Tuesday, 21 July 2015

बेटे के ''रूममेट'' की माँ को चोदा

मेरा  बेटा पुणे  से इन्जिनियरिग  कर रहा है ! एक साल तो ओ हास्टल में रहा पर  हास्टल खाना-रहना नहीं जमा तो  4  दोस्तों ने मिलकर जून 2015 में एक फ़्लैट किराए से ले लिए और सभी एक साथ रहने लगे !  मुंबई से अपनी इंडगो कार से 3 जुलाई को 10 बजे दिन में बच्चो के फ़्लैट  में आ गया  और दरवाजा खटखटाया तो एक खूबसूरत सी महिला ने दरवाजा खोला तो उसे देख कर चौक गया और उससे पूछ लिया '' ये तो हर्षल खेरनार'' और उसके दोस्तों का रूम है'' !(उस समय सभी बच्चे कालेज गए हुए थे) तो ओ 
खूबसूरत नीली आँखों वाली,हाँथो में खूबसूरती से मेहदी लगी हुई महिला बोली ''जी हां'' तो मैंने कहा ''मैं हर्षल का पिता जी हूँ'' तो ओ मुस्कुराते हुए बोली ''ठीक है मैं हर्षल से बात करके कन्फर्म करती हूँ''  तब मैंने इतना कहकर ओ अंदर गई और मोबाइल में मेरे लड़के का नंबर ढूढ़ने लगी तब मैंने उन्हें हर्षल का नंबर दिया और उन्होंने हर्षल से बात किया और बात करने के बाद मेरे से बात करवाया जब ओ संतुष्ट हो गई तब मुस्कुराते हुए बोली ''आइये'' तब मैं रूम के अंदर दाखिल हो गया और  जमीन पर बिछी हुई एक दरी पर बैठ गया ! तो ओ बोली ''सॉरी अनजान जगह में अनजान ब्यक्ति को कैसे घर के अंदर आने दूँ'' इतना कहकर ओ खिड़की के पास ही खड़ी हो गई ! तब मैंने कहा ''कोई बात नहीं मेडम जी आप अपनी जगह सही है '' !  ओ महिला करीब 38-40 साल के आसपास होगी
एकदम से अंग्रेजो की तरह गोरी फक्क रखी थी, नीली नीली आँखे भरे हुए लाल गुलाबी गाल, होठ तो ऐसे थे जैसे की खून टपकने वाला हो एकदम से लाल सुर्ख होठ है ! ओ उस समय एक गाउन पहन रखी थी जिसमे उनके स्तनों को गोलाइयाँ साफ़ साफ़ समझ आ रही थी ! पहली ही नजर में उन्हें चोदने की इच्छा पड़ गई ! ओ कुछ देर में चली गई और एक गिलास पानी और मिठाई के तीन पीस ट्रे में रखकर लाइ और जमीन पर रख दिया और बोली ''लीजिये'' तब मैंने उन्हें भी कहा ''तुम भी बैठो न'' तो ओ कुछ दुरी पर फर्स पर बैठ गई और फिर से बोली ''पानी पीजिये'' तब मैंने मिठाई का एक टुकड़ा उनकी तरफ बढ़ाया और बोला ''तुम भी लो न''  तब ओ बोली '' नहीं आप लीजिये'' मैं मिठाई खाया और पानी पीने लगा इतने में खड़ी हुई और बोली ''आप बैठिये मैं आपके लिए चाय बनाकर लाती हूँ'' और इतना कहकर चली गई और मैं उनके बार बार आप कहने और मेरे द्वारा तुम से रिप्लाई देने से सर्म सी महसूस हुई ! कुछ देर में ओ चाय लेकर आई और फर्स पर रखते हुए बोली ''चाय पीजिये'' मैं ठहरा मराठा हमारे महाराष्ट्र में इस तरह से सम्मानित भाषा बोलते ही नहीं ,बस हिंदी फिल्मो में सुना है पर वास्तविक जीवन में पहली बार इतनी मिठास वाली भाषा सुना तो बहुत अच्छा लगा और मैं भी उन्हें बोला '' आप नहीं लोगी चाय'' तो ओ बोली ''अभी सुबह बच्चो के साथ चाय पिया था अब इच्छा नहीं'' मैंने ओके कहा चाय पीते पीते बात करने लगा तो पता चला की ये मेडम नर्सिंगपुर  मध्यप्रदेश की है और अपने बच्चे शुभम मेहता के रूम की ब्यवस्था देखने आई है,शुभम इनका एकलोता लड़का है  ! पर ब्यवस्था से संतुष्ट नहीं है, तब मैंने उनकी बात को ध्यान से सुना की क्या के कमी है बच्चो के बीच में और उन्हें दूर करने का अस्वासन दिया ! बात बात में उनके परिवार के बारे में जानकारी ले लिया ! ये मेडम जी और इनकी लड़की ही नर्सिंगपुर  में एक साथ में रहती है इनके पति देव कुवैत में सिविल इंजीनियर है 3 साल से !  एक साल से इनका  लड़का पुणे में पढ़ाई कर रहा है मेरे लड़के के ही साथ !! दोनों में अच्छी दोस्ती भी है ! मेडम जी का नाम मोनिका हर्सिया  है ! सारी जानकारी के बाद मुझे विश्वास हो गया की इसे आसानी से फसाया जा सकता है क्योकि इसका पति यहाँ नहीं रहता तो जरूर किसी न किसी मर्द से चोरी छिपे चुदाती होगी ! आसानी से फस सकती है ! ये सोच कर मैंने चिड़िया को फ़साने के लिए जाल फैलाना सुरु कर दिया !

      फ़्लैट में 4 लड़के एक साथ रहते है और फ़्लैट में दो बैडरूम,एक हाल किचेन है !  सभी ने मिलकर गैस चूल्हा और खाना बनाने  का सामान पहले ही ले लिया था पर मेडम की इच्छा थी की कुछ कुर्सी और टेबल भी हो जाए तो अच्छा होता !
ग्रीन पैनल लोनावला



लोनावला फाल पुणे
मेडम तो बच्चो के लिए फ्रीज़ भी चाहती है और वाटर क्वूरिफायर ही साफ़ पानी के लिए  बताई जो अच्छो को चाहिए ! उनकी  बाते सुनने के बाद  मैंने अंदाज लगाया की बजट 15-20 हजार का है जो पूरा कर सकता हूँ ओ भी सभी 4  बच्चो में आपस में डिवाइड हो जाएगा ! तब मैंने मोनिका को बोला ''मेडम जी बाजार में दुकाने खुल जाने दीजिये ला देता हूँ कुछ जरुरी सामान'' तो हँसते हुए बोली ''मेरा नाम मोनिका है मेडम जी नहीं',आप मुझे मोनिका कह सकते है'' तब मैंने कहा ''ओके मेडम जी'' तो हँसते हुए बोली ''मोनिका'' तब मैं भी हँसते हुए बोला ''ओके मोनिका जी'' तो ओ बोली ''सिर्फ मोनिका '' और जोर से खिलखिला पडी ! कुछ ही मिनटों में दोनों के बीच अपरिचित की सारी हिच किचाहट दूर हो गई ! ओ मुझे हर्ष के पापा बोलती मैं उन्हें मोनिका कहता ! करीब 10:45 पर ओ बोली ''मैं नहा कर तैयार हो जाऊं'' तो मैंने हां में गर्दन हिला दिया और ओ बाथरूम में घुस गई और वाथरूम में पानी गिरने की आवाज आने लगी,बाथरूम के पास गया  आसपास देखने लगा की कही से बाथरूम के अंदर का






हालचाल दिखाई दे जाए पर कही से कुछ दिखाई नहीं दिया तो निरास होकर वापस आकर बैठ गया  मोबाइल में समय पास करने लगा ! करीब 10 मिनट बाद ओ नहा कर बाहर निकली और एक कमरे में घुस गई और दरवाजा लगा लिया फिर करीब 5 मिनट बाद गाउन पहन कर बाल पोछते हुए आगे के रूम में आई ! जब ओ सिर   बाल पोछती तो उनकी बाहे हिलती तब उनकी चूचियाँ भी हिलने लगती, मैं समझ गया की मोनिका ने ब्रा नहीं पहना है ! मोनिका करीब 5 मिनट तक अपने बाल पंखे के हवा में सुखाती रही मैं उनकी हिलती हुई चूचियों को देखता रहा ! ओ ज़रा सा भी नहीं सरमा रही थी,इससे मुझे विश्वास हो गया की ये आसानी से फस जाएगी ! फिर ओ दूसरे कमरे में चली गई और थोड़ी देर में वापस आकर बोली   ''खाना खाएंगे आप'' तो मैंने कहा ''बाजार से वापस आ कर खा लेंगे'' तो ओ बोली ''ठीक है'' तब मैंने कहा ''मोनिका जी आप तैयार हो जाइए'' तो ओ बोली ''ठीक है'' और इतना कहकर ओ फिर से आगे के कमरे से दूसरे कमरे में चली गई और अंदर से दरवाजा लगा लिया ! और करीब 10 मिनट बाद तैयार होकर निकली तो मैं देखता ही रह गया ओ एकदम से टाइट कुर्ती और पाँव की पिंडलियों तक जींस
मोनिका की ओरिजनल फोटो शॉपिंग मॉल में लिया है
पहनकर निकली जिसमे उनके शरीर का एक एक अंग की बनावट साफ़ साफ़ दिख रही थी,स्पंज दार ब्रा में उनके कैसे हुए स्तन दिख रहे थे ! खुल्ले बालों में गजब के सेक्स अपील है ! मोनिका के पहनावे को देखकर लगता है की बहुत ही फेस्नेबुल और आधुनिक ख्यालो की है आसानी से फँसा सकता हूँ ! मेरे मुह से निकल गया ''वाऊ क्या खूबसूरत लग रही है इन कपड़ों में'' तो पहले सरमाई फिर बोली ''चलिए मजाक बंद करिये'' तब मैंने कहा ''भगवान कसम बहुत खूबसूरत है आप'' तो फिर मुस्कुराई और बोली ''चलिए बाजार तारीफ़ बाद में करियेगा'' और इतना कहकर बाहर निकल आई मैं भी उनके कसे हुए सेक्सी वदन को ललचाई निगाहों से देखते हुए रूम के बाहर आ गया तो मोनिका ने रूम लाक किया और लिफ्ट के अंदर बोली '' रोड से ऑटो मिलेगां'' तब मैंने कुछ नहीं कहा और लिफ्ट से उतरने के बाद थोड़ी दूर खड़ी कार की तरफ पहुंच कर कार को अनलॉक किया और कार के आगे का गेट खोलकर बोला '' बैठो मोनिका जी'' तो ओ मेरी तरफ आस्चर्य से देखि और बोली '' आपकी कार है'' तब हँसते हुए बोला ''नहीं किराए से लाया हूँ'' तो मुस्कुरात्ते हुए बोली ''आपकी है'' और कार में बैठ गई  मैं भी बैठ गया और दोनों चल दिए कुछ दूर जाने के बाद मोनिका बोली ''लाइए आपका मोबाइल दीजिये'' तब मैंने उन्हें अपना मोबाइल दे दिया तो मोबाइल को ओपन करने लगी तो मैंने उन्हें पासवर्ड 9988  बताया तो ओ मोबाइल ओपन कर मोबाइल के अंदर रखी फाइलों को देखने लगी और कुछ देर में वीडिओ देखने लगी मैं कार चला रहा था पर डर भी रहा था कहीं ये गन्दी वाली वीडिओ न देख ले और वही हुआ कुछ देर में सेक्सी वीडिओ देखने लगी तो मैं उनके हाथ से मोबाइल लेने तो मोबाइल देने से मना कर दिया और बोली ''आप कार चलाइये'' मैं कार चलाने लगा और रास्ते भर सभी सेक्सी वीडिओ एक एक करके देखती रही तब तक एक बड़ी सी शॉपिंग माल आ गई तब मैंने बोला ''लाइए अब तो दे दीजिये मोबाइल'' तो बोली ''आपका मोबाइल लेकर भाग नहीं रही हूँ'' और फिर मुझे मोबाइल नहीं दिया और दोनों कार को पार्किंग में लगाया और शॉपिंग माल के के अंदर घुस गए और जो जो चाहिए ओ सब अलग अलग दुकानो से खरीद लिया और 25317 रुपये का पेमेंट करके डिलेवरी के फ़्लैट का पता बता कर  वापस आने लगे तो बोली रुकिए मुझे भी कुछ शॉपिंग करनी है ! और लेडीज आयटम वाली दूकान में घुस गई और अपने मेकअप के लिए कई सामान लिया  आखिर में अच्छी वाली ब्रा व पेंटी और एक टू पीस वाली अच्छी से गाउन,जाँघो तक की सॉर्ट पैंट और उसी कलर से मिलती जुलती टी सर्ट लिया और पेमेंट करने के लिए अपनी पर्स से क्रेडिट कार्ड निकाल कर पेमेंट काउंटर में देने लगी उसके पहले ही मैंने अपना क्रेडिट कार्ड
काउंटर में  पकड़ा दिया 1879/- का पेमेंट कर दिया और उनका सभी सामान खुद उठा लिया  लगा तो काउंटर वाला मराठी में बोला '' फिर आना दादा और बैनी'' जो मोनिका को समझ नहीं आया तो कुछ आगे चलकर पूछने लगी तो मैंने बताया और हॅसते हुए बोला '' काउंटर वाला हम दोनों को पति-पत्नी समझ रहा था'' तो कुछ नहीं बोली और  मेरी तरफ देखी  और गर्दन नीचे झुकाकर मेरे साथ चल दीं ! तो मैंने कहा '' आपकी एक पिक ले लूँ क्या'' तो मुस्कुराते हुए बोली '' जो मन में आये ले लीजिये'' तब मैंने उनकी एक फोटो लिया और कुछ दूर जाने के बाद मैंने उनका एक हाथ पकड़ कर साथ चलने लगा तो भी बड़े आराम से मेरे हाथ कोपकड़ कर चलने लगी जैसे पति पत्नी चलते है और चलते चलते कई बार हम दोनों इतने नजदीक आ जाते की उनकी चूचियाँ मेरे शरीर से छू जाती तो मेरे शरीर में सिरहन से दौड़ जाती ! कुछ देर में दोनों लिफ्ट से नीचे आ गए और बेसमेंट के कार पार्किंग में कार तलासते हुए कार के पास पहुंच गए, कार के आसपास दूर तक कोई नहीं था ये मौका देखकर मैंने मोनिका को किस कर लिया तो जल्दी से मुझसे दूर हो गई और दिखावटी नाराजी के साथ बोली ''ये क्या कर रहे है कोई देख लेगा'' तब मैंने मोनिका को कार में बैठने  बोला जब ओ बैठ गई तो मैं ही बैठ गया और उन्हें अपनी तरफ खीचते हुए किस करके उनकी चूची को दबा दिया तो जल्दी से अपने को दूर   किया और बोली ''अब चलिए भी श्रीमान'' और मैंने कार को बैक कर रो में लिया और चल दिए और बाहर आ गए, मोनिका रास्ते भर सेक्सी वीडिओ देखती रही और फिर 30 मिनट बाद दोनों फ़्लैट में आ गए तब तक 2 बज गए ! मोनिका किचेन के अंदर गई और पानी का गिलास लेकर आई और फिर एक रूम में घुस गई और अंदर से दरवाजा लगाकर कपडे बदलने लगी करीब 5 मिनट बाद बाहर आई तो मैं उन्हें देखकर दंग रह गया !
मोनिका हर्सिया की ओरिजनल पिक गाउन में
ओ टू फीस वाली गाउन में सिर्फ नीचे का हिस्सा पहन रखी थी, सिर पर गागल रखकर निकलते ही रूम में लगी हरियाली की सीनरी के सामने खड़ी होकर एक हाथ उठाकर  बोली ''कैसी लग रही हूँ'' ! ओ  माई गांड उनकी मस्त मस्त सेक्सी बाहे और उभार लिए हुए चुचिया बरबस ही मेंरे मुह से निकल गया ''वाऊ क्या सेक्सी लग रही हो'' और इतना कहकर उन्हें पकड़ के अपनी बाहों में भर लिया और चूचियों को दबाते हुए किस कर लिया तो जल्दी से अलग हो गई और बोली  ''दूर रहिये अभी बच्चो के लंच टाइम हो रहा है,कभी भी आ सकते है'' तब मैं दूर हो गया और मोनिका से बोला ''प्लीज़ एक फोटो ले लूँ '' तो उन्होंने बड़ी स्टाइल में हाथ उठाया तब मैंने उनकी एक फोटो ले लिया ! फिर ओ वापस अंदर के रूम में चली गई और एक गाऊन पहनकर आई और किचेन में घुस गई,कुछ ही समय में 3  लड़के कालेज से आ गए,मुझे देखकर मेरा लड़का और शुभम खुस हो गए ! सुभम ने भी मेरे लड़के के साथ मेरा पाँव छुआ ! एक नहीं आया मैं उन 3 के साथ बैठकर खाना खाये, मोनिका को बोला खाने के लिए तो बोली पहले इन्हे खिला दूँ ,बाद में  खा लूगी ! बच्चो को आधा घंटे का लंच  समय मिलता है ओ जल्दी जल्दी खाना खाए और निकल लिए वापस कालेज के लिए ! मैं भी खा लिया और मोनिका को बोला ''आप भी खा लीजिये'' ता मोनिका ओके बोलकर किचेन में घुस गई और वही खाना खाने लगी मैं मोबाइल में सेक्सी क्लिप देखने लगा, मेरा लण्ड चुदाई के लिए खड़ा हो गया पर मोनिका को पकड़ने की हिम्मत नहीं पडी ! कुछ देर में मोनिका आ बाहर के लिविंग रूम में आ गई और पास ही दरी पर बैठ गई और दोनों बाते करने लगे ! बातों से पता चला की इनके पति से इनकी ज्यादा पटती नहीं थी ! इनके पति पैसे को ज्यादा महत्व देते है इसी लिए कुवैत चले गए पैसे कमाने बजाय जिंदगी के मजे लेने की जबकि मोनिका 
जिंदगी के हर पल मजे लेने में विश्वास करती है ! उनकी ये धारणा आसनी से चुदवाने में सहायक होगी ! पति की बाते करते करते ओ अचानक दुखी होकर दूसरे रूम में चली गई जहा पर उनका लड़का सोता है ! मुझे लगा मौका बढ़िया है घुस जाओ रूम में ये सोचकर मैंने आगे के रूम का दरवाजा लाक किया और मोनिका के कमरे में घुस गया, देखा की मोनिका जमीन में लगे बिस्तर पर पिल्लो में चेहरा छिपाए लेटी हुई थी !  मैं उनके पास जाकर बगल में लेट गया और उन्हें अपनी तरफ घुमाया तो ओ बड़े आसानी से मेरी तरफ घुम गई तो उनके चेहरे से पिलो को हटाया और उन्हें अपनी बाहों में भरते हुए किस की बौछार कर दिया ! मैं ये सोचकर हैरान था की जो महिला कुछ घंटे पहले मुझे अपने रूम में नहीं घुसने दे रही थी ओ मात्र 6 घंटे में मेरी बाहों में है मतलब साफ़ था ओ बहुत  प्यासी है पानी के लिए तड़प रही थी ! और प्यास बुझाने वाला मिल गया !
मोनिका हर्सिया की चुचीया १००% ऐसी ही है टाइट  गोलाई लिए हुए

मैं उनके गाउन को जांघो की तरफ से उठाया और उनके गले तक  गाउन को चढ़ा दिया और उनकी ब्रा के हुक को खोल दिया और मस्त मस्त सेक्सी चूचियों को सहलाने लगा तो मोनिका ने अपना दाया हाथ मेरे कमर में रखकर मेरी कमर को सहलाने लगी तब मैं झुकककर उनकी चूचियों को बारी बारी से चूसने लगा इतने में किसी ने दरवाजा खटखटाया तो ओ चौक गई और जल्दी से उठकर खड़ी हो गई और बोली ''लगता है आज बच्चे जल्दी आ गए'' और इतना कहकर बाहर के रूम की तरफ आई और मुझे बोली आप जल्दी से बाथरूम में घुस जाइए और खुद जाकर दरवाजा खोल दिया और किसी से बातें करने लगी मैं वाथरूम से सुन रहा था ! बातचीत से मैं समझ गया शॉपिंग माल से डिलेवरी देने आया है ! मैं बाहर निकला और उसे सामान लाने को कहा तो ओ नीचे चला गया तब मैंने मोनिका को फिर से बाहों में भरकर किस करने लगा तो कुछ मिनट बाद बोली ''अब छोड़िये भी ओ आ जाएगा'' तब मैंने उन्हें छोड़ दिया और बात करने लगा इतने में डिलेवरी वाला सभी सामान लेकर आया ! जिसमे प्लास्टिक की 6 कुर्सी, दो बड़ी-बड़ी टेबल,एक फ्रीज़, क्वूरि फायर, और किचेन के बहुत से सामान डिलेवरी  कर चला गया तो मोनिका और मैं मिलकर फ्रीज़ को किचेन में ब्यवस्थित कर दिया ! बाकी सामान भी ब्यवस्थित कर दिया ! तब तक अच्छे आ गए और बहुत खुस हुए सब देखकर ! मोनिका का बेटा तो बहुत खुस हुआ मेरे ऊपर , बच्चो से बात करते करते कब साम हो गई पता ही नहीं चला, मैं चलने को तैयार हो गया और बच्चो को बोला ''मैं जाऊं अब '' तो हर्षल ने मना किया ''पापा रात हो जाएगी जाएगी मुंबई पहुँचते पहुँचते मत जाइए'' तो मोनिका का लड़का शुभम भी बोला ''अंकल जी अभी  मत जाइये कल चले जाइयेगा'' तो बाकी बच्चो ने भी मना किया पर मोनिका कुछ नहीं बोल रही थी बस आँखों आँखों से नहीं जाने का इसारा कर रही थी ! जबकि मैं मन से नहीं जाना चाहता था,मुझे तो मोनिका को चोदने की बहुत इच्छा थी इस लिए जाना तो नहीं चाहता था पर जाने का दिखावा कर रहा था ! मैं रुक गया ! साम का खाना बना सभी बच्चो ने और मैं मोनिका भी सभी  बैठकर रात के 10 बजे तक खाना खाए ! हर्शल में मेरा बेड आगे के लिविंग रूम में लगा दिया मैं करीब 10:30 तक बेड में लेट गया और जल्दी ही सोने का नाटक करते करते सच में सो गया ! दो लड़के एक रूम में सो गए और हर्षल व् शुभम अपनी माँ मोनिका के साथ दूसरे कमरे में सो गए ! रात के 2 बजे मेरी नींद खुली तो  उठकर मोनिका के पास गया और उसे जगाकर कर आगे के रूम में ले आया और बच्चो के रूम के दरवाजों को बाहर से पगा दिया पर मोनिका ने बच्चो  का हवाला देकर कुछ करने से मना कर दिया और बोली ''कल दिन में देख लेंगे'' ये बोलकर मोनिका जाने लगी तो उसे पकड़ कर अपनी तरफ खीच कर मजबूत भुजाओं में भर लिया और चूचियों को हलके हलके दबाते हुए किस करते करते होठों को जीभ को चूसने लगा तो कुछ ही सेकण्ड में मोनिका मोम की तरह पिघलने लगी तो मैंने आग को और तेज कर दिया तो ओ पानी की तरह बहते हुए मुझसे लिपट गई तब मैंने उन्हें जमीन में लगे बिस्तर पर लिटा दिया और जल्दी से उनकी गाउन को ऊपर किया ब्रा  खोलकर चूचियों को आजाद कर दिया और पेंटी को भी जल्दी से उतार दिया और अपनी लोवर/चढ्ढी को उतार कर मोनिका
मोनिका की चूत में मेरा लण्ड इस तरह से एकदम से फिट था
के ऊपर चढ़ गया और जल्दी जल्दी चूत को चाटने लगा 2 मिनट में ही मोनिका मेरे सिर को अपनी चूत से हटाकर मेरी भुजाओं को पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया और मेरे लण्ड को पकड़ कर अपनी चूत में घुसाने लगी तब देरी किये बिना मोनिका की चूत में लण्ड घुसेड़ने लगा तो समझ आया की मोनिका की चूत मस्त टाइट है ! पूरा का पूरा लण्ड एक झटके में घुसेड़ दिया तो मोनिका के मुह से हलके से आह निकली और धीरे से बोली ''मार डाला रे'' तो मैंने मोनिका के कान में धीरे से बोला ''क्या हुआ दर्द हो रहा है'' तो बोली '' हां,3 साल से कुछ नहीं किया'' तब मैंने कहा ''सच में तीन साल से कुछ नहीं किया'' तो मेरे सिर पर हाथ रखी और बोली ''आपकी कसम तीन साल से कुछ नहीं किया'' तब मैंने मोनिका के होठो को चूमते हुए चूसने लगा तो

मोनिका अपनी जीभ को मेरे मुँह में डाल दिया और घुमाने लगी तब मैं जीभ को चूसते हुए लण्ड के झटके मारने सुरु कर दिए तो मोनिका ने अपने दोनों हाथ को मेरी कमर में रखकर जोर से अपनी तरफ खीच लिया और दोनों टांग को मेरी जांघो के ऊपर रखकर आपस में जोड़ लिया और मैं जोर जोर से जल्दी जल्दी लण्ड को आगे पीछे करने लगा तो मोनिका के मुह से धीरे धीरे उउउउउउउउउउउउउउउ आआआआआअ आआहहह की आवाज आने लगी और मोनिका जल्दी जल्दी अपने हाथो से मेरी कमर को पकड़ कर लण्ड के झटके मरवाने में सहयोग करने लगी मैं भी जल्दी जल्दी झटके मारने लगा मोनिका मेरी जीभ को चूसने लगी और लगातार 4 मिनट तक झटके खाने के बाद मोनिका की पकड़ ढीली पड़ गई मैं समझ गया मोनिका स्खलित हो गई है तब मैंने जल्दी जल्दी झटके मारे और वीर्य को बहा दिया  तो मोनिका जल्दी से मुझे अपने ऊपर से उठा दिया और खड़ी हो गई तो मैंने पूछा ''क्या हुआ'' तो बोली ''गड़बड़ न हो जाए'' और अपना गाउन सम्हालते हुए बाथरूम में घुस गई और फिर निकलकर बच्चो का रूम का दरवाजा बाहर से खोल दिया और अंदर जाने लगी तो ................  ………………………............................... 

             मैंने मोनिका को लोनावला घुमाने की बात किया तो बोली ''आप कल सुबह 8 बजे तक यहाँ से मुंबई के लिए कहकर चले जाना और बाहर कहीं जाकर 10 बजे तक मेरा इन्तजार करना'' ! इतना कहकर चली गई ! तो मैं पेसाब करके आया और सो गया गहरी नींद में, सुबह 6 बजे मोनिका आई और मुझे  उठाकर चली गई ! सभी बच्चे नित्यक्रिया से फ्री हो गए ! मैं सुबह 8 बजे चाय पीकर फ़्लैट से मुंबई जाने के लिए कहकर निकल लिया और बाहर एक पार्क में मोनिका के फोन का इन्तजार करने लगा ! करीब 9 बजे मोनिका का फोन आया और पूछी की कहाँ पर  है आप तो मैंने मोनिका को अपना लोकेसन बताया जो फ़्लैट के एकदम पास में ही करीब आधा  KM दूर था !
लुनावला जाने के लिए निकले तो मोनिका इस तरह से कट बाँह की कुर्ती पहन कर चली
मोनिका बोली मैं आ रही हूँ आप मिल जाओ ! मैं मोनिका से रास्ते  मिल गया और मोनिका को कार में बिठाया और लोनावला के लिए निकल लिया रास्ते भर बाते करते करते
मोनिका से रस्ते में पूछा की क्या बहना बनाकर आई तो उसने बताया की ''मेरा एक भतीजा परिवार सहित पुणे में रहता है उसके यहाँ जाने और रात भर रुकने की बात शुभम से कहकर आई हूँ'' ! तब मैंने पूछा था कही शुभम फोन करके पूछ न ले तो मोनिका  ''शुभम मेरे फोन में ही लगाएगा'' तब मैं निश्चिंत हो गया ! रास्ते में 10 बजे करीब एक मेडिकल स्टोर से वियाग्रा की टेबलेट और कंडोम  पैकेट लिया और कार में आकर एक टेबलेट चुपचाप ले लिया और कंडोम का पैकेट मोनिका को दे दिया !  सुबह  करीब 11 बजे तक लोनावला के ''होटल कुलदीप'' में पति-पत्नी बनकर रुक गए ! होटल के रूम में घुसते ही मोनिका को पकड़ कर अपनी बाहों में भर लिया, मोनिका मेरी बाहों में ऐसी समाई जैसे कोई तेज हवा का झोका पेड़  सहित उखाड़कर गिरा दे !
मोनिका हर्सिया की चुचीया १००% ऐसी ही है टाइट  गोलाई लिए हुए
बड़ी मुस्किल से मोनिका को सम्हाला और किस करते हुए चूचियों को दबाने लगा और धीरे से बिस्तर पर बैठा कर रूम का दरवाजा अंदर से लाक किया और मोनिका पास आकर बैठ गया और मोनिका को खीचकर अपनी गोद में लिटा लिया और उनके गाल को सहलाने लगा तो मोनिका अपने हाथ से मेरे सीने को सहलाने लगी और सर्ट की बटन खोलने लगी मैं समझ गया मोनिका लण्ड की बहुत प्यासी है तब मैंने खुद ही सर्ट की बटन खोल दिया तो मोनिका उठी और बिना कुछ कहे जल्दी जल्दी अपने सभी कपडे उतार कर दो मिनट में एकदम से नंगी होकर लेट गई और अपनी बाहों को मेरी तरफ फैलाया मैंने भी जल्दी से अपने सभी कपडे उतार दिया और मोनिका की टांगो को फैला कर चूत को चाटने लगा
मोनिका की चूत एकदम से ऐसी ही चिकनी थी जैसे आज ही सेविंग किया हो
 ! होटल के कमरे में खूब उजाला था पहली बार उजाले में मोनिका  जिस देखा ! क्या मस्त मस्त टाइट चूचि है , चूत एकदम से चिकनी कर रखी थी !
मोनिका तुरंत ही उत्तेजित हो गई और मुझे अपनी तरफ खीचने लगी मैं बिना देरी किये फनफनाता हुआ लण्ड घुसेड़ने लगा तो मोनिका कंडोम को निकालकर दिया और बोली ''इसे लगा लीजिये कही लफड़ा न हो जाए'',तब मैंने कंडोम चढ़ा लिया और चूत में लण्ड टिकाया और धीरे से सुपाड़े को अंदर डाल दिया तो  मोनिका बहुत ही मादक अंदाज में अपनी आँखों को बंद किया और मुह को फाड़ दिया
लण्ड घुसते ही मोनिका ने इस तरह से मुँह फाड़ दिया
ओ इतनी  ज्यादा उत्तेजित थी की सुपाड़े के घुसते ही अपने चूतड़ को हिलाने लगी   …
…क्रमसः
















मोनिका को लोनावला घुमाया मोनिका और मैं झरने में खूब नहाये और रात भर होटल में मेरे साथ रुकी और अलग अलग तरीके से 5 बार चुदवाया कैसे ये पढ़ने के लिए फिर आये 
लुनावला के वाटर फाल में नहाते हुए मोनिकाहर्सिया की ,ओरिजनल पिक
लुनावला के वाटर फाल में नहाते हुए मोनिकाहर्सिया की ,ओरिजनल पिक 
मोनिका को लुनावला में घुमाते हुए पिक