Saturday, 29 November 2014

दोस्त के गर्लफ्रेंड की चुदाई



ये सत्य कहानी  नवम्बर 2014  की है जब मैं मेरे एक दोस्त भूपेश  (दोस्त कम परिचित ज्यादा है ) के साथ अपने काम करवाने के लिए अपने शहर से करीब 500 किलोमीटर दूर दूसरे शहर दोस्त को अपने खर्चे पर लेकर गया जहा पर दोस्त ने अपनी 38-40  वर्षीय प्रेमिका या रखैल ''आशा कोईरियाल'' से रेलवे स्टेशन में मिलवाया । आशा की हाइट करीब 5 फिट के आसपास होगी आशा न तो दुबली थी और न ही मोटी थी नार्मल थी ,हल्का सा पेट बाहर निकला हुआ था, पर जिस्म की तुलना में चूचियाँ बड़ी बड़ी थी, साड़ी के अंचल के नीचे चुचियो को मैं नाप लिया , आशा 32-34 साइज़ की ब्रा पहनती होगी आशा अपने साथ अपने 8 वर्षीय लड़के को भी साथ में लाइ थी । आशा के पहनावे से लगता था की आशा साधारण परिवार से  । आशा देखने में बहुत अच्छी लगती है,पतले पतले,लाल लाल होठ सुन्दर से आँखे और नाक ,मेचिंग साड़ी-ब्लाउज  मेचिंग लिपस्टिक ,ऑटोफीसियाल गहने मांग में सिंदूर,माथे पर सुन्दर बिंदिया चेहरे की सुंदरता में चार चाँद लगा रहे थे । आशा का जिस्म गठीला लग रहा था पेट और कमर में थोड़ी थोड़ी  चर्बी चढ़ रही थी,बड़े बड़े टाइट चुचियो के बाद फिर भी आशा बहुत ही सेक्सी लग रही थी । रेलवे स्टेशन में एक ही बेंच पर तीनो बैठकर बाते करने लगे और आशा लड़का खेलने लगा । दोस्त ने आशा के गले में हाथ डाल कर बाते करने लगा उसका हाथ हटा दिया और बोली ''ये सब यहाँ अच्छा नहीं है'' तब दोस्त हाथ हटकर बाते करने लगा । तो आशा दोस्त के मुह को दूर हटाती क्योकि दोस्त ने सराब पी रखी थी,सराब के नसे में दोस्त बार बार आशा को चूमने की कोशिस करता तो आशा अपना चेहरा दूर कर लेती । तब मैंने दोस्त को बोला '' भूपी ये क्या कर रहा है ये पब्लिक प्लेस है लोग आते जाते देख रहे है ,यही सब करना है तो सुनसान जगह पर भाभी को लेकर जा'' तब आशा मेरी तरफ देखी और बोली '' ठीक तो कह रहे है आपके साथ वाले'' तब मैंने आशा को अपना नाम बताया तो आशा हँसते हुए बोली ''ओके देवर जी'' तब दोस्त हस्ते हुए बोला '' अच्छा पैसे वाला देवर मिल गया तुम्हे'' और फिर बाते होने लगी और दोस्त बार बार सराब के नसे में गन्दी हरकते करने लगा  तो उसके कान में धीरे  से बोला ''ले जा रेलवे स्टेशन के किनारे में जहा अन्धेरा है और खूब चूमा चाटी कर'' तो दोस्त को मेरी बात समझ आ गई और ओ आशा को लेकर चला गया, आशा जाते जाते मेरी तरफ प्यार भरी चितवन से देखी और बोली '' बबलू का  ध्यान रखना देवर जी'' मैंने हां में गर्दन हिला दिया और आशा का लड़का मेरे पास ही खेलने लगा । आशा की चितवन मुझे आमंत्रित कर गई मैंने मन ही मन प्लान बनाने लगा की आशा को कैसे चोदु । तभी मेरी नजर आशा के लड़के की तरफ पडी तो मैंने सोच लिया ''गाय को दुहना है तो बछड़े को पटाओ'' बस फिर क्या था बच्चे को अपने साथ लिया और रेलवे स्टेशन के बाहर बालक ने जो जो मांगा सब दिला दिया और रेलवे स्टेशन के अंदर आया तो बालक दौड़ता हुआ आशा के पास गया और सब चीज दिखाने लगा तो आशा ने पूछा तो बालक ने बोला दिया मेरी तरफ इसारा करके ''अंकल ने दिलाया'' तब आशा मेरी तरफ प्यार से देखि और बोली '' देवर जी ये सब करने की क्या जरुरत थी'' तब मैंने बोला ''मैंने जो भी किया है मेरे भतीजे के लिए किया है'' तब आशा चुप हो गई तब भूपी बीच में बोलता है
आशा का फ़ेस और जिस्म की बनावट ८५%  ऐसी ही  है
''देवर-भाभी मिलकर मुझे किनारे कर दिया'' तब आशा बोली'' इतना प्यारा देवर मिलने के बाद आपकी क्या जरूरत'' और हसने लगी हसी मजाक चलता रहा इतने में भूपी बोलता है ''जाकर तीन टिकट लाओ'' और स्टेशन का नाम बताया तो मैं चला गया और तीन टिकट लाया और कुछ ही देर में ट्रेन आ गई और हम तीनो बैठ गए जनरल बोगी की सीट में और बाते करते रहे , आशा का झुकाव मेरी तरफ बढ़ रहा था क्योकि आशा मेरे बारे में बहुत कुछ जान गई । भूपी एक नंबर सराबी और मैं ठहरा संत लौग तक नहीं खाता ।  मेरे मीठे बोल और स्पष्ट  वक्ता के कारन  भी आशा का झुकाव मेरी तरफ बढ़ा । आशा अपने लड़के को गोद में लेकर विंडो के पास बैठी थी उसके बगल में भूपी फिर मैं । भूपी को टाइलेट जाना था तो भूपी चला गया तो आशा ने धीरे से कहा ''आपका मोबाइल नंबर दीजिए'' तब मैंने आशा को मेरा बिजटिंग कार्ड पकड़ा दिया तब  तक भूपी आ गया तो आशा ने जल्दी से बिजटिंग कार्ड को छिपा लिया । भूपी का ब्यवहार आशा के साथ प्रेमिका कम रखैल जैसा ज्यादा लगा मुझे। भूपी आशा को एकात बार ट्रेन में ही मेरे सामने गाली भी दिया । एक बार आशा का लड़का आशा की गोद से उतरा तो आशा का पल्लू नीचे गिर गया तब मैंने आशा की चुचियों को ब्लाउज के नीचे देखा मस्त मस्त टाइट चूचियाँ  ।
आशा की चूचियाँ ब्लाउज के नीचे इस तरह  रही थी
हम तीनो में बाते होती रही एक घंटे बाद हम तीनो उतर गए और उतरने के पहले ही आशा ने बोल दिया था की इस रेलवे स्टेशन में बात नहीं करना मेरा लड़का मुझे बाइक से लेने आएगा, मुझे माजरा समझ नहीं आया । ट्रेन से उतरते ही मैंने आशा के लड़के के हाथ में 500 रुपये की नोट पकड़ा दिया तो आशा मना करने लगी तब भी  वापस नहीं लिया और हम अलग अलग हो गए । भूपी के साथ एक होटल में रुक गए । भूपी ने अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में सभी बाते बताई । आशा का पति आशा के साथ नहीं रहता बल्कि 600 KM दूर रहता है नौकरी करने के लिए ,आशा का उसके पति से बिलकुल भी नहीं पटती, आशा को दो  लड़का और एक लड़की है । लड़की 6  साल की और लड़का 8 साल का,बड़ा लड़का 18 साल का खुद  का माकान है ,पति, हरमाह रुपये भेज देता है । पति जहा नौकरी करता है वहा पर एक ओरत से फ़सा हुआ है इस कारण आशा के पास ज्यादा नहीं आता । मैं समझ गया आशा को चुदाई और प्यार दोनों की जरुरत है । भूपी कुछ देर में होटल के कमरे से निकल कर गया और बाहर बात करने लगा आशा से । भूपी,आशा को होटल में बुला रहा था पर आशा ने मना कर दिया तो भूपी आशा के घर आने की जिद करने लगा तब भी आशा ने मना कर दिया तो भूपी नाराज हो गया  और मेरे पास आकर बोला ''मादरचोद ने दिमाग खराब कर दिया'' तब मैंने पूछा ''किसने'' तो बोला ''तेरी भाभी यार'' और इतना कहकर होटल के कमरे से बाहर निकल गया फिर पलट कर आया और बोला ''यार तू दरवाजा लगाकर सो जाना मैं कुछ देर में आउगा हल्का होने की जुगाड़ तो करना होगा'' मैंने उसकी बात सुनी और कहा की खाना तो खाता  जा तो उसने न में गर्दन हिलाकर चला गया,पर मैं हल्का होने का मतलब नहीं समझा । और मैं घर से लाया हुआ खाना निकाला और खाने लगा तभी मेरे फोन में एक मिस काल आई तो मैंने ध्यान नहीं दिया क्योकि मेरे  मोबाइल में बहुत सी मिस काल आती रहती है क्योकि ब्यापारिक नंबर है बहुत फैला हुआ है । इतने में फिर से उसी नंबर से काल आने लगी तो मैंने फोन उठाया तो एक महिला की आवाज आई और मैं आवाज को पहचान गया  ये आवाज आशा की थी फिर भी मैं अनजान बनते हुए बात करने लगा  तब आशा ने बताया की मैं हु । उसके बाद से हम दोनों के बीच में बात चीत  सिलसिला सुरु हो गया हाय हेलो से फिर एक दूसरे की पसंद-नापसंद आदते आदि दुनिया भर की बाते हुई बात बात में आशा के पति उसके बच्चे के बारे में पूरी जानकारी लिया और निष्कर्ष निकाल लिया की आशा को प्यार और चुदाई की भरपूर जरुरत है, क्योक आशा का पति साथ में  रहता नहीं और आशा आज भी चुदाई का बहुत तड़प है । तीन दिन तक आशा के शहर में रहा और खूब बाते हुई आशा एक बार दोस्त से मिलने भी आई होटल के कमरे में पर दोस्त के साथ सोने  तैयार नहीं हुई । बल्कि मेरे साथ बाते करने में मसगुल रही जबकि दोस्त ने बताया की  इसे कई बार ठोंक [चोद] चुका हु पर इस बार नखरे कर रही है । हम दोनों अपने शहर वापस आ गए पर आशा रोज रोज फोन करती घंटो बाते करती आशा को मेरी बाते बहुत पसंद आती कभी आशा फोन करती तो कभी मैं फोन करता एक दिन में 5-5  घंटे तक दोनों की बाते होती , बात बात में आशा ने अपने प्यार इजहार कर दिए मेरे सामने मैंने भी आशा की हां में हा मिला दिया, जबकि आशा से मुझे कोई प्यार व्यार नहीं हुआ है , मैं तो आशा को सिर्फ चोदना चाहता हु । आशा अब दिन भर में कई बार फोन करती और खूब बाते करती, अब आशा फोन पर गन्दी गन्दी

आशा ऐसी ही लगती है देखने में
बाते भी करने लगी,मसलन आप एक महीने में कितनी बार अपनी बीबी के साथ मस्ती {सम्भोग} करते है, कितना टाइम लगाते है,पहले कौन झरता है ,आपका ओ (लण्ड) कितना बड़ा और कितना मोटा है आदि आदि  जब  आशा फोन पर गन्दी गन्दी सेक्सुअल बाते करती तो मेरा 8 इंची लौड़ा खड़ा हो जाता और आशा की चूत में घुसने को बेताब हो जाता । एक दिन आशा ने फोन करके बताया की  ओ अपने पति मिलने आ रही है तब मैंने आशा को बोला मिलोगी मेरे से तब आशा ने हां कह दिया व् आशा से पूछा की कितने दिन के लिए आई हो तो आशा ने बताया की सिर्फ दो रात के लिए आई हु सन्डे को वापस चली जाऊगी ट्रेन से तब मैंने आशा से कहा की लौटते समय मैं भी चलू तुम्हारे साथ तो बोली ''हां चलिए अच्छा रहेगा रस्ते भर बाते करेंगे'' तब मैंने आशा को बोला ''बातो से जी नहीं भरेगा मेरा'' तो आशा मुस्कुराते हुए बोली ''जिससे जी भरे ओ कर लेना'' तो मैं समझ गया की आशा मेरे से चुदाने के लिए बेताब है तब मैंने तो स्लीपर  के 1 
आशा के ऊपर और नीचे के होठ 100 % ऐसी ही है मजेदार पतले  रशीले सेक्सी
टिकट करवा लिया [आशा का पति मेरे शहर के पास ही 40 KM दूर ही रहता है और ट्रेन मेरे शहर से ही निकलती है] और फिर आशा से रेलवे स्टेशन में 21 नवम्बर 2014 सुबह 10 बजे मिला । आशा खूब बन ठन कर स्लीपर कोच की सीट में बैठी थी,होठो में तेज लिपस्टिक लगा रखी थी,चहरे को बढ़िया क्रीम पाउडर से सजा रखा था,गजब की खूबसूरत लग रही थी, पिंक  रंग की साड़ी- ब्लाउज में बहुत खूबसूरत लग रही थी । आशा से मिला तो कुछ नास्ता और गैस की दवाई दिया,क्योकि आशा 11 घंटे से बैठी थी तो गैस बनने लगी थी । मैं भी खूब बन ठन कर गया था,क्लीन सेव आशा की पसंद के जीन्स टी शर्ट पहन कर गया था, आँखों पर बढ़िया सा गॉगल् चढ़ा रखा था, मेरे 6 फिट लंबा और करीब  85   KG का बजनदार कसा हुआ का मजबूत शरीर और स्मार्ट लग रहां  था  । जब आशा की सीट  के सामने बैठा तो आशा ने मुझे अपने पास झुकने को वोली,जब झुका तब आशा मेरे ऊपर हलके से थोड़ा सा थूक दिया और बोली अब ''मेरे राजा जी पर किसी की नजर नहीं लगेगी'' मैं समझ गया आशा ने टोटका किया है तब मैं मुस्कुराते हुए बोला ''इतना चाहती हो मुझे'' तो आशा कुछ नहीं बोली बस प्यार से मेरी तरफ देखती रही इतने में गार्ड में सीटी बजाई तो मैं ट्रेन से उत्तर कर विंडो के पास  से
आशा  बाते करने लगा तो आशा   आसु आ गए धीरे धीरे आशा नजरो से ओझल हो गई । और कुछ ही सेकण्ड में मुझे फोन किया और बोली '' जानू आप बहुत स्मार्ट लग रहे थे लगता था आपको किस कर लू पर ट्रेन में सर्म आ रही थी'' तो मैंने बोला ''कोई बात नहीं सन्डे को दोनों साथ रहेंगे 12 घंटे तक जितना मन हो किस कर लेना''  तब आशा बोली ''आप सन्डे को चलोगे मेरे साथ'' तो मैंने हां कहा तब आशा चहकते हुए बोली '' वेरीगुड मेरी जान,अब फो.… @@@@@'' फिर ट्रेन आगे निकल गई और मोबाइल का टावर नहीं मिला और बात बंद  हो गई ।आशा ने पहले ही मना कर दिया था की जब तक हसबैंड के पास रहूगी तब तक फोन नहीं करना । मैं शुक्रवार,सनिवार,रविवार को फोन नहीं किया आशा की बहुत याद आ रही थी । मेरे ट्रेन का समय साम के 6 बजे का था पर मैं रेलवे स्टेशन 5. 30 पर ही आ  गया मेरे स्टेशन के ठीक एक स्टेशन पहले आशा ट्रेन पर बैठ गई और आशा की मिसकाल आई मेरे पास उस समय 5.45 हो रहे थे , मैंने आशा को फोन किया  आशा बोली ''कहा हो जानू'' तब मैंने जबाब दिया की ''तुम्हारा इन्तजार कर रहा हु रेलवे स्टेशन में'' आशा को विश्वास ही नहीं हुआ तब मैंने आशा की कसम खा कर आशा को विश्वास दिलाया और अपनी सीट और बोगी  नंबर बताया  और आशा से कहा की तुम बोगी  से उतर कर मेरी बोगी में आ जाना किसी से सीट अड्जस्ट कर लेंगे ।

फिर आशा से कुछ और बाते किया और आशा संपर्क टूट गया ।  करीब 6.15 पर ट्रेन आ गई और मैंने मेरी बर्थ में अपना बेग रखकर वापस उतर गया ट्रेन से और आशा की तलास करने लगा इतने में आशा अपनी ट्राली बेग घसीटे हुए दिखी तो मैं जल्दी से आशा के पास पहुंचकर बेग उठाया और जल्दी जल्दी अपने बोगी में आशा को चढ़ा कर खुद भी चढ़ गया ।  आशा तेज तेज  चली इस लिए हांफ रही थी और आशा में माथे पर पसीना की बुँदे दिखाई दे रही थी जिसे मैंने मेरी रुमाल निकाल कर पोछने लगा तो आशा ने मेरे हाथ को पकड़ कर किस कर लिया [आशा ने पहली बार मेरे शरीर को छुआ है] और बोली ''जानू इतना प्यार नहीं करो,मैं सह नहीं पाऊगी'' तब मैंने कुछ नहीं बोला और फिर से आशा का पसीना पोछने लगा तो आशा फिर  हाथ को किस कर लिया तब मैंने आशा ''अपन दोनों ट्रेन में बैठे हुए है'' तो आशा बोली ''क्या करू जानू आप को देखने के बाद लगता है आपसे चिपक जाऊ'' तब मैंने बोला '' कंट्रोल करो आशा पास की सीट में बैठे हुए लोग देख रहे है '' तब आशा मेरे हाथ से रुमाल लेकर अपना पसीना पोछने लगी । आशा खिड़की  के पास बैठी थी उसके बगल  चिपक कर बैठा हुआ बाते करने  लगा, आशा बहुत खूबसूरत लग रही थी ऐसा लग रहा था की मौका मिले और आशा को किस करू फिर भी एक घंटे तक कोई मौका नहीं मिला । मेरी बर्थ के कंप्र्टमेण्ट में सिर्फ 2  लोकल सवारी बैठी हुई थी कुछ ही मिनट के  बाद करीब 7 बजे अगले स्टेशन  सवारीया  उतर गई जैसे ही मौका मिला मैंने आशा की चूचियों को दबाते हुए किस कर लिया तो आशा भी तुरंत मेरे गोरे -गोरे लाल गालो पर किस की झड़ी लगा दिया गाल में हलके से दांत भी काट लिया और गाल को चूसने लगी तब मैंने गालो को आशा के मुह से अलग किया पर तब तक गाल लाल पड़ गए । आशा ने स्पंज वाली ब्रा पहनती है इसीलिये आशा की चूचियाँ ज्यादा आकर्षक लगती है । आशा और मैं आपस में एक दूसरे के गले में अपनी बाहें डालकर बाते करने लगे इतने में बर्थ की सीट में कई लोग आ गए तो हमने अपने अपने अपने हाथ हटा लिए और बाते करने लगे । बाते करते करते कब 9 बज गए पता ही नहीं चला मुझे भूख लगी तो मैंने आशा को बोला चलो खाना खाते है तो आशा तैयार हो गई आशा के ही हाथ का बना हुआ खाना खाया, खाना तो अच्छा नहीं था पर आशा को खुस करने  झूठी मुठी तारीफ कर दिया और खाना खा लिए । मेरी बर्थ नीचे की थी पर मैंने ऊपर वाली बर्थ में आशा को जाने के लिए कहा तो आशा चली गई और कुछ मिनट में ही मैं भी लाइट बंद कर ऊपर  आशा के पास पहुंच गया और दोनों ने एक कम्बल को ओढ़ लिया और बाते करने लगे और बार बार दूसरे को किस करने लगे अँधेरे का फायदा उठाकर । मैं बार बार आशा की चुचियो  को हलके हाथ से दबा देता यह क्रम लगातार  30 मिनट तक चलता रहा तो आशा बोली ''मुझे गैस बन रही है  मैं लेट जाऊ'' तो मैंने कहा ''लेट जाओ'' तो आशा कम्बल को ओढ़कर लेट गई और मैं आशा के पाँव को अपनी गोद में रख लिया और आशा के पाँव को दबाने लगा कुछ देर में आशा की जांघो को सहलाने लगा और आशा धीरे धीरे गर्म पड़ने लगी और बोली ''आ जाओ आप भी लेट जाओ'' तब मैंने कहा की ''इतनी जगह में नहीं बनेगा'' तो आशा बोली'' आओ लेटे तो सही बन जाएगा'' तब मैं आशा की तरफ मुह करके लेट गया और आशा को किस करने लगा,आशा की चुचियो को दबाने लगा तो आशा मेरे गाल पर हाथ घुमाती और बार बार किस करती ,दोनों एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे कुछ देर में मैंने आशा ब्लाउज के हुक खोल कर ब्रा के भी हुक खोल दिए और आशा के मस्त गोलाई लिए हुए स्तन को हलके हलके हाथ से सहलाने लगा इतने में TC  आ गया तो टिकट दिखाने लगा और जब TC चला गया तो फिर लेट गया और आशा  चुचियो को चूसने लगा आशा की चूची की निप्पल टाइट पड़ने लगी तो मैं समझ गया की आशा गर्म पड़ रही है  । आशा इतने में मेरे लण्ड को टटोलने लगी और पेंट की चेन खोलने लगी तो मैंने चेन खोल दिया तो आशा ने चेन से हाथ डालने लगी पर हाथ घुसा नहीं तो बेल्ट खोलने लगी, तब मैंने पेंट की बेल्ट खोल दिया और आशा मेरे 8 इंची लण्ड को पकड़ कर खिलाने लगी इधर मैं आशा की चुचियो को चूसते चूसते आशा की चूत में उंगलियाँ डालकर चूत को सहलाने लगा,कुछ  ही देर में आशा की चूत गीली पड़ गई और आशा मुझे अपनी तरफ खीचने लगी तब मैं आशा के और नजदीक होकर अपना लन्ड़ आशा की चूत में घिसने लगा तो आशा के मुह से उउउउ आअह्हहः आआज् जह्ह्ह की धीरे धीरे आवाज निकालने लगी और लण्ड को पकड़ कर अपनी चूत में डालने लगी पर लण्ड को चूत में घुसाते नहीं बन रहा था, तो मैं आशा को  पीठ के तरफ से लिटाते हुए आशा के ऊपर चढ़ने लगा तो  किसी ने लाइट जला दिया तोमैं  रुक गया और ध्यान बट गया उधर आशा जल्दी से अपनी साड़ी को ठीक करने लगी , तब मैंने भी लण्ड को पेंट के अंदर किया और  बेल्ट  को  लगा  लिया । इतने में ट्रेन की स्पीड कम होने लगी तो मैं समझ गया की कोई स्टेशन आने वाला है । मुस्किल से 5 मिनट बाद ट्रेन एक स्टेशन खड़ी हो गई तो एक सज्जन से पूछा तो पता चला की ''इटारसी'' रेलवे स्टेशन में खड़ी है ट्रेन । आशा धीरे से कान में बोलती है ''चलो यहाँ उतर जाते है ''  तब मैंने कहा की ''घर पहुचने में लेट हो जाओगी'' तब आशा मुस्कुराते हुए बोली ''मैं मैनेज कर लूंगी'' इतना कहकर आशा उठी और कम्बल को समेटने लगी और बोली जल्दी करिये ट्रेन ज्यादा समय के लिए नहीं रुकती ।  तब मैं जल्दी जल्दी सामान को समेटा और ट्रेन से नीचे उतर गए और बाहर जाकर ऑटो पकड़ा और बोला पास में कोई होटल हो तो ले चलो, ऑटो वाला मुस्किल से 5-7  मिनट में ही पास के होटल में पहुंचा दिया उस समय रात के 12 बज रहे थे । होटल के रजिस्टर में आशा को अपनी पत्नी
आशा की चूचियाँ  हूबहू ऐसी ही है
बताया और कुछ ही मिनट में होटल के रूम के अंदर पहुंच गए दोनों । होटल के अंदर घुसते ही,बेग रखा और दरवाजा लगाया फिर  आशा को झुक कर चूमा और अपने दोनों बलिष्ट हाथो से ऊपर उठा लिया [आशा का बजन मुस्किल से 50-55 किलो के आसपास ही होगा] और बिस्तर पर बैठा दिया और झुककर आशा को किस करने लगा इतने में आशा बोली '' क्यों इतने उतावले हो रहे हो अपने पास 6-7 घंटे है'' तब मैं हँसने लगा और आशा के कंधे पर हाथ रखकर बैठ गया और आशा की चूचियों को सहलाने लगा और पूछा '' कब तक रुकोगी होटल में ''  आशा बोली '' सुबह 7 बजे वाली ट्रेन पकड़ना है '' तब मैंने कहा ''टीक है अपने पास 7 घण्टे है कम से कम 7 बार तो किया जा सकता है'' तो हॅसते हुए आशा बोली ''एक घंटे में एक बार, है आपमें इतना दम'' तो मैंने मुस्कुराते हुए बोला ''चलो आजमा लेना आज'' और इतना कहते हुए आशा को लेकर कर बिस्तर में लेट गया और आशा को अपनी तरफ घुमाकर किस करने लगा और फिर आशा के कंधो के नीचे हाथ डालकर आशा को अपनी तरफ

खीचते हुए अपने सीने में ऊपर लिटा लिया और आशा की जीभ को अपने मुह में लेकर चूसने लगा और आशा के ब्लाउज के एक एक हुक खोल दिया और स्तनों को ब्रा के ऊपर सहलाने लगा । आशा की चूचियों की निप्पल टाइट पड़ने लगी तब  ब्रा का हुक खोल दिया तो मस्त मस्त चूची मेरे सीने में लोटने लगे तब मैंने आशा को अपने मुह की तरफ खीचते हुए चूचियों को चूसने लगा उधर आशा मेरे  पैन्ट  के ऊपर से लण्ड को टटोलने लगी और कुछ देर में बेल्ट के नीचे से हाथ डालकर लण्ड को खिलाने लगी तो मैं उठा और अपने पेंट सर्ट,चढ्ढी,बनियान को उतार दिया और आशा के वदन से भी सभी कपडे उतार कर नंगा कर दिया और फिर आशा के ऊपर झुक कर आशा के एक एक अंग को चूमने लगा, आशा के पेट में कई जगह टाँके लगे हुए थी पर मैं चुदाई के बहुत में कुछ नहीं पूछा इधर आशा मेरे मोटे और 8 इंची लम्बे लण्ड को देखर इतनी जल्दी उत्तेजित हो गई की बार बार लण्ड को पकड़ कर अपनी चूत के पास लाती तब मैं चूत में लण्ड को थोड़ी देर के लिए टच करता और फिर हटा लेता ये क्रम कई बार किया तो आशा चिढ़ गई और बोली '' ट्रेन में भी तरसाया और यहाँ भी
आशा  की ओरिजनल  पिक


तरसा रहे हो'' इतना कहा कर उठने लगी तो मैंने आशा को किस करते हुए लिटा दिया और आशा की दोनों टांगो को पकड़ कर आशा की चूत को चाटने लगा ,आशा तो पहले से ही गर्म तवे की तरह रोटी सिकवाने के लिए तैयार थी, मुस्किल से 2 मिनट की चूत चटाई में आशा बिस्तर में तड़पने लगी,आशा की आँखे लाल सुर्ख पड़ गई ओ मुझे अपनी तरफ खीचते हुए कहने लगी ''अब मत तड़पाओ जानू'' और मेरे कमर में हाथ रखकर अपनी तरफ खीचने लगी तब मैंने गीली चूत पर थूक लगाया और लण्ड के सुपाड़े को खोला और फनफनता हुआ लण्ड एक झटके में ही आशा की चूत में घुसेड़ दिया । ओह ओ मेरी भूल थी आशा की चूत में आधा ही
आशा  की ओरिजनल  पिक
लण्ड घुसा होगा की आशा के मुह से हलकी से चीख निकली और आशा जल्दी से उठ गई और बोली '' मेरी  जान लोगे जानू '' तब मैंने कहा कुछ नहीं होगा तो आशा बोली '' फट जाएगी मेरी बुर'' तब मैंने आशा से कहा '' जब तीन तीन बच्चे पैदा कर दिया नहीं फटी तो अब कैसे फटेगी'' तब आशा बोली '' मेरे पेट में टाँके का निशान देख रहे हो, ये सिजरिंग  निशाँन है'' तब मैंने आशा से पूछा की ''तुम्हारे बच्चे नार्मल डिलेवरी से नहीं हुए क्या '' तब आशा बोली '' नहीं , मेरी बुर बहुत सक्ररी है इस लिए डाक्टरों ने रिस्क नहीं लिया'' और तीनो बार पेट फाड़ कर बच्चो को बाहर निकाला । तब मैंने उठा और बेग में से डाबर का तेल निकाला और आशा की चूत में खूब डाल कर चूत को चिकनी कर लिया और अपने
आशा की चूत आज भी बहुत टाइट है बहुत मजा देती है चुदाने में
लण्ड को भी चिकना करके आशा की चूत में धीरे धीरे लण्ड को घिसने लगा और जैसे जैसे आशा गर्म पड़ती गई वैसे वैसे थोड़ा थोड़ा लण्ड को आशा की चूत  पेलता गया आगे पीछे करते हुए ,आशा  को जैसे जैसे मजा आने लगा वैसे वैसे ही थोड़ा थोड़ा करके पूरा लण्ड आशा की चूत में पूरी गहराई तक घुसेड़ दिया और फिर लण्ड को आगे पीछे करने लगा, आशा लण्ड के एक एक प्रहार से स्वर्ग की सैर करने लगी आशा के मुह से आहहहहहहहहह अहहः आहहह आहह स्ससीईसीसीएसी उउउउउउउउउउउ  आआआआआआ की आवाज निकलने लगी मैंने पूरी ताकत से लण्ड के झटके आशा की चूत में मारने लगा रात के सन्नाटे में लण्ड चूत की फटफटफट फट फट फटफट फटफट की आवाज गुजने लगी 25-30 झटके खाने के बाद आशा ठंढी पड़
गई,मैं समझ गया आशा झर चुकी है पर मैं अभी भी झटके मारता रहा तो आशा बोली ''अब बस भी करो फाड़ डालोगे क्या '' तब मैंने लण्ड को बाहर निकाल लिया तो आशा बोली '' आप रिलेक्स नहीं हुए क्या'' तो मै लण्ड में  झटके देते हुए लण्ड को उचकाने लगा तो आशा लण्ड को खिलाने लगी तब मैंने आशा को बोला लण्ड में तेल लगाकर इसे खिलाओ तो आशा वैसे ही करने लगी तो मैंने आशा को पेट की तरफ से लिटा दिया और आशा की चूत पर 5 मिनट तक लण्ड घुमाता रहा  पर आशा तैयार नहीं हुई तो आशा की गान्ड में तेल डॉलकर गांड को चिकनी कर दिया और आशा की गांड में लण्ड घुसाने लगा तो आशा ने मना कर दिया तब मैं आशा आशा को पीठ की तरफ से लिटाते हुए आशा की चुचियो के बीच में लण्ड को रखकर घिसने लगा आशा को भी अच्छा लगने लगा और आशा फिर से चुदाने  तैयार हो गई । तब मैंने आशा की चूत को चाटने लगा और फिर आशा की ऐसी चुदाई किया की दोनों पसीना पसीना हो गए ,सुबह साढ़े छः बजे तक होटल  रुके और 4  बार आशा की चूत चोदी एक बार गांड चोदी एक बार आशा का मुह भी चोदा । चुदाई की ये ताकत मुझे डाबर शिलाजीत की एक कैप्सूल सुबह  और एक कैप्सूल साम को एक एक गिलास सुद्ध दूध के साथ लेने से आई है एक्स्ट्रा स्टेमना के लिए बियाग्रा भी लेता हु । 7 बजे इटारसी स्टेशन पर आया और आशा को ट्रेन में बैठा दिया और मैं दिन भर होटल में पड़ा रहा साम को ट्रेन पकड़कर वापस आ गया । 11 नवम्बर 2014 को आशा मिली और 23 नवम्बर 2014  को मेरे से चुदवा लिया । आशा से भी जल्दी फसने वाली ओरतो में दीपमाला,(दीपमाला ने बड़े प्यार से चुदाया,) बेटे के दोस्त की माँ को चोदा,और गाँव वाली पुष्पा भाभी है ।

Wednesday, 5 November 2014

योनि का ढीलापन दूर करके बढ़िया चुदाई का सुख दे


वैजिटोट क्रीम, योनि सूखापन, योनि, योनि में कसावट , योनि कस क्रीम, ढीला योनि, योनि जकड़न क्रीम, हर्बल योनि क्रीम, हर्बल योनि संकुचनमहिलाओं योनि के सही आकार की समस्या का सामना. अक्सर बच्चे के जन्म के बाद योनि से आकार बदल जाता है. योनि ढीली होकर फ़ेल जाया करती है। महिलाओं को अक्सर योनि की समस्या का सामना रजोनिवृत्ति या अक्सर सेक्स की वजह से होता है.अत्यधिक कामुक स्थिति में पति या पार्टनर द्वारा तेज गति से संभोग करने,अप्राकृतिक एवं असुविधाजनक सेक्स-आसनों (sex positions) में बर्बरतापूर्वक सेक्स करने से ,कई बार-प्रसव होने के अलावा शारीरिक दुर्बलता व शिथिलता जैसे कारणों की उपस्थिति में स्त्री की योनि ढीली होकर फ़ेल जाया करती है। इससे स्त्री-पुरुष दोनो ही संभोग क्रिया में अपेक्षित आनंद की अनुभूति नहीं कर पाते हैं।
बेडोल पुरुष विकल्प के तौर पर अन्य स्त्री के साथ समीकरण बैठा लेते हैं और गृहस्थी जीवन मे सुख,शांति,आनंद का अभाव पसरने लगता है। समय रहते योनि प्रसारण और ढीलेपन को नियंत्रित कर नव योवना के समान योनि के आकार प्रकार को पुन: स्थापित करने के लिये स्त्रियों को निम्न उपायों का सहारा लेना लाभदायक रहेगा। पेशाब करते समय स्त्री कुछ समय के लिये पेशाब को रोके फ़िर चालू करे ऐसा एक बार के पेशाब के दौरान ३-४ बार करने से योनि की पेशियां सुद्रड बनती हैं। वज्रासन की स्थिति में बैठकर शंखचालिनी मुद्रा और मूल बंध लगाने का अभ्यास नियमित करने से योनि संकोच होता है। सभी नुस्खे अनुभूत और पूरी तरह कारगर हैं।हां, ये नुस्खे सभी एक साथ नहीं बल्कि सुविधानुसार एक-एक नुस्खा इस्तेमाल करना चाहिये।
यह महत्वपूर्ण है कि आकार में योनि रखना. योनि आकर के फ़ैल जाने से उनको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है कभी कभी, महिलाओं को रोक उनकी विकृत योनि आपके यौन जीवन बहुत अधिक असहज लगने लगता है . योनि क्रीम का प्रयोग करें उत्तेजना योनि ओर्गास्म्स और योनि होंठ का सटीक आकार बढ़ा सकते हैं.
ढीली योनि के संकेत
कुछ कठिनाई हो सकती है यह पता लग पाने में कि आपकी योनि ढीली हैl क्योंकि वहाँ एक मानक जकड़न या आकार के रूप में कोई चीज नहीं है. यदि आप के साथी की यह शिकायत है कि आपकी योनि ढीली है , लेकिन हो सकता है की आपकी राय साथी के समान राय नहीं हो. लेकिन यहाँ कुछ संकेत दिए गए हैं जिससे यह पता लगाया जा सकता है की आपकी योनि ढीली है:
  • आप अपनी योनि में बड़ी वस्तु के डालने पर ही उत्तेजना महसूस करते हैं.
  • आपको तर्जनी से योनी को उत्साहित कर पाने में कठिनाई हो रही है.
  • आपकी योनि पूरी तरह से बंद नहीं होना .
  • आप बिना कोई प्रतिरोध के साथ अपनी योनि में तीन या अधिक अंगुलियों डाल सकते हैं.
  • आपको साथी के साथ सम्भोग करते समय योनी में किसी भी प्रकार की उत्तेजना न आना
  • आपके साथी को सम्भोग करते समय योनी ढीली महसूस होना
  • योनि होंठ बाहर उभर गए हैं और यह दुसरे होठों की तरह लग रहे है.

क्या कभी आपके पुरुष साथी ने कहा है कि आपकी योनि ढीली हो रही है?
आम तौर पर योनि उम्र और बच्चे के जन्म की वजह से ढीली होती है
क्या इन अप्रिय स्थिति ने आपको शर्मिंदा किया है?

 

वैजिटोट क्रीम

वैजिटोट क्रीम, योनि सूखापन, योनि, योनि में कसावट , योनि कस क्रीम, ढीला योनि, योनि जकड़न क्रीम, हर्बल योनि क्रीम, हर्बल योनि संकुचन वैजिटोट क्रीम पहला और एकमात्र चिकित्सकीय द्वारा परीक्षण किया हुआ योनि कायाकल्प क्रीम है. क्रीम जड़ी बूटियों के अर्क से तैयार की है जोकि प्रयोग किये जाने के पश्चात् किसी प्रकार का सहप्रभाव नही छोडती तथा यह योनि की आंतरिक दीवारों पर एक मजबूत प्रभाव पैदा करने के लिए 24 घंटे तक चलने वाला बनाया गया है. और यह योनी के ढीलेपन को दूर करती है तथा यह खमीर संक्रमण के कारण अधिक से अधिक होने वाली खुजली को समाप्त कर देता है, और जिसके फलस्वरूप महिला और उसके साथी के लिए यौन सुख को बढ़ाती है.योनी में होने वाली खुजली व संक्रमण को दूर करती है.
सभी उम्र की महिलाओं को बुढ़ापे या प्रसव के प्राकृतिक परिणाम के कारण योनि में ढीलेपन की समस्या तथा अन्य योनी समस्याओं का सुरक्षित समाधान पर्याप्त करने में आपकी मदद करता है महिलाओं में योनि में होने वाली संक्रमण को समाप्त करने व संकुचन करने तथा संक्रमित क्षेत्र का उपचार करने में यह चमत्कारिक रूप में आपकी मदद करता है. महिलाओं के 99% योनी संक्रमण को समाप्त करना तथा योनी को टाईट कर संतोष में वृद्धि करने के लिए तथा अधिकाधिक संभोग सुख प्राप्त करने के लिए वैजिटोत योनि क्रीम का उपयोग करे. वैजिटोट क्रीम केवल आंतरिक और योनि के ऊतक त्वचा ही नहीं बल्कि यह देरी रजोनिवृत्ति, आंतरिक चोट, कामुकता इच्छा जागृत करने तथा रोमांस को बढ़ने में भी आपकी मदद करता है

वैजिटोट क्रीम के लाभ

  • सेक्स आनंद और बेहतर और अधिक उत्कर्ष
  • अधिक संतोषजनक यौन जीवन का आनंद लें.
  • आंतरिक ऊतकों और योनि की त्वचा कसने में आपकी सहायता करे
  • योनि सूखापन की समस्या को हल करे
  • योनि मुलायमता को बहाल करे
  • योनि की अत्यधिक बलगम कम करें
  • यौन सुख बढ़ाएँ.
  • जीवाडुओं के संक्रमण से आपको बचाए
  • स्वाभाविक रूप से योनि मजबूत करे