Wednesday, 7 October 2015

लड़की की सासु को होटल में चोदा

अलका जी ऐसी है दिखती है बड़ी बड़ी चूची के साथ
ये सच घटना अभी अभी 16 जुलाई 2015  की है ! मेरी लड़की की शादी के लिए दोनों पक्ष  राजी हो गए तब मैंने सोचा क्यों न लड़के वालों के  घर एक बार जाकर बात को पक्की मुहर लगा ली जाए ! ये सोचकर मैं शहर से अपने गाँव गया और  भाई साहब और मध्यस्थ के साथ लड़के वालों के घर पहुंच गया बात चीत पक्की कर लिया,और जब लड़की की होने वाली ससुराल से चला तो लड़के के ताऊ जी ने पूछा की आप शहर कब वापस जायेगे तो मैंने बताया की कल  दोपहर में 12 बजे ट्रेन है तो लड़के के ताऊ जी बोले ''सन्दीप (लड़के का नाम है) की माँ को भी साथ लेते जाइए और संदीप के पास छोड़ देना  लड़के से मिल आयेगी और अपनी होने वाली बहु को भी देख लेंगी'' तो मैंने कहा ''ठीक है मुझे कोई दिक्कत नहीं'' ! इतना सब बातें  होने के बाद मैं अपने गाँव वापस आ गया ! अगले दिन जब बस से चला तो फोन कर दिया तो लड़के की माँ अलका जी अपने गाँव के पास रोड किनारे मिल गई और उनके भतीजे ने बस में मेरे साथ वाली सीट में बैठाकर चला गया हम दोनों 2 सीटर सीट में एकदम से सटकर/चिपककर बैठ गए और शहर की तरफ चल दिए !
अलका जी इस तरह से चूतड़ फैलाकर सीट में बैठ गई
हम दोनों पहली बार एक दूसरे को देखे ! हमारी जाति में पर्दा बहुत होता है इस लिए मेरी समधन (अलका जी) उस दिन सामने नहीं आई थी ! अलका जी पास बैठते ही हाथ जोड़ कर नमस्कार किया मैंने भी मुस्कुरा कर उन्हें जबाब दिया ! अलका जी खूब गोरी है और इनकी उम्र लगभग 50-52 साल के आसपास होना चाहिए,शरीर आज भी कसा हुआ लगता है ,हाथ की  मांस पेशियां आज भी टाइट लगती है,पर हाथो पर और चेहरे पर हलकी हलकी धुर्रियां पडी हुई थी बड़ी बड़ी चूचियों को  ब्रा के अंदर 
बढ़िया कस कर बाँध रखी थी जो मस्त सेक्सी आकर्षक लग रही थी ! बड़ी बड़ी चूची  मेरी हमेसा से कमजोरी रही है ! जब भी बड़ी चूची की औरत देखता हूँ उसको चोदने का,बड़ी बड़ी चूचियों को खिलाने का मन करता है ! अलका के बड़े बड़े चूतड़ है,हल्का सा पेट बाहर की तरफ निकला हुआ है गाँव में रहने के बाद भी रहन सहन अच्छा लगा मेचिंग ब्लाउज और साड़ी,हाथ में सोने के दो दो चुडिया और कई रंगीन चूड़ियाँ,गले में सोने की चेन पहन रखी थी ! पास में बैठते ही उनकी मोटी मोटी जांघे मेरी जांघो से चिपक गई तो मेरे जिस्म में सुरसुरी भराने लगी,महिला के स्पर्श मात्र से पेंट के अंदर लण्ड खड़ा हो गया फिर भी अपने आपको कंट्रोल किया और बातचीत करने लगा ! घर- परिवार के बारे में पूछने लगा तो पता चला की एक 30 साल की लड़की है जिसकी शादी कर दिया ओ ससुराल में रहती है ये गाँव में अपने जेठ जी के परिवार  रहती है और इनका लड़का संदीप मेरे शहर के पास शहर में नौकरी करता है ! बाते करते करते हम दोनों शहर आ गए और एक ऑटो पकड़कर रेलवे स्टेशन पहुँच गए जहा पर हमारी  ट्रेन प्लेटफार्म में लगी हुई थी ! मैं अलका जी को लेकर स्लीपर क्लास के डिब्बे S-9 की अपर साइड सीट 47 के नीचे अलका को बैठाकर मैं भी पास में बैठ गया और कुछ देर में करीब 12 बजकर 10 मिनट पर ट्रेन चल पडी मैं अलका जी से बातें करने लगा और अपने परिवार के बारे  में बताने लगा ओ मेरी बातों को बड़े प्रेम से सुन रही थी,उनकी बड़ी बड़ी आँखों में खुसी की चमक दिखाई दे रही थी, खुसी के मारे उनके गोर गोरे गाल और चमक रहे थे,गाल में बड़ा सा काला तिल उनकी खूबसूरती में चार चाँद लगा रहा है ! [गाँव में पर्दा होने कारण हमारे घराने की ओरते खेत में काम नहीं करती बल्कि हमेसा घर के अंदर ही रहती है  इस कारण और अधिक गोरी चिकनी पड़ जाती है] करीब एक घंटे ट्रेन चलने के बाद अचानक जोर जोर से बारिस होने लगी तो हमने कांच बंद  कर लिया और जोरदार बारिस का मजा लेने लगे ! दोनों पालथी मारकर सीट में बैठ गए ! आसपास वाले यात्री हम दोनों को पति-पत्नी समझ रहे थे ! बाहर की

तरफ बारिस देखते देखते अलका और मेरे कंधे आपस में चिपक गए बारिस का मजा लेते लेते एक बार मैंने अलका के कंधे में धोखे से अपना दाया हाथ रख दिया तो अलका मेरी  तरफ देखने लगी तो मैंने जल्दी से अपना हाँथ हटा लिया तो ओ मुस्कुराई और धीरे से अपना हाथ मेरे कन्धे पर रख दिया तो मैंने भी अपना हाथ फिर से उनके कंधे पर रख दिया और दोनों एक दूसरे की तरफ देखते कभी बाहर की तरफ देखते इस तरह से दोनों बार बार एक दूसरे की  तरफ देखते रहे ! अलका बार बार मेरे खूबसूरत गोरे गोरे भरे भरे गालों को ललचाई निगाह से देख रही थी ! मुझे अलका के आँखों में वासना की चमक दिखाई दिया,अलका इस तरह से बहुत देर तक मेरी तरफ देखती फिर ओ दुसरी तरफ देखने लगी ! करीब 5 मिनट तक अलका मेरी तरफ नहीं देखि तो मैंने उनके कंधे को दबाया तो मेरी तरफ देखी तब  अलका की आँखे गीली हो रही था  तो मैंने कारण पूछा पहले टालती रही पर जब मैंने जिद कर लिया तो बोली ''आज 25 साल बाद किसी पुरुष ने मेरे कंधे पर हाँथ रखा तो उनकी याद आ गई'' [वैसे मुझेपता तो था कि संदीप के पापा नहीं है पर 25 साल से नहीं है मुझे नहीं पता थी] इतना कहते हुए अलका जी के आँखों से आसूं टपक पड़े तो मैंने  रुमाल से उनके आंसुओं को पोछ दिया और कन्धे दबाते हुए थपथपाया तो मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और इस तरह हम दोनों आपस में बातें करते हुए सफर तय करने लगे सुहाने मौसम में अलका जी खूब घुल मिल कर खुल गई मेरे साथ और हम दोनों के बीच सभी ओउपचारिकताएं  ख़त्म हो गई  ! पानी खूब जोर जोर से गिर रहा था गिरते हुए पानी में रात के 9 बजे अपने स्टेशन पर पहुंच कर  दोनों उत्तर गए और इस स्टेशन से अगले स्टेशन की ट्रेन का इन्तजार करने लगे पर कुछ देर में अलाउंस हुआ की आगे जाने वाली ट्रेन पानी  के कारण रद्द कर दी गई, और सुबह 10 बजे तक कोई ट्रेन  नहीं है ! स्टेशन में खड़े खड़े दोनों गीले हो रहे थे तो वोटिंग हाल में चले गए जहाँ  इतनी भीड़ थी की खड़े होने की भी जगह नहीं थी ,हम दोनों वापस आ गए बाहर और मैंने अलका जी से बोला '' अब रात भर स्टेशन में खड़े होने से अच्छा है कही रुक जाए'' तो अलका जी बोली '' कहाँ रुकेंगे, आपके जान पहचान वाला हैं कोई यहाँ'' तब मैंने कहा '' जान पहचान वाला तो कोई  नहीं है'' तब अलका बोली ''फिर कहाँ रुकने की बात किया आपने'' तब मैंने कहा ''किसी होटल में रुक जाएँ रात भर'' तो अलका जी पहले तो कुछ नहीं बोली फिर कुछ मिनट बाद बोली ''गीले होने से अच्छा है चलें रुक जाते है '' तब मैं बाहर निकला और एक ऑटो वाले को बुलाकर लाया और उसे बोला पास के किसी होटल में ले चलो तो ऑटो वाला पास  के ही एक होटल में ले गया 900 रूपये एक रात का किराया था हम दोनों पति -पत्नी बनकर होटल में रुक गए और रूम के अंदर गए,सामान रखा और अलका जी को बोला ''कुछ खाने के लिए लाऊँ क्या'' तो अलका बोली '' मत जाइए लाई हूँ'' तब मैंने कहा ''ओ ठंडा पड़ गया होगा,ताजा लाता हूँ'' तो बोली '' ले आइये'' तब मैंने अलका से पूछा ''मटन खाती है क्या'' तो बोली '' हां खाती हूँ'' तब मैंने कहा ठीक आता हूँ नीचे से '' और मैं नीचे उत्तर कर होटल के सामने ही  एक मेडिकल स्टोर से ''बिगोरा फ़ोर्स ''


और मैनफोर्स कंडोम का पैकेट लाया [मुझे पूरा विश्वास था की अलका जी रात में आसानी से चुदवायेगी तो, उनकी 25 साल की प्यास को बुझाने  बढ़िया एक्स्ट्रा कड़क लण्ड की जरुरत पड़ेगी] और पास के ही एक नॉनवेज होटल में जाकर नॉनवेज और तंदूरी रोटी पैक करने के लिए कहा तो होटल वाले ने 30 मिनट रुकने  बोला तब मैं वही  होटल में ही एक ''विगोरा फ़ोर्स'' की टेबलेट खा लिया  और बैठ गया तो होटल वाले ने कहा ''साहब यही खा लीजिये ले जाने में ठंडा हो
 अलका ने इस तरह से अपने साड़ी का पल्लू गिराया और सिर को पोछने लगी
जाएगा'' तब मैंने होटल वाले से बोला ''फेमली है साथ में'' तो होटल वाले ने कहा ''आप फेमिली लाये आपको केबिन वाले रूम में बिठा देंगे'' तब मैं वापस आया और अलका को लेकर हलके हलके पानी में भीगते हुए होटल में गए और खाना खाए और करीब 30 मिनट बाद वापस अपने रूम में आने लगे तो जोर से बारिस होने लगी तो
अलका जी ब्लाउज उतार कर इस तरह से खड़ी मिली

अलका को बोला ''रुकिए पानी कम हो जाए तो चलते है'' तब अलका मेरा हाथ पकड़ कर खींची और बोली ''अरे चलिए,नमक की डल्ली नहीं है जो गल जायेगे'' तब मैंने कहा ''मोबाइल गीला हो जाएगा'' तो बोली ''लाइए अपने पर्स  में रख लेती हूँ ''और मोबाइल को अपने पर्स में रखा व् मेरे उत्तर  की प्रतीक्षा किये बिना मेरा हाथ खींची तो पानी में गीला होते हुए चल दिया उनके साथ, और होटल तक पहुँचते पहुँचते दोनों 70% तक गीले हो गए ! होटल के रूम पहुँचते पहुँचते दोनों को ठण्ड लगने लगी तो रूम के अंदर गए तो अलका ने टॉवेल लिया और सिर पोछने  उनके साडी का पल्लू गिर गया तो मस्त मस्त चूचियों की घाटियां दिखाई देने लगी तो मैं अपलक देखने लगा तो ओ सरमाकर फिर से चूचियों को ढाक लिया तब मैंने अलका से कहा ''ठण्ड लगने लगी कॉफी बोल कर आता हूँ''  इतना कहकर मैं गीले वदन ही बिना कपड़ा बदले रूम से बाहर आ गया और काउंटर पर कोफ़ी का ऑर्डर दिया तो होटल वाले ने मना कर दिया तो मैंने
अलका जी की चूचियों की निप्पल ब्रा के अंदर इस तरह से टाइट पड़ी हुई थी
वापस लौट कर आया तो देखा की अलका जी ने ब्लाउज उतार दिया था और साडी उतारने की तैयारी कर रही थी ब्रा के ऊपर से चूचियों की टाइट निप्पल तक दिखाई दे रही थी मतलब साफ़ था अलका जी मन ही मन चुदाने के लिए तैयार थी ये सोचकर  मेरे लण्ड में तूफ़ान उठा और लण्ड खड़ा हो गया तब मैं अपने आपको नहीं रोक तो दरवाजा की सिटकनी अंदर से लगाया और अलका को पीछे से पकड़ कर चूची को दबा दिया और गर्दन में किस करने लगा और अलका को अपनी तरफ घुमाया और पकड़ कर चिपका लिया और जल्दी जल्दी से उनके चिकने गालों को किस करते करते उनकी गीली साड़ी को गर्म वदन से अलग करने लगा तो बोली ''कॉफी  तो पी लीजिये'' तब मैंने कहा ''अब तो आप अपना दूध पिला दीजिये ठंढी गायब हो जाएगी'' तो चहक कर बोली ''ये तो कहीं नहीं जायेगी '' 
अलका की चूची 100% ऐसी ही है

तब  मैंने कहा '' फिर पिला दीजिये'' तो बोली ''कोफ़ी लेकर आ जाएगा तब डिस्टर्ब होगा'' तो मैंने बताया ''कॉफी नहीं आएगी'' तो कुछ नहीं बोली और मेरी तरफ तरफ देखने लगी तब मैं खड़े खड़े ही ब्रा के ऊपर से अलका की चूचियों को सह- लाने लगा ओ मेरी तरफ बड़े प्यार से देखने लगी कुछ देर में मैंने ब्रा के नीचे से चूचियों को खिलाने लगा और होठों को चूसने लगा तो अलका मेरे सीने से चिपक गई तो ब्रा का हुक खोल दिया तो बड़ी बड़ी चूचियाँ लटकने लगी ! पहली बार इतनी बड़ी बड़ी चूचियों देखा है ,मेरी पत्नी  चूची ज्यादा बड़ी नहीं है पर है टाइट ! जबकि अलका की चूचियाँ हल्की  सी लूज है ! पर जैसे जैसे चूचियों को सहलाते गया अलका उत्तेजित होती गई तो उनकी चूचियाँ भी टाइट पड़ गई, मैं झुकर चूचियों को चूसने लगी और एक हाथ से पेटीकोट का नाड़ा खीच लिया तो पेटीकोट साडी सहित  नीचे गिर गई और अलका एकदम से नंगी हो गई और मेरी नजर अलका की बुर पर गई  तो देखा की बुर के ऊपर बड़े बड़े बालों का जंगल लगा हुआ है ! अलका मेरे सामने नंगी खड़ी थी और मेरे वदन में सभी कपडे थे !अलका मेरे सर्ट की बटन खोलने लगी तब मैं अपने सभी कपडे उतार दिया और एकदम से नंगा होकर अलका के सामने खड़ा हो गया ! मेरी हाइट (6 फिट) -हेल्थ (बजन 85 KG) के अनुसार मेरा लण्ड लंबा और खूब तगड़ा है मैं अलका से 10-12 साल छोटा होऊँगा ! अलका  लण्ड की तरफ ललचाई निगाह से देखी  और बिस्तर पर बैठ गई तब अलका की दोनों टांगो को फैला दिया और चूत में हाथ घुमाने लगा ! बड़ी बड़ी झाठ से चूत का छेद ढका हुआ था, बाल को हटाया और चूत को चाटने लगा ,मुस्किल से 1 मिनट चूत को चाटा होगा की दो तीन बाल टूट कर मेरे मुह में घुस गए और मुझे वोम्टिंग होते होते रह गई ! मेरा मन खिन्न हो गया और चुदाई से ध्यान हट गया तब मैं खड़ा हो गया तो अलका बोली ''क्या हुआ'' तब मैंने अलका को बताया और पूछा '' ये जंगल कब से साफ़ नहीं किया'' तो ओ बोली ''25 साल से सफाई नहीं किया'' और इतना सुनकर  मैं बेसिन में कुल्ला करने चला गया मेरा खड़ा लण्ड थोड़ा ढीला पड़ गया पर  ''विगोरा फ़ोर्स'' के असर से अभी भी टाइट था अलका के पास आकर बोला ''लाइए पहले आपका जंगल साफ़ कर दूँ'' तो अलका बोली अभी नहीं बाद में और इतना कहकर दोनों हाथ फैला कर अपने तरफ बुलाया तब मैं अलका के पास लेट गया तो अलका किस करते हुए मेरे लण्ड पर हाथ घुमाने लगी {अलका पूर्ण रूप से गर्म पड़ चुकी थी} थोड़ी ही देर में लण्ड खड़ा हो गया तो मैं भी अलका की बड़ी बड़ी लटकी हुई चूचियों से खेलने लगा उधर अलका मेरे लण्ड के सुपाड़े से चमड़ी  पीछे करती और फिर आगे करती और सुपाड़े को ढकती इस क्रिया से मेरे लण्ड में गजब का तनाव आ गया तब लण्ड की चमड़ी पीछे किये बिना कंडोम लगा लिया और अलका के ऊपर चढ़ते हुए दोनों टांगो को फैलाकर लण्ड को बालोँ से ढकी हुई चूत घुसाने लगा तो अलका की चूत काफी टाइट लगी ! 25 साल से अलका ने चुदाया नहीं इस लिए उनकी चूत कुँवारी लड़की की चूत की तरह सिकुड़ गई है ! फिर भी थोड़ा सा प्रयास किया और चूत के छेद को उँगलियों से फैलाया और लन्ड को
अलका की चूत के ऊपर इसी तरह से बड़े बड़े बाल थे
धीरे धीरे घुसाने लगा तो लण्ड का सुपाड़ा थोड़ी परेसानी के बाद चूत में घुस गया पर बड़ी बड़ी झाठ के कई बाल भी चूत में लण्ड के साथ घुस गए और फिर धीरे धीरे लण्ड को आगे पीछे करने लगा और झुक झुक कर अलका की बड़ी बड़ी चूचियाँ जो फ़ैल गई थी उनको चूसने भी लगा तो अलका मेरे मुह  तरफ खींचा और मेरे गालों को चूमने लगी ! लण्ड  पूरी गहराई तक चूत  घुस रहा था तो मैंने अलका की टांगो को ऊपर की तरफ कर दिया और आराम से चूत को चोदने लगा लगातार 3  मिनट तक झटके मारते मारते झटके मारना बंद कर दिया तो अलका मेरे चूतड़ पर हाथ रखकर चूतड़ों  पीछे करने लगी तब भी चोदना सुरु नहीं किया तो अलका मुझे पकड़ कर सीने से लगा लिया और अपने चूतडो  को ऊपर नीचे पटने लगी पर ओ मेरे बजनी शरीर को ज्यादा देर तक नहीं उठा पाई तो मुझे  नीचे कर दिया और खुद उठकर घुटने के बल खड़ी हो गई और मेरी तरफ अपने बड़े बड़े चिकने चूतड़ और पीठ को किया और अपने मेरे खड़े लण्ड पर अपनी झांठदार चूत को टिकाया तो लण्ड सप्प से अंदर चला गया और फिर अलका हौले हौले लण्ड पर अपने चूतड़ों को पटकने लगी पर ज्यादा देर तक ऐसा नहीं कर पाई और मुस्किल से 20-25 बार ही लण्ड पर कुड़ी होगी और थक गई और मेरी

अलका को घोड़ी बनाकर खूब चोदा
तरफ चूतड़ करके लण्ड डाले डाले ही लेट गई तो मैंने उन्हें घोड़ी बना दिया और लण्ड को डालकर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा ! लण्ड पूरी गहराई तक चूत के अंदर तक जाता फिर उसे धीरे धीर बाहर


निकलता फिर धीरे धीरे फिर से चूत में डालता इस तरह कई बार  लण्ड अंदर बाहर करने लगा तो अलका जी अपनी चूत के छेद को अंदर की तरफ सिकोड़ती तो लण्ड में चूत का दबाब पड़ता तो बहुत मजा आता मैंने धीरे धीरे लण्ड को डालता और फिर धीरे धीरे निकालता तो अलका अपनी चूत को इतना टाइट कर लेती जैसे हो चाहती हो की मत निकालो अंदर ही पड़ा रहने दो , तब मैं  लण्ड को मुस्किल से एक-दो सेंटीमीटर बाहर करता और फिर अंदर डालता यह क्रम लगातार 3 मिनट तक करता रहा और फिर अचानक लण्ड को आगे पीछे करना बंद कर दिया तो अलका अपने बड़े बड़े चूतड़ों को खुद ही आगे पीछे करने लगी पर चूत से लण्ड की पकड़ ढीली पैड गई और बड़े आराम से लण्ड चूत में सप्प सप्प करके अंदर बाहर होने लगा पर ये क्या अलका 20-25 बार चूतडो  झटके मारी और फिर और सी सी सी सी आहहह हाहाहाहा आआआआआअह आहा आहहह आअह्ह्ह्ह करते हुए लेट गई और अपने चूतडो को हिलाने लगी तब मैंने अलका को जल्दी से पीठ की तरफ से लिटा कर उनके ऊपर चढ़ गया और लण्ड को पेल दिया तो अलका ने अपने दोनों
इस तरह की चुदाई  अलका स्खलित हो गई 
टांगो को उठाकर कर मेरे चूतड़ों के पास अपनी एड़ी को सटा लिया ! मैंने मेरे दोनों हाँथ अलका की गर्दन के नीचे लगा कर अलका को कस कर पकड़ लिया और मेरी जीभ को अलका के मुँह में डाल दिया अलका मेरी जीभ को प्यार से हलके हलके चूसने लगी ! ओ माई गाड़ तो पूरा लण्ड चूत की पूरी गहराई तक अंदर घुसने लगा ! मैं लण्ड को खूब धीरे धीरे अंदर की तरफ डालता और फिर धीरे धीरे बाहर की तरफ निकालता लगातार कई बार ऐसा करने लगा तो अलका अपनी चूत को अंदर की तरफ खींचती तो लण्ड पूरी तरह से चूत से छिपकर बाहर होता तो मैं फिर से धीरे धीरे अंदर डालता कभी बीच में ही लण्ड को रोक लेता तो अलका तड़प उठती और अपने चूतड़ को हिलाने लगती जिससे की लण्ड का घर्षण उनकी चूत में पड़े तो मैं फिर से लण्ड को हल्का सा आगे करता फिर पीछे लेता जैसे जैसे ये करता गया अलका मुझे कस कर पकड़ लेती और जोर जोर से मेरी जीभ को चूसने लगती इस तरह से लगातार 3  मिनट तक लण्ड  पीछे किया ! अलका अपनी चूत को इतने जोर से दबाती की लण्ड बिलकुल चिपक जाता चूत में तो अलका के मुह से ऊॅऊॅऊॅऊॅ आए अाजज़ाअजजाहहहह आहाहा आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआह्ह्ह सीएएस सीए सीईई की आवाज निकलने लगी और धीरे धीरे कहने लगी ''और जल्दी जल्दी करिये  न प्लीज़ और जल्दी और जल्दी '' अलका जितना जल्दी जल्दी बोलती मैं उतना तेजी तीजी लण्ड के झटके मारने लगा होटल के कमरे में फट फट आने  लगी कभी तो कभी अलका इतने जोर से चूत को दबाती की लण्ड बिलकुल फस जाता इसी तरह लगातार चुदाई के बाद दोनों एक साथ स्खलित हो गए और दोनों इतना तक गए की पेसाब करने के बाद दोनों नंगे ही चिपक कर सो गए और जब सुबह नींद खुली तब मैंने अलका को बोला लाओ सफाई  कर दूँ अलका  नुकुर करने लगी तब मैंने हाथ पकड़ा और बोला ''लेट जाओ बिस्तर में '' और अलका लेट गई
अलका का जिस्म पीछे से १००% ऐसा ही लगता  है
तब मैंने मेरी सेविंग किट निकाला और उससे कैची निकालकर अलका की चूत के बड़े बड़े बाल को काटने लगा तो बाल बिस्तर में गिरने लगे तब एक अखबार का पेपर निकाला और अलका के चूतड़ों के नीचे रख दिया और फिर कैची से सभी बाल को छोटा कर दिया और फिर सेविंग क्रीम निकाला और ब्रूस से चूत के बाल को नरम किया और रेजर से चूत के बाल को क्लीन कर दिया इसके बाद कखौरी के बाल भी साफ़ कर दिए इतना सब करते करते दोनों फिर से चुदाई  तैयार हो गए और अलक की  सुबह सुबह चुदाई किया  फिर नास्ता किया नास्ते के बाद  चुदाई किया फिर दोपहर में खाना खाने के बाद  चुदाई किया और करीब 1 बजे होटल से आ गए एक बस में बैठे और 4 घंटे बाद अपने शहर आ गया ! अलका का लड़का पहले ही इन्तजार कर रहा था ओ भी उसी बस में बैठकर अपने शहर चला गया अलका को लेकर !  और मैं मेरे घर आ गया !50-52 साल की कोई ओरत इतनी चुदक्कड़ होगी ये अनुभ हुआ ! अलका बहुत चुड़दकड़ है !  कब मौका मिलता है !

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