चाची इस तरह से टॉप जींस पहन कर मेरे साथ बाइक में चलती है |
चाची इस तरह से मेरे सामने ही साड़ी पहनती तो उनके बूबस दिखाई देते |
काकी ज्यादातर टू पीस की गाउन पहनती रात में ऊपर की पीस उतार देती और सिर्फ इतने में रहती |
काका के जाते ही काकी मेरे आवभगत गई ! फ्रीज़ में से बढ़िया से लस्सी निकाल लाइ मुझे पिलाया फिर कुछ देर में मैं नहाने चला गया और लौट कर आया तो काकी बोली '' शुदेश एक जगह शादी में चलना है तू भी चलेगा'' तो मैंने हां कर दिया तो चाची बोली ''दोपहर के 12 बजे चलना है'' तो मैंने कहा ''ठीक है'' ! फिर कुछ देर तक टीवी देखने लगा तो करीब 11:30 पर चाची ने बैडरूम से आवाज
ब्रा के अंदर काकी की चूचियाँ ड्रेसिंग टेबल के आईने में १००% ऐसी ही दिख रही थी |
''सुदेश तू भी यही सो जाना AC में'' और इतना कहकर लाइट बंद कर दिया और नाइट लैम्प ऑन कर दिया ! मैंने अपने कपडे उतारा लोवर -बनियान पहना और टीवी देखने लगा करीब 11:15 रात में आकर चाची के पास सो गया !
नाइट लैम्प के उजाले में चाची की चिकनी चिकनी जांघे दिखाई दे रही थी ! सीने से पल्लू गायब था और ब्लाउज की कई हुक खुले हुए थे कारण चूचियों की घाटी दिखाई दे रही थी मन कर रहा था की चाची से लिपट जाऊं और चोद दूँ पर हिम्मत नहीं पड़ रही थी ! और मन ही मन चाची की चुदाई के सुखद ख्वाब नींद लग गई पता ही नहीं चला ! मैं खूब गहरी नींद में सोया हुआ था पर अचानक मेरी नींद खुल गई क्योकि चाची मेरे ऊपर अपनी टांग और हाथ लाद कर सोई हुई हुई थी,नाइट लैम्प के उजाले में देखा तो चाची के ब्लाउज सभी हुक खुले हुए थे और ब्रा के अंदर से चाची की बड़ी बड़ी सुडौल चुचिया दिख रही थी ! मैं नींद बहाना लेते हुए चाची की चूचियों के पास अपना गाल चिपका कर सोने का नाटक करने लगा तो चाची मुझे
इस तरह से चाची की चूत को चाटने लगा मैं तब चाची ने मेरा हाथ पकड़ कर अपने ऊपर चढ़ा लिया और फिर मैं … |
चाची की चूत में इस तरह से जीभ डालकर चूत चाटा |
पहली बार चाची की 5 मिनट तक इस तरह से चोदा |
चाची की चूचियाँ ऐसी ही बिना लटकी हुई मस्त गोलाई लिए हुए हैं |
जोर जोर से चूमने लगी और बड़बड़ाते हुए कहने लगी ''अब और मत तड़पा'' तब मैंने चाची को नीचे करके चाची को पीठ के बल लिटा दिया और दोनों टांगो को फैला कर अपने दोनों हाथ चाची के सर पास रख कर पूरी ताकत से झटके मारने लगा तो चाची के मुह से उउउउ आअह्ह्ह आअह्ह्ह आउच आउच आआस्स्सा आआ आए आससासा आ आहहह आआह्ह्ह्ह उउउउउ ऊऊऊ आआह्ह्ह आह आउच आउच सीईईईईईईइ आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उउउउ की जोर जोर से आवाज करने लगी तो मैं चाची को तड़पाने के लिए चुदाई की स्पीड कम कर दिया तो चाची कराहते हुए बोली ''और जल्दी जल्दी कर न जान लेगा क्या '' तब मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और फिर मुस्किल से 5 मिनट तक लण्ड के झटके खाने बाद चाची ने लार बहाते हुए मुह फाड़ दिया और जोर से मुझे चिपका लिया ! इतनी जोर से चिपकई की मेरे से झटके मारते नहीं बन रहा था फिर भी मैं पूरी ताकत लगाकर लण्ड के ठोकर मारता रहा और फिर मेरे लण्ड से वीर्य की नदी बह निकली और ढेर सारा वीर्य चाची की चूत में उड़ेल दिया और चाची से छिपकर ऊपर लेट गया ! चाची बड़े प्यार से मुझे किस करते हुए कभी सर पर तो कभी पीठ पर हाथ घुमाने लगी और मैं बड़े प्यार चाची को चूमता रहा फिर कुछ देर बाद चाची बोली ''उठो बाथरूम जाना है'' तब मैं चाची की चूचियों की चूमते हुए उठने लगा तो लण्ड बाहर आया तो ढेर सारा वीर्य चाची की चूत से निकला और बिस्तर में चादर के ऊपर फ़ैल गया तो चाची बोली ''कितने दिन से भरे हुए बैठा था '' तो मैंने हँसते हुए बोला ''आज पहली निकला है'' तो चाची कुछ नहीं बोली और उठकर चल दिया तो उनकी जांघो बहने लगा तो चाची ने पेटीकोट उठाया और उससे पोछते हुए नंगी ही बाथरूम में चली गई तो मैं भी उठा और चढ्ढि-बनियान -लोवर पहना और बाथरूम के पास खड़ा हो गया तो चाची नंगी ही निकली तो मैंने सरारात करते हुए चूचियों को दबा दिया तो बोली '' चल आ जा बिस्तर में तेरा मन नहीं भरा हो तो'' तब मैंने चाची को चूमते हुए बोला ''आपसे मन कभी नहीं भरायेगा'' तो हसने लगी और चली गई और मैं बाथरूम में घुस गया और फिर बाहर निकला और चाची के पास जाकर फिर से लेट गया तो देखा की चाची अभी भी एकदम से नंगी लेटी हुई थी एक चद्दर ओढ़कर ! मैं भी चाची के चद्दर के अंदर हो गया और चाची की चूचियों पर हाथ रखकर बाते करने लगा ! बात बात में पता चला की चाचा की सेक्सुअल छमता करीब 3 साल से कम हो गई है महीने में एकात बार बड़ी मुस्किल से चुदाई करते है उसमे भी चाची को संतुष्ट नहीं
चाची को घोड़ी की तरह चोदा |
(मेल से मिली कहानी )
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