Tuesday, 3 May 2016

कामिनी भारम्बे से प्रेम चुदाई


मैं  सितम्बर 2015 को सुबह सुबह मेरी ऑफिस जा रहा था तो कालोनी के रस्ते में एक साँवली  से महिला ब्लू  कलर की साड़ी पहने हुए सिर पर पल्लू रखे हुए दिखी ! उसके गदराए हुए सेक्सी वदन को देखने के लिए मैंने बाइक धीमी करके चलाने लगा और करीब 3 मिनट तक धीरे धीर उसके पीछे पीछे बाइक चलाते हुए जैसे ही बगल  से निकला तो ओ मेरी तरफ देखि और हलके से मुस्कुराई व् बोली  ''मुझे रोड तक छोड़ दीजिये आज लेट हो गई हूँ '' तब मैंने उसे बाइक में बिठाया और देखा की उसकी मांग में सिंदूर है मतलब ओ शादी सुदा है ! उसे बाइक में बिठा कर रोड तक छोड़ दिया ! जैसे ही ओ बाइक में बैठी तो उसकी चूची मेरे पीठ से टकराई तो पता चला की चूचियाँ मस्त टाइट और बड़ी-बड़ी  है ! अब ओ लगभग रोज ही कालोनी के अंदर रोड में मिल जाती और मुझे देखते ही मुस्कुराती तो मैं बाइक रोक कर उसे बैठाता और रोड तक छोड़ता ओ रोज ही बैठते समय अपनी चूची मेरे पीठ में हल्का से छुआ देती, उसकी ओ कुछ सेकण्ड के छुअन मुझे बहुत ही अच्छी लगती उस छुवन को महसूस करने के लिए मैं जानबूझकर उसके टाइम पर निकलता  और उसे बैठाकर मेन रोड तक ले आता ! एक दिन उसका नाम और क्या काम करती हो ,पति क्या करते है , कहाँ की हो पूछा तो बोली ''कामिनी  भारम्बे''  नाम है और एक चमड़े के फैक्ट्री में काम करती है ! और मेरे कालोनी ''रामनगर'' में ही किराए के मकान में पति के साथ रहती है ! ये महाराष्ट्र के जलगाँव  जिले की है ! इसका पति भी किसी फैक्ट्री में काम करता है ! इस तरह से कामिनी पिछले 6 महीने से रोज रास्ते मिलती है तो उसे रोड तक बाइक में बिठाकर लाता हूँ ! कामिनी की उम्र करीब 25-27 के आसपास होगी ! कामिनी साँवली सी है पर  जिस्म बहुत ही सेक्सी लगता है ! 
कामिनी की ओरिजनल फोटो सुबह ड्यूटी जाते समय की
कामिनी को चोदने का मन करने लगा इसी लिए कामिनी को पटाने लगा ! आज 9 फरवरी  2016 को कामिनी ने पहली बार पूछा ''आप कौन सी फैक्ट्री में जाते हो'' तो मैंने उसे अपने बारे में बताया और अपना कार्ड दिया ! और कामिनी से पूछा ''आपके पास मोबाइल है क्या'' तो बोली ''हां है'' तब मैंने कहा ''अपना नंबर दोगी'' तो बोली ''हां'' और मोबाइल हाथ  लिया तो मैंने बोला ''मेरे कार्ड में नंबर है इस नंबर  पर फोन करना तो बोली ''ठीक है करुँगी '' और मैं उसे रोड के किनारे उतार कर आ गया ! (9/2/2016)
कामिनी का जिस्म बहुत ही सेक्सी है और  चूचियाँ बड़ी बड़ी है

                आज सुबह कामिनी मिली तो उसे बाइक में बिठाया रोज की तरह आज भी उसने अपनी मस्त मस्त चूचियों को मेरी पीठ पर रगड़ दिया तो मेरा लण्ड खड़ा हो गया !  कामिनी को बाइक में बिठाते ही पूछा ''कल फोन नहीं किया'' तो बोली ''फैक्ट्री में लोड बहुत था समय नहीं मिला'' तब मैंने कहा ''आज मोबाइल देना तो मैंने मेरे मोबाइल में मिस काल ले लूंगा तो नंबर आ जाएगा'' तो बोली ''टीक है'' रास्ते में कामिनी को बोला ''चलो मेरी ऑफिस तक वही से अपने मैजिक में बैठ जाना'' तो बोली ''ओ भाभी खड़ी  रहती है उनके साथ नहीं जाउंगी तो ओ क्या सोचेगी'' (कामिनी के साथ की फैक्ट्री में कालोनी से ही एक और लेडी जाती है) तब मैंने कहा ''ओके'' और रोड पर
पैदल जाते हुए कामिनी
बाइक से उतारते समय मोबाइल मांगा तो उसने अपनी बेग से छोटा सा कोई सस्ता वाला मोबाइल निकाला और मेरे हाँथ में दे दिया तब मैंने अपना नंबर डायल कर
कामिनी का नंबर ले लिया ! पर उसके मोबाइल में बैलेंस 5 रूपये से भी कम था तो कामिनी के मोबाइल में दोपहर 12 बजे 100 रूपये का बैलेंस डलवा दिया और मैसेज कर दिया ! साम को 6 बजकर 18 मिनट पर कामिनी  को पहली बार फोन किया तो कामिनी बोली ''क्यों डलवाया बैलेंस ये सब अच्छा नहीं लगता'' तब मैंने उससे कहा ''आपके मोबाइल में 5 रूपये से भी कम बैलेंस था इस लिए डलवा दिया'' तो कामिनी कुछ नहीं बोली तो उससे उसका हाल चाल पूछने लगा तो बोली ''सुबह मिलूँगी तो बात करुँगी'' तब मैंने कहा ठीक है और फोन काट दिया 10/02/2016   
आज कामिनी का इन्तजार ही कर रहा था की कामिनी किसी पुरुष के साथ आती हुई दिखाई दी तो मैं कामिनी की नजरों से ओलझ में हो गया और रोड के दूसरे साइड से देखने लगा ! सायद कामिनी का पति होगा, मरियल सा,दुबला पतला, चिपके हुए गाल, कामिनी  ज्यादा कला साधारण सा  पेंट-सर्ट बिदाउट सर्टिंग किये पहने हुए लगभग कामिनी की ही हाइट का है ! हाँथ में   टिफिन थी मतलब हो भी ड्यूटी जा रहा था ! उसे कामिनी के साथ देखकर मैं दुसरी गली से निकल गया 13/02/2016 
                आज कामिनी मिली तो उसे बाइक में बिठाया, रोज की तरह कामिनी ने अपनी चूचियों को मेरी पीठ में घिस दिया ! साला मेरा लण्ड  इस स्पर्श से कड़क पड़ जाता  उसे चोदने   के लिए बेताब हो जाता !रस्ते में कामिनी  पूंछा ''परसों तुम्हारे साथ कौन था, तुम्हारे पति थे क्या''' तो कामिनी लम्बी सॉस लिया तो उसकी चुचिया फिर  पीठ से स्पर्श हुई और बोली ''हां मेरे पति देव ही है'' तब मैंने पूछा क्या करते है ? तो बोली ''भार्गव इंजीनियरिंग में लेथ मशीन चलाते है'' तब मैंने कहा ''ये तो छोटी सी वर्कशॉप है'' तो बोली हां तब मैंने कहा ''किसी बड़ी अच्छी कम्पनी में जॉब क्यों नहीं करते'' तो बोली ''अच्छी कम्पनी में जॉब के लिए अच्छी एजुकेसन चाहिए'' तब मैंने फिर से पूंछा ''कहाँ तक पढ़े है'' तो बोली ''सिर्फ दसवी पास है'' इतनी बाते करते करते में रोड पर आ गए तो मैंने बोला''चलोआज कम्पनी तक छोड़ हूँ,ओ भाभी तो आज है नहीं'' तो बोली ''चलिए'' तो आगे चल दिए और बातें करने लगे !  कामिनी से फिर पूछा ''तुम कहाँ तक पढ़ी हो'' तो बोली ''BA'' तब मैंने फिर पूँछा ''इतना अनमेल विवाह क्यों किया'' तो बोली ''मैं मांगलिक हूँ और मांगलिक लड़का मिल नहीं रहा था तो सौतेली आई (माँ) ने इस नकारा से शादी करा दिया'' रास्ते में और कई बातें किया बातो से लगा की कामिनी अपने पति से बिलकुल भी खुस नहीं है ! मैंने कामिनी को रस्ते में  बोला ''आज मार्केट में मेरी ऑफिस के पास उतर जाना तो बढ़िया सा मोबाइल दिला दूंगा'' तो बोली ''क्या करुँगी महगा मोबाइल'' तब मैंने कहा ''लेकर यूज देखो '' तो कुछ नहीं बोली और कामिनी के इच्छनुसार उसकी कम्पनी से कुछ दूर ही उतार कर चला आया ! कामिनी फैक्ट्री से फोन नहीं करती क्योकि अलाउ नहीं ! रस्ते में मैजिक में रहती है  बातें नहीं कर पाती और घर जाते ही पति मिल जाता है तब बाते नहीं करती ! बस साम को 5 बजे मैजिक से उतरती है तभी समय मिलता है उस समय भी कालोनी वाली उसकी मुँहबोली भाभी साथ रहती है ! कामिनी का इन्ताज करता रहा पर कामिनी साम को नहीं उतरी तो साम को 5  बजे फोन किया तो फोन काट दिया और कुछ देर बाद मैसेज भेजा जिसमे 100 रूपये वापस करने और अब कभी बात नहीं करने की बात किया !और अपने आपको सती सावित्री बताने की कोशिश किया 


! 15/02/2016  को ये मैसेज भेजा जिसका जबाब मैंने दिया और उसके बाद से उससे मिलना बंद कर दिया ! बगल से ही निकल जाता पर उसकी तरफ देखता तक नहीं ! इस तरह से मैंने ये ब्यवहार करीब 15-20  दिन तक किया ! मैं बाइक के साइड मिरर से देखता तो कामिनी मुझे देखती हुई मेरे पीछे पीछे आती पर किसी और की बाइक  बैठती बल्कि पैदल ही रॉड तक आती जबकि कई बाइक वाले निकलते ! इस तरह से 6 मार्च तक निकल गया ! 7 मार्च को मैं एक किराने की दूकान में खड़ा था सामने से कामिनी निकिलि और मुझे देखकर मुस्कुराई तो मैंने उसे कोई रिप्लाई नहीं दिया तो निकल गई जब मैं रोड पर उसके बगल से निकला तो मेरी तरफ फिर से देखी और मुस्कुराई पर मैंने कोई रिप्लाई नहीं दिया और निकल गया ! अगले दिन 8 मार्च को फिर से रस्ते में मिली तो मुझे इसारा करके रोकी और 100 रूपये निकलकर देने लगी तो मैंने लेने से मना कर दिया और चलने लगा तो बोली ''रुकिए तो सही'' तब मैं रुक गया तो आकर बाइक में बैठ गई और थोड़ा \आगे आकर बोली ''दूसरी गली से बाइक निकलिए वहां भाभी खड़ी होंगी'' तब मैंने दुसरी गली में बाइक ले लिया तो बोली ''मुझे फैक्ट्री तक छोड़ दीजिये'' तब मैं उसे बाइक में लेकर चल दिया ! रस्ते में मेरी पीठ से ऐसी चिपक कर बैठी रही जैसे ओ मेरी पत्नी हो ! रस्ते में बोली ''आप बहुत जल्दी नाराज हो जाते हो'' तो मैंने कहा ''आपने मैसजे ही ऐसा भेज दिया तो नाराज नहीं पडूँ क्या'' तो उसने मेरी पीठ में हलके से मारा और बोली ''इतना गुस्सा अच्छा नहीं होता सर जी'' और मेरी पीठ को चुम लिया ! तो मैंने पूछा ''क्यों भेजा था ओ मैसेज'' तो बोली ''आज दोपहर में फोन करके बताउंगी'' तब मैंने पूछा ''क्यों आज टाइम मिल जाएगा फैक्ट्री में'' तो बोली ''आज आधे दिन की छुट्टी लेकर घर आ जाउंगी तब घर से बात  करुँगी''  तब मैंने कहा ठीक है ! कामिनी के फैक्ट्री के पास उतारकर आ गया ! दोपहर में करीब 2 बजे कामिनी का फोन आया तो बात करने लगी तो मैंने उसका फोन काटकर खुद ही लगाया और बात करने लगा तो कामिनी ने मैसेज भेजने  पूछा तो उसने बताया ''उस दिन नीरज मेरे साथ रस्ते में थे इस लिए आपका फोन काट दिया था तो नीरज को सका हो गई और नंबर पूछने लगे तो मैंने नंबर नहीं बताया और नंबर मिस काल की लिस्ट से डिलीट कर दिया ! नीरज बार बार नंबर पूछते पर मैंने नहीं बताया तो घर पहुंचते ही नीरज ने मुझे लात,घुसे,थप्पड़ से बहुत मारा फिर  भी नहीं बताया तो बॉस की पतली सी छड़ी से बहुत पीटा पूरी पीठ पर निसान आ गए ! फिर भी आपका नंबर नहीं बताया कुछ देर बाद नीरज घर से चला गया तब गुस्से में आपको मैसेज किया और सोच लिया  अब आपके साथ नहीं जाउंगी और न ही बात करुँगी न ही कोई संपर्क रखुगी पर आपके मैसेज की आखिरी लाइन ''पर आपको कभी भुला नहीं पाऊंगा'' पढ़कर आप पर पहली बार मुझे बहुत प्यार आया और लगा की आप कहाँ मिलो की आपसे लिपट जाऊं और खूब रोऊँ'' तब मैंने ''फिर फोन क्यों नहीं किया'' तो बोली ''मैं नीरज  डर गई थी उसने मुझे जानवरों की तरह मारा  याद करके मैं काँप जाती हूँ''
8 March 2016
 अगले दिन 9 मार्च को सुबह रोड  उसे देखते ही बाइक रोका तो जाने का इसारा किया तो मैं आगे आकर किराने की दूकान में खड़ा हो गया तो कामिनी का मिस काल आया तो फोन किया तो बोली ''मैं दुसरी गली से जा रही हु आप आ जाओ'' तब मैं बिना सिगरेट पिए कामिनी के पास पहुंच गया और उसे बाइक में बैठाकर चल दिया ! रस्ते में पूछा ''कालोनी में क्यों नहीं बैठी'' तो बोली ''आज नीरज घर पर ही है कहीं देख न लें इस ले इस लिए नहीं बैठी'' तो मैंने पूछा ''ड्यूटी रात में भी जाते है क्या'' तो बोली ''हाँ अभी तो रात में ही जा रहे है पर कल नहीं गए थे '' फिर रस्ते में बोला   ''आज साम को मैजिक से उतर जाना तो मोबाइल दिला दूंगा'' तो बोली ''टीक है'' और बात करते करते  उसे मैन रोड तक   छोड़ा और चला गया ! कामिनी आज फिर से रस्ते भर चिपका कर बैठी रही ! साम को 5 बजे मैजिक से उतारकर मिली तो उसे  एक मोबाईल की दूकान पर ले गया और सैमंसंग का बढ़िया सा 9000 का मोबाइल दिलाने लगा तो बोली ''इतना महगाँ मत दिलाओ कोई सस्ता  दिला दो गिर-गुरा जाएगा तो नुकसान होगा'' तब मैंने  तब भी नहीं मानी तो मैंने उसे स्पाइस का M-5 मोबाइल  4000 रूपये में दिला दिया तो ओ खुस हो गई
और 6:30  बजे तक उसे घर तक छोड़ दिया ! रस्ते में बोली ''मुझे चलाना तो आता'' नहीं तब मैंने उसे कहा ''कल साम को मेरी ऑफिस आ जाना तो सिखा दूंगा'' ! तो बोली ''आपकी ऑफिस में कोई दिक्कत तो नहीं होगी'' तब मैंने कहा ''नहीं कोई दिक्क्त नहीं होगी केबिन लगा लूंगा'' तो कुछ नहीं बोली ! ! 9 March 2016
              आज साम को कामिनी रोड में उतर कर फोन किया तो मैं उसके पास गया और दूर से बता दिया मेरी ऑफिस और बोला ''कुछ मिनट बाद आना जिससे किसी को सक न हो !  मेरे आने करीब 5 मिनट बाद ओ मेरे ऑफिस आई तो केबिन बंद थी ऑफिस वाली मेडम बोली ''सर आपसे कोई मिलने आया है'' तब मैंने बोला ''आने दो'' तो कामिनी मेरी ऑफिस में कुर्सी में मेरे सामने बैठ गई ! कामिनी पहली बार मेरी ऑफिस आई ओ ऑफिस की भब्यता देखकर चौक गई और बोली ''ऑफिस तो बहुत बढ़िया सजाया है आपने'' कामिनी से मोबाइल लिया और देखा तो उसके मोबाइल में वाट्सअप और फेसबुक इंस्टॉल था ! पूछा किसने किया तो बोली ''मैंने ही कर लिया '' ! सिम मेरे नाम की ही उसके मोबाइल में लगा  दिया था और नेट पैक भी डलवा दिया था ! 10/03 2016 
 अब कामिनी अपने मन की बात वाट्सप में बताया करती और ढेर सारी बातें करती जिसमे पति की शिकायत सबसे ज्यादा रहती ! कामिनी अभी भी रोज मेरे साथ रॉड तक आती ! जिस दिन उसकी मुँहबोली भाभी नहीं दिखती मेरे साथ फैक्ट्री तक जाती  उसे छोड़कर मैं वापस आ जाता ! 20  मार्च के  दिन कामनी से बोला ''कल सुबह जल्दी निकलना घर से'' तो बोली ''क्यों'' तब मैंने उससे कहा ''आओगी तो बता दूंगा'' तो अगले दिन 21 मार्च को जल्दी निकला घर से तो करीब 7:15 पर कामिनी मिल गई और उसे बाइक में बैठाकर सुबह सुबह अपनी
कामिनी की चूचियों की बीच का हिस्सा ऐसा ही मस्त सेक्सी है
ऑफिस ले आया और सटर का ताला खोला और उसे अंदर कर लिया और अपनी दोनों बाँहों को कामिनी की तरफ फैलाया तो ओ आकर मेरे बाहों में कटे पेड़ की तरह समा गई तो मैंने पहली बार कामिनी को किस किया और उसकी चूचियों पर साड़ी के ऊपर से ही हाथ घुमाने लगा क्या मस्त टाइट चूचियाँ है कामिनी की ! हाथ घुमाते घूमते साड़ी का पल्लू खिसक गया तो कामिनी की मस्त मस्त चूचियों की घटियाँ दिखाई देने लगी तो मैंने अपनी उँगलियों को दोनों चूचियों की बीच की घाटी में ऊपर नीचे घुमाने लगा तो कामिनी जोर से लिपट गई, उसकी सांसें जोर जोर से चलने लगी मदमस्त आवाज में बोली ''रहने दीजिये नहीं तो बहक जाउंगी'' तब मैंने कहा ''बहक जाओ मेरी जान, मैं भी यही चाहता हूँ'' तो कांपती हुई आवाज में बोली ''मत जगाइए मेरी ज्वाला को नहीं तो जलने लगूंगी'' तब मैंने कहा ''मैं तुम्हारी  ज्वाला को पानी की बौछार से बुझा दूंगा'' तो जोर से चिपकते हुए मेरे गोरे गोरे भरे हुए गाल को चूमते हुए बोली ''आज नहीं फिर कभी'' तब मैंने कहा ''फिर कब'' तो मेरे बाजुओं में झूलते हुए बोली ''आज ड्यूटी जाने दीजिये फिर मौका निकालूंगी '' और मेरी बाहों से अलग होकर खड़ी हो गई और बोली ''चलो मुझे फैक्ट्री तक छोड़ दो'' तब मैंने ऑफिस का सटर् वापस नीचे किया और कामिनी को उसकी ऑफिस छोड़ आया ! कामिनी रस्ते में बोली जल्दी ही मिलेंगे अपुन दोनों ! 

22 मार्च को कामिनी नहीं मिली ! 23 मार्च को मिली तो मैंने पूछा की ''कल क्यों नहीं मिली'' तो बोली ''नीरज गाँव चला गया है होली में'' उसके चक्कर में कल अपसेट हो गई'' तब मैंने कहा ''फिर तो बढियां मौका है आज आ जाऊं रात में'' तो बोली ''रिस्की  है यार कही मकान मालिक देख लिया तो'' तब मैंने कहा ''टेंसन मत लो मौका तलाश कर ही आऊंगा'' तो बोली ''ठीक है सोच कर साम को बताउंगी'' फिर कामिनी को रोड में छोड़कर चला आया ! मैंने साम को वाट्सअप मैसजे भेजकर पूछा तो उसने मैसजे का जबाब देने के बजाय बोली फोन करो ! तब मैंने  उसे फोन किया तो बोली ''आज साम के 8 बजे  मकान मालिक भी उनकी ''माँ की पहली होली'' पर गाँव जाएंगे तो बताउंगी आपको'' [जब किसी के परिवार में कोई मर जाता है तो सभी परिवारजन पहले त्यौहार में एकत्रित होकर गमी मानते है] मैं साम के 8 बजे कामिनी के फोन का इन्तजार करने लगा ! जब उसका फोन नहीं आया तो  करीब साढ़े 8 बजे ऑफिस से फोन किया तो बोली ''हाँ मकान मालिक और उनकी पत्नी भी होली पर गाँव चले गए है पर उनका लड़का और बहु घर पर ही है'' तब मैंने कहा ''फिर तो आ सकता हूँ'' तो बोली ''ठीक है मैं माहौल देखकर आपको मिसकॉल दूंगी रात में10 बजे तक'' तब मैंने कहा ''ठीक है, पर मिस काल देने के बजाय पूरा फोन करना जिससे मैं पत्नी से कोई बहाना बनकर रात भर के लिए आ जाऊं'' तो बोली ''ओके'' ! और फिर उसके फोन का इन्तजार करते करते कब नींद लग गई पता ही नहीं चला ! जब नींद खुली तो देखा की रात में 3 बज रहे है ! मतलब कामिनी, कमीनी ने धोखा दिया ! खूब गुस्सा आया कामिनी के ऊपर और रात  वाट्सप करने लगा तो देखा की कामिनी ने 12 बजे मैसेज किया था ''आ जाओ दरवाजा खुला है'' तब मैं बहुत पछताया और जबाब दिया ''फोन क्यों नहीं किया, मैं तो सो ही गया'' और फिर कामिनी की चुदाई नहीं कर पाने के गम में मन ही मन दुखी हो गया और फिर से कब नींद लग गई पता ही नहीं चला ! सुबह 8 बजे नींद खुली तो सबसे पहले मोबाइल उठाया और वाट्सअप से कामिनी का मैसेज डिलीट किया डर से की कहीं श्रीमती या बिटिया पढ़ न ले ! 
आज 24 मार्च को होली है ! होली के बहाने घर से 10 बजे बाहर निकला और कामिनी को फोन किया और बोला ''रंग खेलने आ जाऊँ क्या'' तो बोली ''अभी नहीं, मकान मालिक के लड़के बहु है अभी'' तब मैंने कहा ''फिर आऊं'' तो बोली ''जब ये दोनों घर से बाहर जायेंगे तब आना पर पैदल ही आना'' तब मैंने पूछा ''मुझे कैसे पता चलेगा की ओ चले गए'' तो बोली ''वाट्सअप कर दूंगी'' तो मैंने ओके बोला ! मैं पैदल आने का मतलब समझ गया ! कुछ देर घूमने के बाद घर पहुंच गया और अपने जेब में 3 कंडोम डाल लिया और करीब 11 बजे वियाग्रा की एक टेबलेट खा लिया ! और बार बार वाटसअप का मैसेज देखने लगा ! करीब 11:40 पर कामिनी ने मैसेज किया ''आ जाओ,पर बाइक लेकर नहीं आना'' तब मैंने पत्नी से होली खेलने के बहाने बाहर जाने के लिए बाइक उठाई और कालोनी में रोड के अंदर एक परिचित वाले किराने की  दूकान में बाइक खड़ी किया और लम्बे लम्बे कदम भरकर 8 मिनट कामिनी के घर के सामने गेट तक पहुंच गया ! और आसपास देखा सभी होली के रंग में अपने अपने में मस्त है, मेरी तरफ किसी का ध्यान नहीं है कोई देख  नहीं रहा है !


मकान के गेट में घुसते ही देखा तो कामिनी घर की गली में हलके आसमानी कलर की गाउन पहने हुई खड़ी दिखी तो मुझे इसारा किया तो मैं कामिनी के पीछे पीछे उसके कमरे में चला गया ! कामिनी मकान के आखिरी भाग में बने कमरे में रहती है ! 

                         कामिनी के कमरे में घुसते ही दरवाजा लगा लिया और पलट कर कामिनी को गोद में उठा कर चूमने लगा और लेकर बिस्तर पर लिटा दिया और झुककर चूमने लगा ! चूमते चूमते स्तन पर हाथ घुमाया तो लगा की कामिनी ने ब्रा नहीं पहने हुए है !  तब जांघों को सहलाते हुए ज़रा ऊपर हाथ घुमाया तो लगा की कामिनी तो पेंटी भी नहीं पहने हुए है ! मतलब सिर्फ गाउँन पहने हुए है हुए है ! कामिनी की गाउन को जाँघों से ऊपर कमर तक खिसकाया ! काली काली चिकनी चिकनी सुडौल जांघो को सहलाने लगा तो कामिनी ने हाथ को पकड़ लिया और अपनी तरफ खींचते हुए बोली ''जरा जल्दी कर लो कोई आ न जाए'' तब मैंने गाउन को उठकर कामिनी के कान में धीरे '' इसे उतारो तो सही'तो '' तो बोली ''रहने दीजिये, मैं ऊपर तक खिसका लेती हूँ'' और फिर गाउन को ;गले तक खिसका लेती है तब दोनों जांघों को फैलाया और चुत को चाटने लगा ! मुस्किल से 3 मिनट तक चूत को चाटा होगा की कामिनी अपनी चूतड़ों को उठाने लगी और मेरे सर पर हाथ घुमाने लगी ! तब मैं बिस्तर में बैठे बैठे ही सर्ट-पेंट-बनियान-चढ्ढी उतार कर फर्श में फेक दिया और कामिनी की गाउन को निकाल कर फेक दिया अब दोनों एकदम से नंगे हो गए ! मैंने फिर से कामिनी की चूत को चाटने लगा !
कामिनी की चूचियाँ 110%ऐसी ही टाइट और बड़ी बड़ी है
 ! चूत गीली पड़ गई थी मैं समझ गया कामिनी चुदाने के लिए तैयार है तब कामिनी की टांगों को फैलाया और धीरे से लण्ड को चूत पर टिकाया और एक हलके से झटके  लण्ड डाल दिया ! और धीरे धीरे लण्ड  पीछे करने लगा तो कामिनी आपने दोनों हाथों को मेरी तरफ बढ़या तो मैंने कामिनी के ऊपर लेट गया और कान में धीरे से बोला ''कंडोम तो नहीं लगाया'' तो मुझे चूमते हुए बोली ''चलेगा'' तब मैंने कहा ''गड़बड़ हुई तो'' तब बोली ''अच्छा है न, मैं तो  इस गड़बड़ी का कबसे इन्तजार तो कर ही रही हूँ'' ! कामिनी की चूत को बड़ी आसानी से धीरे धीरे चोदने लगा !

कामिनी इस तरह से खूब देर तक चुदवाया
जैसे जैसे कामिनी को मजा आने लगा वैसे वैसे कामिनी मुझे चूमने लगी तब मैंने कामिनी के कान में धीरे से कहा ''पेट की तरफ से लेट जाओ'' तो कामिनी तुरंत ही पेट की तरफ से लेट गई तब मैंने कामिनी की चूत में फिर लण्ड को पेल दिया और लण्ड को पूरी गहराई चूत में पेल पेल कर छोडने लगा ! कामिनी को तड़पाने केलिए लण्ड की ठोकर मारना बंद कर देता तो कामिनी खुद ही अपने चूतड़ों को आगे पीछे करने लगती ! इस तरह से लगातार 5 मिनट तक चोदता रहा। जब कामिनी खूब गर्म पड़ गई तो प्यूरी तरह से लेट गई तो लण्ड अंदर तक जाना कम हो गया तो मैंने कामिनी को फिर से पीठ की तरफ लिटा दिया और टांगो को दोनों हाथ से पकड़ कर उठा लिया और लण्ड घुसेड़कर फटा फट लण्ड की ठोकर मारने लगा मुस्किल से 5 मिनट बाद कामिनी ुऔऔऔू ऊऊऊ ूूा हहहाह हहहा हहह ााह आह आह आह सस्स सस्स सस सस्स सासासा सास  सीएसी सी सी सी सी करने लगी और जोर  तरफ खींच लिया मैं समझ गया कामिनी आखिरी स्टेज में पहुंच गई है तब मैं जल्दी जल्दी लण्ड की बौछार कर दिया और सारा वीर्य कामिनी की चूत  अंदर निकाल दिया ! कामिनी को चूमते हुए उसके ऊपर लेटा रहा ! करीब 3 मिनट बाद कामिनी मेरी पीठ को सहलाते हुए बोली ''अब उठिए तो सही''' तब कामिनी की चूचियों को खिलाते हुए उठ गया ! कामिनी जल्दी से उठी और गाउँन पहन  लिया  और मुझे मेरे कपडे देते हुए बोली ''लीजिए पहन कर जल्दी जाइये 'कोई आ न जाय'' तब मैंने कपड़ा पहन कर पलंग पर बैठ गया तो कामिनी मेरे पास आई और बैठ गई !  कामिनी को चूमने लगा और बोला ''मजा आया''  गोरे गोर गालों को चूमते हुए बोली ''आप बहुत स्ट्रांग है'' !  हाथ पकड़ कर उठाया बोली ''अब जाइये'' तब मैं वहां से आ गया'' ! कामिनी से रोज बाते होने लगी ! कामनी की काम ज्वाला भड़क उठी ! कामिनी से एक दिन बोला चलो कही बाहर चलते है तो मना कर दिया ! कामिनी एक दिन बोली ''आपके आसपास कोई कमरा खाली है क्या'' तब मैंने कहा ''मेरे यहाँ आ जाओ रहने'' तो कामिनी तैयार हो गई !  करीब एक माह बाद  एक मई 2016 से अपने ही मकान में दो कमरे कामिनी को किराए से दे दिया अब कामिनी को बड़ी आसानी से चोदता हूँ !  अभी 7-8 मई को मेरी पत्नी गाँव चली गई थी तब कामिनी को बाथरूम में नंगा करके नहलाया और बाथरूम में ही तबियत से चुदाई किया ! मेरी पत्नी और कामिनी के पति को हम दोनों के रिस्तों में ज़रा सी भी सका नहीं है ! कामिनी बहुत चुदक्कड़ है ! जब भी मुझे अकेला पाती है चुदवाने को तुरंत तैयार हो जाती है !