Friday, 26 June 2015

गाँव में ''नाइन'' काकी की चुदाई


यह सत्य कहानी अभी 21 अप्रैल  2015 की है ! जब मैं चाचा के लड़के की शादी के बरात में शामिल होने के लिए साम के 4 बजे गाँव पहुँचा तब तक बरात जा चुकी थी ! और घर की सभी औरतें हँसी मजाक में मस्त थी पूरा घर हँसी ठिठोली से गूँज  रहा था ! घर में कोई भी पुरुष नहीं था यहाँ तक की 10 साल के बच्चे तक बरात चले गए थे ! जैसे  ही चाचा के घर पहुंचा तो बैठक रूम में एक 14-15 साल ली बच्ची मिली,उसने जाकर चाची को बताया तो चाची बाहर आई ,पहले तो पहचान नहीं पाई क्योकि मैंने पहले से मोटा हो गया फिर कुछ देर में चाची पहचान गई और हालचाल पूछ घर कर अंदर चली गई और एक औरत के हाथ से मिठाई नमकीन और पानी पीने लेकर भेजी ! ओ औरत हलका से घूघट लिए हुए थे सरीर से हलकी मोटी लग रही थी  पर लम्बाई अधिक होने  उसका मोटापन छिप रहा था ! ओ पास आई और तखत पर पानी पीने का आइटम रखकर खड़ी हो गई तब मैं उसके चेहरे की तरफ देखा और पहचान गया !
नाइन काकी की  सेल्फ़ी पिक हूबहू ऐसी ही है 
ये तो चाचा के पड़ोस के घर की नाइन काकी है ! और मैंने पूछ ही लिया '' आप नाइन काकी हो न'' तो उसने धीमी आवाज में ''हां'' कहा ! उसकी हां कहते ही मुझे ओ सब याद आ गया जो मैंने नाइन काकी को लेकर चुदाई के सपने देखा करता था जो आज तक पूरा  नहीं हो सका ! आज 14 -15 साल बाद गाँव आया तो  सब पुराणी यादें ताजा हो गई ! देखा की आसपास कोई नहीं है तो मैंने पुराणी यादों को ताजा करते हुए नाइन काकी की खूबसूरती की तारीफ़ करते हुए एक बार फिर से फ़साने का प्रयास किया !
अभी वर्तमान नाईन का जिस्म १००% ऐसा ही है सेक्सी और खूबसूरत
नाइन काकी की तरफ देखते हुए धीरे से बोला ''आप तो आज भी बहुत खूबसूरत लगती हो''  इतना सुनते ही नाइन काकी ने पीछे मुड़कर इधर-उधर देखा और गाँव की भाषा  में धीरे से बोली ''अभी तो पानी पीजिये प्यासे है गर्मी में'' तब मैंने फिर से धीरे से बोला ''आपको देखकर तो प्यास और बढ़ जाती है''

नाइन ने इस तरह से होठ दबा कर चुप रहने  कही 
तब नाइन काकी ने अपने ऊपर के दाँतों से नीचे के होठ को दबाया और आँखों से पानी पीने का इसारा किया और चली गई ! इस तरह का इसारा कोई प्यार से डाटता है तब करता है मुझे नाइन काकी को चोदने की आशा बढ़ गई ! मैंने पानी पिया और तखत पर ही लेट गया पर तखत गर्मी के कारण तप रहा था तो फिर से उठकर बैठ गया और मोबाइल चलाने लगा कुछ देर में मेरी चाची और बोली ''खाना खा लो लालन'' तब मैंने कहा ठीक है और उठकर चाची के साथ चल दिया  और अंदर एक कमरे में बैठ गया तो कुछ मिनट में  नाइन काकी एक थाली में खाना लेकर रख दिया और फिर एक जग पानी और गिलास रख कर खड़ी हो गई और बोली ''जीमिये'' (जीमिये का मतलब खाइये) तब मैं खाने लगा तो नाइन चली गई कुछ मिनट बाद मेरी चाची आई और नाइन  देकर बुलाया  बोली ''लालन जब तक खाना नहीं खा ले तब तक तुम यही रहो''  काकी ने सिर हिलाकर वहीं खड़ी हो गई और चाची चली गई और मैं खाना खाने लगा इतने में लाइट चली गई और मैं कुछ ही मिनट में पसीने से तरबतर होने लगा तो नाइन काकी एक बॉस की पंखी लाइ और उससे मेरी तरफ हवा करने लगी तब मैंने बोला ''रहने दीजिये आपके हाथ दर्द करने लगेगा'' तो फिर से अपने ऊपर के दाँतों से नीचे के लाल गुलाबी होठ को दबाया और बोली ''चुपचाप जीमिये मेरी फ़िक्र नको करो'' तब मैं उनकी इस मोहक अदा को देखकर मुस्कुराया और खाने लगा तो ओ भी हलके से मुस्कुराई तो मैं समझ गया ''हँसी तो फँसी'' ! जब तक मैं खाना खाता रहा तब तक न तो लाइट आई और न ही नाइन का हाथ रुका ! ओ लगातार हवा हांकती रही ! मैं खाना खाकर बाहर आ गया तो कुछ देर में नाइन काकी एक ट्रे में पान,सुपारी तम्बाकू लेकर आई तो मैंने मना कर दिया तो बोली ''आप ये सब कुछ भी नहीं लेते है क्या'' तो मैंने बताया की कुछ नहीं लेता हूँ तो बहुत खुस हुई और बोली ''मतलब आप नहीं बदले अभी तक'' तब मैंने कुछ नहीं बोला और हलके से मुस्कुरा दिया तो नाइन काकी भी मुस्कुराई और पान सुपाड़ी की ट्रे लेकर चली गई ! और मैं फिर से मोबाइल चलाने लगा पर कुछ ही देर में नींद आने लगी तो मैं चाची जी के पास गया और बोला ''मुझे आराम करना है, कूलर वाले रूम में सो जाऊं क्या'', तो चाची बोली ''जा सा जा'' तब मैंने अपनी बेग उठाया और जिस रूम कूलर लगा था उसमे जाकर कूलर चला कर और पेंट सर्ट उतारकर लोवर-बनियान  पहनकर लेट गया खूब थका था कब नींद लग गई पता ही नहीं चला ! पर कुछ ही देर बाद ऐसा लगा जैसे कोई मेरे मुँह पर हाथ फेर रहा हो, जब आँख खोली  चला की गाँव वाली भाभी जी मेरे चेहरे और बनियान में हल्दी लगा रही हैं मैं सारा माजरा समझ गया और चुपचाप हल्दी लगवा लिया ! हमारे यहाँ शादी-ब्याह के समय सभी को हल्दी लगाने का रिवाज है और उसी रिवाज का फायदा उठाकर भाभी हल्दी लगा दिया , पास में ही नाइन काकी भी खड़ी थी और मंद मंद मुस्कुरा रही थी, मैं समझ गया इसकी साजिस हो सकती है ! भाभी जब चली गई समय देखा तो साम के 6:30 हो गए थे ! मैंने चाची जी को आवाज दिया तो  आई और मुझे देखकर हँसने लगी बोली ''जा नहा ले'' तब मैं उठा और घर के पास ही लगे हुए हैण्ड पम्प के पास चला गया जहाँ पर पहले से ही एक बाल्टी, लोटा, साबुन रखा था मैं हैण्ड पम्प चला कर नहाने लगा तो कुछ ही मिनट में नाइन काकी आई पानी भरने !मैं देख रहा था की नाइन काकी तिरक्षि नजर से मेरे कसरती मजबूत शरीर को ललचाई निगाह से देख रही है ! मौका देखकर नाइन काकी को बोला ''मेरी पीठ में हल्दी लगी है रगड़ कर निकाल दीजिये'' तो नाइन काकी ने पहले तो मना कर दिया पर जब कई बार गिड़गिड़ाया तो इधर-उधर देखी और आसपस कोई नहीं दिखा तो मेरी पीठ पर अपने हाथ को हल्के हल्के घुमाने लगी तब मैंने कहा ''ज़रा ताकत लगाओ भौजी''  तो नाइन काकी बोली '' क्या बोला फिर से बोलिए'' तो मैंने कहा '' जो बोलना था बोल दिया'' तो ओ फिर से बोली ''नहीं फिर से कहिये क्या कहा'' तब भी मैंने कुछ नहीं बोला तो ओ  जोर से मेरी पीठ में चिमटी लिया तो मैं दर्द मारे उछल गया तो ओ फिर से बोली ''नही बोलेगे तो फिर से चिमटी काटूगी'' तब मैंने कहा '' ज़रा जोर जोर से पीठ को घिसो भौजी'' तो जोर जोर से पीठ घिसने लगी और बोली '' मैं काकी लगती हु रिश्ते में'' तब मैंने कहा ''ये तो मैं भी जानता हूँ पर मुझे भौजी कहना अच्छा लगता है'' तब नाइन काकी  कुछ नहीं बोली और झुककर साबुन उठाया और पीठ में एक हाथ से साबुन लगा लगा कर दूसरे हाथ से पीठ को घिसने लगी ! जब ओ साबुन उठाने  के लिए झुकी तो उनकी बड़ी बड़ी चूचियाँ मेरी पीठ से छू गई तो मेरे शरीर में सुरसुरी से चलने लगी और मेरा लण्ड खड़ा हो गया ! पर मैं अपने लण्ड की अकड़ को जांघो से दबाये रखा, नाइन काकी जितना पीठ घिसती जाती मेरा अधेड़ जवानी का लण्ड और बोखला उठता, जब नाइन काकी साबुन रखने के लिए झुकी तो जैसे ही उनकी चूची मेरे कंधे से टकराई मैंने तुरंत ही चूची को दबा दिया तो नाइन काकी जल्दी से सीधी हुई और फिर झुककर मेरी पीठ में धीरे से एक थप्पड़ मार दिया और दिखावटी गुस्से में बोली ''बेसर्म कहीं के कोई देख लेगा तो क्या सोचेगा'' और इतना कहकर मेरी ही बाल्टी से पानी लेकर अपने साबुन लगे हाथ को झुककर धोने लगी तो उनकी साड़ी  खिसक गया तो उनकी बड़ी बड़ी चूची ब्लाउज में दिखाई देने लगी तो मैं अपलक उनकी चूचियों  देखने लगा तो ओ मेरे मुँह में एक अंजुल पानी लेकर मारा और मुस्कुराते हुए खड़ी हो गई और हैण्ड पम्प चलाकर पानी भरने लगी तो मैंने तारीफ करते हुए बोला ''भौजी इस उम्र में भी बहुत मस्त हो'' तो कुछ नहीं बोली और मुस्कुरा कर बाल्टी उठाया  गई ! मैं पीछे से उनके बड़े बड़े हिलते हुए चूतड़ों को देखता रहा ! मैं नहाकर टॉवेल लगाए हुए नंगे वदन रूम में गया और चढ्ढी बनियान पहन कर तखत पर बैठा तो नाइन काकी कंघी,सीसा (आइना) तेल लेकर आई और रखकर जाने लगी तो मैंने धीरे से बोला '' रुकिए लेकर जाइए नहीं तो फिर से आना पड़ेगा'' तो रुक गई और मैंने चढ्ढी पहने ही अपनी जाँघो में तेल लगाने लगा नाइन काकी देखती रही और जब तेल लगा कर बाल सवार लिए सभी सामान लेकर चली गई ! तब तैयार होकर चाची से एक बाइक की चाबी लिया और गाँव  पास ही 5 किलोमीटर दूर बाजार गया और वहाँ से कंडोम और सेक्स पावर बढ़ाने वाली टेबलेट लिया और करीब 8 अजे तक वापस आ गया और चाची से बोला ''मुझे भूख नहीं है साम को खाने के लिए मैं सोना चाहता हूँ'' तो चाची बोली ''यहाँ तो आज रात भर महलूल होगा तो तू सोने नहीं पायेगा'' {महलूल का मतलब जिस रात बरात चली जाती है उस रात गाँव भर की ओरते इकठ्ठी होकर हँसी मजाक,नाच-गाना करती है}तब मैंने पूछा ''फिर  कहा सोउ मैं'' तो चाची बोली ''एक काम करती हूँ नाउ के द्वार में सो जाएगा क्या'' तो मैंने हामी भर दिया तो चाची ने एक लड़की से नाइन काकी को बुलवाया और जब तो नाइन काकी से चाची बोली '' लालन को  तुम्हारे द्वार में सुला दूँ यहाँ तो सोने नहीं पायेगा'' तो नाइन काकी बोली ''ठीक है ठकुराइन साहब'' और इतना कहकर मेरी तरफ तिरछी नजर से देखी और हलके से मुस्कुराते हुए जाने लगी तो चाची बोली '' बिस्तर ले जाओ यहाँ से'' तो नाइन काकी बोली ''आपका दिया हुआ बहुत कुछ है ठकुराइन साहब'' तब चाची बोली ''ठीक है बाहर ही बिस्तर लगा देना'' इतना कहकर चाची चली गई और नाइन काकी मेरी तरफ देखकर हलके से मुस्कुराई और चली गई ! मैं करीब 8:45 पर लोवर और टी सर्ट पहना और लोवर में कंडोम का पैकेट और सेक्स पावर बढ़ाने वाली टेबलेट जेब में डाला और चाची को बताकर बगल में नाइन काकी के घर चला गया तो देखा की एक बड़ी से चारपाई में मसहरी लगी हुई थी और सिरहने में एक सुराही और सुराही  मुह में गिलास रखी हुई  थी {नाइन काकी के घर में चारो तरफ से मिटटी की बाउंड्रीवाल थी जो गाँव के कबेलु से ढ़की हुई है और बाउंड्रीवाल के मुख्य द्वार में एक हल्का सा लकड़ी का दरवाजा लगा हुआ है} मैं चारपाई में जाकर लेट गया कुछ देर में नाइन काकी सज धज कर बढ़िया मेचिंग साडी-ब्लाउज पहन कर होठों में गाढ़ी लाल रंग की लिपस्टिक लगाकर निकली और बाहर की तरफ जाने लगी तो मैंने पूछ लिया ''कहाँ जा रही हो भौजी'' तो बोली ''ठकुराइन लोगो की नाच तमासा देखने जा रही हूँ'' तब मैंने पूछा ''कब तक वापस आओगी'' तो बोली ''आज रात भर वही रहूगी'' तब मैंने पूछा '' नाई  बाबा और दादी नहीं दिख रहे है और न ही कोई बच्चे दिखाई दे रहे है और नाइ काका कहाँ है'' तो नाइन काकी बोली ''एक साथ इतने ढेर सरे प्रश्न'' तब मैंने कहा ''ठीक है एक एक का जबाब दे दो'' तो बोली '' आपके नाई बाबा और दाई तो ऊपर चले गए और बच्चे कोई है नहीं और आपके नाई काका बरात गए हुए है'' तब मैंने पूछा ''बच्चे कहाँ गए'' तो उदास होकर बोली '' जब बच्चे है ही नहीं तो दिखेंगे कहाँ से'' मतलब नाइन काकी अकेली है घर में मैं समझ गया चुदाई करने का पूरा चान्स है तब मैंने नाइन काकी को बोला ''भौजी चाय पिला दो फिर जाओ'' तो नाइन काकी बोली ''ठीक है'' और इतना कहकर वापस घर में घुस गई तब मैं चुपके से उठा और बाउंड्रीवाल के लकड़ी के दरवाजे को अंदर से बंद किया और घर में घुस गया जहा किचेन में ओ तपेली में दूध गर्म कर रही थी,जाते ही नाइन काकी को पीछे से पकड़ कर लिपट गया और उनकी चूची को दबा दिया तो नाइन काकी बिना कोई बिरोध किये बोली ''छोड़िये, मेरी साड़ी छूट जाएगी और कोई आ भी सकता है '' [नाइन काकी मेरे लिपटने से बिलकुल भी नहीं चौकी मतलब ओ जानती थी कि मैं अंदर आऊगा] तब मैंने कहा ''कोई नहीं आएगा मैंने दरवाजा लगा दिया है'' तब नाइन काकी फिर से बोली '' नहीं अभी तो आप बाहर जाइए मैं आती हूँ'' तब मैं नाइन के बड़े बड़े गालो को किस करके बाहर अपनी चारपाई में आ कर बैठ गया ! करीब 5 मिनट बाद नाइन एक गिलास दूध लेकर आई और बोली ''लीजिये दूध पीलीजिए खाना नहीं खाया है'' तब मैंने गिलास को हाथ से पकड़ लिया और एक हाथ से नाइन का हाथ पकड़ा और अपने पास बिठा लिया ओ बड़े आराम से मेरे पास बैठ गई और मैं उनसे बातें करने लगा और दूध भी पीने लगा फिर दूध  गिलास आगे बढ़या और बोला ''भौजी आप भी पियो न'' तो बोली ''नहीं मेरा जूठन आपको नहीं पिलाऊगी'' तब मैंने जिद किया और बोला ''अब तो आपको दूध पीना ही पडेगा'' और इतना कहकर उनके मुँह में  दूध का गिलास लगा दिया तो ओ एक घुट दूध पी गई और बोली ''अब नहीं'' और उठकर जाने लगी तो मैंने अपना मोबाइल दिया और बोला आपकी एक सेल्फ़ी खीच कर दो मुझे और मोबाइल का सेल्फ़ी कैमरा ऑन करके दे दिया तो ओ अंदर अपने रूम में गई और अपनी सेल्फ़ी खीच कर लाइ और मोबाइल मुझे दे दिया ! और बाहर जाने लगी तो मैंने पूछ लिया '' कब तक आओगी'' तो सरारती अंदाज में बोली '' आज रात भर मौज-मस्ती करुँगी आपकी चाची के घर '' तब मैंने कहा '' प्लीज़ रात में जाना'' तो बोली '' चुपचाप सो जाइए'' तब मैं चारपाई से उठा और उसके पास जाकर घुटने मोड़कर कर हाथ जोड़कर बोला '' प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ रात में आ जाना'' तब ओ झुकी और मेरे जुड़े हुए हाथ को पकड़ कर अलग किया और बोली '' चलिए उठिए तो सही'' तब मैंने फिर से वही बिनती किया तो बोली  '' अच्छा ठीक है आ जाऊंगी'' तब मैंने पूछा कितनी देर में आओगी  तब बोली ''12 बजे तक आ जाऊगी'' और इतना कहकर जाने लगी और जाते जाते बोल गई ''सो जाइए'' तब मैंने बोला '' नींद नहीं आएगी'' और ओ मुस्कुरा कर चली गई और मैंने नाइन काकी की जवानी की यादो में खो गया ! 
               नाइन पहले से बहुत मोटी हो गई पर आज भी गजब के सेक्स अपील है ! जब मैं 8 वी में पढता था तब मेरी उम्र 13 साल रही होगी ! नाइन की शादी मेरे  ही पड़ोस के नाई  ठिगने से दुबले- पतले मरियल से लड़के के साथ हुई पर नाइन काकी टनाटन माल थी उस समय पर ! नाइन की उम्र शादी के समय करीब 19 -20  वर्ष रही होगी पर नाइन काकी अपनी उम्र से ज्यादा लगती थी मस्त गदराई हुई जवानी थी ! जब कुए से पानी भर कर अपनी कमर में मटके रखकर आती थी तब उसके एक तरफ के कपडे गीले हो जाते  गोरा गोरा चिकना शरीर  सुन्दर लगता तब उसे देखने के लिए हम कही छिप जाते और आते जाते नाइन को देखा करते पर ये सब ताक-झांक कुछ ही महीने में बंद हो गई और मैं  9 वी क्लास के लिए गाँव से शहर पढ़ने चला पर नाइन का चेहरा नहीं देख पाया ! जब कभी गाँव आता तो नाइन को जरूर देखता कभी कभी बाल कटवाने  बहाने उसके घर भी चला जाता पर जबरजस्त घूघट के कारण नाईन का चेहरा देखने को नहीं मिला ! नाईन का पति जो मेरे से उम्र में 4 साल बड़ा था पर 8 वी तक एक ही स्कूल और क्लास में पढ़े थे जो गाँव के रिश्ते में मेरा काका लगता था पर उसे बचपन से ही
नाईन काकी हमेसा  इस तरह से घूघट में रहती थी
निमो - निया होता था जो बाद में दमा में बदल गया ! नाइ काका न तो तेज चल पाता था और न ही दौड़ पाता था ,ज्यादा बजनी सामान भी नहीं उठा पाता था जबकि नाईन काकी टनाटन माल रखी थी मस्त जवान थी ! नाइन को ललचाई निगाह से देखते देखते 3 साल निकल गया और मैं 11 वी में पहुँच गया ! नाइन की शादी के 4 साल निकल गए पर कोई ओलाद नहीं हुई तो नाइन डाकटरों के चक्कर काटने लगी ! ओ कई बार डाकटर को दिखाने आती और हमारे किराए के रूम में रूकती ! जब ओ आती  खाना बनाती और उसके हाथ का बनाया खाना खाता ! जब ओ बाथरूम में नहा कर निकलती और किचेन वाले रूम में कपड़ा बदलती तो चुपके चुपके देखता ! क्या मस्त गदराया हुआ जिस्म था उस समय मन करता की पकड़ कर पटक दूँ चोद डालू पर डरता की कही घर में  दे ! अब ओ मेरे सामने घूघट लेना बंद कर दिया उसका चेहरा बहुत ही सुन्दर गोल-मटोल है ! एक बार ओ डाक्टर को दिखाने के लिए शहर आई और हमारे ही रूम में रुकी ! मैं,नाई काका और ओ रात के 6 से 9 वाला सो  देखने गए साथ में बैठ कर ''सिलसिला'' फिल्म देखे  नाई काका के बीच में बैठी थी कई बार अँधेरे में उसके हाथ पर मेरा हाथ रखा जाता तो ओ अपना हाथ हटा लेती ! इस तरह ओ जब भी आती तो उसका पति फिल्म जरूर दीखता उसे ! एक बार नाइ काका मेरे पास के रूम में रहने वाले दोस्तों के साथ 9से12 वाला सो देखने चला गया तब मैंने मौका देखकर नाइन काकी से लिपट गया और बिस्तर में पटक कर उसे चूमने लगा उसकी चूचियों को दबाने लगा तो उसने  मुझे बिस्तर से नीचे गिरा दिया और बोली '' मैं आपकी काकी लगती हूँ ये सब मत करो नहीं तो दादा साहब (मेरे पिता जी को दादा साहब कहती थी) को बता दूंगी'' तब मैं डर के मारे उसे छोड़ दिया ! मैंने पहली बार किसी ओरत की चूची को दबाया और किस किया था ! इसके बाद से ओ मेरे यहाँ रूम में रुकना बंद कर दिया !  मेरे पिता जी जो वन बिभाग में रेंजर थे गाँव  दो बीघे जमीन और मकान छोटे चाचा को देखर हमेसा के लिए गाँव छोड़ दिया और शहर में मकान बना कर बस गए ! नाइन काकी से संपर्क टूट गया ! इसी दौरान समय बीतता गया , मैं इंजीनियरिंग करके सरकारी जॉब में लगा गया ,मेरी शादी हो गई ,बच्चे हो गए पर नाइन को नहीं चोद पाने का मलाल हमेसा बना रहा ! समय बीतता गया और पापा ने गाँव में चाचा के लड़के की शादी में जाने के लिए बोला तो मैं मन ही मन खुस हो गया और गाँव आ गया अब मेरी उम्र करीब 32 साल हो गई और नाइन काकी करीब 40 की गई ये सब याद करते करते मैं कब झपकी लग गई  पता ही नहीं चला ! 


               जब नींद खुली तो देखा की 11:00 हो गए तब मैं जल्दी से लोवर की जेब से सेक्स पावर बढ़ाने वाली एक टेबलेट खा लिया और नाइन काकी का इन्तजार करने लगा और इन्तजार करते करते फिर से झपकी लग गई तो रात में जब मछरों ने काटना सुरु किया तो मेरी फिर से नींद खुल गई ! मेरा लण्ड इतने जोर से खड़ा हो गया की लगता था चढ्ढि से बाहर आ जाएगा ! मैं उठकर पानी पीया और घडी में देखा तो उस समय रात के 12:15 हो गए थे ! देखा की मच्छरदानी एक तरफ से खुली थी और ढेर सारे मच्छर अंदर आ गए थे ! मैं उठा और बाउंड्रीवाल के दरवाजे के पास गया तो देखा की दरवाजा अंदर से लगा था, मैं समझ गया नाइन काकी आ गई है तब मैं जल्दी से घर के मुख्य दरवाजे के पास गया तो बंद था , मैंने हलके से धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया तो मैं अंदर घुसा और दरवाजे को लगा लिया और नाइन काकी के सोने वाले कमरे में घुस गया तो जीरो वाट के लाल रंग के गुलाबी प्रकाश में देखा की नाइन काकी जो साड़ी पहन कर गई थी वही साड़ी- ब्लाउज पहन कर लेटी हुई थी ! नाइन काकी का बिस्तर एक डबल बेड के तखत में लगा हुआ था ! नाइन काकी पीठ की तरफ से लेटी हुई थी, सीने से साडी गायब थी इस लिए ब्लाउज में उनकी बड़ी बड़ी चूचियाँ मस्त उभार लिए थी ! मैंने खड़े खड़े ही उनकी चूची पर हाथ घुमाया तो ओ जाग गई और उठकर बैठ गई तब मैं बिस्तर पर बैठ गया और नाइन को पकड़ कर अपनी तरफ खीचते हुए उनके बड़े बड़े गालों को चूमने लगा और एक हाथ से चूचियों को हलके हलके दबाने लगा ! और चूची को सहलाते सहलाते नाइन को लेकर लेट् गया और अपनी तरफ घुमा कर उनके होठो को किस करते करते उनकी जीभ को चूसने लगा और एक हाथ से उनके ब्लाउज के हुक खोल दिया और ब्रा के अंदर हाथ डालकर चूचियों को खिलाने लगा ! रक्त संचार बढ़ जाने से चूचियाँ,निप्पल एकदम से टाइट पड़ गई ! नाइन भी मेरी जीभ को चूसने लगी और मेरे मजबूत कंधे पर,सिर पर,पीठ पर,सीने पर  चेहरे पर अपना हाथ घुमाने लगी तो मैं ब्रा का हुक खोलने लगा तो हुक नहीं खुला तो नाइन उठकर बैठ गई और ब्रा का हुक खोल दिया तो नाइन की बड़ी बड़ी चुचिया लटकने लगी तो मैं झुककर चूचियों को चूसने लगा तो नाइन मेरे लण्ड पर हाथ घुमाने लगी और फिर जल्दी से हाथ को हटा लिया तो मैंने पूछा ''क्या हुआ हाथ क्यों हटा लिया'' तो बोली ''कुछ नहीं'' तब मैंने उसका हाथ पकड़ा और
मेरा लण्ड १००% ऐसा ही मोटा और लंबा ऊपर की तरफ खड़ा  हुआ है
अपने 7 इंची लण्ड पर रख दिया तो ओ लोवर के ऊपर से टटोलते हुए बोली ''बाहर निकालिये'' तब मैंने लोवर व चढ्ढी को उतार दिया तो ओ लण्ड को देखकर चौक गई और बोली ''उई माँ इतना बड़ा और मोटा है'' तब मैंने पूछा '' क्यों उनका कितना बड़ा है'' तो अपनी हाथ की बीच की ऊँगली को दिखाया और बोली ''इतना बड़ा और बस थोड़ा सा मोटा'' [नाइन का पति मुस्किल से 5 से थोड़ा सा  है जबकि नाइन की लम्बाई करीब 5 फिट 5 इंच के आसपास होगी,नाइन के आगे नाइ बच्चा लगता है मेरी लम्बाई करीब 6 फिट है] और इतना कहकर नाइन मेरे लण्ड को पकड़ लिया और खिलाने लगी,तब मैंने पूछा की महीना कब आया था तो बोली अभी अभी 5 दिन पहले ही सिर धोई थी !  नाइन की चूची को चूसते चूसते ब्लाउज को उतारने लगा तो नाइन खुद ही खड़ी हो गई और अपने सभी कपडे उतार कर नंगी होकर बैठ गई तब  मैं उनकी चूचियों को खिलाने लगा तो ओ मेरे सीने को किस करने लगी
नाइन की चूचियाँ हु बहू ऐसी ही बड़ी बड़ी है
  मैंने भी अपनी बनियान उतार कर अलग कर दिया और            

नाइन ने इस तरह से बहुत देर तक चुदवाया
कुछ देर चूचियों को खिलाने के बाद बाद उसे  लिटा दिया और उसकी दोनों टांगो को फैलाया और उसकी चूत चाटने के लिए झुका तो उसने अपनी चूत को ढ़ाक लिया और बोली '' हट, ये कोई मुह लगाने की जगह है क्या'' तब मैंने कहा ''एक बार चटवाई के  तो देखो बहुतय मजा आई'' तब भी ओ राजी  हुई तो मैंने जिद करने लगा तो बोली ''अच्छा रुपये धो कर आती हूँ पेसाब किया था अभी'' और इतना कहकर उठी और आँगन  बैठकर अपनी बुर को धोकर साफकर आई तो आते ही लिटा दिया और चूत को चाटने लगा तो ओ बोली ''गुदगुदी लगती है'' तब मैंने कुछ नहीं कहा और दोनों हाथो से चूत को फैलाया और लाल हिस्से पर जीभ घुमाने लगा फिर धीरे से दोनों होठो को चूत में लगाया और जैसे पानी पीते है उसी तरह से चूत का रस खेीचने लगा कुछ ही सेकंड में ओ अपने चूतडो को मेरी जीभ में धक्का देने लगी मैं समझ गया इसे मजा आने लगा तब जीभ को चूत में डालकर घुमाने लगा तो ओ जल्दी जल्दी अपने चूतड़ों को बिस्तर में पटकने लगी और मेरे सिर पर हाथ रखकर मुह को हटाने लगी पर मैं तो उसे ऐसा मजा देना चाहता था जिससे ओ बार बार चुदाने के लिए तड़पे मैं चूत चाटता रहा तो ओ उठकर बैठ गई और कराहते हुए बोली ''जान मत निकालो'' और इतना कहकर मुझे गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और लण्ड को बिना नंगा किये (लण्ड के सुपाड़े की चमड़ी नहीं हटाया) एक झटके में ही घुसेड़ लिया तो चूत टाइट होने के कारण लण्ड नंगा हो गया और मेरे सीने पर लेट गई और किस करते हुए अपने चूतड़ों को हिलाने लगी तब मैं बोला ''कंडोम तो लगा लो'' तो मदमस्त लहराती हुई मादक आवाज में बोली ''बंजर जमीन है कुछ नहीं होगा'' तब मैंने कहा ''जमीन बंजर नहीं है बल्कि जमीन की अच्छी जुताई नहीं हुई है'' तब बोली '' जोत दो मेरे जान आज तबियत से '' तब मैंने कहा '' ऐसा जोतूगा की फसल लहलहा उठेगी'' तो ओ बोली ''बंजर जमीन में फसल नहीं लहलहाती'' तब मैंने उनसे पूछा अभी किस नाक से साफ़ साफ़ हवा निकल रही है तो ओ अपनी दोनों नाक को दबा दबा कर सॉस निकालकर बोली ''बाई नाक से साफ़ साफ़ सॉस आ जा रही है'' [तब मैंने अपनी नाक दबा कर देखा तो मेरी दाई नाक से एकदम क्लियर सॉस आ जा रही थी] तब मैं बोला '' सौ टका लड़का पैदा कर दूंगा'' तो ओ बोली ''जीवन भर आपकी पूजा करुँगी'' तब मैंने उसे अपने ऊपर से हटाया और ऊपर चढ़ गया और लण्ड पेल कर धीरे धीरे चूत चोदने लगा मुस्किल से 3 मिनट की चुदाई में ही नाइन ने अपनी दोनों टाँगे मेरी कमर में रख लिया और दोनों हाथो को मेरी पीठ में रखकर जोर से अपनी तरफ खीचने लगी और मुह से ऊह ऊह्ह आह आ ऊह ऊह्ह आह आ ऊह ऊह्ह आह आ ऊह ऊह्ह आह आ ऊह ऊह्ह आह आ   सेइस्स्स्स्स्स करने लगी और कुछ बड़बड़ाने लगी आवाज साफ़ साफ़ समझ नहीं आ रही थी तो मैंने पूछा '' क्या कह रही हो भौजी'' तो फिर से ऊह ऊह आह आह आह करते हुए बोली ''जल्दी जल्दी कर दो न मत तड़पाओ'' तब मैंने जल्दी जल्दी झटके मारने लगा और 25-30 झटके के बाद नाइन ने जोर से पकड़ कर चिपका लिया मुझे तो मैं समझ गया की नाइन झर चुकी है तब मैं और जल्दी जल्दी झटके मारा और ढेर सारा वीर्य उसकी चूत के अंदर उड़ेल दिया और जोर से चिपका लिया और करीब 3 तक ऊपर लेटा रहा ! जब उठा तो ओ भी उठने लगी तो उसे उठने नहीं दिया और दायें करवट लिटा दिया और बोला 15 मिनट तक लेटी रहो ! तो ओ लेटी रही उनकी बुर से वीर्य बहता रहा तो मैं उनके की पेटीकोट से वीर्य को पोछता रहा ! करीब 20 मिनट बाद ओ उठी और पेसाब करने चली गई और लोट कर आई तो नंगी ही खड़े खड़े बोली ''मेरा गला सूख रहा है'' तब मैंने उनसे बोला ''जाओ पानी पी लो और मुझे भी पानी पिला दो'' तो एक गाउन अपने ऊपर डाल लिया, मैंने भी मटके से पानी लाइ और पहले मुझे पानी पिलाया और जब मैंने आधी गिलास पानी पी लिया तो मेरे हाथ से गिलास लेकर मेरा जूठा पानी पीने लगी तो मैंने रोका तो बोली ''आप मेरी बुर चाट सकते है तो मैं आपका जूठा पानी नहीं पी सकती क्या'' तब मैंने कुछ नहीं कहा तो ओ मेरी तरफ प्यार से देखि और मुझे चूमते हुए बोली ''आप बहुत अच्छे है'' तब मैंने उनसे कहा '' तुम्हे गर्भ रह गया मेरा'' तो बोली ''सच्ची-मुच्ची'' तब मैंने कहा ''१००% रह गया'' तो बोली ''यदि सच है तो मैं आपकी जिंदगी भर एहसानमंद रहूगी'' और इतना कहकर गैस चालू किया और दूध गर्म करने लगी , दोनों ने एक ही गिलास में दूध पिये और फिर लेट कर बातें करने लगे ! 
                      मैंने उनसे पुरानी बाते पूछने लगा की ''आपने मेरे कमरे आना क्यों बंद कर दिया था'' तो बोली '' पास  के शहर में इनकी सरकारी प्यून में नौकरी लग गई थी और ये अपना रूम लेकर रहने लगे इस लिए आपके रूम में आना बंद कर दिया था '' मुझे आज पहली बार पता चला की नाइ काका नौकरी करता है ! तब मैंने पूछा '' आप इनके साथ ही रहती थी'' तो बोली '' हां बहुत दिन तक साथ रही जब सास-ससुर मर गए तो मजबूर होकर गाँव में रहने लगी'' तब मैंने पूछा की गाँव में अच्छा लगता है क्या '' तो बोली ''अच्छा नहीं लगता है पर खेती और बकरियों को पालने के लिए गाँव में रहने लगी'' फिर मैंने पूछा ''उस रात में क्यों नहीं करने दिया मुझे '' तो बोली ''मैं डर रही थी कि कही ओ वापस न आ जाये,आप उनके जाने के तुरंत बाद ही तो पटक दिए थे मुझे'' तब मैंने पूछा ''कुछ देर से पटकता तो करवा लेती क्या'' तो बोली ''आप जैसे खूबसूरत मर्द के साथ कोई भी सो सकती है'' और इतना कहकर जोर से मेरे गाल में दांत से काट लिया , मेरा गाल लाल पड़ गया तो मैंने कहा ''इस तरह से काटोगी तो सुबह कोई देखकर क्या कहेगा'' तो मुस्कुराते हुए बोली ''कह देना जंगली बिल्ली ने काट लिया'' और इतना कहकर फिर से मेरे गाल को काटने लगी तो मैं रोक दिया तो बोली ''अच्छा नहीं काटूंगी पर चूमने तो दो'' और फिर मेरे गाल में किस की बौछार कर दिया इस तरह से प्यार भरी बातें करते करते रात में 3 बज गए मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया तो उसे बोला ''उतारो गाउन '' तो बोली क्यों फिर से करोगे क्या'' तब मैं सिर हिला दिया तो मेरे लण्ड पर हाथ घुमाई और बोली ''उई दइया ई तो फिर से खड़ा होइ गबा'' ! उनसे बात करते करते ओ अब बड़ी बेसर्मी से चुदाई की बातें करने लगी बात बात में नाईं काका की चुदाई को बता बता कर हँसती और कहती कि उनका तो पता ही नहीं चलता था कब घुसा कब  निकल गया इस तरह से खूब बेसर्मी के साथ बातें करते हुए मेरे लण्ड पर लोवर के ऊपर से ही हाथ घुमाती रही मैं भी उनकी चूचियों को हलके हलके मसलता ,उन्हें किस करता , दोनों गरम पड़ गए ! कुछ देर में मैंने खुद ही उनकी गाउन को उतार दिया और  अपने भी  कपडे उतार दिए और फिर से उनकी चूत को चाटने लगा तो उनकी चूत से नमकीन वीर्य अभी भी बह रहा था तब मैंने वीर्य को साफ़ किया और बोला ''इस बार तुम मुझे चोदो'' तो बोली '' मैं कैसे चोदूँगी मर्द तो आप हो'' तब मैंने उसे अपने सीने से चिपका लिया और मोबाइल से सनिलियोनि की कुछ चुदाई वाली वीडिओ दिखाया तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ की इस तरह से चुदाई करवाते हुए कोई औरत की वीडिओ भी बन सकता है ! ओ तो सनी लियोनी की चूचियों को ही देखे जा रही थी जब सनीलियोनि लण्ड पर कूदती तो उसकी चूचियाँ ऊपर नीचे होती तो ओ ये सब देख कर बोली '' मेरी भी ऐसी उछ्लेगी'' तब मैंने कहा ''तुम्हारी वीडियो बनाकर  दिखाऊ तुम्हे'' तो बोली ''हां बनाओ, पर किसी को दिखाना नहीं'' तब मैंने उसके सिर
पीछे से नाईन की ओरिजनल फोटो है
पर हाथ रखा और बोला '' तुम्हारी कसम किसी को नहीं दिखाउंगा'' तो ओ पूर्ण संतुष्ट हो गई मैंने कहा ''तुम्हारी फोटो लेकर दिखाऊ कैसे दिखती'' हो तो बोली '' हां पर किसी को दिखाना नहीं'' तब मैंने कहा ''ठीक है'' और फिर अलग अलग एंगल में कई फोटो लिया और दिखाया तो बोली ''मैं ऐसी लगती हूँ'' और मैं मोबाइल के 10 मेगापिक्सल का  कैमरा को बढ़िया ऐसा सेट कर दिया जिससे पूरा बिस्तर कवर हो जाए कैमरे में और फिर उसे अपनी तरफ खीचते हुए  बिस्तर में लिटा दिया और 69 की पोजीसन में उसके ऊपर लेट गया और उसकी बुर को चाटने लगा और उसे अपना लण्ड चाटने को कहा तो ओ तुरंत तैयार हो गई और लण्ड को चाटने लगी, मैं उसकी चूत को चाटने लगा, मैंने धीरे से अपना लण्ड उसके मुँह में डाल दिया तो ओ बड़े आराम से लण्ड को लाली पाप की तरह चूसने लगी ! जैसे जैसे मैं चूत को जल्दी जल्दी चाटता वैसे वैसे ओ मेरे लण्ड को चूसती ! कभी कभी तो ओ इतने जोर से लण्ड को दाँतों से  दबाती जैसे चबा ही लेगी,मैं डर गया कही सही में न लण्ड को दांत से काट ले,की बदनामी हो जाए तब मैं सीधा हो गया और उसे उलटा लिटाकर उसकी चूत को जल्दी जल्दी चाटने लगा तो ओ इतनी ज्यादा गर्म पड़ गई की जल्दी से उठी और बोली

नाइन ने इस तरह से इतनी जबरजस्त चुदाई किया की मजा आ गया , पत्नी ने कभी ऐसा नहीं चोदा था मुझे
''चलो लेट जाओ आज मैं तुम्हे चोदूंगी'' इतना कहकर मुझे नीचे किया और चढ़ गई मेरे ऊपर और सप्प से  अपनी चूत में लण्ड को लील लिया और लगी जोर जोर से कूदने मेरे लण्ड पर कमरे में जोर जोर से फट फट फट फट फट की आवाज आने लगी तो मैंने बोला 
'' ज़रा धीरे धीरे आवाज बाहर जा रही होगी'' तो बोली ''जाने दो बहुत मजा आ रहा है'' और इतना कह कर और अधिक जोर जोर से अपने चूतड़ को पटकने लगी तब मैंने कहा ''थक जाओगी'' तो बोली ''थकने दो तुम तो पड़े रहो उल्टा'' और इतना कह कर अपने दोनों हाथो को मेरे सीने पर रख दिया और चूतड़ों को पूरा लण्ड के ऊपर तक उठाती और पटकती बीच बीच में झुककर मेरी जीभ को चुस्ती जाती ! लगातार कई मिनट तक चूतड़ पटकते पटकते थक गई और मेरे ऊपर लेट कर अपने चूतड़ों को हिलाने लगी तब मैंने उसे नीचे किया और उसके ऊपर चढ़ गया और पूरी ताकत से जोरदार झटके मारने कमरे में जोर जोर से फटफटफटफटफटफटफट की आवाज रात के शान्ति में गुजने लगी जितनी जोर से झटके मारता नाइन को उतना ही ज्यादा मजा आता ओ बोलती ''और जोर और जोर और जोर और जोर झटके मारो मेरे राजा'' तो मैं और जल्दी जल्दी जोर जोर से चूत को चोदने लगा नाइन के मुह से उउउउउउउउउउउ आआआआ आआ आ सीईईईईईईईइ आअह्ह्हाआह्हह्हाआआआह्ह्ह्ह्ह्ह आवाज करने लगी और जोर जोर से मेरी जीभ को चूसती और अपने दोनों हाथों को मेरी पीठ पर पटकती और बोली ''जल्दी जल्दी करों जान निकल रही है'' त्तब मैं चुदाई की फूल स्पीड बढ़ा कर झटके मारने लगा नाइन इतनी जोर से मेरी कमर को पकड़ कर खीछा की मेरे झटके देना ही बंद हो गए और फिर नाइन बेहोस हो गई मैं जल्दी जल्दी झटके मारा और वीर्य  निकाला और नाइन के गाल को थपथपाने लगा तो ऐसा लगा जैसे उसमे जान ही नहीं रह गई मैं घबरा गया सोचा कही अतिउत्तेजना में इसकी सॉस तो नहीं रुक गई तब मैंने उसके होठो को चूमते हुए जीभ को चूसने लगा तब ओ धीरे से बोली ''प्लीज़ अब मुझे पड़ी रहने दो'' तब मैंने कहा ''दाए करवट लेट जाओ और इतना कहकर उसे दायें तरफ से लिटा दिया और उसके गोरे गोरे चिकने चिकने चूतडो पर हाथ घुमाने लगा ! करीब 15 मिनट तक ओ चुपचाप पडी रही फिर मेरी तरफ घुमी और बोली 
''अब मैं आपके साथ ही रहूगी'' तब मैंने टालने की नियत से कहा 
'' ठीक है रहना मेरे साथ'' तब उसने मुझे किस किया और उठी और नंगी ही आँगन में बैठकर पेसाब करने लगी उसके पेसाब करने की स्सीईईईईई की आवाज मेरे को सुनाई देती रही मैं भी उसके पास बैठ कर पेसाब करने लगा और जब दोनों साथ उठे तो नाइन मेरे से चिपक गई और बोली ''आब बहुत अच्छे लगते है मुझे'' तब मैं उसे गोद में उठा लिया और कमरे के अंदर लाकर बिस्तर में लिटा दिया और मैं भी लेट गया और दोनों नंगे ही बाते करने लगे और दोनों नंगे ही चिपक कर सो गए तो सुबह नींद खुली जब मेरा फोन बजा तो देखा की सुबह के 6 बज गए तो जल्दी से चढ्ढी,बनियान,लोवर पहना और उसे उठाया तो ओ हड़बड़ा कर उठी और सर्माते हुए जल्दी से अपनी गाउन ओढ़ने लगी तो मैंने कहा ''अब क्यों सरमा रही हो'' तो कुछ नहीं बोली और जल्दी से गाउन पहनने लगी और उठी व् बोली ''आप बाहर जाएँ और बिस्तर में लेट जाएँ '' तब मैं जल्दी से गया और बिस्तर में लेट गया तो कुछ देर में साडी ब्लाउज पहन कर ओ आई और बाउंड्रीवाल का दरवाजा खोला और अंदर चली गई , जाते जाते चारपाई के पास आई  और धीरे से बोली आप 7 बजे तक चारपाई से उठना ! तब मैं चुपचाप लेट गया और लेटे लेटे रात की सुखद चुदाई  ख्यालों  गया  नींद लग गई तो मुझे किसी ने उठाया, देखा तो सामने एक 12-14  साल की लड़की खड़ी थी ! मोबाइल में समय देखा तो 7 बजकर 30 मिनट हो गए थे ! ओ लड़की मेरा ब्रुश,कोलगेट और जीभी साथ लाइ थी दिया और बोली ''दादी ने बोला है की ब्रश कर लीजिये हैण्डपम्प के पास जाकर ! इतना बोलकर ओ चली गई तब मैं उठा और मच्छरदानी समेटने लगा तो नाइन काकी आई और बोली ''आप जाइए मैं हटा 'दूंगी'' तब मैं नाइन की तरफ देखकर मुस्कुराया और बोला ''कैसी रही रात'' तो मुस्कुराते हुए बोली ''कास ऐसे रात रोज रोज आये'' तब मैंने कहा ''थकी नहीं हो'' तो बोली ''वदन ऐसा टूट रहा है जैसे किसी ने कितना मारा हो रात भर'' तब मैंने कहा '' क्यों किसने मारा भूल गई'' तो बोली ''जीवन में कभी नहीं भूलूँगी''  तब मैंने मुस्कुराते हुए कुछ बोलता उसके पहले ही बोली ''अच्छा अब आप जाइए किसी को सक न हो जाए'' तब मैं नाइन  के घर के अंदर चौपाल की तरफ गया और इसारा करके बुलाया तो मना करने लगी तब मैंने कहा ''आ जाओ नहीं तो वही चुम्मा ले लूंगा'' तब ओ आई तो मैं उससे लिपट गया और चूची को दबाया और किस करने लगा तो बोली ''अब जाइए यहाँ से किसी ने देख लिया तो मेरा गाँव में रहना मुस्किल '' तब  मैं वहाँ से चला आया ! और दिन भर चाची के घर में रहा , नाइन काकी कई बार पास से निकली पर उसके हाव-भाव से ऐसा लग रहा था जैसे हम दोनों के बीच कुछ हुआ ही न हो ! नाइन के इस ब्यवहार से मैं खुस था की किसी को संका नहीं होगी ! दोपहर में करीब 12 बजे बरात वापस आ गई सभी से मिला अच्छा लगा,नाइ काका से भी मिला हालचाल पूछा तो पता चला नाइ  काका फिर से गाँव की ही एक बारात में 5 बजे चला जाएगा मैं मन ही मन खुस  चलो आज रात में फिर नाइन को चोदुगा !
नाइन काकी जब रात में टाइट सलवार-सूट पहन कर आई तब उनकी चूचियाँ ऐसी ही बड़ी बड़ी लगी


             दिन भर हँसी मजाक मौज मस्ती में निकल गया साम को नॉनवेज बना हुआ था कई पुराने दोस्तों के आग्रह पर चार-पांच पैग मलेट्री वाली रम भी  नॉनवेज के साथ ले लिया ! नॉनवेज के कारण खाना रात के 12 बजे तक चला ! अपनी अपनी जगह तलास सभी मेहमान सो गए तो मैं भी चुपचाप नाइन के घर की तरफ निकल लिया पर बौंड़ीवाल का दरवाजा लगा था तब मैंने नाइन को फोन किया तो तुरंत ही आई और दरवाजा खोली मैं जैसे ही अंदर आया तुरंत दरवाजा लगा लिया ! मैंने देखा की बिस्तर लगा हुआ है, नाइन की तरफ पलट कर देखा तो नाइन सलवार सूट में थी ! सूट इतना टाइट था की बड़ी बड़ी चूचियाँ गजब की सेक्सी लग रही थी, मैंने पकड़ कर चूचियों को दबा दिया तो उसे मेरे मुह से सराब की बदबू आई तो नाराजगी जताते हुए बोली '' अच्छा आज ठाकुर साहब खा-पी कर आये है'' इतना कहकर मेरे से अलग  हो गई और बोली 
''आज अकेले ही यही 'सोइये'' इतना कहकर जल्दी जल्दी जाकर घर का मेन दरवाजा बंद करने लगी तो मैं दौड़ कर गया और दरवाजे को जबरजस्ती खोलकर अंदर घुस गया और उससे चिपककर किस करते हुए चूचियों को दबाने लगा तो बोली ''दूर हटिये मुँह गंधा  रहा है आपका'' तब मैंने दरवाजा लगाया और लपक कर नाइन को गोद में उठा लिया और गोद में लिए लिए नाइन को चूमने लगा तो खुस हो गई और बोली ''नीचे उतारिेये गिर जाउंगी'' तो मैंने कहा की ''इतना कमजोर नहीं हूँ कि आपको गिरा दूँ'' और फिर चूमने लगा तो नाइन अपने  हाथो को मेरे गले में डालकर मेरे सीने से लिपट गई और मुझे जल्दी जल्दी चूमने लगी तब मैंने उसके होठो को चूसते हुए जीभ चूसते चूसते उसे बेड रूम में लाया और बिस्तर पर लिटा दिया और मैं भी लेट गया और सूट के ऊपर से नाइन की चूचियों को सहलाने लगा नाइन बार बार मेरे लण्ड को पकड़ने लगी तो मैंने लोवर और चढ्ढी को उतार दिया तो ओ मेरे लण्ड से खेलने लगी और चूमने लगी ! मेरे ऊपर सराब का नशा  तो था ही साथ में सेक्स पावर बढ़ाने वाली टेबलेट भी ले लिया , लण्ड इतना कड़क हो गया था की नाइन पकड़ कर छोड़ देती तो लण्ड वापस 45  डिग्री में तन कर उठ जाता तो ओ फिर से लण्ड को झुका कर छोड़ देती तो फिर से मेरे नाभि से टकराता और खड़ा हो जाता, ऐसा करने में उसे खूब मजा आ रहा था तब मैंने उसे उठाया और उसके सलवार का नाड़ा खोलकर नीचे कर दिया,आज तो ओ पेंटी भी पहन रखी थी तो पेंटी को भी नीचे खिसका दिया और फिर सूट को भी उतारने  लगा तो उसने अपने दोनों हाथ ऊपर कर दिया सूट को उतार कर एक किनारे फेक दिया और फिर ब्रा को उतार कर खड़े खड़े ही चूचियों को चूसने लगा !
नाइन के चूतड़ों पर हाथ घुमाते घुमाते उसकी चूत में तीन उंगलियाँ डालकर चूत चोदने लगा
तो नाइन भी खड़े खड़े मेरे लन्ड को पकड़ कर खिलाने लगी नाइन जल्दी ही गर्म पड़ कर नीचे बैठ गई तब मैं नाइन को पेट की तरफ से लिटा दिया और उसके चूतड़ों पर हाथ घुमाते घुमाते तीन उंगलिया डालकर चूत में गोल गोल घुमाने लगा तो नाइन अपने चूतड़ों को अगल;बगल हिलाने लगी और कुछ ही मिनट में अपने चूतड़ों को उठा दिया तो मैं झुककर चूत को चाटने लगा तो नाइन कहराते हुए ''जान मत लो '' तब मैंने नाइन को बोला नीचे आओ

नाइन को इस तरह से खड़े खड़े चोदा
बिस्तर और इतना कहकर मैंने बिस्तर से नीचे उत्तर गया और नाइन भी नीचे आ गई तो बिस्तर पकड़कर झुका दिया और उसके कंधे पर हाथ रखकर चूत में लण्ड पेल दिया  खड़े खड़े उसे चोदने लगा नाइन के मुह से उउउउ उउउउ उउउउ आआआ आहहहहहह हहह सी सी सीईईई  निकालने लगी लगातार 4-5 मिनट तक इस तरह से चोदता रहा तो नाइन बिस्तर में अपने पेट को चिपका कर लेट गई उसकी कमर से नीचे का हिसा लटक गया तो उसके ऊपर चढ़ कर चोदने लगा करीब 3 मिनट तक चोदने के बाद नाइन उठकर खड़ी हो गई और जोर से चिपककर मेरी जीभ को चूसने लगी और बोली ''मजा नहीं आ रहा है'' तब मैंने उससे कहा
नाइन को घोड़ी बनाकर चुदाई किया
''घोड़ी बन जाओ'' तो बिस्तर में चढ़ गई और घोड़ी बन गई तब मैं उसकी कमर को पकड़ कर लण्ड घुसेड़ दिया और चोदने लगा जैसे जैसे झटके मारता नाइन की चूचियाँ खूब लहराती जो सामने ड्रेसिंग टेबल में दिखाई देती तो नाईन अपनी लहराती हुई चूचियों को देखकर  उत्तेजित हो गई और अपने हाथ से  ही चूचियों को दबाने लगी तब मैं एक हाथ से उसकी चूचियों को दबाने लगा तो नाइन अपना हाथ बिस्तर में टिका दिया और अपने चूतड़ों को मेरी तरफ झटके मारने लगी और अपनी चूत को इतनी जोर से दबाती की लण्ड एकदम से टाइट होकर अंदर बाहर होता तो मुझे चरम सुख मिलने लगा नाइन भी जोर जोर से उउउउ उउउउ उउउउ आआआ आहहहह हह हहह सी सी सीईई करने लगी करीब 5 मिनट तक झटके खाने के बाद ओ पेट के बल लेट गई तब मैं लण्ड पेले हुए उसकी पीठ पर पूरा का पूरा लेट गया ब और लण्ड झटके मारता रहा तो कुछ मिनट बाद ओ अपने को सीधा कर पीठ की तरफ से पेट गई तब मैंने जोर जोर झटके मारने लगा करीब 3 मिनट के झटके  नाइन मेरी कमर पर हाथ रखकर जोर से चिपकाने लगी और मेरी जीभ को जल्दी जल्दी चूसने लगी मैं समझ गया ये अंतिम स्टेज पहुंच चुकी है तब मैंने जल्दी जल्दी ठोकरों की बौछार कर दिया और दोनों एक साथ सखिलित हो गए तब मैंने नाइन दाए करवट लिटा दिया और उससे चिप्पक गया ! करीब 15 मिनट बाद नाइन उठी और चूत  पोछा  पेसाब करने चली गई  पीछे पीछे गया पेसाब कर करके नाइन को गोद में उठकर बिस्तर में लिटा दिया  और दोनों नंगे ही लेटे लेटे  बात करने लगे और दोनों चिपक गए सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर  नींद खुली खूब उजाला हो गया ओ जल्दी से उठी  कर बोली ''जल्दी उठिए और बाहर जाकर सो जाइए'' तब मैं जल्दी से कपड़ा पहना बाहर के बिस्तर पर मच्छरदानी में लेट गया ! नाइन भी कुछ देर में साड़ी पहनकर आई और बाउंड्रीवाल के दरवाजे को खोल दिया ! मैं बहुत देर तक लेटा रहा पर नींद नहीं आई तब मैं उठ गया तो देखा की नाइन बाहर घूमकर ब्रश कर रही थी ! मैं उसके पास गया तो बोली ''आप जाइए यहाँ से किसी को सक  जाए'' तब मैं नाइन के घर से चला आया ! चाची के घर चाय नास्ता किया और सुबह करीब 9 बजे अपनी कार से शहर आ गया ! आते समय नाइन से मुलाकात नहीं हुई ! गाँव से आने के बाद नाइन से अक्सर बात होती रहती थी ! 30 मई को नाइन का फोन और बोली ''अभी तक महीना नहीं आया '' मतलब  नाइन को माहवारी रुक गई मैंने नाइन से बोला की डाकटर से चेकअप करवा लो तो बोली कल जाउंगी और अगले दिन फिर खूब खुस होकर बोली ''मैं गाभिन (गर्भवती) हो गई'' और खूब खुस हुई बोली ''आपके बच्चे की माँ बनूँगी,आपके जैसे ही लड़का होना चाहिए'' तब मैंने उसे कहा की सौ प्रतिसत मेरे जैसा ही लड़का होगा तो नाइन और खुस हो गई ! नाइन से रोज बात होती है ! नाइन के यहाँ पुत्र रत्न के इन्तजार में ……नाइन तो अब शहर भी आकर चुदाने के लिए तैयार है ……मैं उसका इन्तजार कर रहा हूँ ! फिर …से चुदाई किया तो जरूर लिखुगा   ................ सत्य कहानी को यही बिश्राम देता हूँ  ………………