खूबसूरत नीली आँखों वाली,हाँथो में खूबसूरती से मेहदी लगी हुई महिला बोली ''जी हां'' तो मैंने कहा ''मैं हर्षल का पिता जी हूँ'' तो ओ मुस्कुराते हुए बोली ''ठीक है मैं हर्षल से बात करके कन्फर्म करती हूँ'' तब मैंने इतना कहकर ओ अंदर गई और मोबाइल में मेरे लड़के का नंबर ढूढ़ने लगी तब मैंने उन्हें हर्षल का नंबर दिया और उन्होंने हर्षल से बात किया और बात करने के बाद मेरे से बात करवाया जब ओ संतुष्ट हो गई तब मुस्कुराते हुए बोली ''आइये'' तब मैं रूम के अंदर दाखिल हो गया और जमीन पर बिछी हुई एक दरी पर बैठ गया ! तो ओ बोली ''सॉरी अनजान जगह में अनजान ब्यक्ति को कैसे घर के अंदर आने दूँ'' इतना कहकर ओ खिड़की के पास ही खड़ी हो गई ! तब मैंने कहा ''कोई बात नहीं मेडम जी आप अपनी जगह सही है '' ! ओ महिला करीब 38-40 साल के आसपास होगी
एकदम से अंग्रेजो की तरह गोरी फक्क रखी थी, नीली नीली आँखे भरे हुए लाल गुलाबी गाल, होठ तो ऐसे थे जैसे की खून टपकने वाला हो एकदम से लाल सुर्ख होठ है ! ओ उस समय एक गाउन पहन रखी थी जिसमे उनके स्तनों को गोलाइयाँ साफ़ साफ़ समझ आ रही थी ! पहली ही नजर में उन्हें चोदने की इच्छा पड़ गई ! ओ कुछ देर में चली गई और एक गिलास पानी और मिठाई के तीन पीस ट्रे में रखकर लाइ और जमीन पर रख दिया और बोली ''लीजिये'' तब मैंने उन्हें भी कहा ''तुम भी बैठो न'' तो ओ कुछ दुरी पर फर्स पर बैठ गई और फिर से बोली ''पानी पीजिये'' तब मैंने मिठाई का एक टुकड़ा उनकी तरफ बढ़ाया और बोला ''तुम भी लो न'' तब ओ बोली '' नहीं आप लीजिये'' मैं मिठाई खाया और पानी पीने लगा इतने में खड़ी हुई और बोली ''आप बैठिये मैं आपके लिए चाय बनाकर लाती हूँ'' और इतना कहकर चली गई और मैं उनके बार बार आप कहने और मेरे द्वारा तुम से रिप्लाई देने से सर्म सी महसूस हुई ! कुछ देर में ओ चाय लेकर आई और फर्स पर रखते हुए बोली ''चाय पीजिये'' मैं ठहरा मराठा हमारे महाराष्ट्र में इस तरह से सम्मानित भाषा बोलते ही नहीं ,बस हिंदी फिल्मो में सुना है पर वास्तविक जीवन में पहली बार इतनी मिठास वाली भाषा सुना तो बहुत अच्छा लगा और मैं भी उन्हें बोला '' आप नहीं लोगी चाय'' तो ओ बोली ''अभी सुबह बच्चो के साथ चाय पिया था अब इच्छा नहीं'' मैंने ओके कहा चाय पीते पीते बात करने लगा तो पता चला की ये मेडम नर्सिंगपुर मध्यप्रदेश की है और अपने बच्चे शुभम मेहता के रूम की ब्यवस्था देखने आई है,शुभम इनका एकलोता लड़का है ! पर ब्यवस्था से संतुष्ट नहीं है, तब मैंने उनकी बात को ध्यान से सुना की क्या के कमी है बच्चो के बीच में और उन्हें दूर करने का अस्वासन दिया ! बात बात में उनके परिवार के बारे में जानकारी ले लिया ! ये मेडम जी और इनकी लड़की ही नर्सिंगपुर में एक साथ में रहती है इनके पति देव कुवैत में सिविल इंजीनियर है 3 साल से ! एक साल से इनका लड़का पुणे में पढ़ाई कर रहा है मेरे लड़के के ही साथ !! दोनों में अच्छी दोस्ती भी है ! मेडम जी का नाम मोनिका हर्सिया है ! सारी जानकारी के बाद मुझे विश्वास हो गया की इसे आसानी से फसाया जा सकता है क्योकि इसका पति यहाँ नहीं रहता तो जरूर किसी न किसी मर्द से चोरी छिपे चुदाती होगी ! आसानी से फस सकती है ! ये सोच कर मैंने चिड़िया को फ़साने के लिए जाल फैलाना सुरु कर दिया !
फ़्लैट में 4 लड़के एक साथ रहते है और फ़्लैट में दो बैडरूम,एक हाल किचेन है ! सभी ने मिलकर गैस चूल्हा और खाना बनाने का सामान पहले ही ले लिया था पर मेडम की इच्छा थी की कुछ कुर्सी और टेबल भी हो जाए तो अच्छा होता !
ग्रीन पैनल लोनावला |
लोनावला फाल पुणे |
हालचाल दिखाई दे जाए पर कही से कुछ दिखाई नहीं दिया तो निरास होकर वापस आकर बैठ गया मोबाइल में समय पास करने लगा ! करीब 10 मिनट बाद ओ नहा कर बाहर निकली और एक कमरे में घुस गई और दरवाजा लगा लिया फिर करीब 5 मिनट बाद गाउन पहन कर बाल पोछते हुए आगे के रूम में आई ! जब ओ सिर बाल पोछती तो उनकी बाहे हिलती तब उनकी चूचियाँ भी हिलने लगती, मैं समझ गया की मोनिका ने ब्रा नहीं पहना है ! मोनिका करीब 5 मिनट तक अपने बाल पंखे के हवा में सुखाती रही मैं उनकी हिलती हुई चूचियों को देखता रहा ! ओ ज़रा सा भी नहीं सरमा रही थी,इससे मुझे विश्वास हो गया की ये आसानी से फस जाएगी ! फिर ओ दूसरे कमरे में चली गई और थोड़ी देर में वापस आकर बोली ''खाना खाएंगे आप'' तो मैंने कहा ''बाजार से वापस आ कर खा लेंगे'' तो ओ बोली ''ठीक है'' तब मैंने कहा ''मोनिका जी आप तैयार हो जाइए'' तो ओ बोली ''ठीक है'' और इतना कहकर ओ फिर से आगे के कमरे से दूसरे कमरे में चली गई और अंदर से दरवाजा लगा लिया ! और करीब 10 मिनट बाद तैयार होकर निकली तो मैं देखता ही रह गया ओ एकदम से टाइट कुर्ती और पाँव की पिंडलियों तक जींस
मोनिका की ओरिजनल फोटो शॉपिंग मॉल में लिया है |
मोनिका हर्सिया की ओरिजनल पिक गाउन में |
मोनिका हर्सिया की चुचीया १००% ऐसी ही है टाइट गोलाई लिए हुए |
मैं उनके गाउन को जांघो की तरफ से उठाया और उनके गले तक गाउन को चढ़ा दिया और उनकी ब्रा के हुक को खोल दिया और मस्त मस्त सेक्सी चूचियों को सहलाने लगा तो मोनिका ने अपना दाया हाथ मेरे कमर में रखकर मेरी कमर को सहलाने लगी तब मैं झुकककर उनकी चूचियों को बारी बारी से चूसने लगा इतने में किसी ने दरवाजा खटखटाया तो ओ चौक गई और जल्दी से उठकर खड़ी हो गई और बोली ''लगता है आज बच्चे जल्दी आ गए'' और इतना कहकर बाहर के रूम की तरफ आई और मुझे बोली आप जल्दी से बाथरूम में घुस जाइए और खुद जाकर दरवाजा खोल दिया और किसी से बातें करने लगी मैं वाथरूम से सुन रहा था ! बातचीत से मैं समझ गया शॉपिंग माल से डिलेवरी देने आया है ! मैं बाहर निकला और उसे सामान लाने को कहा तो ओ नीचे चला गया तब मैंने मोनिका को फिर से बाहों में भरकर किस करने लगा तो कुछ मिनट बाद बोली ''अब छोड़िये भी ओ आ जाएगा'' तब मैंने उन्हें छोड़ दिया और बात करने लगा इतने में डिलेवरी वाला सभी सामान लेकर आया ! जिसमे प्लास्टिक की 6 कुर्सी, दो बड़ी-बड़ी टेबल,एक फ्रीज़, क्वूरि फायर, और किचेन के बहुत से सामान डिलेवरी कर चला गया तो मोनिका और मैं मिलकर फ्रीज़ को किचेन में ब्यवस्थित कर दिया ! बाकी सामान भी ब्यवस्थित कर दिया ! तब तक अच्छे आ गए और बहुत खुस हुए सब देखकर ! मोनिका का बेटा तो बहुत खुस हुआ मेरे ऊपर , बच्चो से बात करते करते कब साम हो गई पता ही नहीं चला, मैं चलने को तैयार हो गया और बच्चो को बोला ''मैं जाऊं अब '' तो हर्षल ने मना किया ''पापा रात हो जाएगी जाएगी मुंबई पहुँचते पहुँचते मत जाइए'' तो मोनिका का लड़का शुभम भी बोला ''अंकल जी अभी मत जाइये कल चले जाइयेगा'' तो बाकी बच्चो ने भी मना किया पर मोनिका कुछ नहीं बोल रही थी बस आँखों आँखों से नहीं जाने का इसारा कर रही थी ! जबकि मैं मन से नहीं जाना चाहता था,मुझे तो मोनिका को चोदने की बहुत इच्छा थी इस लिए जाना तो नहीं चाहता था पर जाने का दिखावा कर रहा था ! मैं रुक गया ! साम का खाना बना सभी बच्चो ने और मैं मोनिका भी सभी बैठकर रात के 10 बजे तक खाना खाए ! हर्शल में मेरा बेड आगे के लिविंग रूम में लगा दिया मैं करीब 10:30 तक बेड में लेट गया और जल्दी ही सोने का नाटक करते करते सच में सो गया ! दो लड़के एक रूम में सो गए और हर्षल व् शुभम अपनी माँ मोनिका के साथ दूसरे कमरे में सो गए ! रात के 2 बजे मेरी नींद खुली तो उठकर मोनिका के पास गया और उसे जगाकर कर आगे के रूम में ले आया और बच्चो के रूम के दरवाजों को बाहर से पगा दिया पर मोनिका ने बच्चो का हवाला देकर कुछ करने से मना कर दिया और बोली ''कल दिन में देख लेंगे'' ये बोलकर मोनिका जाने लगी तो उसे पकड़ कर अपनी तरफ खीच कर मजबूत भुजाओं में भर लिया और चूचियों को हलके हलके दबाते हुए किस करते करते होठों को जीभ को चूसने लगा तो कुछ ही सेकण्ड में मोनिका मोम की तरह पिघलने लगी तो मैंने आग को और तेज कर दिया तो ओ पानी की तरह बहते हुए मुझसे लिपट गई तब मैंने उन्हें जमीन में लगे बिस्तर पर लिटा दिया और जल्दी से उनकी गाउन को ऊपर किया ब्रा खोलकर चूचियों को आजाद कर दिया और पेंटी को भी जल्दी से उतार दिया और अपनी लोवर/चढ्ढी को उतार कर मोनिका
मोनिका की चूत में मेरा लण्ड इस तरह से एकदम से फिट था |
मोनिका अपनी जीभ को मेरे मुँह में डाल दिया और घुमाने लगी तब मैं जीभ को चूसते हुए लण्ड के झटके मारने सुरु कर दिए तो मोनिका ने अपने दोनों हाथ को मेरी कमर में रखकर जोर से अपनी तरफ खीच लिया और दोनों टांग को मेरी जांघो के ऊपर रखकर आपस में जोड़ लिया और मैं जोर जोर से जल्दी जल्दी लण्ड को आगे पीछे करने लगा तो मोनिका के मुह से धीरे धीरे उउउउउउउउउउउउउउउ आआआआआअ आआहहह की आवाज आने लगी और मोनिका जल्दी जल्दी अपने हाथो से मेरी कमर को पकड़ कर लण्ड के झटके मरवाने में सहयोग करने लगी मैं भी जल्दी जल्दी झटके मारने लगा मोनिका मेरी जीभ को चूसने लगी और लगातार 4 मिनट तक झटके खाने के बाद मोनिका की पकड़ ढीली पड़ गई मैं समझ गया मोनिका स्खलित हो गई है तब मैंने जल्दी जल्दी झटके मारे और वीर्य को बहा दिया तो मोनिका जल्दी से मुझे अपने ऊपर से उठा दिया और खड़ी हो गई तो मैंने पूछा ''क्या हुआ'' तो बोली ''गड़बड़ न हो जाए'' और अपना गाउन सम्हालते हुए बाथरूम में घुस गई और फिर निकलकर बच्चो का रूम का दरवाजा बाहर से खोल दिया और अंदर जाने लगी तो ................ ………………………...............................
मैंने मोनिका को लोनावला घुमाने की बात किया तो बोली ''आप कल सुबह 8 बजे तक यहाँ से मुंबई के लिए कहकर चले जाना और बाहर कहीं जाकर 10 बजे तक मेरा इन्तजार करना'' ! इतना कहकर चली गई ! तो मैं पेसाब करके आया और सो गया गहरी नींद में, सुबह 6 बजे मोनिका आई और मुझे उठाकर चली गई ! सभी बच्चे नित्यक्रिया से फ्री हो गए ! मैं सुबह 8 बजे चाय पीकर फ़्लैट से मुंबई जाने के लिए कहकर निकल लिया और बाहर एक पार्क में मोनिका के फोन का इन्तजार करने लगा ! करीब 9 बजे मोनिका का फोन आया और पूछी की कहाँ पर है आप तो मैंने मोनिका को अपना लोकेसन बताया जो फ़्लैट के एकदम पास में ही करीब आधा KM दूर था !
लुनावला जाने के लिए निकले तो मोनिका इस तरह से कट बाँह की कुर्ती पहन कर चली |
मोनिका हर्सिया की चुचीया १००% ऐसी ही है टाइट गोलाई लिए हुए |
मोनिका की चूत एकदम से ऐसी ही चिकनी थी जैसे आज ही सेविंग किया हो |
लण्ड घुसते ही मोनिका ने इस तरह से मुँह फाड़ दिया |
मोनिका को लोनावला घुमाया मोनिका और मैं झरने में खूब नहाये और रात भर होटल में मेरे साथ रुकी और अलग अलग तरीके से 5 बार चुदवाया कैसे ये पढ़ने के लिए फिर आये
लुनावला के वाटर फाल में नहाते हुए मोनिकाहर्सिया की ,ओरिजनल पिक
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