!! यह सत्य कहानी अभी अभी 7 मई 2016 की है जब साली को घर में खूब चोदा !!
मेरी साली प्रतीक्षा गाँव में रहती है पर गाँव में खेती बाड़ी खूब है ! आर्थिक स्थित भी बहुत अच्छी है,2 ट्रेक्ट्रर है बोलेरो है,सभी भाइयों के पास अपनी अपनी रायल इनफील्ड बुलट है ! साली अपने लड़के को पुणे में पढ़ाना चाहती है इस लिए पुणे के सिंबोसिस कालेज में एड्मिसन के लिए हमारे शहर में बालक को लेकर इंट्रेंस एग्जाम दिलाने आने वाली थी ! और उनका यह प्रोगाम हमें दो दिन पहले ही पता चला ! मेरी बीबी का गाँव जाने का रिजर्वेशन एक माह पहले से ही था !
6 मई को साली आने वाली है उसके पहले ही 4 मई को ही बीबी चली गई ! जाते जाते प्रतिमा (मेरी बीबी) बोल कर गई
''प्रतीक्षा (मेरी साली) पहली बार आ रही है उसे कोई तकलीफ नहीं होना चाहिए, आप ऑफिस से दो तीन दिन की छुट्टी ले लीजिए और उसे सभी जगह ,घुमा देना'' ये सब सुनकर तो मेरे मन में तो लड्डू फूटने लगे ! सोचा हो सकता है साली को चोदने का मौका मिल जाए क्योकि साली वाट्सअप में खूब द्विअर्थी अश्लील बाते करती है ! द्विअर्थी सवाद तो ऐसा करती है कि लण्ड खड़ा हो जाए ! साली 38 साल की है पर छरहरे वदन के के कारण आज भी 30-32 की लगती है !
साली जी सकल से बहुत खूबसूरत तो नहीं है पर जिस्म बहुत सेक्सी है ! मेरी पत्नी मोटी भैंस हो गई है जब चोदता हूँ तो उनका कद्दू जैसा पेट लंड को पूरा अंदर नहीं जाने देता ! और उसे चुदाने में ज्यादा इंट्रेस्ट भी नहीं रह गया ! बड़ी मुस्किल से महीने में एक बार चुदाने को तैयार होती है ! जबकि मेरा लण्ड चुदाई के लिए तरसता रहता है ! अभी तक 5 ओरतों को चोद चुका हूँ और अब साली को चोदने का प्लान मन ही मन बनाने लगा ! साली जी 6 मई 2016 को सुबह 10 बजे ट्रेन से उतरी तो मैं उनकी अगवानी के लिए तैयार मिला ! जैसे ही ओ AC डिब्बे से निकली मैंने उनकी बैग झट से हाथ में पकड़ लिया ! उनका बालक शुभम मेरे पाँव छुआ ! शुभम अपने बाप की तरह छोटा सा गोल मटोल है ! मैंने साली जी से बड़े अदब के साथ हाथ जोड़कर नमस्कार किया तो साली ने झट से मेरा हाथ पकड़ कर बोली ''अरे जीजू जी आप तो बड़े है'' और फिर झुक कर मेरे पाँव को छुआ तो मैंने भी उनके सिर पर हाथ रख कर ''खुस रहिये'' का आशिर्वाद दिया ! फिर ओ मेरे साथ चल पडी स्टेशन से बाहर आई उनके सामान को कार रखा बालक पीछे बैठ गया और ओ आकर आगे की सीट में बैठ गई ! साली साहिबा कट बांह का ब्लाउज और उससे मैचिंग करती हुई लाल रंग की साड़ी,पहन रखी थी उसी रंग की चूड़ी,बिंदी,होठो पर गाढा लाल रंग की लिपस्टिक लगा रखी थी ! जो ओरत लाल रंग के कपडे ज्यादा पहनती है ओ ज्यादा चुदक्कड़ होती है ये कही पढ़ा था ! साली जी रस्ते में अपना कन्धा खुजलाने के लिए हाथ उठाया तो उनकी साफ़ सुन्दर कखौरी दिखी जो एकदम से चिकनी थी ! लगता है साली आते सफाई करके आई है ! मैं समझ गया चूत के बाल भी साफ़ किये होंगी ! मतलब चिकनी चूत की चटाई और चुदाई करने को मौका मिल सकता है ! बस मन ही मन प्लान बनाने लगा की कैसे इन्हे अपने बिस्तर पर पटक कर चोदूं !
प्यार से बाते करते हुए घर आ गए ! आते ही बढ़िया सा नास्ता दिया जिसमे तीन तरह की मिठाई आइसक्रीम आदि ! शुभम आते ही टीवी में बीजी हो गया ! साली ने पूरा घर घूमकर देखी और बैडरूम देखकर खुस हो गई और बोली ''जीजी कितनी किस्मत वाली है जो ऐसे मस्त बैडरूम में सोती है'' तब मैंने तपाक से कहा '' अरे आप भी सो लीजिएगा'' और मुस्कुरा दिया ! तो फिर से बोली ''सोने देंगे'' तब मैंने कहा ''आरे आप तो साली आधी घर वाली है आपको हक़ है '' तो मुस्कुराने लगी ! फिर बेड में बैठ गई और बोली ''वाउ क्या मस्त गुलगुल है, मैं भी गाँव जाकर ऐसी ही गद्दे मगवाऊंगी'' और इतना कहकर बेड पर लेट गई तो सीने से साड़ी बाहर हो गई ! उनकी मस्त मझोली साइज़ की चूचियों का उभार दिखने लगा तो मैं बिना पलक झपकाए देखने लगा तो सरमा गई और उठकर बैठ गई ! तब मैं भी झेंप गया और दुसरी तरफ देखने लगा ! इतने में उनकी नजर AC में गई तो बोली ''वाउ AC भी लगा है'' मैं कुछ नहीं बोला उठा और AC ऑन कर दिया तो बोली ''जीजू अभी रहने दीजिये दोपहर में चला देना'' ! और इतना कहकर उठी और बाथरूम में चली गई ! मैं वापस आकर आगे के कमरे में बैठ गया शुभम टीवी में मस्त था ! कहते है गाय को दुहना हो, दूध पीना हो तो बछड़े को पटाओ ! ये सोचकर मेरे सैतान दिमाग में घुम गया की शुभम कैसे पटाया जाय ! तो शुभम से उसकी पसंद पूछने लगा ! तो पता चला की उसे पेप्सी बहुत पसंद है ! तब मैं उठा और कालोनी की दूकान से ढाई लीटर की पेप्सी की बॉटल लाया और शुभम को दिया बोला ''पियो बेटा जितना पीना हो'' ! तो शुभम पेप्सी की बोतल लेकर अपनी मम्मी गया बोला ''मम्मी मम्मी देखो मौसा जी ने कितनी बड़ी पेप्सी की बोतल लाये'' तो साली जी मेरे पास आई और बोली ''इसे पेप्सी बहुत पसंद है'' तब मैंने कहा ''अच्छा है पीने दीजिये और ला दूंगा'' ! मैंने साली से बोला ''आप नहा लीजिए थकावट कम हो जाएगी'' तो ओ बोली ''ओके'' और तिरक्षी नजर से मेरी तरफ देखि और मुस्कुराते हुए बाथरूम में घुस गई !
करीब आधे घंटे बाद वथरूम से एक हलके लाल रंग की साड़ी पहन कर निकली तो मैं देखता ही रह गया ! वथरूम में गीले वदन साडी पहन कर निकली और सीधे बैडरूम में घुस गई उन्हें नहीं पता था की मैं बैडरूम में ही हूँ ! उनकी साडी वदन से चिपक गई थी जिससे उनकी मस्त मस्त एकदम से टाइट चूचियाँ मुझे दिखी जिससे शरीर का एक एक अंग की बनावट और कसावट साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी ! मस्त मस्त बिना ब्रा की टाइट चूचियाँ साफ़ साफ़ झलक रही थी मेरी तो लार टपकने लगी ! साली ने जैसे ही मुझे देखा तो अपनी चूचियों को जल्दी से टावेल से ढक लिया तो मैं बोला '' मैं बाहर जा रहा हूँ आप तैयार हो जाए'' तो कुछ नहीं बोली और मैं बाहर आ गया ! कुछ देर में ओ ब्रा-और ब्लाउज पहन कर साडी से वदन को ढांककर किचन में घुस गई और खाना बनाने लगी ! मैं भी उनकी मदद करने लगा क्योकि उन्हें ये नहीं पता की कौन से डिब्बे में कौन सी सामग्री है ! साली जी के पास जाना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और सायद साली जी को भी मेरा उनके पास रहना अच्छा लग रहा था , तभी ओ बार बार मुझे अपने पास किसी न किसी बहाने बुलाती थी ! खूब बाते किया और आपस में खूब हँसी मजाक भी हुआ ! एक दो बार तो मैंने उनके चिकने चिकने गोर कंधे पर हाथ भी रखा और उनका रियेक्सन नकारत्मक नहीं था , इससे मेरा मनोबल बढ़ा ! खाना बन गया और हम सभी साथ में खाना खाये और ACचलाकर बैडरूम में आकर लेट गए ! साली ने रूम में नीचे एक गद्दा बिछाकर लेट गई और बालक मेरे पास लेट गया ! बालक कुछ देर तक लेटा रहा उसे नींद नहीं आ रही थी तो बोला ''मम्मी मैं टीवी देखने जा रहा हूँ मुझे नींद नहीं आ रही है'' तो बोली ''जा'' ! ओ चला गया तो मैंने साली को बोला ''आप भी बिस्तर में आ जाइये, नीचे अच्छा नहीं लगा रहा है'' तो बोली '' नहीं, कही शुभम आ गया तो क्या सोचेगा'' तब मैंने कुछ नहीं कहा और चुदाई के बारे में सोचते सोचते सोने की कोशिश करने लगा पर नींद नहीं आ रहे थी ! करीब 20 मिनट तक चुपचाप लेटा रहा ! साली जी के ये सब्द '' नहीं, कही शुभम आ गया तो क्या सोचेगा'' सुनकर यही लग रहा था की ये आसानी से चुदवा लेंगी ! बस इन्हे अपने लड़के का डर सत्ता रहा है ! मैं मन मारकर सो गया, करीब 1 घंटे बाद नींद खुली तो देखा की साली की साड़ी खिसक गई थी और गोरी गोरी चिकनी चिकिनी सुडौल जाँघे दिख रही थी ! मैंने मोबाइल निकाला और सोती हुई साली की और उनकी जांघों की वीडिओ रिकार्डिंग बनाया और फोटो ले लिया पर फोटो लेते ही फ्लेस चमकने से उनकी आँखे खुल गई तो उठकर बैठ गई व् मेरी तरफ देखि और बोली ''क्या हुआ जीजू, फोटो ले रहे हो ओ भी सोते हुए ये तो गलत बात है'' और उनके चेहरे पर नाराजगी दिखाई दिया तो मैं सहम गया और बोला ''मैं अभी आपकी फोटो डिलीट कर देता हूँ सॉरी'' इतना सुनते ही साली जमीन में लगे बिस्तर से उठी और मेरे तरफ देखकर बोली ''बहुत बड़े फट्टू हो जीजू'' और मुस्कुराने लगी ! तब मैंने उनका हाथ पकड़ा और जोर से अपनी तरफ खींच लिया और बोला ''आपने तो डरा ही दिया था मुझे'' तो साली अपने दूसरे हाथ को मेरे हाथ पर रखते हुए बोली ''आप इतना डरते हो'' तब मैंने उनका हाँथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया और झुकाते हुए गाल को किस कर लिया तो साली ने जल्दी से हाथ छुड़ाया और दूर खड़ी हो गई और धीरे से बोली ''न गलत बात, शुभम आ गया तो'' तब मैं कुछ न बोलते हुए धीरे से एक आँख को दबाया और बोला ''क्या करूँ कंट्रोल ही नहीं हुआ,क्या गजब लगती हो आप'' तो साली बोली ''चलिए हटिये उल्लू मत बनाइये दीदी मेरे से ज्यादा खूबसूरत है'' तब मैंने तपाक से बोला ''खूबसूरत थी, है नहीं अब तो कद्दू जैसी हो गई'' ! तो जोर से खिलखिलाई और बोली ''मैं कैसी 'लगाती हूँ'' तब मैंने तारीफ़ करते हुए बोला ''एक दम से मस्त मस्त हरी हरी ताज़ी ताज़ी पतली सी ककड़ी लगती है'' तो बोली ''सच में'' तब मैंने कहा ''कसम से आप बहुत सेक्सी लगती है'' तो कुछ नहीं बोली बल्कि अपनी आँखों को नीचे किया और अपने अंगूठे से फर्श को कुरेदने लगी ! मैं समझ गया तीर निशाने पर बैठा ! मैं उठा और साली के पास जाकर खड़ा हो गया और उनकी बाहों को सहलाते हुए बोला ''प्रतीक्षा तुम वाकई में बहुत खूबसूरत हो'' ! तो सरमा गई और बोली '' आप बिस्तर में बैठिए, कहीं शुभम आ गया तो क्या सोचेगा'' तब मैं बिस्तर में बैठ गया और फिर से बोला ''प्रतीक्षा कितना प्रतीक्षा करवाओगेी'' तो कुछ नहीं बोली और बैडरूम से बाहर चली गई ! मैं भी कुछ देर में लिविंग रूम में आ गया और टीवी देखने लगा ! बात चीत करते हुए साम हो गई ! साम का खाना खाये और 9 बजे बेड रूम में सोने आ गए ! साली ने नीचे बिस्तर लगा लिया ! शुभम और मैं बेड पर लेट गए ! हल्का उजाला था रूम में तो प्रतीक्षा ने बल्ब भी बंद कर दिया ! कमरे में घुप अन्धेरा हो गया ! शुभम तो 10 मिनट में ही खर्राटे मारकर सोने लगा ! पर मेरी नींद गायब थी ! साली के करवट बदलने पर चूड़ियों की आवाज आ रही थी मैं समझ गया इन्हे भी नींद नहीं आ रही है ! करवट बदलते बदलते रात के 11 बज गए, मैं पेशाब करके वापस आया और धीरे से साली के बगल में लेट गया ! साली ने चद्दर ओढ़ रखी थी मैं उनका चादर थोड़ा सा खींचा और ओढ़ लिया ! चादर खुलने के बाद लगा की मैं साली के पीठ की तरफ लेटा हुआ हूँ ! 10 मिनट तक लेटे रहने के बाद मैंने उनकी कमर में हाथ रख दिया ! और धीरे से कमर को दबाया तो साली ने मेरे हाथ को पकड़ लिया तो धीरे से हाथ को खिसकाकर उनकी चूचियों के पास ले जाने लगा तो साली ने हाथ को जोर से पकड़ कर रोकने लगी तब भी मैं नहीं माना और जबरजस्ती हाथ को चूची के पास ले गया और चूची को दबा दिया ! साली ने हाथ को हटा दिया तो फिर से दबा दिया यह क्रम 5 बार चलता रहा ! साली हाथ हटाती रही और मैं जबरजस्ती उनकी चूची को सहलाता रहा , साली गर्म पड़ने लगी और मेरी तरफ घूम गई तो मैंने तपाक से गाल को किस कर लिया तो उठकर चली गई, बाथरूम का दरवाजा बंद करने की आवाज आई मैंने सोचा नाराज पड़ गई ! जब 5 मिनट तक वापस नहीं आई तब मैं उन्हें दूसरे कमरे में ढूढने चला गया तो देखा की ओ बीच वाले बैडरूम में लेटी हुई थी ! मैं उनके पास गया और पूछा ''नाराज हो गई क्या'' तो कोई जबाब नहीं दिया तब मैंने कमरे का दरवाजा लगाया और लाइट जलाया तो देखा की ओ मेरी तरफ देखकर हलके हलके मुस्कुरा रही थी, मैंने झुका और किस कर लिया और ब्लाउज के ऊपर से ही चूचियों को खड़े खड़े सहलाने लगा फिर धीरे से बिस्तर में बैठ गया और ब्लाउज का हुक खोल दिया ! ओह माई गाड क्या मस्त मस्त टाइट चूचियाँ है ! ब्रा के अंदर एकदम से ऊपर की उठी हुई, मैं झुका और चूचियों की बीच घाटियों में ऊँगली घुमाने लगा ! प्रतीक्षा तो जरा सी देर में ही गर्म पड़ गई और मुझे किस करने लगी !
तो मैं झुककर पीठ के नीचे हाथ डाल कर ब्रा का हुक खोल दिया और ब्रा को बाहर निकाल दिया ! ओह माई गाड ...... ओह माई गाड....ओह माई गाड....OMG क्या मस्त मस्त टाइट चूचियां है ! मैंने चूचियों को हलके हलके सहलाने लगा जैसे जैसे चूची सहलाता वैसे वैसे साली उत्तेजित होने लगी और बार बार मेरे हाथ पकड़ने लगी तब मैंने धीरे से पेटीकोट नाडा खींच लिया और पेंटीकोट,पेन्टी सहित साडी, निकालकर अलग कर दिया अब प्रतीक्षा एकदम से नंगी बेड पर पड़ी है ! साली बिलकुल भी नहीं सरमा रही थी जबकि मेरी कद्दू बीबी तो लाइट के उजाले में चुदवाती ही नहीं ! मैं समझ गया साली बहुत बेसरम है और बेसरम औरत को चोदने में बहुत मजा आता है ! मैं खड़ा हो गया और फटाफट सारे कपडे उतार कर नंगा हो गया ! वियाग्रा और शिलाजीत का मेरे लण्ड पर साफ़ दिखाई दे रहा था ! चुटखोर मेरा लण्ड 25-30 डिग्री में ऊपर की तरफ किसी नाग की तरह फैन उठाये खड़ा था ! साली में बड़ी हसरत भरी नजर से मेरे लण्ड की तरफ देखि और अपने मुह पर हाथ रखा और धीरे से बोली ''वाउ आपका हथियार तो ऊपर की तरफ खड़ा है, शुभम के पापा का तो नीचे झुका रहता है'' तब मैंने उनकी तरफ देखा दोनों टांगो को पकड़ कर अपनी तरफ धीरे से खींचा तो साली खुद ही पलंग के किनारे तरफ घूम गई और मैं झुककर चूत चाटने लगा , साली की चूत एकदम से क्लीन सेव थी ! चूत में पेसाब की बदबू भी नहीं थी, मतलब पेसाब के बाद चूत को धोकर आई थी ! चूत पर बढ़िया जीभ घुमाने लगा कुछ ही देर में ओ मेरे सिर को पकड़ कर हटाने लगी मैं समझ गया ये गर्म पड़ गई है मैंने सोचा थोड़ा और गर्म किया जाए जिससे जल्दी झर जाए, मुझे ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़े ये सोचकर चूत चाटता रहा और मस्त मस्त चूचियों पर तेल डालकर मर्दन करता रहा ! चूचियां बार बार हाथ से फिसल रही थी जैसे मछली हाथ से फिसलती है ! चूचियों की मर्दन और चूत चटाई से साली साहिबा गर्म आग हो गई ओ मेरे हाथ को पकड़कर बार बार खींचने लगी तो दोनों पाँव को पकड़ा और फैलाया व् खड़े खड़े ही चूत में लण्ड फसा दिया और लण्ड को आगे पीछे करने लगा लण्ड पूरी गहराई तक चूत में घुसने लगा 20-25 बार लण्ड को आगे पीछे करने के बाद साली जी बार बार उठने लगी और मुझे अपनी तरफ खींचने लगी तब मैं बेड पर सीधा किया और ऊपर चढ़ गया और फिर से लण्ड को पेलकर दे दनादन दे दनादन दे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादनदे दनादन दे दनादन चूत को चोदने लगा करीब 5 मिनट तक झटके देने के बाद दोनों एक साथ स्खलित हो गए और लिपट गए और बहुत देर तक नंगे ही एकसाथ पड़े रहे ! साली से बहुत बाते किया बोली ''बहुत मजा आया जीजू'' तब मैंने पूछा ''क्यों उनसे इतना मजा नहीं आता क्या'' तो बोली ''ओ तो आते है और फटाफट कपडे उतरवाते और टाँगे फैलाते है जल्दी जल्दी 10-15 ठोकर लगाया और हांफते हुए लेट जाते है, उन्हें इससे कोई मतलब नहीं की मैं संतुष्ट हुई की नहीं, महीने के एक बार भी संतुष्ट नहीं होती हूँ उलटा मेरे तन बदन में आग लगाकर सो जाते है'' और बहुत से बाते किया , उनकी बातों से यही लगा की पति की चुदाई से संतुष्ट नहीं होती है ! साली जी को सुबह सुबह एक बार फिर से चोदा ! फिर अगले दिन उनके बालक को परीक्षा दिलाकर वापस आया और रात में फिर से दो बार चोदा, अगले दिन बालक को फिल्म देखने थियेटर में छोड़ दिया और फिर साली को वाटरूम नहला नहला कर चोदा ! चुदाई के लिए वियाग्रा सहारा लिया और जब तक रही रात में तीन तीन बार तबियत से चुदाई किया ! मेरी चुदाई से इतनी खुस हुई की अपनी दीदी से मिलने बहाने रुकी रही और चुदाती रही ! जब अपनी दीदी से मिली तो एकदम सती सावित्री की तरह रहने लगी फिर ओ चली गई ! अक्टूबर-नवम्बर में शिर्डी जाने के लिए फिर से आने वाली है देखता हूँ इस बार मौका मिलता है चुदाई का या नहीं ! यदि चुदाई मौका मिला तो जरूर लिखूंगा !
प्रतीक्षा बिलकुल ऐसी ही लगती है |
साली ने इस तरह से बिना ब्रा पहने सूट पहन लिया जिसे देख मेरा मन विचलित हो गया |
प्यार से बाते करते हुए घर आ गए ! आते ही बढ़िया सा नास्ता दिया जिसमे तीन तरह की मिठाई आइसक्रीम आदि ! शुभम आते ही टीवी में बीजी हो गया ! साली ने पूरा घर घूमकर देखी और बैडरूम देखकर खुस हो गई और बोली ''जीजी कितनी किस्मत वाली है जो ऐसे मस्त बैडरूम में सोती है'' तब मैंने तपाक से कहा '' अरे आप भी सो लीजिएगा'' और मुस्कुरा दिया ! तो फिर से बोली ''सोने देंगे'' तब मैंने कहा ''आरे आप तो साली आधी घर वाली है आपको हक़ है '' तो मुस्कुराने लगी ! फिर बेड में बैठ गई और बोली ''वाउ क्या मस्त गुलगुल है, मैं भी गाँव जाकर ऐसी ही गद्दे मगवाऊंगी'' और इतना कहकर बेड पर लेट गई तो सीने से साड़ी बाहर हो गई ! उनकी मस्त मझोली साइज़ की चूचियों का उभार दिखने लगा तो मैं बिना पलक झपकाए देखने लगा तो सरमा गई और उठकर बैठ गई ! तब मैं भी झेंप गया और दुसरी तरफ देखने लगा ! इतने में उनकी नजर AC में गई तो बोली ''वाउ AC भी लगा है'' मैं कुछ नहीं बोला उठा और AC ऑन कर दिया तो बोली ''जीजू अभी रहने दीजिये दोपहर में चला देना'' ! और इतना कहकर उठी और बाथरूम में चली गई ! मैं वापस आकर आगे के कमरे में बैठ गया शुभम टीवी में मस्त था ! कहते है गाय को दुहना हो, दूध पीना हो तो बछड़े को पटाओ ! ये सोचकर मेरे सैतान दिमाग में घुम गया की शुभम कैसे पटाया जाय ! तो शुभम से उसकी पसंद पूछने लगा ! तो पता चला की उसे पेप्सी बहुत पसंद है ! तब मैं उठा और कालोनी की दूकान से ढाई लीटर की पेप्सी की बॉटल लाया और शुभम को दिया बोला ''पियो बेटा जितना पीना हो'' ! तो शुभम पेप्सी की बोतल लेकर अपनी मम्मी गया बोला ''मम्मी मम्मी देखो मौसा जी ने कितनी बड़ी पेप्सी की बोतल लाये'' तो साली जी मेरे पास आई और बोली ''इसे पेप्सी बहुत पसंद है'' तब मैंने कहा ''अच्छा है पीने दीजिये और ला दूंगा'' ! मैंने साली से बोला ''आप नहा लीजिए थकावट कम हो जाएगी'' तो ओ बोली ''ओके'' और तिरक्षी नजर से मेरी तरफ देखि और मुस्कुराते हुए बाथरूम में घुस गई !
साली जी इस तरह से साड़ी पहनकर बाथरूम से बाहर निकली |
प्रतीक्षा की चूची 100% ऐसी ही है |