाने लगी
एकदम से अपने दोनों हाथो को मेरे चूतड़ों पर रखकर झटके मारने की दिशा में हाथ को आगे पीछे करने लगी और मेरे होठो को जीभ को जल्दी जल्दी चूसने लगी
और मुह फाड़ कर जोर जोर से उई माँ मर गई उई माँ मर गई चिल्लाने लगी तब मैंने जल्दी जल्दी झटके मारना सुरु कर दिया भाभी जल्दी जल्दी अपने हाथों से  मेरे चूतड़ों को आगे पीछे करने में सहयोग करने लगी इस तरह लगातार करीब 8 मिनट तक झटके खाने के बाद मैं और भाभी दोनों  हाँफते हुए स्खलित हो गए ! मैं बेजान होकर भाभी के ऊपर पड़ा रहा भाभी कभी मुझे चूमती तो कभी मेरे सिर पर पीठ पर गाल पर हाथ घुमाती ! फिर करीब 2 मिनट बाद भाभी बोली ''अब उठिए भी कोई आ नहीं जाए'' तब मैं जल्दी से उठ गया और दोनों जल्दी जल्दी नहाये और एक साथ वाथरूम से बाहर आकर बैडरूम में कपडे पहने और दोनों एकसाथ बेड पर लेट गए !  बातें करने लगे ! बात बात में भाभी ने बताया की आपको आपकी शादी के पहले एक बार नहीं कई बार हिंट दिया था पर आप उस समय  बहुत सर्माते थे मेरे हिंट का फायदा नहीं उठाया ! मुझे याद आया जब मैं कालेज में था तब भाभी एक बार ठंडी  के महीने में मेरे रूम में आई थी और उस रात हम दोनों के सिवा कोई नहीं था रूम में और दोनों अगल बगल की चारपाई में सोये थे तब भाभी ने रात में कहा था ''लाल साहब ठण्ड लग रही हो तो मेरे पास आ जाओ'' तब मैंने मना कर दिया था ! भाभी बोली ''आप मुझे सुरु से ही बहुत अच्छे लगते थे  साथ सोने की बहुत इच्छा थी पर ओ इच्छा अब जाकर इतने साल बाद पूरी हुई'' !  बहुत देर बाते करने के बाद भाभी उठी और किचेन में चली गई मैं भी उनके साथ किचेन में चला गया और बाते करने लगा ! दिन भर दोनों साथ साथ रहे और साम को गाँव चला गया दो दिन बाद गाँव से लौटा तो फिर मौका नहीं मिला चोदने का क्योकि भाभी का भाई आ गया था ! और मैंने साम की ट्रेन पकड़ी और अपने शहर आ गया ! 

नोट ---: सत्य कहानी का निष्कर्ष यह निकलता है की अपनी बीबी की चुदाई खूब करो और उसे संतुष्ट भी करो नहीं तो ओ मौका मिलते ही मनपसंद पुरुष से चुदाई करवा लेगी !  








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