भाभी जवानी में बिलकुल कटरीना कैफ जैसी लगती थी |
मैं कटनी शहर के पास के गाँव का एक ठाकुर परिवार से हूँ ! मैं जब क्लास 11Th में पढता था तब भाभी जी मेरे भइआ से शादी करके में घर आई थी ! भाभी मेरे से कुछ महीने की बड़ी होंगी ! भाभी और भैया की उम्र में 10-12 साल का लंबा फासला है ! भाभी के घर वाले गरीब थे इस लिए उन्होंने अपनी लड़की की शादी 10-12 साल बड़े लड़के से कर दिया था ! भैया उस समय सरकारी नौकरी में थे इस लालच में शादी हो गई ! भाभी की शादी हुई उस समय भाभी करीब 17-18 साल की गजब की खूबसूरत थी,पूरी कैटरीना कैफ लगती थी ! उनकी खूबसूरती को देखकर मैं उस समय से लेकर तो आज तक भाभी को चोदने का सपना लिए जीवन बिताता रहा ! पर ये सपना पूरा हुआ पुरे 28 साल बाद ! भाई साहब मिलेट्री में थे और रिटायर होने के बाद कटनी से 50 किलोमीटर दूर एक प्राइवेट कम्पनी में गार्ड की नौकरी कर लिया ! और कम्पनी के ही परिषर में रहने लगे ! कभी कभी महीने में एकात दिन के लिए आते और फिर वापस चले जाते ! भाभी जी शहर के घर में अपने छोटे भाई और उसकी 8 साल की लड़की के साथ अकेले रहती है ! भाई स्थाई नहीं रहता, गांव और शहर आता जाता रहता ! गाँव में मैं भाभी जी का सबसे प्रिया देवर हूँ, जब कालेज की पढ़ाई करता था तब भाभी जी भैया के छुट्टी आने पर हमारे किराए के रूम में भैया के साथ रहने आती थी और रात में दोनों खूब चुदाई करते तब हम बिना प्लासटर के मकान के ईंटों के बीच छेद करके चुदाई का लाइव मजा उठाया करते थे ! भइआ की चुदाई से भाभी बहुत कम संतुष्ट होती थी ये मैंने कई बार देखा था,पर तब समझ नहीं आता था,आज उस दृश्य को याद करता हूँ तो समझ आता है ! समय बीता मैं पढाई करके बाहर शहर नौकरी करने लगा ! जब पढता था तब कई बार भाभी के साथ बस में गाँव आता जाता था तो भाभी के साथ खूब चिपक कर यात्रा करता था ! कई बार भाभी के साथ फिल्म देखने भी गया और भाभी के कंधे में हाथ रखकर फिल्म देखा ! होली में खूब रंग खेलते थे ! भाभी ने एक दो बार हिंट भी दिया था पर मैं ठहरा एक नंबर का फट्टू हिम्मत नहीं कर पाया ! समय बीतता गया और मेरी भी शादी हो गई,बड़े बड़े बच्चे हो गए, भाभी ने भी लड़की की शादी कर दिया ओ अपने घर चली गई और एक लड़का पुणे में सॉफ्टवेयर इंजीनयर की नौकरी करने लगा ! भैया और भाभी में कभी भी नहीं पटी दोनों में खूब झगडे होते रहते है ! झगडे का मेन कारण भाभी का ज्यादा पढ़ा होना (भाभी MA है ) और भैया का कम पढ़ा (मात्र 12 वी) हालांकि की भाभी ने अपनी पढ़ाई शादी के बाद तक पूरी किया ! लड़ाई का एक कारण ये भी है भाभी का बहुत आधुनिक और हँस-मुंह हैं जबकि भैया बहुत ही रिजर्व नेचर के है उन्हें ये सब पसंद नही, ! भैया बहुत कंजूस है और सामन्य जीवन बिताना पसंद करते है जबकि भाभी बहुत ही फ्रैंक,एडवांस और लीविंग स्टैंडर्ड बहुत है इस लिए भी दोनों में आये दिन झगडे होते रहते ! झगडे की बजह से भैया ज्यादा साथ रहना पसंद नहीं करते ! पर भैया और भाभी जी मेरी बातों को बहुत महत्व देती है इस लिए मैं दोनों को समझाता और प्रेम से रहने की सीख देता, भाभी मेरे से बहुत प्रभावित है ! जब भाभी से मिलता बहुत प्रेम से मिलती ! भाभी इतनी उम्र हो जाने के बाद भी मस्त टनाटन माल रखी है ! ज़रा सा पेट बाहर नहीं निकला है ! शरीर की मांसपेशिया आज भी खूब टाइट लगती है ! न तो ज्यादा मोटी हुई और न ही दुबली है ! रोज सुबह घर में मशीन में दौड़ती है एक्सर्साइज़ करती है इस लिए एकदम से फिट रहती है !
वर्तमान में भाभी एकदम से ऐसी ही दिखती है |
मुझे अभी 7 जनवरी 2016 को गाँव में कुछ काम था इस लिए अपने शहर से गाँव के लिए चला और जब दमोह पहुंचा तो भाभी को फोन करके बताया की ''खाना बना लीजिये मैं आ रहा हूँ'' ! तो भाभी पूछी ''अकेले अकेले या वन्दना भी है'' (वन्दना मेरी पत्नी का नाम है) तब मैंने बताया की अकेला ही हूँ तो भाभी चहकते हुए पूछी ''क्या खाएंगे '' तो मैंने कहा ''जो आपको पसंद है बना लीजिये'' तो हस्ते हुए बोली ''मुझे तो लम्बे वाले भाटे का भुर्ता बहुत पसंद है'' तब मैंने खिलखिलाते हुए कहा '' भुर्ता तो बहुत लूज हो जाता है'' तो चहकते हुए बोली '' तो क्या हुआ कड़क खा लुंगी'' और जोर से हँसने लगी ! मैं भाभी का इसारा समझ गया और मन ही मन चुदाई की कल्पना से लण्ड कड़क होकर खड़ा हो गया ! बहुत देर तक द्विअर्थी संवाद होता रहा भाभी से,बात बात में पता चला की की भाभी का भाई आज नहीं है ओ गाँव गया हुआ है ! मुझे पूरा विश्वास हो गया की इस बार बढ़िया मौका है भाभी को चोदने का ! करीब 7 मिनट तक बात करने के बाद फोन का नेटवर्क नहीं मिलने से अपने आप कट गया ! करीब 10:15 बजे ट्रेन कटनी पहुंच गई, तो भाभी से पूछा ''कुछ लाना है क्या'' तो भाभी बोली ''सलाद के लिए लाल लाल टमाटर और बढ़िया कड़क,लाल,मोटी और लंबी सी गाजर एक किलो ले आना'' तब मैं हँसते हुए बोला ''ज्यादा मोटी गाजर में मिठास कम हो जाती है'' तो भाभी जोर से खिलखिलाते हुए बोली ''मुझे तो मोटी,लम्बी और कड़क गाजर ही पसंद है'' तब मैंने कहा ''ठीक है आज आपकी पसंद की ही खिलाऊंगा'' तो भाभी बोली ''मैं इन्तजार कर रही हूँ आपकी मोटी, कड़क, लम्बी ........... की'' और फिर रुक कर बोली ''गाजर की'' और खूब जोर जोर से हँसने लगी ! मैं समझ गया कि भाभी इस बार लण्ड खाने मूड में है ! एक ऑटो पकड़ा और रस्ते में बढ़िया ताज़ी मोटी,लम्बी,कड़क गाजर और टमाटर लिया व कुछ देर में भाभी के घर पहुंच गया ! ! [रास्ते में बियाग्रा की टेबलेट और कंडोम ले लिया और एक चाय की गुमटी से पानी लेकर वियाग्रा की 2 टेबलेट खा लिया] ! पहुँचते ही भाभी ने खूब स्वागत किया, मैंने गाजर और टमाटर रख दिया तो भाभी गाजर को हाथ में पकड़ कर दबाते हुए बोली ''बहुत अच्छी गाजर लाये आप, मजा आएगा खाने में'' और हँसी मजाक करते हुए करीब 11 बजे दोनों ने साथ में खाना खाए ! भाभी की भतीजी सो गई थी ! मैं बार बार सिर को दबाता और सिर दर्द होने का बहाना बनाता ! तो भाभी बोली ''लाल साहब (देवर को लाल साहब कहती है) जाइए टीवी वाले रूम में लेट जाइए अभी आती हूँ,सिर में तेल लगाकर
भाभी पीछे से बिलकुल ऐसी ही लगती है |
भाभी की चूची और जांघे 100%ऐसी है है ! |
OMG क्या मस्त चूची है मेरी प्यारी भाभी जी की ! |
लण्ड चूसते हुए भाभी |
मस्त चुदाई के बाद भाभी खूब खुस हुई और मेरे ऊपर नंगी ही लेटकर बाते करने लगी |
चूचियों का मर्दन करते करते चिकनी चिकनी जांघो पर तेल डाला और जांघो को मालिस करने लगा एड़ी से लेकर तो चूत तक खूब तेल डॉल कर पाँव की मालिस करने लगा तो भाभी ने आँख खोला और मेरे तरफ बड़े प्यार से देखने हुए अपनी दोनों बाहो को फैलाया और अपनी तरफ आने का इसरा किया तब मैं उनकी टांगो को फैला कर चूत को चाटने लगा करीब 5 मिनट तक चूत को चाटा होगा कि भाभी गर्म आग हो गई और बार बार मेरे हाथो को पकड़ कर अपनी तरफ खीचने लगी तो तकिया के नीचे रखे कंडोम को निकला और लण्ड के सुपाड़े की चमड़ी को आगे कर सुपाड़ा ढक दिया और कंडोम चढ़ा लिया (कंडोम पहले ही तकिया के नीचे छिपा दिया था,सुपाड़े की चमड़ी ढक कर कंडोम लगाने से चुदाई में बहुत देर तक स्खलन को रोका जा सकता है) और फिर झुक कर चूत चाटने लगा तो भाभी थोड़ा से उठी और मेरी तरफ बड़ी कातर निगाह से देखकर कर बोली ''जान मत लो मेरी प्लीज़'' और मुझे पकड़ कर अपनी
भाभी के ऊपर इस तरह से लण्ड घुसेड़कर लेट गया |
भाभी को घोड़ी बनाकर बिना कंडोम के चोदा तब मैं स्खलित हुआ |
भाभी रात में इसी तरह से ब्रा और पेंटी पहन कर सोई हुई थी |
इसी तरह बार बार भाभी को तड़पाने लगा तो भाभी ने मुझे पटक कर नीचे गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और अपने हाथ से लंड को चूत में घुसेड़ लिया और धीरे धीरे चूतड़ों को ऊपर नीचे करने लगी ! जब भाभी नीचे की तरफ झुकती तब मैं थोड़ा उठकर उनकी चूचियों की निप्पल को जीभ से छूता इस तरह से जब जब भाभी नीचे को झुकती तब तब उनकी चूची को मुँह में डालकर चूसने लगता तो भाभी एक हाथ से अपनी चूची को मुह से छुड़ा लेती मैं समझ गया भाभी खूब गर्म पड़ चुकी है भाभी अपने कूदने की स्पीड बढ़ाते हुए जोर जोर से लण्ड पर कूदने लगी ! इस तरह से भाभी लगातार 5 मिनट तक अपने चूतड़ों को मेरे लण्ड पर जोर जोर से पटकती रही ! कमरे में लण्ड चूत की लड़ाई की आवाज गूज रही थी ! कुछ देर में भाभी मेरे ऊपर हाँफते हुए लेट गई और मुझे जोर जोर से चूमने हुए स्थिर होकर लेटी रही मेरे ऊपर ! तब मैंने भाभी के गाल को सहलाते हुए पूछा ''क्या हुआ थक गई क्या'' तो भाभी बड़े जोर अपने दाँतों से मेरे गाल को काट लिया और बोली ''आलसी कही के खुद पड़े रहे और मुझे थका लिया'' कहकर बगल में लेट गई और लेटे लेटे बोली ''आप अभी तक रिलेक्स क्या'' तब मैंने कहा नहीं ! तब भाभी अपनी टांगों को फैलाते हुए बोली ''लीजिये रिलेक्स हो जाइए'' तब मैंने कहा ''कुछ और करने का मन कर रहा है मेरा'' तो भाभी बोली ''जो मर्ज़ी आये कर लीजिये,मैं तो आपकी गुलाम बन गई हूँ'' तब मैंने भाभी को बोला ''सोच लीजिये मना मत करियेगा'' तो बोली ''सोच लिया'' तब मैंने भाभी को बोला घोड़ी बन जाएँ तब भाभी जल्दी से घोड़ी बन गई तब मैंने कंडोम निकाला लण्ड को नंगा किया और तेल की सीसी लिया और लण्ड को तेल से खूब चिकना किया और एक ढक्क्न तेल भाभी के चूतडो डालकर चूतड़ को चिकना किया और धीरे से उनकी ''गुदा'' {मलद्वार} में एक ऊँगली डाल दिया तो भाभी बोली ''छेद नीचे है इधर ऊँगली क्यों डाल रहे है'' तब मैंने बोला ''आज यही डालूँगा'' तो बोली ''जान लोगे क्या'' तब मैंने कहा ''नहीं मेरी भाभी जान, आपकी जान नहीं लूंगा बल्कि
ये है लण्ड का सुपाड़ा |
भाभी ने दोनों टांगो को इस तरह से मेरी कमर पर रखकर चिपक गई |
जाउंगी'' तब मैंने कहा ''आप टांगो की पकड़ मेरी कमर पर से कम करिये'' तब भाभी ने टांगो को मेरे कमर के आसपास फैला लिया तो मैंने फिर से चोदना सुरु कर दिया ! चोदते चोदते मैंने सवार चालु कर दिया जिससे गर्म पानी की बौछार गिरने लगी और भाभी के शरीर में लगा हुआ साबुन धीरे धीरे बहने लगा तो मैंने भाभी की कमर के नीचे हाथ डाला और चूतडो को उठाया और जोर जोर से झटके मारने लगा तो भाभी
भाभी चुदाते चुदाते इस तरह से मुह फाड़ फाड़ कर चिल्लाने लगी |
नोट ---: सत्य कहानी का निष्कर्ष यह निकलता है की अपनी बीबी की चुदाई खूब करो और उसे संतुष्ट भी करो नहीं तो ओ मौका मिलते ही मनपसंद पुरुष से चुदाई करवा लेगी !
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